Difference between revisions of "शिक्षा"

From Karnataka Open Educational Resources
Jump to navigation Jump to search
Line 4: Line 4:
 
इस कविता में कवि अनुभव के द्वारा शिक्षा पाने के अनेक उदाहरण दिये गये हैं|<br>
 
इस कविता में कवि अनुभव के द्वारा शिक्षा पाने के अनेक उदाहरण दिये गये हैं|<br>
  
जीवन में यश प्राप्त करने के लिए अनेक प्रकार की मुसीबतॊं का सामना करना पडता हैं<br>| बिन परिश्रम के हम कभी सुख प्राप्त नहीं कर सकते|
+
जीवन में यश प्राप्त करने के लिए अनेक प्रकार की मुसीबतॊं का सामना करना पडता हैं<br> बिन परिश्रम के हम कभी सुख प्राप्त नहीं कर सकते|
 +
 
 
=मुख्य उद्देष्य=
 
=मुख्य उद्देष्य=
 
'''उद्देश्य:सामान्य'''<br>
 
'''उद्देश्य:सामान्य'''<br>

Revision as of 10:44, 4 May 2016

परिकल्पना नक्षा

पृष्ठभूमि/संधर्भ

मनष्य पैदा होते ही कुछ सीखकर् नहीं आता| समय और प्रयत्न के साथ सीख लेते हैं|
श्रम के बिना कुछ हासिल नहीं कर सकते|
इस कविता में कवि अनुभव के द्वारा शिक्षा पाने के अनेक उदाहरण दिये गये हैं|

जीवन में यश प्राप्त करने के लिए अनेक प्रकार की मुसीबतॊं का सामना करना पडता हैं
बिन परिश्रम के हम कभी सुख प्राप्त नहीं कर सकते|

मुख्य उद्देष्य

उद्देश्य:सामान्य
१. रसग्रहण करना
२. प्रशंसा करना
३. कविताओं में रुची उत्पन्न करना|
४. शब्दकोश का उपयोग कराना |
५. राग ताल के साथ गायन करना |
विशिष्ट उद्देश्य
१. प्रयत्न से सफ़लता मिलती है|
२. कुछ पाने के लिए कुछ् खोना पडता है
३. यश की प्राप्ती आसान नहीं है|
४. कवी परिचय कराना |

कवि परिचय

कवि नाम : ठाकुर गोपालशरण सिंहclick here
जन्म स्थान : रीवाँ (झाँसी) click here
माता का नाम : प्रभुराज कुंवारी
पिता का नाम : ठाकूर जगत बहादूर सिंह था|
रचनाएँ : जगदालोक, माधवी, मानवी, कादंबिनी, ज्यॊतिष्मती, संचिता, सुमन, विश्वगीत और ग्रमिक आदि|

अतिरिक्त संसाधन

१. बाँसुरी

२. सैनिक गीत

३. रोना

५. हँसना

सारांश

कियाकलाप १
संगीत साधनों को पहचानना
बच्चों के सामने संगीत के कुछ साधमों को रखेंगे | एक झुंड के बच्चॊं से उसके नाम कन्नड में बताने के लिए
कहेंगे‌| दूसरे झुंड के बच्चॊं से श्यांपठ पर लिखने केलिए कहेंगे | तीसरे
झुंड के बच्चों से जितना हो सकता है, उतना हिंदी में कहेने के लिए कहेंगे |
चॊते झुंड से श्यांपट पर लिखने के लिए कहेंगे|


किया कलाप् २
चार झुंड बनाकर पतंग बनवाना |


कियाकलाप् - ३
सामूहिक गायन करवाना |
दो झुण्ड बनाकर पहले झुंड के बच्चॊ से कविता का राग से गायन करवाना |
दॊसरे झुंड से कोई एक संगीत साधनों की सहायता से गायन कराना | दोनों का फ़र्क् बताना |


परिकल्पना

5 E's अधिगम बिंदु क्रिया कलाप बोधन सामग्री तंत्र / साधन शिक्षक स्वावलोकन
Engage पूर्व ज्ञान की जाँच चित्र देखकर व्याख्या कीजिए । चित्र का चार्ट अवलोकन/चर्चा
Explore छात्र अपने अपने विचारानुसार चित्र की व्याख्या करेंगे। मौखिक/अवलोकन
Express पाठ परिचय
  • कवी परिचय
  • कविता गायन
  • नए शब्दार्थ
  • भावार्थ
चार्ट द्वारा कवि परिचय कराना
  • लय,सुर,ताल में कविता गाकर सुनाना तथा छात्रों से गंवाना
  • चमक कार्ड द्वारा नए शब्दों को छात्रों से श्यामपट पर लिखवाना
  • भावार्थ ग्रहण संबन्धी तालिका पूर्ण कराना |
कवि परिचय का चार्ट,नए शब्दों के चमक कार्ड,भाव ग्रहण की तालिका परीक्षण सूची
Expand भावार्थ प्रथम चार छंदों के भावार्थ को क्रमबद्ध करके लिखिए।
  • आपने अपने जीवन में क्या और् कैसे सीखा है बताइए |
  • पुस्तक
  • लिखित/परीक्षण सूची
Evaluation आकलन बिंदु। सहभागिता
  • सुर,लयानुकूल गायन
  • भावाभिव्यक्ति
  • शुद्ध वर्तनी
  • समग्र प्रस्तुति

Contributed by K I DAMBAL ,G H S KOTUR, DHARWAD RURAL
इस कविता के लिए ५ अवधि की आवश्यकता है |पहली अवधि में संगीत साधनों की पहचानने का क्रियाकलाप् |
दॊसरे अवधी में कविता पढते हुए राग संयोजन करेंगे | र्दॊसरा कियाकलाप् करेंगे | तीसरे अवधी में शब्दकोश का
उपयोग , ऒर भावार्थ करायेंगें | चॊते अवधी में अब्यास के प्रश्नोत्तर | पांचवे अवधी में अतिरिक्त गीत, आदी संसाधन
को दिखायेंगें | संसाधनों को बीच् में भी दिखा सकते हैं|

शिक्षक के नोट

गतिविधि

  1. विधान्/प्रक्रिया
  2. समय
  3. सामग्री / संसाधन
  4. कार्यविधि
  5. चर्चा सवाल

भाषा विविधता

शब्दकॊश

इस कविता में प्रयुक्त कठिन शब्दॊं कॊ
पहचानकर उच्चारण कराते हुए शब्दकॊश में ढूंढना|<br

व्याकरण / सजावट / पिंगल

विलॊम शब्द, पर्यायवाची शब्द

मूल्यांकन

अपने शब्दॊं में कविता का भावार्थ बताना|

भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं

आडियॊ द्वारा सैनिक गीता सुननाकॊई संगीत वाद्यॊं के बारे में पाँच वाक्य बताना| भारत् की नक्षा बनाकर उसमें नदियॊं का स्थान अंकित करो|

पाठ प्रतिक्रिया

Photo slideshow