https://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/api.php?action=feedcontributions&user=Rajkumar&feedformat=atomKarnataka Open Educational Resources - User contributions [en]2024-03-29T09:47:17ZUser contributionsMediaWiki 1.35.6https://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%88%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B2%E0%A4%A8_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_(%E0%A4%B5%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%AF_%E0%A4%B0%E0%A4%9A%E0%A4%A8%E0%A4%BE)&diff=26009ईमानदारों केस्म्मेलन में (व्यंग्य रचना)2016-12-21T04:54:59Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक से परिचय=<br />
हरिशंकर परसाई (२२ अगस्त, १९२४ - १० अगस्त, १९९५) हिंदी के प्रसिद्ध लेखक और व्यंग्यकार थे। उनका जन्म जमानी, होशंगाबाद, मध्य प्रदेश में हुआ था। वे हिंदी के पहले रचनाकार हैं जिन्होंने व्यंग्य को विधा का दर्जा दिलाया और उसे हल्के–फुल्के मनोरंजन की परंपरागत परिधि से उबारकर समाज के व्यापक प्रश्नों से जोड़ा। उनकी व्यंग्य रचनाएँ हमारे मन में गुदगुदी ही पैदा नहीं करतीं बल्कि हमें उन सामाजिक वास्तविकताओं के आमने–सामने खड़ा करती है, जिनसे किसी भी व्यक्ति का अलग रह पाना लगभग असंभव है। लगातार खोखली होती जा रही हमारी सामाजिक और राजनैतिक व्यवस्था में पिसते मध्यमवर्गीय मन की सच्चाइयों को उन्होंने बहुत ही निकटता से पकड़ा है। सामाजिक पाखंड और रूढ़िवादी जीवन–मूल्यों की खिल्ली उड़ाते हुए उन्होंने सदैव विवेक और विज्ञान–सम्मत दृष्टि को सकारात्मक रूप में प्रस्तुत किया है। उनकी भाषा–शैली में खास किस्म का अपनापा है, जिससे पाठक यह महसूस करता है कि लेखक उसके सामने ही बैठा है।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%88 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
लेखक द्वारा लिखे गये अन्य कार्यो को देखने के लिये यहाँ [http://gadyakosh.org/gk/%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%88 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter10.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. प्रस्तुत कहानी के लेखक कौन हैं ?<br><br />
उत्तर :- प्रस्तुत कहानी के लेखक हरिशंकर परसाई हैं ।<br><br />
2. लेखक दूसरे दर्जे में क्यों सफर करना चाहते थे ?<br><br />
उत्तर :- लेखक दूसरे दर्जे में सफर करके पहले दर्जे का किराया वसूलना चाहते थे ।<br><br />
3. लेखक की चप्पले किसने पहनी थीं ?<br><br />
उत्तर :- लेखक की चप्पले ईमानदार डेलिगेट ने पहनी थी ।<br><br />
4. स्वागत समिति के मंत्री किसको डाँटने लगे ?<br><br />
उत्तर :- स्वागत समिति के मंत्री कार्यकर्ताओं को डाँटने लगे ।<br><br />
5. लेखक पहनने के कपड़े कहाँ दबाकर सोये ?<br><br />
उत्तर :- लेखक पहनने के कपड़े सिरहाने दबाकर सोये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. सम्मेलन में लेखक के भाग लेने से किन-किन को प्रेरणा मिल सकती थी ?<br><br />
उत्तर :- सम्मेलन में लेखक के भाग लेने से ईमानदारों तथा उदीयमान ईमानदारों को प्रेरणा मिल<br />
सकती थी ।<br><br />
2. लेखक को कहाँ ठहराया गया ?<br><br />
उत्तर :- लेखक को होटेल के एक बडे कमरे में ठहराया गया ।<br><br />
3. सम्मेलन का उद्घाटन कैसे हुआ ?<br><br />
उत्तर :- सम्मेलन का उद्घाटन शानदार हुआ ।<br><br />
4. ब्रीफकेस में क्या था ?<br><br />
उत्तर :- ब्रीफकेस में कुछ कागज़ात थे ।<br><br />
5. लेखक ने धूप का चश्मा कहाँ रखा था ?<br><br />
उत्तर :- लेखक ने धूप का चश्मा टेबल पर रखा था ।<br><br />
6. तीसरे दिन लेखक के कमरे से क्या गायब हो गया था ?<br><br />
उत्तर :- तीसरे दिन लेखक के कमरे से कम्बल गायब हो गया था |<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए : '''<br><br />
1. लेखक को भेजे गये निमंत्रण पत्र में क्या लिखा गया था ?<br><br />
उत्तर :- पत्र में लिखा था – “हम लोग इस शहर में एक ईमानदार सम्मेलन कर रहे हैं । आप देश के<br />
प्रसिध्द ईमानदार हैं। हमारी प्रार्थना है कि आप इस सम्मेलन का उद्घाटन करें। हम आपको<br />
आने-जाने के पहले दर्जे का किराया देंगे तथा आवास, भोजन आदि की उत्तम व्यवस्था<br />
करेंगे। आपके आगमन से ईमानदारों तथा उदीयमान ईमानदारों को बड़ी प्रेरणा मिलेगी।”<br><br />
2. फूल मालाएँ मिलने पर लेखक क्या सोचने लगे ?<br><br />
उत्तर :- लेखक को लगभग दस बड़ी फूल-मालाएँ पहनायी गयीं । उन्होंने सोचा, आस-पास कोई माली<br />
होता तो फूल-मालाएँ भी बेच लेता ।<br><br />
3. लेखक ने मंत्री को क्या समझाया ?<br><br />
उत्तर :- लेखक ने मंत्री को समझाया की -“ऐसा हरगिज मत करिये । ईमानदारों के सम्मेलन में <br />
पुलिस ईमानदारों की तलाशी ले, यह बड़ी अशोभनीय बात होगी। फिर इतने बड़े सम्मेलन में<br />
थोड़ी गड़बड़ी होगी ही।”<br><br />
4. चप्पलों की चोरी होने पर ईमानदार डेलिगेट ने क्या सुझाव दिया ?<br><br />
उत्तर :- डेलिगेट ने सुझाव दिया कि –“देखिए, चप्पलें एक जगह नहीं उतारना चिहिए । एक चप्पल<br />
यहाँ उतारिये, तो दूसरी दस फीट दूर। तब चप्पलें चोरी नहीं होतीं। एक ही जगह जोड़ी होगी, <br />
तो कोई भी पहन लेगा । मैंने ऐसा ही किया था।”<br><br />
5. लेखक ने कमरा छोड़कर जाने का निर्णय क्यों लिया ?<br><br />
उत्तर :- होटल के कमरों में बहुत ज्यादा चोरियाँ होने लगी थी। अपने पास बची वस्तुओं ओ सुरक्षित <br />
रखने के लिए लेखक ने कमरा छोड़कर जाने का निर्णय लिया ।<br><br />
6. मुख्य अतिथि की बेईमानी कहाँ दिखाई देती है ?<br><br />
उत्तर :- मुख्य अतिथि ने ईमानदार डेलिगेट की फटी – पुरानी चप्पलें बिना बताए पहन ली थी।<br />
इससे पहले वे सोचते थे कि दूसरे दर्जे में यात्रा कर के पहले दर्जे का किराया वसूल कर<br />
लिया जाए और स्वागत में पहनायी गयी दस फूल-मालाओं को किसी माली को बेच लेता ।<br><br />
<br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए : '''<br><br />
1. लेखक के धूप का चश्मा खो जाने की घटना का वर्णन कीजिए ।<br><br />
उत्तर :- लेखक का धूप का चश्मा कहीं खो गया था। आसपास यह बात हर जगह फैल गई। इस <br />
बीच एक सज्जन, लेखक के पास आए और बोले –“बड़ी चोरियाँ हो रही हैं। देखिए, आपका<br />
धूप का चश्मा ही चला गया।” लेखक ने ध्यान से देखा तो वे सज्जन उनका ही धूप का <br />
चश्मा पहने हुए थे ।<br><br />
2. मंत्री तथा कार्यकर्ताओं के बीच में क्या वार्तालाप हुआ ?<br><br />
उत्तर :- मंत्री कार्यकर्ताओं को डाँटने लगे, “तुम लोग क्या करते हो? तुम्हारी ड्यूटी यहाँ हैं। तुम्हारे<br />
रहते चोरियाँ हो रही हैं। यह ईमानदार सम्मेलन है । बाहर यह चोरी की बात फैली, तो <br />
कितनी बदनामी होगी ?” कार्यकर्ताओं ने कहा, “हम क्या करें ? अगर सम्माननीय डेलिगेट<br />
यहाँ-वहाँ जायें, तो क्या हम उन्हें रोक सकते हैं ?” तब मंत्री ने गुस्से से कहा, “मैं पुलिस को <br />
बुलाकर यहाँ सबकी तलाशी करवाता हूँ।”<br><br />
3. सम्मेलन में लेखक के क्या-क्या अनुभव रहे? संक्षेप में लिखिए ।<br><br />
उत्तर :- सम्मेलन के शानदार उद्घाटन के बाद लेखक की चप्पलों की अदला – बदली हो गयी।<br />
लेखक ने देखा कि बिस्तर की चादर भी गायब है। अगले दिन उन्होंने देखा कि दो और <br />
चादरें होटेल के कमरे से गायब थी। इसी दौरान उनका धूप का चश्मा भी खो गया था। बाद<br />
में उन्होंने एक सज्जन व्यक्ति के पास देखा। सम्मेलन के तीसरे दिन उनका कम्बल भी <br />
गायब था। अगले दिन लेखक रात को पहनने के कपड़े सिरहाने दबाया और नयीं चप्पलें तथा<br />
शेविंग के डिब्बे को बिस्तर के नीचे दबाया। अगले दिन ताला चोरी हो गया। तब लेखक ने<br />
तय किया कि जल्दी से उस जगह को खाली करना चाहिए ।<br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थानों को सही शब्दों से भरिए : '''<br><br />
1. ह्म लोग इस शहर में एक ईमानदार सम्मेलन कर रहे हैं । <br><br />
2. आपकी चप्पले नहीं गयीं, यह गनीमत है । <br><br />
3. वह मेरा चश्मा लगाये इतमीनान से बैठे थे । <br><br />
4. फिर इतने बड़े सम्मेलन में थोड़ी गड़बड़ी होगी ही ।<br><br />
<br />
'''उ. किसने कहा? किससे कहा ?'''<br><br />
1. क्या आपकी चप्पलें कोई पहन गया ?<br><br />
इस वाक्य को एक ईमानदार डेलिगेट ने लेखक से कहा ।<br><br />
2. होटलवाले ने धुलाने को भेज दी होगी ।<br><br />
इस वाक्य को आयोजनकर्ताओं ने लेखक से कहा ।<br><br />
3. मैं पुलिस को बुलाकर यहाँ सबकी तलाशी करवाता हूँ ।<br><br />
इस वाक्य को मंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा ।<br><br />
4. चलिए, स्वागत समिति के साथ अच्छे होटल में भोजन हो जाये ।<br><br />
इस वाक्य को मंत्री ने लेखक से कहा ।<br><br />
5. अब मैं बचा हूँ । अगर रूका तो मैं ही चुरा लिया जाऊँगा ।<br><br />
इस वाक्य को लेखक ने मंत्री से कहा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. विलोम शब्द लिखिए :'''<br><br />
1. आगमन X प्रस्थान<br><br />
2. रात X दिन<br> <br />
3. जवाब X सवाल<br><br />
4. बेचना X खरीदना <br> <br />
5. सज्जन X दुर्जन<br><br />
<br />
'''ऋ. बहुवचन रुप लिखिए :'''<br><br />
1. कपड़ा – कपड़े<br><br />
2. चादर – चादरें<br><br />
3. बात – बातें<br><br />
4. डिब्बा – डिब्बे<br> <br />
5. चीज़ – चीज़ें<br><br />
<br />
'''ए. प्रेरणार्थक क्रिया रुप लिखिए :'''<br><br />
1. ठहरना– ठहराना – ठहरवाना<br><br />
2. धोना – धुलाना – धुलवाना<br><br />
3. देखना – दिखाना – दिखवाना<br><br />
4. लौटना- लौटाना – लौटवाना<br><br />
5. उतरना- उतराना- उतरवाना<br><br />
6. पहनना- पहनाना- पहनवाना<br><br />
<br />
'''ऐ. संधि-विछेद करके संधि का नाम लिखिए :'''<br><br />
1. स्वागत = सु + आगत = यण् संधि<br><br />
2. सहानुभूति = सह + अनुभूति = दीर्घ संधि<br><br />
3. सज्जन = सत् + जन = व्यंजन संधि<br><br />
4. परोपकार = पर + उपकार = गुण संधि<br><br />
5. निश्चिंत = नि: + चिंत = विसर्ग संधि<br><br />
6. सदैव = सदा + एव = वृद्धि संधि<br><br />
<br />
'''ओ. कन्नड में अनुवाद कीजिए ।'''<br><br />
1. ನಾವು ತಮಗೆ ಹೋಗಿ ಬರುವುದಕ್ಕಾಗಿ ಮೊದಲ ದರ್ಜೆಯ ಬತ್ತೆಯನ್ನು ಕೊಡುತ್ತೇವೆ.<br><br />
2. ಸ್ಟೇಷನ್ ನಲ್ಲಿ ನನಗೆ ಬಹಳನೇ ಸ್ವಾಗತ ಮಾಡಲಾಯಿತು.<br><br />
3. ನೋಡಿ ಚಪ್ಪಲಿಗಳನ್ನು ಒಂದೇ ಜಾಗದಲ್ಲಿ ಬಿಡಬಾರದು.<br><br />
4. ಈಗ ನಾನು ಉಳಿದುಕೊಂಡಿದ್ಡೇನೆ. ಒಂದು ವೇಳೆ ಇಲ್ಲೇ ಉಳಿದುಕೊಂಡರೆ ನನ್ನನ್ನು ಸಹ ಕಳವು ಮಾಡಲಾಗುತ್ತದೆ.<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0_(%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=26008रविंद्रनाथ ठाकुर (जीवनी)2016-12-21T04:53:33Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
<mm>[[ravindranath tagore1.mm|Flash]]</mm><br />
<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
'''रविंद्रनाथ ठाकुर'''<br />
<br />
रवीन्द्रनाथ ठाकुर (७ मई, १८६१ – ७ अगस्त, १९४१) को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। वे विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के एकमात्र नोबल पुरस्कार विजेता हैं। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा थे। वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं। वे एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं - भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बाँग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक का परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=SPqQ7-XuLeA}}<br />
<br />
{{#widget:YouTube|id=p8H9qv4Fs_E}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहा [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter02.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
रविंद्रनाथ ठाकुर और उनके लिखे गए कर्यो के बारे मे अधिक जानकारी प्राप्त करना। <br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - हर छात्र को रविंद्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखी कोई एक कहानी पुरे क्लास के सामने सुनाने को कहे।<br />
#समय - 5 - 10 मिनट<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि - हर छात्र को एक कहानी दी जाए जिसे वह घर से पधकर आएगा और क्लास कि सामने प्रस्तुत करेगा।<br />
#चर्चा सवाल - चात्रो से उनके अभिप्रय के बारे मे पूछ्ना।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
==मूल्यांकन==<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर किसके प्रतिनिधि माने जाते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि माने जाते थे ।<br><br />
2. महर्षि देवेंद्रनाथ कौन थे ?<br><br />
उत्तर : महर्षि देवेंद्रनाथ रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता थे ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में कहाँ प्रविष्ट हुए थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में प्रविष्ट हुए थे ।<br><br />
4. रवींद्रनाथ ठाकुर की शिक्षा के बारे में बताइए ।<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर की आरंभिक शिक्षा कान्वेंट स्कूल एवं उनके घर पर ही पूर्ण हुई ।<br><br />
तत्पश्चात् वे अपने जीवन के सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में <br />
प्रविष्ट हुए ।<br><br />
5. रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार कब और किस कृति के लिए मिला ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार 1919 में गीतांजलि कृति के लिए मिला ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता कौन थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता महर्षि देवेंद्रनाथ थे ।<br><br />
2. रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में कब प्रविष्ट हुए ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में सत्रह वर्ष की उम्र में प्रविष्ट हुए ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी को किस विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को कोलकत्ता विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ।<br><br />
4. रवींद्र जी को कौन ‘गुरुदेव’ कहते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को महात्मा गाँधीजी ‘गुरुदेव’ कहते थे ।<br><br />
5. रवींद्र जी का जन्म कब हुआ ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी का जन्म 7 मई 1861 में हुआ ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए ।'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ की उपाधि क्यों त्याग दी ?<br><br />
उत्तर : 1919में जलियाँवाला बाग के अमानुषिक हत्याकाण्ड से दुखित होकर रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ <br />
की उपाधि त्याग दी ।<br><br />
2. शांतिनिकेतन का आशय क्या था ?<br><br />
उत्तर : शांतिनिकेतन का आशय यह था कि युवक-युवतियों की औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ <br />
प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण करना ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ हैं – गीतांजलि, नैवेद्य, काबुलीवाला, सुभा, क्षुधित <br />
पाषाण, चित्रांगदा, डाकघर, राजा, घर और बाहर, गोरा, आँख की किरकिरी आदि । <br> <br />
4. रवींद्र जी ने किन-किन विषयों पर लेख लिखे हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी ने राजनीति, शिक्षा, धर्म, कला आदि विषयों पर लेख लिखे हैं ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी को कौन-कौन सी उपाधियाँ मिली हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को 1913 में गीतांजलि कृति के लिए ‘नोबेल पुरस्कार’ मिला । वह भारत तथा बंगाल के लिए गौरव का दिन था । उसी वर्ष उन्हें ‘सर’ की उपाधि दी गई । सन् 1914 में कोलकत्ता विश्वविधयाल ने उन्हें डी.लिट. की मानद उपाधि दी।<br> <br />
2. शिक्षा क्षेत्र को रवींद्रनाथ जी की देन क्या है ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी चाहते थे कि लोगों की प्रतिभा उनकी आजीविका का साधन भी बने इसलिए उन्होंने शांतिनिकेतन महाविध्यालय की स्थापना की जिसका आशय था कि औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । यह विध्यालय आज कला, संगीत, नृत्य और चित्रकला के अध्ययन-अध्यापन के लिए ‘विश्वभारती’ के नाम से प्रसिध्द है ।<br><br />
'''ई. जोड़कर लिखिए :'''<br><br />
1. नोबेल पुरस्कार गीतांजलि<br><br />
2. सन् 1908 साहित्य सम्मेलन के सभापति<br><br />
3. शांतिनिकेतन आदर्श विश्वविध्यालय<br><br />
4. सन् 1919 जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड<br><br />
5. सन् 1914 डी. लिट. की उपाधि<br><br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. रवींद्र जी साहित्यकार तथा कवि थे ।<br><br />
2. रवींद्र जी श्रेष्ठ चित्रकार भी थे ।<br><br />
3. सारे भारत में लोग उन्हें गुरुदेव कहने लगे ।<br><br />
4. 1913 में ‘गीतांजलि’ के लिए नोबेल मिला ।<br><br />
5. रवींद्र जी ने ‘गीतांजलि’ का अंग्रेजी में अनुवाद किया ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. उनका परिवार सांस्कृतिक नेतृत्व के लिए समस्त बंगाल में प्रसिध्द था।<br><br />
ಅವರ ಕುಟುಂಬ ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ನೇತೃತ್ವಕ್ಕಾಗಿ ಸಂಪೂರ್ಣ ಬಂಗಾಳದಲ್ಲಿ ಪ್ರಸಿದ್ದವಿತ್ತು.<br><br />
2. छोटी आयु में उन्होंने अपने पिता की संपदा का भार संभाला।<br><br />
ಚಿಕ್ಕ ವಯಸ್ಸಿನಲ್ಲಿಯೇ ಅವರು ತನ್ನ ತಂದೆಯ ಆಸ್ತಿಯ ಜವಾಬ್ದಾರಿಯನ್ನು ವಹಿಸಿಕೊಂಡರು.<br><br />
3. महात्माजी उनसे अत्यंत प्रभावित थे।<br><br />
ಮಹಾತ್ಮರು ಅವರಿಂದ ತುಂಬಾ ಪ್ರಭಾವಿತರಾಗಿದ್ದರು.<br><br />
4. हम यह कह सकते हैं कि रवींद्र जी का अंग्रेजी साहित्य में उच्च स्थान है।<br><br />
ಆಂಗ್ಲ ಸಾಹಿತ್ಯದಲ್ಲಿ ರವೀಂದ್ರರವರಿಗೆ ಉನ್ನತ ಸ್ಥಾನವಿದೆ ಎಂದು ನಾವು ಹೇಳಬಹುದು.<br><br />
5. ‘गीतांजलि’ का एक-एक गीत भावों से परिपूर्ण है।<br><br />
'ಗೀತಾಂಜಲಿಯ’ ಒಂದೊಂದು ಹಾಡುಗಳು ಭಾವಗಳಿಂದ ಪರಿಪೂರ್ಣವಾಗಿವೆ.<br><br />
<br />
'''ऋ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. विश्वविख्यात - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं ।<br><br />
2. आंदोलन - बीसवीं शताब्दी के आरंभ में रवींद्रनाथ ठाकुर बंगाल के राष्ट्रीय आंदोलन के नेता थे ।<br><br />
3. प्रतिनिधि - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं । <br><br />
4. सम्मान - सन् 1913 में गीतांजलि कृति के लिए रवींद्रनाथ ठाकुर को नोबेल पुरस्कार सम्मानित किया गया ।<br><br />
5. कौशल - शान्तिनिकेतन महाविध्यालय का आशय था कि युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । <br><br />
<br />
<br />
'''कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । '''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |पर्यायवाची शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |विलोमार्थक शब्द लिखिए : <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |अन्यलिंग रूप लिखिए :<br />
|-<br />
|1. आयु – उम्र||1. बड़ा X छोटा||1. कवि – कवयित्री<br />
|-<br />
|2. विपुल – बहुत ||2. प्रसिध्द X अप्रसिध्द ||2. लेखक – लेखिका <br />
|-<br />
|3. स्फूर्ति – उत्साह ||3. औपचारिक X अनौपचारिक ||3. युवक – युवती<br />
|-<br />
|4. संपदा – संपत्ति||4. आरंभ X अंत ||4. बालक - बालिका<br />
|-<br />
|5. गौरव - आदर||5. पूर्व X पश्चिम||5. मोर - मोरनी <br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | अन्य वचन रूप लिखिए : <br />
! scope="col" style="width: 120px;" | प्रथम प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
|-<br />
|1. परिवार - परिवार ||1. पढ़ना – पढ़ाना<br />
|-<br />
|2. घर - घर||2. लिखना – लिखाना<br />
|-<br />
|3. योजना - योजनाएँ||3. करना - कराना<br />
|-<br />
|4. कविता – कविताएँ ||4. उठना - उठाना<br />
|-<br />
|5. कहानी - कहानियाँ ||5. चलना - चलाना<br />
|-<br />
| 6. कला – कलाएँ <br />
|-<br />
|7. लोग - लोग<br />
|-<br />
|8. उपाधि - उपाधियाँ <br />
|-<br />
|9. पत्र – पत्र <br />
|-<br />
|10. उड़ान - उड़ानें <br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 280px;" |वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखिए :<br />
|-<br />
|1.कविता लिखनेवाला = कवि<br />
|-<br />
|2.निबंध लिखनेवाला = निबंधकार<br />
|-<br />
|3.लेख लिखनेवाला = लेखक<br />
|-<br />
|4.कहानी लिखनेवाला = कहानीकार<br />
|-<br />
|5.उपन्यास लिखनेवाला = उपन्यासकार<br />
|-<br />
| 6.शिकार करनेवाला = शिकारी<br />
|-<br />
|7.कपड़े धोनेवाला = धोबी<br />
|-<br />
|8.सब्जी बेचनेवाली = कुंजडिन<br />
|-<br />
|9.कपड़े बुननेवाला = जुलाहा<br />
|-<br />
|10.बहुत बोलनेवाला = वाचाल<br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0_(%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=26007रविंद्रनाथ ठाकुर (जीवनी)2016-12-21T04:53:03Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
<mm>[[ravindranath tagore1.mm|Flash]]</mm><br />
<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
'''रविंद्रनाथ ठाकुर'''<br />
<br />
रवीन्द्रनाथ ठाकुर (७ मई, १८६१ – ७ अगस्त, १९४१) को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। वे विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के एकमात्र नोबल पुरस्कार विजेता हैं। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा थे। वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं। वे एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं - भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बाँग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक का परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=SPqQ7-XuLeA}}<br />
<br />
{{#widget:YouTube|id=p8H9qv4Fs_E}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहा [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter02.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
रविंद्रनाथ ठाकुर और उनके लिखे गए कर्यो के बारे मे अधिक जानकारी प्राप्त करना। <br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - हर छात्र को रविंद्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखी कोई एक कहानी पुरे क्लास के सामने सुनाने को कहे।<br />
#समय - 5 - 10 मिनट<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि - हर छात्र को एक कहानी दी जाए जिसे वह घर से पधकर आएगा और क्लास कि सामने प्रस्तुत करेगा।<br />
#चर्चा सवाल - चात्रो से उनके अभिप्रय के बारे मे पूछ्ना।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
==मूल्यांकन==<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर किसके प्रतिनिधि माने जाते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि माने जाते थे ।<br><br />
2. महर्षि देवेंद्रनाथ कौन थे ?<br><br />
उत्तर : महर्षि देवेंद्रनाथ रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता थे ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में कहाँ प्रविष्ट हुए थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में प्रविष्ट हुए थे ।<br><br />
4. रवींद्रनाथ ठाकुर की शिक्षा के बारे में बताइए ।<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर की आरंभिक शिक्षा कान्वेंट स्कूल एवं उनके घर पर ही पूर्ण हुई ।<br><br />
तत्पश्चात् वे अपने जीवन के सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में <br />
प्रविष्ट हुए ।<br><br />
5. रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार कब और किस कृति के लिए मिला ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार 1919 में गीतांजलि कृति के लिए मिला ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता कौन थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता महर्षि देवेंद्रनाथ थे ।<br><br />
2. रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में कब प्रविष्ट हुए ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में सत्रह वर्ष की उम्र में प्रविष्ट हुए ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी को किस विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को कोलकत्ता विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ।<br><br />
4. रवींद्र जी को कौन ‘गुरुदेव’ कहते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को महात्मा गाँधीजी ‘गुरुदेव’ कहते थे ।<br><br />
5. रवींद्र जी का जन्म कब हुआ ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी का जन्म 7 मई 1861 में हुआ ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए ।'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ की उपाधि क्यों त्याग दी ?<br><br />
उत्तर : 1919में जलियाँवाला बाग के अमानुषिक हत्याकाण्ड से दुखित होकर रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ <br />
की उपाधि त्याग दी ।<br><br />
2. शांतिनिकेतन का आशय क्या था ?<br><br />
उत्तर : शांतिनिकेतन का आशय यह था कि युवक-युवतियों की औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ <br />
प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण करना ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ हैं – गीतांजलि, नैवेद्य, काबुलीवाला, सुभा, क्षुधित <br />
पाषाण, चित्रांगदा, डाकघर, राजा, घर और बाहर, गोरा, आँख की किरकिरी आदि । <br> <br />
4. रवींद्र जी ने किन-किन विषयों पर लेख लिखे हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी ने राजनीति, शिक्षा, धर्म, कला आदि विषयों पर लेख लिखे हैं ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी को कौन-कौन सी उपाधियाँ मिली हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को 1913 में गीतांजलि कृति के लिए ‘नोबेल पुरस्कार’ मिला । वह भारत तथा बंगाल के लिए गौरव का दिन था । उसी वर्ष उन्हें ‘सर’ की उपाधि दी गई । सन् 1914 में कोलकत्ता विश्वविधयाल ने उन्हें डी.लिट. की मानद उपाधि दी।<br> <br />
2. शिक्षा क्षेत्र को रवींद्रनाथ जी की देन क्या है ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी चाहते थे कि लोगों की प्रतिभा उनकी आजीविका का साधन भी बने इसलिए उन्होंने शांतिनिकेतन महाविध्यालय की स्थापना की जिसका आशय था कि औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । यह विध्यालय आज कला, संगीत, नृत्य और चित्रकला के अध्ययन-अध्यापन के लिए ‘विश्वभारती’ के नाम से प्रसिध्द है ।<br><br />
'''ई. जोड़कर लिखिए :'''<br><br />
1. नोबेल पुरस्कार गीतांजलि<br><br />
2. सन् 1908 साहित्य सम्मेलन के सभापति<br><br />
3. शांतिनिकेतन आदर्श विश्वविध्यालय<br><br />
4. सन् 1919 जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड<br><br />
5. सन् 1914 डी. लिट. की उपाधि<br><br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. रवींद्र जी साहित्यकार तथा कवि थे ।<br><br />
2. रवींद्र जी श्रेष्ठ चित्रकार भी थे ।<br><br />
3. सारे भारत में लोग उन्हें गुरुदेव कहने लगे ।<br><br />
4. 1913 में ‘गीतांजलि’ के लिए नोबेल मिला ।<br><br />
5. रवींद्र जी ने ‘गीतांजलि’ का अंग्रेजी में अनुवाद किया ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. उनका परिवार सांस्कृतिक नेतृत्व के लिए समस्त बंगाल में प्रसिध्द था।<br><br />
ಅವರ ಕುಟುಂಬ ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ನೇತೃತ್ವಕ್ಕಾಗಿ ಸಂಪೂರ್ಣ ಬಂಗಾಳದಲ್ಲಿ ಪ್ರಸಿದ್ದವಿತ್ತು.<br><br />
2. छोटी आयु में उन्होंने अपने पिता की संपदा का भार संभाला।<br><br />
ಚಿಕ್ಕ ವಯಸ್ಸಿನಲ್ಲಿಯೇ ಅವರು ತನ್ನ ತಂದೆಯ ಆಸ್ತಿಯ ಜವಾಬ್ದಾರಿಯನ್ನು ವಹಿಸಿಕೊಂಡರು.<br><br />
3. महात्माजी उनसे अत्यंत प्रभावित थे।<br><br />
ಮಹಾತ್ಮರು ಅವರಿಂದ ತುಂಬಾ ಪ್ರಭಾವಿತರಾಗಿದ್ದರು.<br><br />
4. हम यह कह सकते हैं कि रवींद्र जी का अंग्रेजी साहित्य में उच्च स्थान है।<br><br />
ಆಂಗ್ಲ ಸಾಹಿತ್ಯದಲ್ಲಿ ರವೀಂದ್ರರವರಿಗೆ ಉನ್ನತ ಸ್ಥಾನವಿದೆ ಎಂದು ನಾವು ಹೇಳಬಹುದು.<br><br />
5. ‘गीतांजलि’ का एक-एक गीत भावों से परिपूर्ण है।<br><br />
'ಗೀತಾಂಜಲಿಯ’ ಒಂದೊಂದು ಹಾಡುಗಳು ಭಾವಗಳಿಂದ ಪರಿಪೂರ್ಣವಾಗಿವೆ.<br><br />
<br />
'''ऋ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. विश्वविख्यात - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं ।<br><br />
2. आंदोलन - बीसवीं शताब्दी के आरंभ में रवींद्रनाथ ठाकुर बंगाल के राष्ट्रीय आंदोलन के नेता थे ।<br><br />
3. प्रतिनिधि - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं । <br><br />
4. सम्मान - सन् 1913 में गीतांजलि कृति के लिए रवींद्रनाथ ठाकुर को नोबेल पुरस्कार सम्मानित किया गया ।<br><br />
5. कौशल - शान्तिनिकेतन महाविध्यालय का आशय था कि युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । <br><br />
<br />
<br />
'''कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । '''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |पर्यायवाची शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |विलोमार्थक शब्द लिखिए : <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |अन्यलिंग रूप लिखिए :<br />
|-<br />
|1. आयु – उम्र||1. बड़ा X छोटा||1. कवि – कवयित्री<br />
|-<br />
|2. विपुल – बहुत ||2. प्रसिध्द X अप्रसिध्द ||2. लेखक – लेखिका <br />
|-<br />
|3. स्फूर्ति – उत्साह ||3. औपचारिक X अनौपचारिक ||3. युवक – युवती<br />
|-<br />
|4. संपदा – संपत्ति||4. आरंभ X अंत ||4. बालक - बालिका<br />
|-<br />
|5. गौरव - आदर||5. पूर्व X पश्चिम||5. मोर - मोरनी <br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | अन्य वचन रूप लिखिए : <br />
! scope="col" style="width: 120px;" | प्रथम प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
|-<br />
|1. परिवार - परिवार ||1. पढ़ना – पढ़ाना<br />
|-<br />
|2. घर - घर||2. लिखना – लिखाना<br />
|-<br />
|3. योजना - योजनाएँ||3. करना - कराना<br />
|-<br />
|4. कविता – कविताएँ ||4. उठना - उठाना<br />
|-<br />
|5. कहानी - कहानियाँ ||5. चलना - चलाना<br />
|-<br />
| 6. कला – कलाएँ <br />
|-<br />
|7. लोग - लोग<br />
|-<br />
|8. उपाधि - उपाधियाँ <br />
|-<br />
|9. पत्र – पत्र <br />
|-<br />
|10. उड़ान - उड़ानें <br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 300px;" |वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखिए :<br />
|-<br />
|1.कविता लिखनेवाला = कवि<br />
|-<br />
|2.निबंध लिखनेवाला = निबंधकार<br />
|-<br />
|3.लेख लिखनेवाला = लेखक<br />
|-<br />
|4.कहानी लिखनेवाला = कहानीकार<br />
|-<br />
|5.उपन्यास लिखनेवाला = उपन्यासकार<br />
|-<br />
| 6.शिकार करनेवाला = शिकारी<br />
|-<br />
|7.कपड़े धोनेवाला = धोबी<br />
|-<br />
|8.सब्जी बेचनेवाली = कुंजडिन<br />
|-<br />
|9.कपड़े बुननेवाला = जुलाहा<br />
|-<br />
|10.बहुत बोलनेवाला = वाचाल<br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0_(%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=26006रविंद्रनाथ ठाकुर (जीवनी)2016-12-21T04:52:05Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
<mm>[[ravindranath tagore1.mm|Flash]]</mm><br />
<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
'''रविंद्रनाथ ठाकुर'''<br />
<br />
रवीन्द्रनाथ ठाकुर (७ मई, १८६१ – ७ अगस्त, १९४१) को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। वे विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के एकमात्र नोबल पुरस्कार विजेता हैं। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा थे। वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं। वे एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं - भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बाँग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक का परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=SPqQ7-XuLeA}}<br />
<br />
{{#widget:YouTube|id=p8H9qv4Fs_E}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहा [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter02.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
रविंद्रनाथ ठाकुर और उनके लिखे गए कर्यो के बारे मे अधिक जानकारी प्राप्त करना। <br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - हर छात्र को रविंद्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखी कोई एक कहानी पुरे क्लास के सामने सुनाने को कहे।<br />
#समय - 5 - 10 मिनट<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि - हर छात्र को एक कहानी दी जाए जिसे वह घर से पधकर आएगा और क्लास कि सामने प्रस्तुत करेगा।<br />
#चर्चा सवाल - चात्रो से उनके अभिप्रय के बारे मे पूछ्ना।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
==मूल्यांकन==<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर किसके प्रतिनिधि माने जाते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि माने जाते थे ।<br><br />
2. महर्षि देवेंद्रनाथ कौन थे ?<br><br />
उत्तर : महर्षि देवेंद्रनाथ रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता थे ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में कहाँ प्रविष्ट हुए थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में प्रविष्ट हुए थे ।<br><br />
4. रवींद्रनाथ ठाकुर की शिक्षा के बारे में बताइए ।<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर की आरंभिक शिक्षा कान्वेंट स्कूल एवं उनके घर पर ही पूर्ण हुई ।<br><br />
तत्पश्चात् वे अपने जीवन के सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में <br />
प्रविष्ट हुए ।<br><br />
5. रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार कब और किस कृति के लिए मिला ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार 1919 में गीतांजलि कृति के लिए मिला ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता कौन थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता महर्षि देवेंद्रनाथ थे ।<br><br />
2. रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में कब प्रविष्ट हुए ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में सत्रह वर्ष की उम्र में प्रविष्ट हुए ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी को किस विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को कोलकत्ता विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ।<br><br />
4. रवींद्र जी को कौन ‘गुरुदेव’ कहते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को महात्मा गाँधीजी ‘गुरुदेव’ कहते थे ।<br><br />
5. रवींद्र जी का जन्म कब हुआ ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी का जन्म 7 मई 1861 में हुआ ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए ।'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ की उपाधि क्यों त्याग दी ?<br><br />
उत्तर : 1919में जलियाँवाला बाग के अमानुषिक हत्याकाण्ड से दुखित होकर रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ <br />
की उपाधि त्याग दी ।<br><br />
2. शांतिनिकेतन का आशय क्या था ?<br><br />
उत्तर : शांतिनिकेतन का आशय यह था कि युवक-युवतियों की औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ <br />
प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण करना ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ हैं – गीतांजलि, नैवेद्य, काबुलीवाला, सुभा, क्षुधित <br />
पाषाण, चित्रांगदा, डाकघर, राजा, घर और बाहर, गोरा, आँख की किरकिरी आदि । <br> <br />
4. रवींद्र जी ने किन-किन विषयों पर लेख लिखे हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी ने राजनीति, शिक्षा, धर्म, कला आदि विषयों पर लेख लिखे हैं ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी को कौन-कौन सी उपाधियाँ मिली हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को 1913 में गीतांजलि कृति के लिए ‘नोबेल पुरस्कार’ मिला । वह भारत तथा बंगाल के लिए गौरव का दिन था । उसी वर्ष उन्हें ‘सर’ की उपाधि दी गई । सन् 1914 में कोलकत्ता विश्वविधयाल ने उन्हें डी.लिट. की मानद उपाधि दी।<br> <br />
2. शिक्षा क्षेत्र को रवींद्रनाथ जी की देन क्या है ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी चाहते थे कि लोगों की प्रतिभा उनकी आजीविका का साधन भी बने इसलिए उन्होंने शांतिनिकेतन महाविध्यालय की स्थापना की जिसका आशय था कि औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । यह विध्यालय आज कला, संगीत, नृत्य और चित्रकला के अध्ययन-अध्यापन के लिए ‘विश्वभारती’ के नाम से प्रसिध्द है ।<br><br />
'''ई. जोड़कर लिखिए :'''<br><br />
1. नोबेल पुरस्कार गीतांजलि<br><br />
2. सन् 1908 साहित्य सम्मेलन के सभापति<br><br />
3. शांतिनिकेतन आदर्श विश्वविध्यालय<br><br />
4. सन् 1919 जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड<br><br />
5. सन् 1914 डी. लिट. की उपाधि<br><br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. रवींद्र जी साहित्यकार तथा कवि थे ।<br><br />
2. रवींद्र जी श्रेष्ठ चित्रकार भी थे ।<br><br />
3. सारे भारत में लोग उन्हें गुरुदेव कहने लगे ।<br><br />
4. 1913 में ‘गीतांजलि’ के लिए नोबेल मिला ।<br><br />
5. रवींद्र जी ने ‘गीतांजलि’ का अंग्रेजी में अनुवाद किया ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. उनका परिवार सांस्कृतिक नेतृत्व के लिए समस्त बंगाल में प्रसिध्द था।<br><br />
ಅವರ ಕುಟುಂಬ ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ನೇತೃತ್ವಕ್ಕಾಗಿ ಸಂಪೂರ್ಣ ಬಂಗಾಳದಲ್ಲಿ ಪ್ರಸಿದ್ದವಿತ್ತು.<br><br />
2. छोटी आयु में उन्होंने अपने पिता की संपदा का भार संभाला।<br><br />
ಚಿಕ್ಕ ವಯಸ್ಸಿನಲ್ಲಿಯೇ ಅವರು ತನ್ನ ತಂದೆಯ ಆಸ್ತಿಯ ಜವಾಬ್ದಾರಿಯನ್ನು ವಹಿಸಿಕೊಂಡರು.<br><br />
3. महात्माजी उनसे अत्यंत प्रभावित थे।<br><br />
ಮಹಾತ್ಮರು ಅವರಿಂದ ತುಂಬಾ ಪ್ರಭಾವಿತರಾಗಿದ್ದರು.<br><br />
4. हम यह कह सकते हैं कि रवींद्र जी का अंग्रेजी साहित्य में उच्च स्थान है।<br><br />
ಆಂಗ್ಲ ಸಾಹಿತ್ಯದಲ್ಲಿ ರವೀಂದ್ರರವರಿಗೆ ಉನ್ನತ ಸ್ಥಾನವಿದೆ ಎಂದು ನಾವು ಹೇಳಬಹುದು.<br><br />
5. ‘गीतांजलि’ का एक-एक गीत भावों से परिपूर्ण है।<br><br />
'ಗೀತಾಂಜಲಿಯ’ ಒಂದೊಂದು ಹಾಡುಗಳು ಭಾವಗಳಿಂದ ಪರಿಪೂರ್ಣವಾಗಿವೆ.<br><br />
<br />
'''ऋ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. विश्वविख्यात - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं ।<br><br />
2. आंदोलन - बीसवीं शताब्दी के आरंभ में रवींद्रनाथ ठाकुर बंगाल के राष्ट्रीय आंदोलन के नेता थे ।<br><br />
3. प्रतिनिधि - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं । <br><br />
4. सम्मान - सन् 1913 में गीतांजलि कृति के लिए रवींद्रनाथ ठाकुर को नोबेल पुरस्कार सम्मानित किया गया ।<br><br />
5. कौशल - शान्तिनिकेतन महाविध्यालय का आशय था कि युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । <br><br />
<br />
<br />
'''कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । '''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |पर्यायवाची शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |विलोमार्थक शब्द लिखिए : <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |अन्यलिंग रूप लिखिए :<br />
|-<br />
|1. आयु – उम्र||1. बड़ा X छोटा||1. कवि – कवयित्री<br />
|-<br />
|2. विपुल – बहुत ||2. प्रसिध्द X अप्रसिध्द ||2. लेखक – लेखिका <br />
|-<br />
|3. स्फूर्ति – उत्साह ||3. औपचारिक X अनौपचारिक ||3. युवक – युवती<br />
|-<br />
|4. संपदा – संपत्ति||4. आरंभ X अंत ||4. बालक - बालिका<br />
|-<br />
|5. गौरव - आदर||5. पूर्व X पश्चिम||5. मोर - मोरनी <br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | अन्य वचन रूप लिखिए : <br />
! scope="col" style="width: 120px;" | प्रथम प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
|-<br />
|1. परिवार - परिवार ||1. पढ़ना – पढ़ाना<br />
|-<br />
|2. घर - घर||2. लिखना – लिखाना<br />
|-<br />
|3. योजना - योजनाएँ||3. करना - कराना<br />
|-<br />
|4. कविता – कविताएँ ||4. उठना - उठाना<br />
|-<br />
|5. कहानी - कहानियाँ ||5. चलना - चलाना<br />
|-<br />
| 6. कला – कलाएँ <br />
|-<br />
|7. लोग - लोग<br />
|-<br />
|8. उपाधि - उपाधियाँ <br />
|-<br />
|9. पत्र – पत्र <br />
|-<br />
|10. उड़ान - उड़ानें <br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखिए :<br />
|-<br />
|1.कविता लिखनेवाला = कवि<br />
|-<br />
|2.निबंध लिखनेवाला = निबंधकार<br />
|-<br />
|3.लेख लिखनेवाला = लेखक<br />
|-<br />
|4.कहानी लिखनेवाला = कहानीकार<br />
|-<br />
|5.उपन्यास लिखनेवाला = उपन्यासकार<br />
|-<br />
| 6.शिकार करनेवाला = शिकारी<br />
|-<br />
|7.कपड़े धोनेवाला = धोबी<br />
|-<br />
|8.सब्जी बेचनेवाली = कुंजडिन<br />
|-<br />
|9.कपड़े बुननेवाला = जुलाहा<br />
|-<br />
|10.बहुत बोलनेवाला = वाचाल<br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%A4%E0%A5%80_(%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0)&diff=26004साहित्य सागरकामोती (साक्क्षत्कार)2016-12-21T04:37:30Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter15.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. डॉ. चंद्रशेखर कंबार जी का जन्म कहाँ हुआ था ?<br><br />
उत्तर :- डॉ. चंद्रशेखर कंबार जी का जन्म बेलगाँव जिले के हुक्केरी तालुक में स्थित घोडगेरी गाँव <br />
में हुआ था।<br><br />
2. घोडगेरी गाँव के लोगों का जीवन किस पर निर्भर था ?<br><br />
उत्तर :- घोडगेरी गाँव के लोगों का जीवन खेती पर निर्भर था।<br><br />
3. घोडगेरी गाँव किस नदी के तट पर है ?<br><br />
उत्तर :- घोडगेरी गाँव घटप्रभा नदी के तट पर है।<br><br />
4. डॉ. कंबार जी ने अमेरिका में कितने वर्षों तक काम किया ?<br><br />
उत्तर :- डॉ. कंबार जी ने अमेरिका में दो वर्षों तक काम किया।<br><br />
5. डॉ. कंबार जी कन्नड विश्वविद्यालय में किस ओहदे पर थे ?<br><br />
उत्तर :- डॉ. कंबार जी कन्नड विश्वविद्यालय में उपकुलपति के ओहदे पर थे।<br><br />
6. डॉ. कंबार जी को ज्ञानपीठ पुरस्कार किस वर्ष मिला ?<br><br />
उत्तर :- डॉ. कंबार जी को ज्ञानपीठ पुरस्कार 2010 में मिला ।<br><br />
7. डॉ. कंबार जी के लिए आदर्श कौन थे ?<br><br />
उत्तर :- डॉ. कंबार जी के लिए आदर्श उनके पिता थे।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. घोडगेरी कहाँ है ?<br><br />
उत्तर :- घोडगेरी बेलगाँव जिले के हुक्केरी तालुक में है।<br><br />
2. डॉ. कंबार जी को 2010 में कौन-सा पुरस्कार प्राप्त हुआ ?<br><br />
उत्तर :- डॉ. कंबार जी को 2010 में ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ।<br><br />
3. डॉ. कंबार जी का गाँव किस नदी के तट पर है ?<br><br />
उत्तर :- डॉ. कंबार जी का गाँव घटप्रभा नदी के तट पर है। <br><br />
4. डॉ. कंबार जी किन विषयों को मन लगाकर सुनते थे ?<br><br />
उत्तर :- डॉ. कंबार जी पौराणिक प्रसंगों को मन लगाकर सुनते थे।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. घोडगेरी में अगर कोई बीमार पड़ता तो उसे कहाँ ले जाना पड़ता था?<br><br />
उत्तर :- घोडगेरी में अगर कोई बीमार पड़ता तो उसे गोकाक ले जाना पड़ता था। परिवहन के साधन<br />
तथा अस्पताल की व्यवस्था न होने के कारण लोग नदी पर करके वहाँ जाते थे।<br><br />
2. डॉ. कंबार जी को लोक साहित्य में रूचि कैसे उत्पन्न हुई ? <br><br />
उत्तर :- जन्म से ही पौराणिक प्रसंगों को मन लगाकर सुनना तथा सामान्य जनता के जीवन में भी<br />
अधिक दिलचस्पी लेने के कारण, डॉ. कंबार जी को लोक साहित्य में रूचि उत्पन्न हुई ।<br><br />
3. डॉ. कंबार जी ने किन-किन संस्थाओं में सदस्य के तौर पर काम किया है ?<br><br />
उत्तर :- डॉ. कंबार विधानपरिषद के सदस्य, नैशनल स्कूल आँफ ड्रामा सोसायटी, नई दिल्ली में <br />
अध्यक्ष, कर्नाटक नाटक अकादमी, सहित्य अकादमि तथा संगीत अकादमी, नई दिल्ली के<br />
सदस्य के रूप में काम किया है।<br><br />
4. डॉ. कंबार जी को प्राप्त किन्हीं चार पुरस्कारों के नाम लिखिए।<br><br />
उत्तर :- पंप प्रशस्ति, मास्ति प्रशस्ति, कबीर सम्मन तथा ज्ञानपीठ पुरस्कार।<br />
5. राष्ट्रभाषा हिंदी के बारे में डॉ. कंबार जी के क्या विचार हैं ?<br><br />
उत्तर :- राष्ट्रभाषा हिंदी के बारे में डॉ. कंबार जी के विचार इस प्रकार है कि- हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा <br />
है। राष्ट्र में एकता लाने के लिए हिंदी भाषा अत्यंत उपयोगी है । आजकल यह संपर्क भाषा <br />
के रूप में प्रचलित है। हमें आपसी व्यवहार के लिए हिंदी सीखना जरूर है। <br><br />
<br />
'''इ. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br />
1. इस संसार में पुरुष भी सुंदर होता है ?<br><br />
उत्तर :- प्रस्तुत वाक्य को डॉ. कंबार जी को उनके पिता ने कहा।<br><br />
2. आप मुझे चने के झाड़ पर चढ़ा रहे हैं।<br><br />
उत्तर :- प्रस्तुत वाक्य को डॉ. कंबार जी ने सहित्य प्रेमी से कहा।<br><br />
3. जहाँ प्रतिभा की कली खिलती है वहाँ पुरस्कारों की महक फैली ही रहती है।<br><br />
उत्तर :- प्रस्तुत वाक्य को सहित्य प्रेमी ने डॉ. कंबार जी से कहा।<br><br />
<br />
'''ई. जोड़कर लिखिए :'''<br><br />
1. चने के झाड़ पर चढ़ाना झूठमूठ की प्रशंसा करना<br><br />
2. घाट-घाट का पानी पीना बहुत अनुभव पाना<br><br />
3. शुक्रिया अदा करना धन्यवाद देना<br><br />
4. नाक में दम करना अधिक तंग करना<br><br />
5. आँखों में धूल झोंकना धोखा देना<br><br />
<br />
<br />
'''उ. सही और गलत को सूचित किजिए :'''<br />
1. हुक्केरी बेलगावि जिले में है। सही<br><br />
2. डॉ. कंबार जी का गाँव कावेरी नदी के तट पर है। गलत<br><br />
3. शिकागो में अमेरिका विशवविद्यालय है। गलत<br><br />
4. डॉ. कंबार जी विधानपरिषद के सदस्य भी थे। सहि<br><br />
5. डॉ. कंबार जी के आदर्श उनके मित्र थे। गलत<br><br />
<br />
'''ऊ. उदाहरण के अनुसार विग्रह कर समास पहचानिए :'''<br />
1. भारत सरकार = भारत की सरकार - तत्पुरुष समास<br><br />
2. भरपेट = पेट भर - अव्ययीभाव समास<br><br />
3. नीलकमल = नीला है जो कमल – कर्मधारय समास<br><br />
4. राम-लक्षण = राम और लक्षण - द्वंद्व समास<br><br />
5. नवरात्री = नौ रातों का समूह – द्विगु समास<br><br />
6. वीणापाणी = वीणा है हाथ में जिसके – बहुव्रीहि समास<br><br />
<br />
<br />
'''ऋ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. डॉ. कंबार जी कन्नड नाटक तथा काव्य क्षेत्र के शिखरपुरुष हैं।<br><br />
ಡಾ. ಕಂಬಾರರವರು ಕನ್ನಡ ನಾಟಕ ಹಾಗೂ ಕಾವ್ಯ ಕ್ಷೇತ್ರದ ಶಿಖರಪುರುಷರಾಗಿದ್ದಾರೆ.<br><br />
2. मुझमें पढ़ाई की इच्छा तीव्र होने के कारण मैं गोकाक में पढ़ाई करने में कामयाब हुआ।<br><br />
ನನಗೆ ಓದಬೇಕೆಂಬ ಆಸಕ್ತಿ ಹೆಚ್ಚಾಗಿದ್ದ ಕಾರಣ ನಾನು ಗೋಕಾಕ್ನಲ್ಲಿ ವಿದ್ಯಾಭ್ಯಾಸ ಮಾಡುವದರಲ್ಲಿ ಯಶಸ್ವಿನಾದೆ.<br><br />
3. मैं शुरू से ही पौराणिक प्रसंगों को मन लगाकर सुनता था।<br><br />
ನಾನು ಪ್ರಾರಂಬದಿಂದಲೇ ಪೌರಾಣಿಕ ಪ್ರಸಂಗಗಳನ್ನು ಗಮನವಿಟ್ಟು ಕೇಳುತ್ತಿದ್ದೆ.<br><br />
4. हमें आपसी व्यवहार के लिए हिंदी सीखना ज़रूरी है।<br><br />
ನಮಗೆ ಪರಸ್ಪರ ವ್ಯವಹಾರಕ್ಕಾಗಿ ಹಿಂದಿ ಕಲಿಯುವ ಅಗತ್ಯವಿದೆ.<br><br />
5. मैं आपके प्रति अत्यंत आभारी हूँ।<br><br />
ನಾನು ತಮಗೆ ತುಂಬಾ ಆಭಾರಿಯಾಗಿದ್ದೇನೆ.<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%B0_-%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%AE_(%E0%A4%AA%E0%A4%A6)&diff=26003सूर -श्याम (पद)2016-12-21T04:32:37Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक का परीचय=<br />
सूरदास का नाम कृष्ण भक्ति की अजस्र धारा को प्रवाहित करने वाले भक्त कवियों में सर्वोपरि है। हिन्दी साहित्य में भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य उपासक और ब्रजभाषा के श्रेष्ठ कवि महात्मा सूरदास हिंदी साहित्य के सूर्य माने जाते हैं। हिंदी कविता कामिनी के इस कमनीय कांत ने हिंदी भाषा को समृद्ध करने में जो योगदान दिया है, वह अद्वितीय है। सूरदास हिन्दी साहित्य में भक्ति काल के सगुण भक्ति शाखा के कृष्ण-भक्ति उपशाखा के महान कवि हैं।<br />
<br />
सूरदास का जन्म १४७८ ईस्वी में रुनकता नामक गांव में हुआ। यह गाँव मथुरा-आगरा मार्ग के किनारे स्थित है। कुछ विद्वानों का मत है कि सूर का जन्म सीही [1] नामक ग्राम में एक निर्धन सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था। बाद में ये आगरा और मथुरा के बीच गऊघाट पर आकर रहने लगे थे। सूरदास के पिता रामदास गायक थे। सूरदास के जन्मांध होने के विषय में [2] मतभेद है। प्रारंभ में सूरदास आगरा के समीप गऊघाट पर रहते थे। वहीं उनकी भेंट श्री वल्लभाचार्य से हुई और वे उनके शिष्य बन गए। वल्लभाचार्य ने उनको पुष्टिमार्ग में दीक्षित कर के कृष्णलीला के पद गाने का आदेश दिया। सूरदास की मृत्यु गोवर्धन के निकट पारसौली ग्राम में १५८० ईस्वी में हुई।<br />
<br />
सौर्स: यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B8 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
<br />
सूरदास जी द्वारा लिखित पाँच ग्रन्थ बताए जाते हैं:<br />
<br />
(१) सूरसागर - जो सूरदास की प्रसिद्ध रचना है। जिसमें सवा लाख पद संग्रहित थे। किंतु अब सात-आठ हजार पद ही मिलते हैं।<br />
<br />
(२) सूरसारावली<br />
<br />
(३) साहित्य-लहरी - जिसमें उनके कूट पद संकलित हैं।<br />
<br />
(४) नल-दमयन्ती<br />
<br />
(५) ब्याहलो<br />
<br />
उपरोक्त में अन्तिम दो अप्राप्य हैं।<br />
<br />
नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा प्रकाशित हस्तलिखित पुस्तकों की विवरण तालिका में सूरदास के १६ ग्रन्थों का उल्लेख है। इनमें सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य लहरी, नल-दमयन्ती, ब्याहलो के अतिरिक्त दशमस्कंध टीका, नागलीला, भागवत्, गोवर्धन लीला, सूरपचीसी, सूरसागर सार, प्राणप्यारी, आदि ग्रन्थ सम्मिलित हैं। इनमें प्रारम्भ के तीन ग्रंथ ही महत्त्वपूर्ण समझे जाते हैं, साहित्य लहरी की प्राप्त प्रति में बहुत प्रक्षिप्तांश जुड़े हुए हैं।<br />
<br />
सूरसागर का मुख्य वर्ण्य विषय श्री कृष्ण की लीलाओं का गान रहा है।<br />
सूरसारावली में कवि ने कृष्ण विषयक जिन कथात्मक और सेवा परक पदो का गान किया उन्ही के सार रूप मैं उन्होने सारावली की रचना की।<br />
सहित्यलहरी मैं सूर के दृष्टिकूट पद संकलित हैं।<br />
<br />
<br />
सौर्स: यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B8 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=सारांश=<br />
सूरदास के दोहे पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter14.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
'''I. मौखिक प्रश्न:'''<br><br />
1. बालकृष्ण किससे शिकायत करता है ?<br><br />
उत्तर :- बालकृष्ण माता यशोदा से शिकायत करता है । <br><br />
2. बलराम के अनुसार किसे मोल लिया गया है ?<br><br />
उत्तर :- बलराम के अनुसार कृष्ण को मोल लिया गया है ।<br><br />
3. बालकृष्ण का रंग कैसा था ?<br><br />
उत्तर :- बालकृष्ण का रंग स्याम (काला) था ।<br><br />
4. बालकृष्ण अपनी माता से क्या-क्या शिकायतें करता है ?<br><br />
उत्तर :- बालकृष्ण अपनी माता से शिकायत करता है कि – “भाई मुझे बहुत चिढ़ाता है। वह <br />
कहता है कि तुम्हें यशोदा माँ ने जन्म नहीं दिया है बल्कि मोल लिया है। तुम्हारे माता-पिता<br />
कौन है? नंद और यशोदा तो गोरे हैं, लेकिन तुम्हारा शरीर क्यों काला है? माँ, तुमने केवल<br />
मुझे ही मारना सीखा है और भाई पर कभी गुस्सा नहीं करती।”<br><br />
5. यशोदा कृष्ण को किस प्रकार सांत्वना देती है ?<br><br />
उत्तर :- कृष्ण को सांत्वना देने के लिए यशोदा इस प्रकार कहती है – “हे कृष्ण ! सुनो । <br />
बलराम जन्म से ही चुगलखोर है। मैं गोधन की कसम खाकर कहती हूँ, मैं ही तेरी माता हूँ<br />
और तुम मेरे पुत्र हो।”<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न:'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. सूर-श्याम पद के रचियता कौन हैं?<br><br />
उत्तर :- सूर-श्याम पद के रचियता कवि सूरदास जी हैं।<br><br />
2. कृष्ण की शिकायत किसके प्रति है?<br><br />
उत्तर :- कृष्ण की शिकायत बड़े भाई बलराम के प्रति है।<br><br />
3. यशोदा और नंद का रंग कैसा था?<br><br />
उत्तर :- यशोदा और नंद का रंग गोरा था।<br><br />
4. चुटकी दे-देकर हँसनेवाले कौन थे?<br><br />
उत्तर :- चुटकी दे-देकर हँसनेवाले ग्वाल-बाल थे।<br><br />
5. यशोदा किसकी कसम खाती है?<br><br />
उत्तर :- यशोदा गोधन(गाय) की कसम खाती है।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. कृष्ण बलराम के साथ खेलने क्यों नहीं जाना चाहता?<br><br />
उत्तर :- बालकृष्ण अपनी माता से शिकायत करता है कि – दाऊ भैया मुझे बहुत चिढ़ाता है। वह <br />
कहता है कि तुम्हें यशोदा माँ ने जन्म नहीं दिया है बल्कि मोल लिया है। इसी गुस्से के<br />
कारण उसके साथ मैं खेलने नहीं जाना चाहता।<br><br />
2. बलराम कृष्ण के माता-पिता के बारे में क्या कहता है?<br><br />
उत्तर :- बलराम कृष्ण से बार-बार पूछता है कि तुम्हारे माता-पिता कौन हैं ? वह कहता है कि<br />
नंद और यशोदा तो गोरे हैं लेकिन तुम क्यों काले हो? इस प्रकार बलराम कृष्ण से कहता है।<br><br />
3. कृष्ण अपनी माता यशोदा के प्रति क्यों नाराज़ है?<br><br />
उत्तर :- कृष्ण अपनी माता यशोदा से इसलिए नाराज़ है कि वह केवल कृष्ण को ही मारती है<br />
और बड़े भाई बलराम को गुस्सा तक नहीं करती।<br><br />
4. यशोदा कृष्ण के क्रोध को कैसे शांत करती है?<br><br />
उत्तर :- यशोदा कृष्ण के क्रोध को शांत करने के लिए इस प्रकार कहती है – “हे कृष्ण ! सुनो । <br />
बलराम जन्म से ही चुगलखोर है। मैं गोधन की कसम खाकर कहती हूँ, मैं ही तेरी माता हूँ <br />
और तुम मेरे पुत्र हो।”<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए:'''<br><br />
1. सूर-श्याम पद का भावार्थ अपने शब्दों में लिखिए ।<br><br />
भावार्थ :- <br><br />
प्रस्तुत पद में बालकृष्ण अपनी माता से शिकायत करता है कि – “दाऊ भैया मुझे बहुत<br><br />
चिढ़ाता है। वह कहता है कि तुम्हें यशोदा माँ ने जन्म नहीं दिया है बल्कि मोल लिया है।<br><br />
इसी गुस्से के कारण उसके साथ मैं खेलने नहीं जाना चाहता। वह मुझे बार-बार पूछता है <br><br />
कि तुम्हारे माता-पिता कौन है? नंद और यशोदा तो गोरे हैं, लेकिन तुम्हारा शरीर क्यों <br><br />
काला है? यह सुनकर सब ग्वाल मित्र चुतकी बजा-बजाकर हँसते हैं। ऐस दाऊ भैया ने उन्हे<br><br />
सिखाया है। माँ, तुमने केवल मुझे ही मारना सीखा है और भाई पर कभी गुस्सा नहीं <br><br />
करती।” कृष्ण के क्रोध और उसकी बातों को सुनकर यशोदा खुश हो जाती है। कृष्ण के<br><br />
समाधान के लिए कहती है कि “हे कृष्ण ! सुनो । बलराम जन्म से ही चुगलखोर है। मैं <br><br />
गोधन की कसम खाकर कहती हूँ, मैं ही तेरी माता हूँ और तुम मेरे पुत्र हो।”<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%B0_-%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%AE_(%E0%A4%AA%E0%A4%A6)&diff=26002सूर -श्याम (पद)2016-12-21T04:32:07Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक का परीचय=<br />
सूरदास का नाम कृष्ण भक्ति की अजस्र धारा को प्रवाहित करने वाले भक्त कवियों में सर्वोपरि है। हिन्दी साहित्य में भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य उपासक और ब्रजभाषा के श्रेष्ठ कवि महात्मा सूरदास हिंदी साहित्य के सूर्य माने जाते हैं। हिंदी कविता कामिनी के इस कमनीय कांत ने हिंदी भाषा को समृद्ध करने में जो योगदान दिया है, वह अद्वितीय है। सूरदास हिन्दी साहित्य में भक्ति काल के सगुण भक्ति शाखा के कृष्ण-भक्ति उपशाखा के महान कवि हैं।<br />
<br />
सूरदास का जन्म १४७८ ईस्वी में रुनकता नामक गांव में हुआ। यह गाँव मथुरा-आगरा मार्ग के किनारे स्थित है। कुछ विद्वानों का मत है कि सूर का जन्म सीही [1] नामक ग्राम में एक निर्धन सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था। बाद में ये आगरा और मथुरा के बीच गऊघाट पर आकर रहने लगे थे। सूरदास के पिता रामदास गायक थे। सूरदास के जन्मांध होने के विषय में [2] मतभेद है। प्रारंभ में सूरदास आगरा के समीप गऊघाट पर रहते थे। वहीं उनकी भेंट श्री वल्लभाचार्य से हुई और वे उनके शिष्य बन गए। वल्लभाचार्य ने उनको पुष्टिमार्ग में दीक्षित कर के कृष्णलीला के पद गाने का आदेश दिया। सूरदास की मृत्यु गोवर्धन के निकट पारसौली ग्राम में १५८० ईस्वी में हुई।<br />
<br />
सौर्स: यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B8 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
<br />
सूरदास जी द्वारा लिखित पाँच ग्रन्थ बताए जाते हैं:<br />
<br />
(१) सूरसागर - जो सूरदास की प्रसिद्ध रचना है। जिसमें सवा लाख पद संग्रहित थे। किंतु अब सात-आठ हजार पद ही मिलते हैं।<br />
<br />
(२) सूरसारावली<br />
<br />
(३) साहित्य-लहरी - जिसमें उनके कूट पद संकलित हैं।<br />
<br />
(४) नल-दमयन्ती<br />
<br />
(५) ब्याहलो<br />
<br />
उपरोक्त में अन्तिम दो अप्राप्य हैं।<br />
<br />
नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा प्रकाशित हस्तलिखित पुस्तकों की विवरण तालिका में सूरदास के १६ ग्रन्थों का उल्लेख है। इनमें सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य लहरी, नल-दमयन्ती, ब्याहलो के अतिरिक्त दशमस्कंध टीका, नागलीला, भागवत्, गोवर्धन लीला, सूरपचीसी, सूरसागर सार, प्राणप्यारी, आदि ग्रन्थ सम्मिलित हैं। इनमें प्रारम्भ के तीन ग्रंथ ही महत्त्वपूर्ण समझे जाते हैं, साहित्य लहरी की प्राप्त प्रति में बहुत प्रक्षिप्तांश जुड़े हुए हैं।<br />
<br />
सूरसागर का मुख्य वर्ण्य विषय श्री कृष्ण की लीलाओं का गान रहा है।<br />
सूरसारावली में कवि ने कृष्ण विषयक जिन कथात्मक और सेवा परक पदो का गान किया उन्ही के सार रूप मैं उन्होने सारावली की रचना की।<br />
सहित्यलहरी मैं सूर के दृष्टिकूट पद संकलित हैं।<br />
<br />
<br />
सौर्स: यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B8 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=सारांश=<br />
सूरदास के दोहे पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter14.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न:'''<br><br />
1. बालकृष्ण किससे शिकायत करता है ?<br><br />
उत्तर :- बालकृष्ण माता यशोदा से शिकायत करता है । <br><br />
2. बलराम के अनुसार किसे मोल लिया गया है ?<br><br />
उत्तर :- बलराम के अनुसार कृष्ण को मोल लिया गया है ।<br><br />
3. बालकृष्ण का रंग कैसा था ?<br><br />
उत्तर :- बालकृष्ण का रंग स्याम (काला) था ।<br><br />
4. बालकृष्ण अपनी माता से क्या-क्या शिकायतें करता है ?<br><br />
उत्तर :- बालकृष्ण अपनी माता से शिकायत करता है कि – “भाई मुझे बहुत चिढ़ाता है। वह <br />
कहता है कि तुम्हें यशोदा माँ ने जन्म नहीं दिया है बल्कि मोल लिया है। तुम्हारे माता-पिता<br />
कौन है? नंद और यशोदा तो गोरे हैं, लेकिन तुम्हारा शरीर क्यों काला है? माँ, तुमने केवल<br />
मुझे ही मारना सीखा है और भाई पर कभी गुस्सा नहीं करती।”<br><br />
5. यशोदा कृष्ण को किस प्रकार सांत्वना देती है ?<br><br />
उत्तर :- कृष्ण को सांत्वना देने के लिए यशोदा इस प्रकार कहती है – “हे कृष्ण ! सुनो । <br />
बलराम जन्म से ही चुगलखोर है। मैं गोधन की कसम खाकर कहती हूँ, मैं ही तेरी माता हूँ<br />
और तुम मेरे पुत्र हो।”<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न:'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. सूर-श्याम पद के रचियता कौन हैं?<br><br />
उत्तर :- सूर-श्याम पद के रचियता कवि सूरदास जी हैं।<br><br />
2. कृष्ण की शिकायत किसके प्रति है?<br><br />
उत्तर :- कृष्ण की शिकायत बड़े भाई बलराम के प्रति है।<br><br />
3. यशोदा और नंद का रंग कैसा था?<br><br />
उत्तर :- यशोदा और नंद का रंग गोरा था।<br><br />
4. चुटकी दे-देकर हँसनेवाले कौन थे?<br><br />
उत्तर :- चुटकी दे-देकर हँसनेवाले ग्वाल-बाल थे।<br><br />
5. यशोदा किसकी कसम खाती है?<br><br />
उत्तर :- यशोदा गोधन(गाय) की कसम खाती है।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. कृष्ण बलराम के साथ खेलने क्यों नहीं जाना चाहता?<br><br />
उत्तर :- बालकृष्ण अपनी माता से शिकायत करता है कि – दाऊ भैया मुझे बहुत चिढ़ाता है। वह <br />
कहता है कि तुम्हें यशोदा माँ ने जन्म नहीं दिया है बल्कि मोल लिया है। इसी गुस्से के<br />
कारण उसके साथ मैं खेलने नहीं जाना चाहता।<br><br />
2. बलराम कृष्ण के माता-पिता के बारे में क्या कहता है?<br><br />
उत्तर :- बलराम कृष्ण से बार-बार पूछता है कि तुम्हारे माता-पिता कौन हैं ? वह कहता है कि<br />
नंद और यशोदा तो गोरे हैं लेकिन तुम क्यों काले हो? इस प्रकार बलराम कृष्ण से कहता है।<br><br />
3. कृष्ण अपनी माता यशोदा के प्रति क्यों नाराज़ है?<br><br />
उत्तर :- कृष्ण अपनी माता यशोदा से इसलिए नाराज़ है कि वह केवल कृष्ण को ही मारती है<br />
और बड़े भाई बलराम को गुस्सा तक नहीं करती।<br><br />
4. यशोदा कृष्ण के क्रोध को कैसे शांत करती है?<br><br />
उत्तर :- यशोदा कृष्ण के क्रोध को शांत करने के लिए इस प्रकार कहती है – “हे कृष्ण ! सुनो । <br />
बलराम जन्म से ही चुगलखोर है। मैं गोधन की कसम खाकर कहती हूँ, मैं ही तेरी माता हूँ <br />
और तुम मेरे पुत्र हो।”<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए:'''<br><br />
1. सूर-श्याम पद का भावार्थ अपने शब्दों में लिखिए ।<br><br />
भावार्थ :- <br><br />
प्रस्तुत पद में बालकृष्ण अपनी माता से शिकायत करता है कि – “दाऊ भैया मुझे बहुत<br><br />
चिढ़ाता है। वह कहता है कि तुम्हें यशोदा माँ ने जन्म नहीं दिया है बल्कि मोल लिया है।<br><br />
इसी गुस्से के कारण उसके साथ मैं खेलने नहीं जाना चाहता। वह मुझे बार-बार पूछता है <br><br />
कि तुम्हारे माता-पिता कौन है? नंद और यशोदा तो गोरे हैं, लेकिन तुम्हारा शरीर क्यों <br><br />
काला है? यह सुनकर सब ग्वाल मित्र चुतकी बजा-बजाकर हँसते हैं। ऐस दाऊ भैया ने उन्हे<br><br />
सिखाया है। माँ, तुमने केवल मुझे ही मारना सीखा है और भाई पर कभी गुस्सा नहीं <br><br />
करती।” कृष्ण के क्रोध और उसकी बातों को सुनकर यशोदा खुश हो जाती है। कृष्ण के<br><br />
समाधान के लिए कहती है कि “हे कृष्ण ! सुनो । बलराम जन्म से ही चुगलखोर है। मैं <br><br />
गोधन की कसम खाकर कहती हूँ, मैं ही तेरी माता हूँ और तुम मेरे पुत्र हो।”<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%A4%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A4%B8%E0%A5%80_%E0%A4%95%E0%A5%87%E0%A4%A6%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A5%87&diff=26001तुलसी केदोहे2016-12-21T04:28:43Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
गोस्वामी तुलसीदास [१४९७ - १६२३] एक महान कवि थे। उनका जन्म राजापुर क़स्बे (वर्तमान चित्रकूट जिला) उत्तर प्रदेश में हुआ था। कुछ विद्वान् आपका जन्म सम्वत्- 1568 विक्रमी में सोरों शूकरक्षेत्र में हुआ मानते हैं। अपने जीवनकाल में उन्होंने १२ ग्रन्थ लिखे। उन्हें संस्कृत विद्वान होने के साथ ही हिन्दी भाषा के प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ठ कवियों में एक माना जाता है। उनको मूल आदि काव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि का अवतार भी माना जाता है। श्रीरामचरितमानस वाल्मीकि रामायण का प्रकारान्तर से ऐसा अवधी भाषान्तर है जिसमें अन्य भी कई कृतियों से महत्वपूर्ण सामग्री समाहित की गयी थी। रामचरितमानस को समस्त उत्तर भारत में बड़े भक्तिभाव से पढ़ा जाता है। इसके बाद विनय पत्रिका उनका एक अन्य महत्वपूर्ण काव्य है। त्रेता युग के ऐतिहासिक राम-रावण युद्ध पर आधारित उनके प्रबन्ध काव्य रामचरितमानस को विश्व के १०० सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय काव्यों में ४६वाँ स्थान दिया गया।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%A4%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A4%B8%E0%A5%80%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B8 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
तुलसीदास के दोहे पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter13.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न:'''<br><br />
1. तुलसीदास मुख को क्या मानते हैं ?<br><br />
उत्तर :- तुलसीदास मुख को मुखिया मानते हैं ।<br><br />
2. मुखिया को किसके समान रहना चाहिए ?<br><br />
उत्तर :- मुखिया को मुँह के समान रहना चाहिए ।<br><br />
3. हंस का गुण कैसा होता है ?<br><br />
उत्तर :- हंस पानी को छोडकर सिर्फ दूध को अपनाता है ।<br><br />
4. मुख किसका पालन-पोषण करता है ?<br><br />
उत्तर :- मुख शरीर के सारे अंगों का पालन-पोषण करता है ।<br><br />
5. दया किसका मूल है ?<br><br />
उत्तर :- दया धर्म का मूल है ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न:'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. तुलसीदास किस शाखा के कवि हैं ?<br><br />
उत्तर :- तुलसीदास रामभक्ति शाखा के कवि हैं ।<br><br />
2. तुलसीदास के माता-पिता का नाम क्या था ?<br><br />
उत्तर :- तुलसीदास के पिता का नाम आत्माराम और माता का नाम हुलसी था ।<br><br />
3. तुलसीदास के बचपन का नाम क्या था ?<br><br />
उत्तर :- तुलसीदास के बचपन का नाम रामबोला था ।<br><br />
4. पाप का मूल क्या है ?<br><br />
उत्तर :- पाप का मूल अभिमान है ।<br><br />
5. तुलसीदास के अनुसार विपत्ति के साथी कौन हैं ?<br><br />
उत्तर :- तुलसीदास के अनुसार विपत्ति के साथी विध्या, विनय और विवेक हैं ।<br><br />
<br />
<br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए:'''<br><br />
1. मुखिया को मुख के समान होना चाहिए। कैसे?<br><br />
उत्तर :- जिस प्रकार मुँह खाने-पीने का काम अकेला करता है और उससे ही शरीर के सारे<br />
अंगों का पालन-पोषण होता है। उसी प्रकार मुखिया को विवेकवान होकर सबके हित <br />
में काम करना चाहिए ।<br><br />
2. मनुष्य को हंस की तरह क्या करना चाहिए ?<br><br />
उत्तर :- जैसे हंस पानी को त्याग कर दूध को स्वीकार लेता है। उसी प्रकार मनुष्य को भी <br />
संसार में निहित दोषों एवं विकारों को छोडकर दूध रुपी अच्छे गुणों को अपनाना चाहिए ।<br><br />
3. मनुष्य के जीवन में प्रकाश कब फैलता है ?<br><br />
उत्तर :- राम नाम को जपने से मानव की आंतरिक और बाह्य शुध्दि होती है, ऐसे करने से<br />
मनुष्य के जीवन में चारों ओर प्रकाश फैलता है ।<br><br />
<br />
'''इ. भावार्थ लिखिए:'''<br><br />
1. मुखिया मुख सों चाहिए, खान पान को एक ।<br><br />
पालै पोसै सकल अँग, तुलसी सहित विवेक ॥<br><br />
भावार्थ :- <br><br />
तुलसीदास मुख और मुखिया के स्वभाव की समानता बताते हुए कहते हैं कि जिस प्रकार मुँह<br />
खाने-पीने का काम अकेला करता है और उससे ही शरीर के सारे अंगों का पालन-पोषण होता<br />
है। उसी प्रकार मुखिया को विवेकवान होकर सबके हित में काम करना चाहिए ।<br><br />
<br />
2. तुलसी साथी विपत्ति के विध्या विनय विवेक ।<br><br />
साहस सुकृति सुसत्यव्रत राम भरोसो एक ॥<br><br />
भावार्थ :- <br><br />
प्रस्तुत दोहे में तुलसीदास कहते हैं कि जब मनुष्य पर संकट आता है तो तब विद्या, विनय <br />
और विवेक ही उसका साथ निभाते हैं। जो व्यक्ति राम पर भरोसा करता है, वह साहसी, <br />
सत्यव्रती और सुकृतवान बनता है।<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%AE%E0%A5%80%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A4%BE_(%E0%A4%B5%E0%A4%AF%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BF_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A4%AF)&diff=26000वुक्ष प्रेमीतिम्मक्का (वय्क्ति परिचय)2016-12-21T04:25:24Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=yLsePFvGXrQ}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter12.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br />
1. तिम्मक्का जी किस क्षेत्र में एक मिसाल हैं ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का जी समाज-सेवा के क्षेत्र में एक मिसाल हैं।<br> <br />
2. तिम्मक्का के माता-पिता का नाम क्या था ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का के पिता का नाम चिक्करंगय्या और माता का नाम विजयम्मा था।<br><br />
3. तिम्मक्का और चिक्कय्या ने क्या निश्चय किया ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का और चिक्कय्या ने अपने आप को किसी धर्म-कार्य में लगाने का <br />
निश्चय किया ।<br><br />
4. कर्नाटक सरकार ने किस कार्य का बीड़ा उठाया है ?<br><br />
उत्तर:- कर्नाटक सरकार ने तिम्मक्का द्वारा लगाए गए पेड़ों की रक्षा करने का बीड़ा उठाया है।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. गुब्बी तालुका (तहसील) किस जिले में स्थित है ?<br><br />
उत्तर :- गुब्बी तालुका (तहसील) तुमकूर जिले में स्थित है।<br><br />
2. तिम्मक्का के माँ-बाप अपना पेट कैसे पालते थे ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का के माँ-बाप अपना पेट मेहनत-मजदूरी करते हुए पालते थे।<br><br />
3. चिक्कय्या क्या काम करते थे ?<br><br />
उत्तर :- चिक्कय्या रोज़ दूसरों के खेत में पसीना बहाकर काम करते थे।<br><br />
4. एक दिन चिक्कय्या और तिम्मक्का ने मजदूरी नहीं की तो परिणाम क्या होता था ?<br><br />
उत्तर :- एक दिन चिक्कय्या और तिम्मक्का ने मजदूरी नहीं की तो उन्हें भूखे रहना<br />
पड़ता था।<br><br />
5. जानवरों के लिए तिम्मक्का दंपति ने क्या ईंतज़ाम किया ?<br><br />
उत्तर :- जानवरों के लिए तिम्मक्का दंपति ने पीने के पानी का ईंतज़ाम किया।<br><br />
6. तिम्मक्का दंपति ने बरगद के डाल कहाँ लगाये ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का दंपति ने बरगद के डाल हुलिकल और कुदूर के बीच के चार कि.मी. रास्ते<br />
के दोनो ओर लगाये।<br><br />
7. पर्यावरण संरक्षण के साथ तिम्मक्का और कौन-सा काम कर रही हैं ?<br><br />
उत्तर :- पर्यावरण संरक्षण के साथ तिम्मक्का अन्य सामाजिक कार्य भी कर रही हैं।<br><br />
8. तिम्मक्का दीन-दलितों की सेवा के लिए क्या समर्पित कर रही हैं ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का दीन-दलितों की सेवा के लिए अपने पुरस्कार की धनराशि को समर्पित<br />
कर रही है।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. तिम्मक्का दंपति किस प्रकार के धर्म-कार्य में लग गये ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का दंपति के गाँव के पास श्रीरंगस्वामी का मंदिर था, जहाँ हर साल मेला लगता था।<br />
वहाँ आनेवाले जानवरों के लिए उन्होंने पीने के पानी का ईंतज़ाम करते हुए धर्म-कार्य में<br />
लग गये ।<br><br />
<br />
2. तिम्मक्का ने बरगद के डालों को कैसे पाला-पोसा ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का ने बरगद के डालों को लगाकर उन्हें पानी दिया। उन पेड़ों की भेड़-बकरियों से<br />
रक्षा करते हुए अपने बच्चों की तरह प्रेम से पाला-पोसा ।<br><br />
<br />
3. तिम्मक्का के जीवन में कैसी मुसीबत आ गई ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का के पति की तबीयत खराब हो गई। चिक्कय्या को भीख माँगने की स्थिति<br />
आ गई। उन्हें कभी पैसे मिलते तो कभी गालियाँ सुननी पडती थी। ऐसी हालत में <br />
चिक्कय्या चल बसे। तिम्मक्का अब अकेली पड गई।<br><br />
<br />
4. तिम्मक्का ने क्या संकल्प किया है ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का ने अपने पति की याद में हुलिकल ग्राम में गरीबों की नि:शुल्क चिकित्सा<br />
के लिए एक अस्पताल के निर्माण कराने का संक्ल्प किया है।<br><br />
<br />
'''इ. चार-पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. बच्चे को गोद लेने के कारण तिम्मक्का दंपति को दुख भोगना पड़ा। क्यों ?<br><br />
उत्तर :- तिम्माक्का नि:संतान थी। अंत में उन्होंने एक बच्चे को गोदलिया। दत्तक पुत्र के सगे <br />
माँ-बाप को लोगों की कटु निंदा सुननी पड़ी। उन्होंने अपने बेटे को वापस ले लिया। अपना<br />
दत्तक पुत्र खोकर तिम्मक्का दंपति को दुख हुआ।<br><br />
<br />
2. पर्यावरण संरक्षण में तिम्मक्का का क्या योगदान है ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का ने हुलिकल और कुदूर के बीच के चार कि.मी. रास्ते के दोनो ओर बरगद के डाल<br />
लगाये और उन्हें पानी दिया। पहले साल दस, दूसरे साल पंद्रह, तीसरे साल नब्बे पेड़<br />
लगाकर उनकी भेड़-बकरियों से रक्षा करते हुए अपने बच्चों की तरह प्रेम सेपाला-पोसा । <br />
यह काम निरंतर दस सालों तक चलता रहा। आज वे पेड राहगीरों को छाया और पक्षियों को<br />
आश्रय दे रहे हैं। इस प्रकार तिम्मक्का जी ने पर्यावरण संरक्षण में अपना सारा जीवन बिता<br />
दिया है।<br><br />
<br />
3. तिम्मक्का को किन-किन पुरस्कारों से अलंकृत किया गया है ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का को नाडोजा पुरस्कार, राष्ट्रीय नागरिक पुरस्कार, इंदिरा प्रियदर्शिनी वृक्ष मित्र, <br />
वीर चक्र, कर्नाटक कल्पवल्ली, वनरानी, वृक्षमाता, वनसिरिरत्न, ग्रीन चाम्पियन पुरस्कार,<br />
गाड़ फ्री फिलिप्स धैर्य पुरस्कार, विशालाक्षी पुरस्कार, डा. कारंत पुरस्कार, कर्नाटक सरकार के<br />
महिला और शिशु कल्याण के विभाग के द्वारा सम्मान पत्र आदि पुरस्कारों से अलंकृत किया<br />
गया है।<br><br />
<br />
4. ‘तिम्मक्का एक आदर्श व्यक्तित्व है।’ कैसे ?<br><br />
उत्तर :- ग्रामिण प्रदेश के गरीब परिवार में जन्म लेकर, शिक्षा से अनपढ़ महिला होकर, सरकारी<br />
संसाधनों के अभाव में भी तिम्मक्का निष्टा व श्रध्दा से पर्यावरण की रक्षा और सामाजिक<br />
सेवा-कार्य करती है। अपने जीवन में दर्द और तकलीफ उठाने के बावजूद सार्थक कार्य<br />
करनेवाली तिम्मक्का का व्यक्तित्व हम सबके लिए अनुकरणीय एवं आदर्श है।<br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. तिम्मक्का का जन्म कक्केनहल्ली गाँव में हुआ था।<br><br />
2. तिम्मक्का के माँ-बाप मेहनत-मज़जदूरी करते हुए अपना पेट पालते थे।<br><br />
3. तिम्मक्का के पति का नाम चिक्कय्या था।<br><br />
4. उनके गाँव के पास श्रीरंगस्वामी का मंदिर था।<br><br />
5. तिम्मक्का ने पेड़ों की भेड़-बकरियों से रक्षा करने की व्यवस्था की।<br><br />
<br />
'''उ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. मिसाल – तिम्मक्का समाज-सेवा के क्षेत्र में ह्म सब के लिए एक मिसाल हैं।<br><br />
2. मेहनत-मज़जदूरी – तिम्मक्का और उनके पति मेहनत-मज़दूरी से अपना पेट पालते थे।<br><br />
3. पसीना बहाना - तिम्मक्का और उनके पति पसीना बहाकर दूसरों के खेत में काम किया करते थे।<br><br />
4. धर्म-कार्य - धर्मस्थल के धर्माधिकारी वीरेंद्र हेग्गडे जी अपना सारा जीवन धर्म-कार्य सेवा के लिए अर्पण कर रहे हैं।<br><br />
5. तबीयत - तिम्मका के पति चिक्कय्या जी की तबीयत खराब होने के कारण उनकीमृत्यु हो गयी।<br><br />
6. मुसीबत - मुसीबत में सहयोग देनेवाला ही सच्चा मित्र है।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. अपना दत्तक पुत्र खोकर तिम्मक्का बहुत दु:खी हुई।<br><br />
ತನ್ನ ದತ್ತು ಪುತ್ರನನ್ನು ಕಳೆದುಕೊಂಡು ತಿಮ್ಮಕ್ಕ ಬಹಳ ದು:ಖಿತಳಾದಳು.<br><br />
2. उन्हें अपने बच्चों की तरह प्रेम से पाला-पोसा।<br><br />
ಅವುಗಳನ್ನು ತನ್ನ ಮಕ್ಕಳಂತೆ ಪ್ರೀತಿಯಿಂದ ಸಾಕಿ ಬೆಳೆಸಿದಳು.<br><br />
3. तिम्मक्का के जीवन में मुसीबत की घड़ियाँ शुरू हुईं।<br><br />
ತಿಮ್ಮಕ್ಕನ ಜೀವನದಲ್ಲಿ ತೊಂದರೆಗಳ ಕಾಲ ಪ್ರಾರಂಭವಾಯಿತು.<br><br />
4. तिम्मक्का ने अब तक सैकड़ों पेड़ लगाये हैं।<br><br />
ತಿಮ್ಮಕ್ಕ ಇಲ್ಲಿಯವರೆಗೆ ಸೂಮಾರು ಮರಗಳನ್ನು ನೆಟ್ಟಿದ್ದಾಳೆ.<br><br />
5. पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ तिम्मक्का सामाजिक कार्य भी कर रही हैं।<br><br />
ಪರಿಸರ ಸಂರಕ್ಷಣೆಯೊಂದಿಗೆ ತಿಮ್ಮಕ್ಕ ಸಮಾಜಿಕ ಕಾರ್ಯಗಳು ಕೆಲಸಗಳನ್ನು ಸಹ ಮಾಡುತಿದ್ದಾರೆ.<br><br />
<br />
'''ऋ. पर्यायवाची शब्द लिखिए :'''<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
|1. हिम्मत||धीरज||धैर्य<br />
|-<br />
|2. पानी||जल||वारि <br />
|-<br />
|3. पेड़||वृक्ष||द्विगु समास।<br />
|-<br />
|4. पक्षी||पखेरु||खग<br />
|-<br />
|5. महिला||स्त्री||नारी<br />
|-<br />
|6. तबीयत||स्वास्थ||सेहत<br />
|}<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ए. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ओ. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
|-<br />
|1. जन्म x मरण||1. व्यवस्था – व्यवस्थाएँ||1. पति - पत्नि<br />
|-<br />
| 2. आसान x कठिन||2. सेवा - सेवाएँ||2. पिता - माता<br />
|-<br />
|3. गरीब x अमीर||3. पक्षी - पक्षी ||3. माँ - बाप<br />
|-<br />
|4. अपना x पराया||4. बच्चा - बच्चे||4. महिला – पुरुष<br />
|-<br />
|5. छोटे x बड़े||5. घर - घर||5. आदमी - औरत<br />
|}<br />
<br />
औ. प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया रूप लिखिए :<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
|1. करना - कराना<br />
|-<br />
|2. चलना - चलाना<br />
|-<br />
|3. बनना - बनाना<br />
|-<br />
|4. उठना - उठाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
'''क. सार्थक वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. चिक्करंगय्या पिता विजयम्मा माता थे उनके और।<br><br />
उनके पिता चिक्करंगय्या और माता विजयम्मा थे।<br><br />
2. एक थी तिम्मक्का से में छ: संतानों इनकी।<br><br />
तिम्मक्का इनकी छ: संतानों में से एक थी।<br><br />
3. मुसीबत की घड़ियाँ जीवन में तिम्मक्का के शुरू हुईं।<br><br />
तिम्मक्का के जीवन में मुसीबत की घड़ियाँ शुरू हुईं।<br><br />
<br />
'''ख. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए:'''<br><br />
1. जो पति-पत्नी हो - दंपति<br><br />
2. जिसकी कोई संतान न हो – निस्संतान<br><br />
3. राह पर चलनेवाला - राहगीर<br><br />
4. जो पढ़ा-लिखा न हो - अनपढ़ <br><br />
<br />
'''ग. जोड़कर लिखिए :'''<br />
1. फूला न समाना - अत्यंत प्रसन्न होना<br><br />
2. घोड़े बेचकर सोना - निश्चिंत रहना<br><br />
3. उँगली पर नचाना - वश में रखना<br><br />
4. आँखे खुलना - होश आना<br><br />
5. आग बबूला होना - अत्यंत क्रोधित होना<br><br />
<br />
<br />
'''घ. तिम्मक्का के जीवन के घटना-क्रमानुसार वाक्य लिखिए:'''<br />
1. जानवरों के लिए उन्होंने पीने के पानी का इंतज़ाम किया।<br><br />
2. तिम्मक्का के जीवन में मुसीबत की घड़ियाँ शुरू हुईं।<br><br />
3. तिम्मक्का के पति का नाम बिक्कला चिक्कय्या था।<br><br />
4. पेड़ों की भेड़-बकरियों से रक्षा करने की व्यवस्था की।<br><br />
5. पर्यावरण-संरक्षण के साथ-साथ तिम्मक्का अन्य सामाजिक कार्य भी कर रही हैं।<br><br />
<br />
'''घटना-क्रमानुसार वाक्य :'''<br />
1. तिम्मक्का के पति का नाम बिक्कला चिक्कय्या था।<br><br />
2. जानवरों के लिए उन्होंने पीने के पानी का इंतज़ाम किया।<br><br />
3. पेड़ों की भेड़-बकरियों से रक्षा करने की व्यवस्था की।<br><br />
4. तिम्मक्का के जीवन में मुसीबत की घड़ियाँ शुरू हुईं।<br><br />
5. पर्यावरण-संरक्षण के साथ-साथ तिम्मक्का अन्य सामाजिक कार्य भी कर रही हैं।<br><br />
<br />
'''च. रेखांकित कारकों के नाम लिखिए :'''<br />
1. तिम्मक्का का नाम आज कर्नाटक के कोने-कोने में व्याप्त है। - संबंध कारक<br><br />
2. वे दूसरों के खेत में पसीना बहाकर, काम किया करते थे। - संबंध तथा अधिकरण कारक<br><br />
3. दत्तक पुत्र के सगे माँ-बाप को निंदा सुननी पड़ी। - कर्म कारक<br><br />
4. गाँव के पास ही श्रीरंगस्वामी का मंदिर था। - संबंध कारक <br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%AE%E0%A5%80%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A4%BE_(%E0%A4%B5%E0%A4%AF%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BF_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9A%E0%A4%AF)&diff=25999वुक्ष प्रेमीतिम्मक्का (वय्क्ति परिचय)2016-12-21T04:23:15Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=yLsePFvGXrQ}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter12.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br />
1. तिम्मक्का जी किस क्षेत्र में एक मिसाल हैं ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का जी समाज-सेवा के क्षेत्र में एक मिसाल हैं।<br> <br />
2. तिम्मक्का के माता-पिता का नाम क्या था ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का के पिता का नाम चिक्करंगय्या और माता का नाम विजयम्मा था।<br><br />
3. तिम्मक्का और चिक्कय्या ने क्या निश्चय किया ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का और चिक्कय्या ने अपने आप को किसी धर्म-कार्य में लगाने का <br />
निश्चय किया ।<br><br />
4. कर्नाटक सरकार ने किस कार्य का बीड़ा उठाया है ?<br><br />
उत्तर:- कर्नाटक सरकार ने तिम्मक्का द्वारा लगाए गए पेड़ों की रक्षा करने का बीड़ा उठाया है।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. गुब्बी तालुका (तहसील) किस जिले में स्थित है ?<br><br />
उत्तर :- गुब्बी तालुका (तहसील) तुमकूर जिले में स्थित है।<br><br />
2. तिम्मक्का के माँ-बाप अपना पेट कैसे पालते थे ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का के माँ-बाप अपना पेट मेहनत-मजदूरी करते हुए पालते थे।<br><br />
3. चिक्कय्या क्या काम करते थे ?<br><br />
उत्तर :- चिक्कय्या रोज़ दूसरों के खेत में पसीना बहाकर काम करते थे।<br><br />
4. एक दिन चिक्कय्या और तिम्मक्का ने मजदूरी नहीं की तो परिणाम क्या होता था ?<br><br />
उत्तर :- एक दिन चिक्कय्या और तिम्मक्का ने मजदूरी नहीं की तो उन्हें भूखे रहना<br />
पड़ता था।<br><br />
5. जानवरों के लिए तिम्मक्का दंपति ने क्या ईंतज़ाम किया ?<br><br />
उत्तर :- जानवरों के लिए तिम्मक्का दंपति ने पीने के पानी का ईंतज़ाम किया।<br><br />
6. तिम्मक्का दंपति ने बरगद के डाल कहाँ लगाये ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का दंपति ने बरगद के डाल हुलिकल और कुदूर के बीच के चार कि.मी. रास्ते<br />
के दोनो ओर लगाये।<br><br />
7. पर्यावरण संरक्षण के साथ तिम्मक्का और कौन-सा काम कर रही हैं ?<br><br />
उत्तर :- पर्यावरण संरक्षण के साथ तिम्मक्का अन्य सामाजिक कार्य भी कर रही हैं।<br><br />
8. तिम्मक्का दीन-दलितों की सेवा के लिए क्या समर्पित कर रही हैं ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का दीन-दलितों की सेवा के लिए अपने पुरस्कार की धनराशि को समर्पित<br />
कर रही है।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. तिम्मक्का दंपति किस प्रकार के धर्म-कार्य में लग गये ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का दंपति के गाँव के पास श्रीरंगस्वामी का मंदिर था, जहाँ हर साल मेला लगता था।<br />
वहाँ आनेवाले जानवरों के लिए उन्होंने पीने के पानी का ईंतज़ाम करते हुए धर्म-कार्य में<br />
लग गये ।<br><br />
<br />
2. तिम्मक्का ने बरगद के डालों को कैसे पाला-पोसा ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का ने बरगद के डालों को लगाकर उन्हें पानी दिया। उन पेड़ों की भेड़-बकरियों से<br />
रक्षा करते हुए अपने बच्चों की तरह प्रेम से पाला-पोसा ।<br><br />
<br />
3. तिम्मक्का के जीवन में कैसी मुसीबत आ गई ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का के पति की तबीयत खराब हो गई। चिक्कय्या को भीख माँगने की स्थिति<br />
आ गई। उन्हें कभी पैसे मिलते तो कभी गालियाँ सुननी पडती थी। ऐसी हालत में <br />
चिक्कय्या चल बसे। तिम्मक्का अब अकेली पड गई।<br><br />
<br />
4. तिम्मक्का ने क्या संकल्प किया है ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का ने अपने पति की याद में हुलिकल ग्राम में गरीबों की नि:शुल्क चिकित्सा<br />
के लिए एक अस्पताल के निर्माण कराने का संक्ल्प किया है।<br><br />
<br />
'''इ. चार-पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. बच्चे को गोद लेने के कारण तिम्मक्का दंपति को दुख भोगना पड़ा। क्यों ?<br><br />
उत्तर :- तिम्माक्का नि:संतान थी। अंत में उन्होंने एक बच्चे को गोदलिया। दत्तक पुत्र के सगे <br />
माँ-बाप को लोगों की कटु निंदा सुननी पड़ी। उन्होंने अपने बेटे को वापस ले लिया। अपना<br />
दत्तक पुत्र खोकर तिम्मक्का दंपति को दुख हुआ।<br><br />
<br />
2. पर्यावरण संरक्षण में तिम्मक्का का क्या योगदान है ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का ने हुलिकल और कुदूर के बीच के चार कि.मी. रास्ते के दोनो ओर बरगद के डाल<br />
लगाये और उन्हें पानी दिया। पहले साल दस, दूसरे साल पंद्रह, तीसरे साल नब्बे पेड़<br />
लगाकर उनकी भेड़-बकरियों से रक्षा करते हुए अपने बच्चों की तरह प्रेम सेपाला-पोसा । <br />
यह काम निरंतर दस सालों तक चलता रहा। आज वे पेड राहगीरों को छाया और पक्षियों को<br />
आश्रय दे रहे हैं। इस प्रकार तिम्मक्का जी ने पर्यावरण संरक्षण में अपना सारा जीवन बिता<br />
दिया है।<br><br />
<br />
3. तिम्मक्का को किन-किन पुरस्कारों से अलंकृत किया गया है ?<br><br />
उत्तर :- तिम्मक्का को नाडोजा पुरस्कार, राष्ट्रीय नागरिक पुरस्कार, इंदिरा प्रियदर्शिनी वृक्ष मित्र, <br />
वीर चक्र, कर्नाटक कल्पवल्ली, वनरानी, वृक्षमाता, वनसिरिरत्न, ग्रीन चाम्पियन पुरस्कार,<br />
गाड़ फ्री फिलिप्स धैर्य पुरस्कार, विशालाक्षी पुरस्कार, डा. कारंत पुरस्कार, कर्नाटक सरकार के<br />
महिला और शिशु कल्याण के विभाग के द्वारा सम्मान पत्र आदि पुरस्कारों से अलंकृत किया<br><br />
गया है।<br />
<br />
4. ‘तिम्मक्का एक आदर्श व्यक्तित्व है।’ कैसे ?<br><br />
उत्तर :- ग्रामिण प्रदेश के गरीब परिवार में जन्म लेकर, शिक्षा से अनपढ़ महिला होकर, सरकारी<br />
संसाधनों के अभाव में भी तिम्मक्का निष्टा व श्रध्दा से पर्यावरण की रक्षा और सामाजिक<br />
सेवा-कार्य करती है। अपने जीवन में दर्द और तकलीफ उठाने के बावजूद सार्थक कार्य<br />
करनेवाली तिम्मक्का का व्यक्तित्व हम सबके लिए अनुकरणीय एवं आदर्श है।<br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. तिम्मक्का का जन्म कक्केनहल्ली गाँव में हुआ था।<br><br />
2. तिम्मक्का के माँ-बाप मेहनत-मज़जदूरी करते हुए अपना पेट पालते थे।<br><br />
3. तिम्मक्का के पति का नाम चिक्कय्या था।<br><br />
4. उनके गाँव के पास श्रीरंगस्वामी का मंदिर था।<br><br />
5. तिम्मक्का ने पेड़ों की भेड़-बकरियों से रक्षा करने की व्यवस्था की।<br><br />
<br />
'''उ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br />
1. मिसाल – तिम्मक्का समाज-सेवा के क्षेत्र में ह्म सब के लिए एक मिसाल हैं।<br><br />
2. मेहनत-मज़जदूरी – तिम्मक्का और उनके पति मेहनत-मज़दूरी से अपना पेट पालते थे।<br><br />
3. पसीना बहाना - तिम्मक्का और उनके पति पसीना बहाकर दूसरों के खेत में काम किया करते थे।<br><br />
4. धर्म-कार्य - धर्मस्थल के धर्माधिकारी वीरेंद्र हेग्गडे जी अपना सारा जीवन धर्म-कार्य सेवा के लिए अर्पण कर रहे हैं।<br><br />
5. तबीयत - तिम्मका के पति चिक्कय्या जी की तबीयत खराब होने के कारण उनकीमृत्यु हो गयी।<br><br />
6. मुसीबत - मुसीबत में सहयोग देनेवाला ही सच्चा मित्र है।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. अपना दत्तक पुत्र खोकर तिम्मक्का बहुत दु:खी हुई।<br><br />
ತನ್ನ ದತ್ತು ಪುತ್ರನನ್ನು ಕಳೆದುಕೊಂಡು ತಿಮ್ಮಕ್ಕ ಬಹಳ ದು:ಖಿತಳಾದಳು.<br><br />
2. उन्हें अपने बच्चों की तरह प्रेम से पाला-पोसा।<br><br />
ಅವುಗಳನ್ನು ತನ್ನ ಮಕ್ಕಳಂತೆ ಪ್ರೀತಿಯಿಂದ ಸಾಕಿ ಬೆಳೆಸಿದಳು.<br><br />
3. तिम्मक्का के जीवन में मुसीबत की घड़ियाँ शुरू हुईं।<br><br />
ತಿಮ್ಮಕ್ಕನ ಜೀವನದಲ್ಲಿ ತೊಂದರೆಗಳ ಕಾಲ ಪ್ರಾರಂಭವಾಯಿತು.<br><br />
4. तिम्मक्का ने अब तक सैकड़ों पेड़ लगाये हैं।<br><br />
ತಿಮ್ಮಕ್ಕ ಇಲ್ಲಿಯವರೆಗೆ ಸೂಮಾರು ಮರಗಳನ್ನು ನೆಟ್ಟಿದ್ದಾಳೆ.<br><br />
5. पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ तिम्मक्का सामाजिक कार्य भी कर रही हैं।<br><br />
ಪರಿಸರ ಸಂರಕ್ಷಣೆಯೊಂದಿಗೆ ತಿಮ್ಮಕ್ಕ ಸಮಾಜಿಕ ಕಾರ್ಯಗಳು ಕೆಲಸಗಳನ್ನು ಸಹ ಮಾಡುತಿದ್ದಾರೆ.<br><br />
<br />
'''ऋ. पर्यायवाची शब्द लिखिए :'''<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
|1. हिम्मत||धीरज||धैर्य<br />
|-<br />
|2. पानी||जल||वारि <br />
|-<br />
|3. पेड़||वृक्ष||द्विगु समास।<br />
|-<br />
|4. पक्षी||पखेरु||खग<br />
|-<br />
|5. महिला||स्त्री||नारी<br />
|-<br />
|6. तबीयत||स्वास्थ||सेहत<br />
|}<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ए. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ओ. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
|-<br />
|1. जन्म x मरण||1. व्यवस्था – व्यवस्थाएँ||1. पति - पत्नि<br />
|-<br />
| 2. आसान x कठिन||2. सेवा - सेवाएँ|2. पिता - माता<br />
|-<br />
|3. गरीब x अमीर||3. पक्षी - पक्षी ||3. माँ - बाप<br />
|-<br />
|4. अपना x पराया||4. बच्चा - बच्चे||4. महिला – पुरुष<br />
|-<br />
|5. छोटे x बड़े||5. घर - घर||5. आदमी - औरत<br />
|}<br />
<br />
औ. प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया रूप लिखिए :<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
|1. करना - कराना<br />
|-<br />
|2. चलना - चलाना<br />
|-<br />
|3. बनना - बनाना<br />
|-<br />
|4. उठना - उठाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
'''क. सार्थक वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. चिक्करंगय्या पिता विजयम्मा माता थे उनके और।<br><br />
उनके पिता चिक्करंगय्या और माता विजयम्मा थे।<br><br />
2. एक थी तिम्मक्का से में छ: संतानों इनकी।<br><br />
तिम्मक्का इनकी छ: संतानों में से एक थी।<br><br />
3. मुसीबत की घड़ियाँ जीवन में तिम्मक्का के शुरू हुईं।<br><br />
तिम्मक्का के जीवन में मुसीबत की घड़ियाँ शुरू हुईं।<br><br />
<br />
'''ख. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए:'''<br><br />
1. जो पति-पत्नी हो - दंपति<br><br />
2. जिसकी कोई संतान न हो – निस्संतान<br><br />
3. राह पर चलनेवाला - राहगीर<br><br />
4. जो पढ़ा-लिखा न हो - अनपढ़ <br><br />
<br />
'''ग. जोड़कर लिखिए :'''<br />
1. फूला न समाना - अत्यंत प्रसन्न होना<br><br />
2. घोड़े बेचकर सोना - निश्चिंत रहना<br><br />
3. उँगली पर नचाना - वश में रखना<br><br />
4. आँखे खुलना - होश आना<br><br />
5. आग बबूला होना - अत्यंत क्रोधित होना<br><br />
<br />
<br />
'''घ. तिम्मक्का के जीवन के घटना-क्रमानुसार वाक्य लिखिए:'''<br />
1. जानवरों के लिए उन्होंने पीने के पानी का इंतज़ाम किया।<br><br />
2. तिम्मक्का के जीवन में मुसीबत की घड़ियाँ शुरू हुईं।<br><br />
3. तिम्मक्का के पति का नाम बिक्कला चिक्कय्या था।<br><br />
4. पेड़ों की भेड़-बकरियों से रक्षा करने की व्यवस्था की।<br><br />
5. पर्यावरण-संरक्षण के साथ-साथ तिम्मक्का अन्य सामाजिक कार्य भी कर रही हैं।<br><br />
<br />
'''घटना-क्रमानुसार वाक्य :'''<br />
1. तिम्मक्का के पति का नाम बिक्कला चिक्कय्या था।<br><br />
2. जानवरों के लिए उन्होंने पीने के पानी का इंतज़ाम किया।<br><br />
3. पेड़ों की भेड़-बकरियों से रक्षा करने की व्यवस्था की।<br><br />
4. तिम्मक्का के जीवन में मुसीबत की घड़ियाँ शुरू हुईं।<br><br />
5. पर्यावरण-संरक्षण के साथ-साथ तिम्मक्का अन्य सामाजिक कार्य भी कर रही हैं।<br><br />
<br />
'''च. रेखांकित कारकों के नाम लिखिए :'''<br />
1. तिम्मक्का का नाम आज कर्नाटक के कोने-कोने में व्याप्त है। - संबंध कारक<br><br />
2. वे दूसरों के खेत में पसीना बहाकर, काम किया करते थे। - संबंध तथा अधिकरण कारक<br><br />
3. दत्तक पुत्र के सगे माँ-बाप को निंदा सुननी पड़ी। - कर्म कारक<br><br />
4. गाँव के पास ही श्रीरंगस्वामी का मंदिर था। - संबंध कारक <br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%85%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%B5_%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%81%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%AF&diff=25998अभिनव मनुष्य2016-12-21T04:06:57Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
रामधारी सिंह 'दिनकर' (२३ सितंबर १९०८- २४ अप्रैल १९७४) हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे। वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। बिहार प्रान्त के बेगुसराय जिले का सिमरिया घाट उनकी जन्मस्थली है। उन्होंने इतिहास, दर्शनशास्त्र और राजनीति विज्ञान की पढ़ाई पटना विश्वविद्यालय से की। उन्होंने संस्कृत, बांग्ला, अंग्रेजी और उर्दू का गहन अध्ययन किया था।<br />
<br />
'दिनकर' स्वतन्त्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के बाद राष्ट्रकवि के नाम से जाने गये। वे छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे। एक ओर उनकी कविताओ में ओज, विद्रोह, आक्रोश और क्रान्ति की पुकार है तो दूसरी ओर कोमल श्रृंगारिक भावनाओं की अभिव्यक्ति है। इन्हीं दो प्रवृत्तियों का चरम उत्कर्ष हमें उनकी कुरुक्षेत्र और उर्वशी नामक कृतियों में मिलता है।<br />
<br />
उर्वशी को भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार जबकि कुरुक्षेत्र को विश्व के १०० सर्वश्रेष्ठ काव्यों में ७४वाँ स्थान दिया गया।<br />
<br />
अधिक जांकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%80_%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%B9_%27%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%95%E0%A4%B0%27 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
सौर्स: यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%80_%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%B9_%27%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%95%E0%A4%B0%27 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस कविता को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter11.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. आज की दुनिया कैसी है ?<br><br />
उत्तर :- आज की दिनिया विचित्र और नवीन है ।<br><br />
2. मानव के हुक्म पर क्या चढ़ता और उतरता है ?<br><br />
उत्तर :- मानव के हुक्म पर पवन का ताप चढ़ता और उतरता है ।<br><br />
3. परमाणु किसे देखकर काँपते हैं ?<br><br />
उत्तर :- परमाणु मनुष्य के करों को देखकर काँपते हैं ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. ‘अभिनव मनुष’ कविता के कवि का नाम लिखिए ।<br><br />
उत्तर :- ‘अभिनव मनुष’ कविता के कवि का नाम है रामधारीसिंह दिनकर ।<br><br />
2. आधुनिक पुरुष ने किस पर विजय पायी है ?<br><br />
उत्तर :- आधुनिक पुरुष ने प्रकृति के हर तत्व पर विजय पायी है ।<br><br />
3. नर किन-किन को एक समान लाँघ सकता है ?<br><br />
उत्तर :- नर नदी, पहाड तथा समुद्र को एक समान लाँघ सकता है ।<br><br />
4. आज मनुज का यान कहाँ जा रहा है ?<br><br />
उत्तर :- आज मनुज का यान गगन में जा रहा है ।<br> <br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. ‘प्रकृति पर सर्वत्र है विजयी पुरुष आसीन’ – इस पंक्ति का आशय समझाइए ।<br><br />
उत्तर :- इस पंक्ति का आशय है कि आज के मानव ने प्रकृति के हर तत्व पर (आकाश, पाताल, धरती) विजय प्राप्त कर ली है। अर्थात प्रकृति को अपने नियंत्रण में रखा है ।<br><br />
2. दिनकर जी के अनुसार मानव का सही परिचय क्या है ?<br><br />
उत्तर :- दिनकर जी के अनुसार जो मानव आपस में भाई-चारा बढ़ाये तथा दूसरे मानव से प्रेम का <br />
रिश्ता जोड़कर आपस की दूरी को मिटाए वही सच्चा ज्ञानी, विदवान एवं मानव कहलाने का<br />
अधिकारी है ।<br><br />
3. अभिनव मनुष्य कविता का दूसरा कौन-सा शीर्षक हो सकता है ? क्यों ?<br><br />
उत्तर :- इस कविता का दूसरा शीर्षक हो सकता है – ‘प्रकृति पुरुष’। क्यों कि मनुष्य ने लगभग <br />
प्रकृति के हर तत्व पर अपने प्रयासों से विजय प्राप्त कर ली है । <br><br />
<br />
'''इ. भावार्थ लिखिए :'''<br><br />
भावार्थ :<br><br />
कवि रामधारीसिंह दिनकर कहते हैं कि यह मनुष्य सृष्टि का श्रृंगार, ज्ञान और विज्ञान तथा <br />
आलोक का आगार है । आकाश से पाताल तक की सब-कुछ जानकारी इसे है । परंतु यह <br />
उसका सही परिचय नहीं है और न ही उसका श्रेय है ।<br><br />
<br />
'''ई. तुकांत शब्दों के लिए उदाहरण :'''<br />
1. भाप – ताप<br><br />
2. व्यवधान - अवसान<br><br />
3. श्रृंगार – आगार<br><br />
4. ज्ञय - श्रेय<br><br />
5. जीत - प्रीत<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%88%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B2%E0%A4%A8_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_(%E0%A4%B5%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%AF_%E0%A4%B0%E0%A4%9A%E0%A4%A8%E0%A4%BE)&diff=25997ईमानदारों केस्म्मेलन में (व्यंग्य रचना)2016-12-21T04:02:25Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक से परिचय=<br />
हरिशंकर परसाई (२२ अगस्त, १९२४ - १० अगस्त, १९९५) हिंदी के प्रसिद्ध लेखक और व्यंग्यकार थे। उनका जन्म जमानी, होशंगाबाद, मध्य प्रदेश में हुआ था। वे हिंदी के पहले रचनाकार हैं जिन्होंने व्यंग्य को विधा का दर्जा दिलाया और उसे हल्के–फुल्के मनोरंजन की परंपरागत परिधि से उबारकर समाज के व्यापक प्रश्नों से जोड़ा। उनकी व्यंग्य रचनाएँ हमारे मन में गुदगुदी ही पैदा नहीं करतीं बल्कि हमें उन सामाजिक वास्तविकताओं के आमने–सामने खड़ा करती है, जिनसे किसी भी व्यक्ति का अलग रह पाना लगभग असंभव है। लगातार खोखली होती जा रही हमारी सामाजिक और राजनैतिक व्यवस्था में पिसते मध्यमवर्गीय मन की सच्चाइयों को उन्होंने बहुत ही निकटता से पकड़ा है। सामाजिक पाखंड और रूढ़िवादी जीवन–मूल्यों की खिल्ली उड़ाते हुए उन्होंने सदैव विवेक और विज्ञान–सम्मत दृष्टि को सकारात्मक रूप में प्रस्तुत किया है। उनकी भाषा–शैली में खास किस्म का अपनापा है, जिससे पाठक यह महसूस करता है कि लेखक उसके सामने ही बैठा है।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%88 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
लेखक द्वारा लिखे गये अन्य कार्यो को देखने के लिये यहाँ [http://gadyakosh.org/gk/%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%88 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter10.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. प्रस्तुत कहानी के लेखक कौन हैं ?<br><br />
उत्तर :- प्रस्तुत कहानी के लेखक हरिशंकर परसाई हैं ।<br><br />
2. लेखक दूसरे दर्जे में क्यों सफर करना चाहते थे ?<br><br />
उत्तर :- लेखक दूसरे दर्जे में सफर करके पहले दर्जे का किराया वसूलना चाहते थे ।<br><br />
3. लेखक की चप्पले किसने पहनी थीं ?<br><br />
उत्तर :- लेखक की चप्पले ईमानदार डेलिगेट ने पहनी थी ।<br><br />
4. स्वागत समिति के मंत्री किसको डाँटने लगे ?<br><br />
उत्तर :- स्वागत समिति के मंत्री कार्यकर्ताओं को डाँटने लगे ।<br><br />
5. लेखक पहनने के कपड़े कहाँ दबाकर सोये ?<br><br />
उत्तर :- लेखक पहनने के कपड़े सिरहाने दबाकर सोये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. सम्मेलन में लेखक के भाग लेने से किन-किन को प्रेरणा मिल सकती थी ?<br><br />
उत्तर :- सम्मेलन में लेखक के भाग लेने से ईमानदारों तथा उदीयमान ईमानदारों को प्रेरणा मिल<br />
सकती थी ।<br><br />
2. लेखक को कहाँ ठहराया गया ?<br><br />
उत्तर :- लेखक को होटेल के एक बडे कमरे में ठहराया गया ।<br><br />
3. सम्मेलन का उद्घाटन कैसे हुआ ?<br><br />
उत्तर :- सम्मेलन का उद्घाटन शानदार हुआ ।<br><br />
4. ब्रीफकेस में क्या था ?<br><br />
उत्तर :- ब्रीफकेस में कुछ कागज़ात थे ।<br><br />
5. लेखक ने धूप का चश्मा कहाँ रखा था ?<br><br />
उत्तर :- लेखक ने धूप का चश्मा टेबल पर रखा था ।<br><br />
6. तीसरे दिन लेखक के कमरे से क्या गायब हो गया था ?<br><br />
उत्तर :- तीसरे दिन लेखक के कमरे से कम्बल गायब हो गया था |<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए : '''<br><br />
1. लेखक को भेजे गये निमंत्रण पत्र में क्या लिखा गया था ?<br><br />
उत्तर :- पत्र में लिखा था – “हम लोग इस शहर में एक ईमानदार सम्मेलन कर रहे हैं । आप देश के<br />
प्रसिध्द ईमानदार हैं। हमारी प्रार्थना है कि आप इस सम्मेलन का उद्घाटन करें। हम आपको<br />
आने-जाने के पहले दर्जे का किराया देंगे तथा आवास, भोजन आदि की उत्तम व्यवस्था<br />
करेंगे। आपके आगमन से ईमानदारों तथा उदीयमान ईमानदारों को बड़ी प्रेरणा मिलेगी।”<br><br />
2. फूल मालाएँ मिलने पर लेखक क्या सोचने लगे ?<br><br />
उत्तर :- लेखक को लगभग दस बड़ी फूल-मालाएँ पहनायी गयीं । उन्होंने सोचा, आस-पास कोई माली<br />
होता तो फूल-मालाएँ भी बेच लेता ।<br><br />
3. लेखक ने मंत्री को क्या समझाया ?<br><br />
उत्तर :- लेखक ने मंत्री को समझाया की -“ऐसा हरगिज मत करिये । ईमानदारों के सम्मेलन में <br />
पुलिस ईमानदारों की तलाशी ले, यह बड़ी अशोभनीय बात होगी। फिर इतने बड़े सम्मेलन में<br />
थोड़ी गड़बड़ी होगी ही।”<br><br />
4. चप्पलों की चोरी होने पर ईमानदार डेलिगेट ने क्या सुझाव दिया ?<br><br />
उत्तर :- डेलिगेट ने सुझाव दिया कि –“देखिए, चप्पलें एक जगह नहीं उतारना चिहिए । एक चप्पल<br />
यहाँ उतारिये, तो दूसरी दस फीट दूर। तब चप्पलें चोरी नहीं होतीं। एक ही जगह जोड़ी होगी, <br />
तो कोई भी पहन लेगा । मैंने ऐसा ही किया था।”<br><br />
5. लेखक ने कमरा छोड़कर जाने का निर्णय क्यों लिया ?<br><br />
उत्तर :- होटल के कमरों में बहुत ज्यादा चोरियाँ होने लगी थी। अपने पास बची वस्तुओं ओ सुरक्षित <br />
रखने के लिए लेखक ने कमरा छोड़कर जाने का निर्णय लिया ।<br><br />
6. मुख्य अतिथि की बेईमानी कहाँ दिखाई देती है ?<br><br />
उत्तर :- मुख्य अतिथि ने ईमानदार डेलिगेट की फटी – पुरानी चप्पलें बिना बताए पहन ली थी।<br />
इससे पहले वे सोचते थे कि दूसरे दर्जे में यात्रा कर के पहले दर्जे का किराया वसूल कर<br />
लिया जाए और स्वागत में पहनायी गयी दस फूल-मालाओं को किसी माली को बेच लेता ।<br><br />
<br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए : '''<br><br />
1. लेखक के धूप का चश्मा खो जाने की घटना का वर्णन कीजिए ।<br><br />
उत्तर :- लेखक का धूप का चश्मा कहीं खो गया था। आसपास यह बात हर जगह फैल गई। इस <br />
बीच एक सज्जन, लेखक के पास आए और बोले –“बड़ी चोरियाँ हो रही हैं। देखिए, आपका<br />
धूप का चश्मा ही चला गया।” लेखक ने ध्यान से देखा तो वे सज्जन उनका ही धूप का <br />
चश्मा पहने हुए थे ।<br><br />
2. मंत्री तथा कार्यकर्ताओं के बीच में क्या वार्तालाप हुआ ?<br><br />
उत्तर :- मंत्री कार्यकर्ताओं को डाँटने लगे, “तुम लोग क्या करते हो? तुम्हारी ड्यूटी यहाँ हैं। तुम्हारे<br />
रहते चोरियाँ हो रही हैं। यह ईमानदार सम्मेलन है । बाहर यह चोरी की बात फैली, तो <br />
कितनी बदनामी होगी ?” कार्यकर्ताओं ने कहा, “हम क्या करें ? अगर सम्माननीय डेलिगेट<br />
यहाँ-वहाँ जायें, तो क्या हम उन्हें रोक सकते हैं ?” तब मंत्री ने गुस्से से कहा, “मैं पुलिस को <br />
बुलाकर यहाँ सबकी तलाशी करवाता हूँ।”<br><br />
3. सम्मेलन में लेखक के क्या-क्या अनुभव रहे? संक्षेप में लिखिए ।<br><br />
उत्तर :- सम्मेलन के शानदार उद्घाटन के बाद लेखक की चप्पलों की अदला – बदली हो गयी।<br />
लेखक ने देखा कि बिस्तर की चादर भी गायब है। अगले दिन उन्होंने देखा कि दो और <br />
चादरें होटेल के कमरे से गायब थी। इसी दौरान उनका धूप का चश्मा भी खो गया था। बाद<br />
में उन्होंने एक सज्जन व्यक्ति के पास देखा। सम्मेलन के तीसरे दिन उनका कम्बल भी <br />
गायब था। अगले दिन लेखक रात को पहनने के कपड़े सिरहाने दबाया और नयीं चप्पलें तथा<br />
शेविंग के डिब्बे को बिस्तर के नीचे दबाया। अगले दिन ताला चोरी हो गया। तब लेखक ने<br />
तय किया कि जल्दी से उस जगह को खाली करना चाहिए ।<br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थानों को सही शब्दों से भरिए : '''<br><br />
1. ह्म लोग इस शहर में एक ईमानदार सम्मेलन कर रहे हैं । <br><br />
2. आपकी चप्पले नहीं गयीं, यह गनीमत है । <br><br />
3. वह मेरा चश्मा लगाये इतमीनान से बैठे थे । <br><br />
4. फिर इतने बड़े सम्मेलन में थोड़ी गड़बड़ी होगी ही ।<br><br />
<br />
'''उ. किसने कहा? किससे कहा ?'''<br><br />
1. क्या आपकी चप्पलें कोई पहन गया ?<br><br />
इस वाक्य को एक ईमानदार डेलिगेट ने लेखक से कहा ।<br><br />
2. होटलवाले ने धुलाने को भेज दी होगी ।<br><br />
इस वाक्य को आयोजनकर्ताओं ने लेखक से कहा ।<br><br />
3. मैं पुलिस को बुलाकर यहाँ सबकी तलाशी करवाता हूँ ।<br><br />
इस वाक्य को मंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा ।<br><br />
4. चलिए, स्वागत समिति के साथ अच्छे होटल में भोजन हो जाये ।<br><br />
इस वाक्य को मंत्री ने लेखक से कहा ।<br><br />
5. अब मैं बचा हूँ । अगर रूका तो मैं ही चुरा लिया जाऊँगा ।<br><br />
इस वाक्य को लेखक ने मंत्री से कहा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. विलोम शब्द लिखिए :'''<br />
1. आगमन X प्रस्थान<br><br />
2. रात X दिन<br> <br />
3. जवाब X सवाल<br><br />
4. बेचना X खरीदना <br> <br />
5. सज्जन X दुर्जन<br><br />
<br />
'''ऋ. बहुवचन रुप लिखिए :'''<br><br />
1. कपड़ा – कपड़े<br><br />
2. चादर – चादरें<br><br />
3. बात – बातें<br><br />
4. डिब्बा – डिब्बे<br> <br />
5. चीज़ – चीज़ें<br><br />
<br />
'''ए. प्रेरणार्थक क्रिया रुप लिखिए :'''<br><br />
1. ठहरना– ठहराना – ठहरवाना<br><br />
2. धोना – धुलाना – धुलवाना<br><br />
3. देखना – दिखाना – दिखवाना<br><br />
4. लौटना- लौटाना – लौटवाना<br><br />
5. उतरना- उतराना- उतरवाना<br><br />
6. पहनना- पहनाना- पहनवाना<br><br />
<br />
'''ऐ. संधि-विछेद करके संधि का नाम लिखिए :'''<br><br />
1. स्वागत = सु + आगत = यण् संधि<br><br />
2. सहानुभूति = सह + अनुभूति = दीर्घ संधि<br><br />
3. सज्जन = सत् + जन = व्यंजन संधि<br><br />
4. परोपकार = पर + उपकार = गुण संधि<br><br />
5. निश्चिंत = नि: + चिंत = विसर्ग संधि<br><br />
6. सदैव = सदा + एव = वृद्धि संधि<br><br />
<br />
'''ओ. कन्नड में अनुवाद कीजिए ।'''<br><br />
1. ನಾವು ತಮಗೆ ಹೋಗಿ ಬರುವುದಕ್ಕಾಗಿ ಮೊದಲ ದರ್ಜೆಯ ಬತ್ತೆಯನ್ನು ಕೊಡುತ್ತೇವೆ.<br><br />
2. ಸ್ಟೇಷನ್ ನಲ್ಲಿ ನನಗೆ ಬಹಳನೇ ಸ್ವಾಗತ ಮಾಡಲಾಯಿತು.<br><br />
3. ನೋಡಿ ಚಪ್ಪಲಿಗಳನ್ನು ಒಂದೇ ಜಾಗದಲ್ಲಿ ಬಿಡಬಾರದು.<br><br />
4. ಈಗ ನಾನು ಉಳಿದುಕೊಂಡಿದ್ಡೇನೆ. ಒಂದು ವೇಳೆ ಇಲ್ಲೇ ಉಳಿದುಕೊಂಡರೆ ನನ್ನನ್ನು ಸಹ ಕಳವು ಮಾಡಲಾಗುತ್ತದೆ.<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%86%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%95%E0%A4%A5%E0%A4%BE_(%E0%A4%86%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A4%A5%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B6)&diff=25996आत्मकथा (आत्म्कथांश)2016-12-21T03:54:44Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक से परिचय=<br />
रावलपिंडी पाकिस्तान में जन्मे भीष्म साहनी (८ अगस्त १९१५- ११ जुलाई २००३) आधुनिक हिन्दी साहित्य के प्रमुख स्तंभों में से थे। १९३७ में लाहौर गवर्नमेन्ट कॉलेज, लाहौर से अंग्रेजी साहित्य में एम ए करने के बाद साहनी ने १९५८ में पंजाब विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि हासिल की। भारत पाकिस्तान विभाजन के पूर्व अवैतनिक शिक्षक होने के साथ-साथ ये व्यापार भी करते थे। विभाजन के बाद उन्होंने भारत आकर समाचारपत्रों में लिखने का काम किया। बाद में भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) से जा मिले। इसके पश्चात अंबाला और अमृतसर में भी अध्यापक रहने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में साहित्य के प्रोफेसर बने। १९५७ से १९६३ तक मास्को में विदेशी भाषा प्रकाशन गृह (फॉरेन लॅग्वेजेस पब्लिकेशन हाउस) में अनुवादक के काम में कार्यरत रहे। यहां उन्होंने करीब दो दर्जन रूसी किताबें जैसे टालस्टॉय आस्ट्रोवस्की इत्यादि लेखकों की किताबों का हिंदी में रूपांतर किया। १९६५ से १९६७ तक दो सालों में उन्होंने नयी कहानियां नामक पात्रिका का सम्पादन किया। वे प्रगतिशील लेखक संघ और अफ्रो-एशियायी लेखक संघ (एफ्रो एशियन राइटर्स असोसिएशन) से भी जुड़े रहे। १९९३ से ९७ तक वे साहित्य अकादमी के कार्यकारी समीति के सदस्य रहे।<br />
<br />
भीष्म साहनी को हिन्दी साहित्य में प्रेमचंद की परंपरा का अग्रणी लेखक माना जाता है।[1] वे मानवीय मूल्यों के लिए हिमायती रहे और उन्होंने विचारधारा को अपने ऊपर कभी हावी नहीं होने दिया। वामपंथी विचारधारा के साथ जुड़े होने के साथ-साथ वे मानवीय मूल्यों को कभी आंखो से ओझल नहीं करते थे। आपाधापी और उठापटक के युग में भीष्म साहनी का व्यक्तित्व बिल्कुल अलग था। उन्हें उनके लेखन के लिए तो स्मरण किया ही जाएगा लेकिन अपनी सहृदयता के लिए वे चिरस्मरणीय रहेंगे। भीष्म साहनी हिन्दी फ़िल्मों के जाने माने अभिनेता बलराज साहनी के छोटे भाई थे। उन्हें १९७५ में तमस के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार, १९७५ में शिरोमणि लेखक अवार्ड (पंजाब सरकार), १९८० में एफ्रो एशियन राइटर्स असोसिएशन का लोटस अवार्ड, १९८३ में सोवियत लैंड नेहरू अवार्ड तथा १९९८ में भारत सरकार के पद्मभूषण अलंकरण से विभूषित किया गया। उनके उपन्यास तमस पर १९८६ में एक फिल्म का निर्माण भी किया गया था।<br />
<br />
सौर्स: यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A5%80%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%AE_%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%B9%E0%A4%A8%E0%A5%80 क्लिक कीजिये]<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
<br />
उपन्यास - झरोखे, तमस, बसन्ती, मायादास की माडी, कुन्तो, नीलू निलिमा निलोफर।<br />
<br />
कहानी संग्रह - मेरी प्रिय कहानियां, भाग्यरेखा, वांगचू, निशाचर। <br />
<br />
नाटक - हनूश (१९७७), माधवी (१९८४), कबीरा खड़ा बजार में (१९८५), मुआवज़े (१९९३)। <br />
<br />
आत्मकथा - बलराज माय ब्रदर। <br />
<br />
बालकथा- गुलेल का खेल।<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter09.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br />
1. लेखक का बचपन किससे वंचित था ?<br><br />
उत्तर :- लेखक का बचपन खेल-कूद से वंचित था ।<br><br />
2. लेखक बिस्तर पर से उठते ही क्या करते थे ?<br><br />
उत्तर :- लेखक बिस्तर पर से उठते ही घर से दूर भाग जाते थे ।<br><br />
3. कालेज में अध्यापन के साथ-साथ लेखक किस चीज़ का व्यापर करते थे ?<br><br />
उत्तर :- कालेज में अध्यापन के साथ-साथ लेखक कपडों का व्यापर करते थे ।<br><br />
4. लेखक के दिमाग पर सहित्य के अतिरिक्त किनका प्रभाव था ?<br><br />
उत्तर :- लेखक के दिमाग पर सहित्य के अतिरिक्त गाँधीवादी विचारों का भी प्रभाव था ।<br><br />
5. लेखक के पिताजी किसके प्रेमी थे ?<br><br />
उत्तर :- लेखक के पिताजी शेख – सादी के प्रेमी थे ।<br><br />
6. लेखक की बुआ की बेटी का नाम क्या था ?<br><br />
उत्तर :- लेखक की बुआ की बेटी का नाम श्रीमती सत्यवती मलिक था ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. भीष्म साहनी और उनके अध्यापक कहाँ सैर कर रहे थे ?<br><br />
उत्तर :- भीष्म साहनी और उनके अध्यापक कैण्टोनमेण्ट में सैर कर रहे थे ।<br><br />
2. रेस्तराँ का मालिक कौन था ?<br><br />
उत्तर :- रेस्तराँ का मालिक कोई चीनी व्यक्ति था ।<br><br />
3. भीष्म साहनी की माता के खजाने में क्या-क्या भरा हुआ था ?<br><br />
उत्तर :- भीष्म साहनी की माता के खजाने में कवित्त, कहानियाँ तथा गीत भरे थे ।<br><br />
4. लेखक ने गाँधीजी को निकटता से कहाँ देखा था ?<br><br />
उत्तर :- लेखक ने गाँधीजी को निकटता से सेवाग्राम में देखा था ।<br><br />
5. लेखक के भाई किन भाषाओं में बाकायदा लिखते थे ?<br><br />
उत्तर :- लेखक के भाई अंग्रेजी तथा हिंदी में बकायदा लिखते थे ।<br><br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. भीष्म साहनी जी अन्य बालकों से क्यों जलते थे ?<br><br />
उत्तर :- भीष्म साहनी बचपन में बीमारी के कारण खाट पर लेटे रहते थे । ऐसे में स्वस्थ, हँसते – <br />
खेलते लड़कों की तुलना में अपने को छोटा और असमर्थ समझकर उन बालकों से जलते थे।<br><br />
2. भीष्म साहनी को रेस्तराँ के मालिक का व्यवहार क्यों असहनीय लगा ?<br><br />
उत्तर :- भीष्म साहनी ने रेस्तराँ में लगभग आधे घंटे तक चाय का इंतजार किया था ।<br />
रेस्तराँ के मालिक से उन्होने चाय लाने का आग्रह किया तो उसने “नो-टी, नो-टी” कहा और <br />
बड बडाता हुआ दूसरी ओर चला गया । यह देखकर साहनी जी को रेस्तराँ के मालिक का <br />
व्यवहार असहनीय लगा ।<br><br />
3. अंग्रेजी अध्यापक से भीष्म साहनी को कैसी प्रेरणा मिली ?<br><br />
उत्तर :- अंग्रेजी अध्यापक ने भीष्म साहनी जी को दकियानूसि, संकीर्ण, घुटन भरे वातावरण में से<br />
बाहर निकाल लिया । उन्ही के प्रभाव से साहनी जी सहित्य-रचना में कलम आजमाई <br />
करने लगे ।<br><br />
4. साहनी जी ने किस उद्देश्य से खादी पहनना शुरू किया ?<br><br />
उत्तर :- साहनी जी आंदोलन के दिनों में कुर्ता – पैजामा पहन कर सड़को पर घूमते थे । मन ही <br />
मन में उम्मीद कर रहे थे कि पुलिसवाले उनके पहनावे को देखकर सरकार के खिलाफ <br />
विद्रोह मानकर गिरफ्तार कर लेंगे । गिरफ्तार होना ही साहनी जी का उद्देश्य था पर ऐसा <br />
नहीं हुआ।<br><br />
5. साहित्य के संबंध में साहनी जी की राय क्या है ?<br><br />
उत्तर :- साहित्य के संबंध में साहनी जी राय इस प्रकार है – अपने से अलग साहित्य नाम की कोई<br />
चिज़ भी नहीं होती । जैसे मैं हूँ, वैसे ही मैं रचनाएँ भी रच पाऊँगा । मेरे संस्कार, अनुभव,<br />
व्यक्तित्व, दृष्टि सभी मिलकर रचना की सृष्टि करते हैं ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. साहनी जी अपनी नि:सहायकता मिटाने के लिए क्या-क्या करते थे ?<br />
उत्तर :- साहनी जी अपनी नि:सहायकता मिटाने के लिए घ्र में से निकल कर वे किसी ताँगे के पीछे<br />
भागकर उस पर चढ जाते थे । बाद में वे एक सड़क से दूसरी सड़क, एक बाज़ार से दूसरे<br />
बाज़ार में पागलों की तरह आसपास के नज़ारे देखते हुए जाने कहाँ – कहाँ घूमकर अंत में <br />
अपने घर लौटते थे ।<br><br />
2. भीष्म साहनी का स्वाभिमान दर्शानेवाली एक घटना के बारे में लिखिए ।<br><br />
उत्तर :- दूसरा विश्वयुद्ध छिड़ने से कुछ समय पहले बाज़ार तेज़ होने लगा था । अन्य व्यापरी लोग <br />
सैकडों कमा रहे थे । साहनी जी को व्यापारी कहते थे कि – “जहाँ पचास गाँठे दूकानदारों के<br />
लिए बुक करते हो, वँहा दस गाँठे अपने लिए भी बुक कर लिया करो ।” पर लेखक <br />
ईमानदारी के रास्ते पर चलते हुए अपने स्वाभिमान को दर्शाया ।<br><br />
3. भीष्म साहनी के घर के साहित्यिक वातावरण का परिचय दीजिए ।<br><br />
उत्तर :- जन्म से ही साहनी जी को साहित्यिक वातावरण मिला था । इनके पिताजी शेख-सादी<br />
के प्रशंसक थे । इनकी माँ के पास कवित्त, कहानियाँ तथा गीतों का संग्रह था । इनके बडे<br />
भाई अंग्रेजी तथा हिंदी में लेख लिखते थे । इनकी बुआ की बेटी सत्यवती मलिक का घर <br />
साहित्य केंद्र सा बना हुआ था । <br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थानों को सही शब्दों से भरिए :''' <br><br />
1. अछूता 2. साहित्यिक केंद्र 3. सत्यवती मलिक 4. विशाल भारत , हँस<br><br />
<br />
'''उ. सही अर्थवाले शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
1. हलचल - गतिविधि<br> <br />
2. तालीम - शिक्षा<br><br />
3. विद्रोह - क्रांति<br> <br />
4. दफ्तर - कार्यालय<br><br />
<br />
'''ऊ. निम्नलिखित शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए :'''<br><br />
1. शाम - संध्या, सूर्यास्त<br><br />
2. माल - वस्तु, सामान<br><br />
3. दिनिया - जगत् , संसार<br><br />
4. बोझ - वज़न , भार<br><br />
5. उम्मीद – भरोसा , आशा<br><br />
<br />
<br />
<br />
'''ए. नीचे दिए गए शब्दों में उपसर्ग/प्रत्यय जोड़कर नये शब्द बनाइए :'''<br><br />
1. अ + स्वस्थ = अस्वस्थ<br><br />
2. राजनीति + इक = राजनैतिक<br><br />
3. बे + रोज़गारी = बेरोज़गारी<br><br />
4. गाँधी + जी = गाँधीजी<br><br />
5. दूकान + दार = दूकानदार<br><br />
6. अ + संभव = असंभव<br><br />
7. साहित्य + कार = साहित्यकार<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=Circles&diff=25990Circles2016-12-20T12:14:09Z<p>Rajkumar: /* Activity No # 2. Geogebra animation to explain PI */</p>
<hr />
<div><br />
<div style="width:150px;border:none; border-radius:10px;box-shadow: 5px 5px 5px #888888; background:#ffffff; vertical-align:top; text-align:center; padding:5px;"><br />
''[http://karnatakaeducation.org.in/KOER/index.php/ವೃತ್ತಗಳು ಕನ್ನಡದಲ್ಲಿ ನೋಡಿ]''</div><br />
<!-- This portal was created using subst:box portal skeleton --><br />
<!-- BANNER ACROSS TOP OF PAGE --><br />
{| id="mp-topbanner" style="width:100%;font-size:100%;border-collapse:separate;border-spacing:20px;"<br />
|-<br />
|style="width:10%; border:none; border-radius:5px;box-shadow: 10px 10px 10px #888888; background:#f9f9ff; vertical-align:middle; text-align:center; "|<br />
[http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Mathematics:_History The Story of Mathematics]<br />
|style=" width:10%; border:none; border-radius:5px;box-shadow: 10px 10px 10px #888888; background:#f9f9ff; vertical-align:middle; text-align:center; "|[http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Mathematics:_Philosophy Philosophy of Mathematics]<br />
|style=" width:10%; border:none; border-radius:5px;box-shadow: 10px 10px 10px #888888; background:#f9f9ff; vertical-align:middle; text-align:center; "|<br />
[http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Mathematics:_Pedagogy Teaching of Mathematics]<br />
|style=" width:10%; border:none; border-radius:5px;box-shadow: 10px 10px 10px #888888; background:#f9f9ff; vertical-align:middle; text-align:center; "|<br />
[http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Maths:_Curriculum_and_Syllabus Curriculum and Syllabus]<br />
|style=" width:10%; border:none; border-radius:5px;box-shadow: 10px 10px 10px #888888; background:#f9f9ff; vertical-align:middle; text-align:center; "|<br />
[http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Mathematics:_Topics Topics in School Mathematics]<br />
|style=" width:10%; border:none; border-radius:5px;box-shadow: 10px 10px 10px #888888; background:#f9f9ff; vertical-align:middle; text-align:center; "|<br />
[http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Text_Books#Mathematics_-_Textbooks Textbooks]<br />
|style=" width:10%; border:none; border-radius:5px;box-shadow: 10px 10px 10px #888888; background:#f9f9ff; vertical-align:middle; text-align:center; "|<br />
[http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Maths:_Question_Papers Question Bank]<br />
|}<br />
While creating a resource page, please click here for a resource creation [http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Resource_Creation_Checklist '''checklist'''].<br />
<br />
= Concept Map =<br />
<mm>[[circle.mm|flash]]</mm><br />
<br />
= Textbook =<br />
==ncert books==<br />
[http://ncert.nic.in/NCERTS/textbook/textbook.htm?iemh1=10-15 Class 9 Mathematics] contain simple description and theorems on circle<br />
<br />
=Additional Information=<br />
==Useful websites==<br />
#[http://www.mathsisfun.com/geometry/circle.html maths is fun] A good website on definitions for circles.<br />
#[http://www.coolmath.com/reference/circles-geometry.html Cool math] For clear and easy definitions.<br />
#[http://www.mathopenref.com/circle.html Open reference] Contains good simulations.<br />
#[http://en.wikipedia.org/wiki/Math_circle#History Wikipedia] Has good explanations on circles.<br />
#[http://www.khanacademy.org Khan academy] Has good educative videos.<br />
#[http://www.arvindguptatoys.com Arvind gupta toys] Contains good information. <br />
#[http://nrich.maths.org/2490 nrich.maths.org] Refer for understanding Pi.<br />
<br />
==Reference Books==<br />
#[http://archive.org/stream/schoolgeometry00hall#page/n11/mode/2up School Geometry] By Hall and Stevens. Part3 pageno 143. Contains basic definitions and proofs given by Euclid.<br />
<br />
= Teaching Outlines =<br />
Introduction to circle<br />
<br />
==Concept #1 Introduction to Circle==<br />
<br />
===Notes for teachers ===<br />
Source: http://circlesonly.wordpress.com/tag/inventions/<br><br />
Summary :<br />
The circle is the most primitive and rudimentary of all human inventions, and at the same time, the most dynamic. It is the cornerstone in the foundation of science and technology. It is the basic tool of all engineers and designers. It is used by the greatest artists and architects in the history of mankind. Without a circular shape the wheel, pulleys, gears, ball bearings and a thousand other items we take for granted wouldn’t exist. And of course we would never have the pleasure of driving a car, riding a giant wheel, or watching the moon landing on our television set.<br><br />
If you look through any old patent claim, you will most likely find the repeated use of circles, spheres, curves, arches, etc. circles are everything and they are nothing. They don’t exist in reality and yet they are the basis of all that mankind has brought into existence. That is why a circle is so fantastic.<br />
<br />
===Learning objectives===<br />
# Appreciation of circle as an important shape as it is an intrical component in the invention of almost everything that we see around us.<br />
# To make students know that circle is a 2-dimensional plane circular figure.<br />
# All points on its edge are equidistant from the center.<br />
# The method of drawing a circle<br />
# The size of the circle is defined by its radius.<br />
# To elicit the difference between a bangle or a circular ring and circle as such.<br />
<br />
<br />
[[File:circle.jpeg|200px]]<br />
<br />
===Activity No # 1. A discussion on “Life without circular shaped figures.”===<br />
{| style="height:10px; float:right; align:center;"<br />
|<div style="width:150px;border:none; border-radius:10px;box-shadow: 5px 5px 5px #888888; background:#f5f5f5; vertical-align:top; text-align:center; padding:5px;"><br />
''[http://karnatakaeducation.org.in/?q=node/305 Click to Comment]''</div><br />
|}<br />
*Estimated Time: 45 minutes<br />
*Materials/ Resources needed: Paper, pen <br />
*Prerequisites/Instructions, if any:<br />
Previous day homework : <br />
# Ask the children to make a list of all circular objects that they can think of :<br />
# List as many devices as you can think of that depend on the wheel.(Consider objects in your home, at school, games and toys, machines, vehicles and engines as you make your list.)<br />
# Now imagine living in a world without any kind of wheels or rolling devices. How would life be different? Would it be harder? How and why? Describe what it would be like to live without any wheels.<br />
*Multimedia resources<br />
*Website interactives/ links/ / Geogebra Applets<br />
<br />
*Process:(How to do the activity)<br />
Have an open discussion with children. Initially let the children share their ideas and do most of the talking. Ensure that the intended discussion remains within the context. Make a mind map on blackboard of all relavant points discussed . Let them appreciate the significance of circular shape thus setting the stage for further study of this fantastic shape called “circles”.<br />
*Developmental Questions :(What discussion questions)<br />
# What all shapes do we see around us ?<br />
# Can you imagine bicycles and your other vehicles without circular wheels ?<br />
# How different life would have been if wheel was not disovered ?<br />
# What about potter's wheel and stone mill?<br />
# Do you think that it is necessary for us to study and understand the parameters of circle in depth and detail ?<br />
*Evaluation:<br />
# Do you all now agree that wheel is one of the greatest inventions of mankind? Justify<br />
*Question Corner:<br />
# Are shapes important ? How?<br />
# Is bangle a circle ? <br />
# When you say shape, what do you mean ?<br />
<br />
===Activity No # 2. Geogebra animation to explain PI ===<br />
{| style="height:10px; float:right; align:center;"<br />
|<div style="width:150px;border:none; border-radius:10px;box-shadow: 5px 5px 5px #888888; background:#f5f5f5; vertical-align:top; text-align:center; padding:5px;"><br />
''[http://karnatakaeducation.org.in/?q=node/305 Click to Comment]''</div><br />
|}<br />
*Estimated Time<br />
*Materials/ Resources needed<br />
*Prerequisites/Instructions, if any<br />
*Multimedia resources<br />
*Website interactives/ links/ / Geogebra Applets<br />
#[http://geogebratube.org/material/show/id/144079 Geogebra file] for explaining how 'circumference / diameter' is a constant, denoted as pi (Greek letter), using a number line<br />
#An animation of the same concept.<br />
[[File:Pi 121.gif|400px]]<br />
<br />
*Process/ Developmental Questions<br />
Open the Geogebra file. Move the slider to 'unravel' the circumference' over the number line. Since the diameter is 1 unit (measuring from -0.5 to 0.5 on number line), the circumference ends at 3.14, showing the ratio between circumference <br />
*Evaluation<br />
<br />
*Question Corner<br />
#if the diameter is increased from 1 to 2, what will the circumference be?<br />
https://youtu.be/_rJdkhlWZVQ<br />
[Click here for Finding Pi by Archimedes' Method https://www.youtube.com/watch?v=_rJdkhlWZVQ&feature=youtu.be]<br />
<br />
===Activity No # 3. Circle of varying radius using Geogebra ===<br />
{| style="height:10px; float:right; align:center;"<br />
|<div style="width:150px;border:none; border-radius:10px;box-shadow: 5px 5px 5px #888888; background:#f5f5f5; vertical-align:top; text-align:center; padding:5px;"><br />
''[http://karnatakaeducation.org.in/?q=node/305 Click to Comment]''</div><br />
|}<br />
*Estimated Time: 20 mins<br />
*Materials/ Resources needed: Laptop, geogebra,projector and a pointer<br />
*Prerequisites/Instructions, if any:<br />
# Theory on circles introduction should have been done. <br />
*Multimedia resources: Laptop<br />
*Website interactives/ links/ / Geogebra Applets:<br />
This geogebra file has been made by ITfC-Edu-Team.<br />
<br />
<br />
<ggb_applet width="1280" height="600" version="4.0" ggbBase64="UEsDBBQACAAIAMt0YUMAAAAAAAAAAAAAAAAWAAAAZ2VvZ2VicmFfdGh1bWJuYWlsLnBuZ3WUW1DSCRjFwdD+S7oalWbe/pmuoVmr5XohEgwX8IaZQZKuF9RSM9fwioqKM2qRiula6XhNR91aS80mCbHLVl6yBSVYdElzQsvIS6yygeEy08vO7PTw/b6Zc+Y8nJdzITgIbwTfBYdAIEZEAi5E94d0Fw4Y6Oh0Sz0KgegDRBw2NGvyQz3pTF2c5TOnrGWyqCpq64rYz/jcibmO2xG4Y9wixlZZvAMBdWiG023wnAuvrMmotmYM7S4pBE7AbbdbXPHDuWMzgm+b9IlcH7+9YyUkU0ZJ/JSsCffkluFa3nBd7pFlDm9Mw09o1B7J1q43uKfUQTHEyQ49CAyKMfkvCmc2+1g0F4DBIYa3QDQaHWrIgoDA9uiMDLFtZelxLxRK+cco0ssU2xS308amHWECg2AhX9D6UKp2oECwTYCSMoag+A9qZRXx0xs49G4CZ4O7Sf75+eiWpauydIFCpN8rwfstqeY6pKdo8kbVBvMZCm1t0mpbPpgkXjkbN57Vr0ntfenWqym/KssXKdbIK4uSAfz5OOXSgr8hEHJw0TN2TblaP0MfFbqfdy5qsMl9ong9n1kuvHsxc6PLjP7EYqgk0unwEu2AGb/ro4De/wGvhhdN55xTHX6Vx7vFdijfY8wSdehnL1971HR/Fd8MlgSZGjQ6laq2ffbZRwm3zkNm8lS8CZsdZk3VoBrNm5c6l1KPLK1tIm1rBhDB5QPJa+8X8jPrGaRjJECvAIQAehAAkdUi7LA/kM9XNUrFNYOuP9NoRRd9OOLYmJhHxSUlyik2my2WSE4rlcps4uTUVHJOTt2Izt+T7Rk9KONhfcHS/HCNvDYw3yW5kmSb47d+415bSmunHSwBjXzUG93+PBdFu3bqWovGWRbe8+cVl9ODlST8Wbf7fm9AAp2dGj93acL1bHLKiTTFZGOSaT3by15DqQF8OHOzMbMtE7/8GnpJdnOdH9Pu7fHhzv7VqDNnhoIaPLCwPYR0QfuAHvU3fB8ndiGjbRw5vdGg1TItLC2HUjLT06VqNfdg0Uuh8PXhRAuT1puYGsu2pzs1vpdFN+yhMKl7s/FRN6MoCuapHYDw2B/R/8bfjEBDGP0Fxeq5LXpoVsKmX5FY3+tfAgujFb3dtWWoi83IKDkRgtUrPG/FvA5FgYTH19+Fl3mv/2iuoh7wDzt58vbwMNHCKm9wuTFs9jsPmUyG82IprIxFNDKxN25EIKFygvfGLpUp0uarN6dSPjIa78/e80SohGN1GDa8xbd4lbmknE+ia+XyOM3ciKSmnx+gq/kZZm65b9xnn3OYV/3dWNcEOp1uWvEsOTFxpL8/wMPyhax67kH0/OkCMBA59ADzOyMn0hlgqFxM2Z4hBE6ooxyoGt7+ohqdrUCOxhN32RKq4D09l7vp8yPeTNXMvQYZCsMpNi966yqRsd5+2w2wQKMKRIYmYpzpsNelU/53AWhUJo60ZxL+0fK5rt21/gtQbCKLauwtie7nEPEcTNnRH1JS1I72LJAQJbhc0dma/wmIE7z7aTehSeDAJUvVQoaIlmoHDvEFq+bMtJxDdN/3hWAh7iC1T5FINMw7BdcFheOZgQ/JFnJ0GtoLJBwnhIzV4PynPvUYwBK4i2Q3g0WvCr5zm7WUgTGJNFhMDHQcq+rwb4PForvIMNjKDjmxOiD0QVKYX6cYE7H3m+aE8LytsAhHWALSrpgbQJ05qVjbzM29ggyHQf83Hl/wFVmHr8gwaEHI+pbOgb4M6s5pqG4aIUTfIFyXTxTrX1BLBwiMQ7KsKwUAAEEFAABQSwMEFAAIAAgAy3RhQwAAAAAAAAAAAAAAABYAAABnZW9nZWJyYV9qYXZhc2NyaXB0LmpzSyvNSy7JzM9TSE9P8s/zzMss0dBUqK7lAgBQSwcIRczeXRoAAAAYAAAAUEsDBBQACAAIAMt0YUMAAAAAAAAAAAAAAAAMAAAAZ2VvZ2VicmEueG1szVjdc9s2En9O/woMH/oUSwC/lZPTsTPTaWaSpnP23dzdG0hCEmKSUAlQljz9428XIClKslWlaTvRWMbXAov9+O0uNP9hW5VkIxotVX3tsQn1iKhzVch6ee21ZnGVej+8/W6+FGopsoaThWoqbq69ECllce0tkpRnSZ5cMV7kV2FYFFdZHoRXWZgmeRYkYcxCj5Ctlm9q9TOvhF7zXNzlK1HxDyrnxjJeGbN+M50+Pj5OelYT1Syny2U22erCI3DNWl97XecNHHew6TGw5D6lbPqfjx/c8Vey1obXufAIitDKt9+9mj/KulCP5FEWZgUC+ynIsRJyuQKhksj3yBSp1qCRtciN3AgNe0dDK7Sp1p4l4zWuv3I9Ug7yeKSQG1mI5tqjE5oyP/KIaqSoTUfAOkbT/oj5RopHdxb2LBtQnFGqzDgeQ377jfjUp+Q1Nsw1PjRx7Jaom6OBa3zXhK6JHE3otoeONHQ0oaMJA49spJZZKcCsvNSgN1kvGrDZMNZmVwp7n25iLzJ7DTJp+QTEAQWlOkXDPKWv8RvDN8SF6aGQbMTVNO0XMu1ZMj9JL+fpf5WkwcCUhqc8/egFOeMzTJ3gFwkajXQLrOyf/Z5wDM6JeczRjb+OYRz+LSLOpz1W5h08iF4hbec+RlQaARPMSDRDv2ckAnDECbh5RNgMmsQnAAfCIhJGMGQpibFNSJDAQkgCkhKkYwGx6IhS+Bcm9rCYRHAYziYASsKAUUiigDALqpAAlIgFJoDUD4AiikgEm5A98/GIICZhDKMgJSHcETGZMCAMYCOMgb1PAkYC3MwS4sckxvNYiFiPU7w6HOmTmJKY4YEAa4C0gzPQpyRAaeJOXbJet+ZARXlV9F2j1oMtgBoC0j7WuQB1EApfzUueiRLSwx1akpANLxERltFC1YYMgHRzy4avVzLXd8IY2KXJZ77hH7gR2x+BWve8LW2uav1Lo8w7VbZVrQnJVUmHO6uSjfr+cGsYBKOFcLwQjRbiUT95lq+CFdJqAfxVo3tyXhTvkWIfGkCTn+pyd9sI/rBW8lCM+dRmmrlo81IWktf/BmdFLqgXsk88GK/6xBOlaX8T1RR3Ow0uTLb/E42CWJXSSTD+eGTXr6SHKwncLecIviA4XIFIsHthKXScxWawEN+KvbDLxmb5/eC9vlXlfsrK/46vTdvYmgGu16BQN/WyFNZHLLIhIecPmdreOecI3Fn3uzWMqLtBtrR6JxAb/Ajy5bJrM9daGrzaQEUtDbUUtPc2WQzrbOZbCttmrrVU4L7uap2orBeT0Z6N1DaiUa/DTR+t0Pkxvbe1NB/6gZH5w15U3PBzW2VicKHDM9mfdeZ8euRj8wfR1KLsXBqM2apWO4SOvL0Quaxg6BY6lXA017/gAm62EMtG9BcvbT3mFGZX6dhZT6btUT82qnpfb+7BF44uMJ/2t5zrvJFr9DmSQRp4EHuvKqTmkEWK8T7EIIieY7YA9RhUzTvZ5MBeLYBJs8OTGl7IVgNqW7NS4AQfeVnKB958bmty1xYSaf/Li6VsgAuEIdC1LQtV86BXQph7sTWEZ2oDK/crYaMZ7jHQzx03sGMhFuBDBcl2kG50x5SAl4kSLWvvK0pRQcFHjHXyuq1EI/PB3I1lC6ppO+0Fk05/aGuiss8Qc4e07PbsnQmWX4AB4eV6xbHsZJ2z851oDgxkT/uoio5xR6dLrFdJJV0qrvjW4gF0oSEcGyjZwSPqfcnubtaHM0rxQQBbktkMezusprGzkFsxJBuwiHwCz+QHwuzhaCBTPEA9rG2JZrroYDs/yaIQ9XBbXoMPW0+AWLlGcSFSQJ4SDmDD1jWIb+PSyP86w5yYyIayQdk33qXGAMcspLsLZoaOuDhvKRvaBlvRC21Fn5eencrOnpO9w6xGQ4F1fGunK3AV6D255597/qAmMFQfpHc3e4T3sTpzVVW8LkhtCz6HTW9fgXCKWiWcofc75bSmX8jdYd0RJ7YBHY/Ak/+ObQ5z+zPGeRFGjPonQPpC4/wRd4Y6QNQbuBrUHfBYpt1TfEcdf/LUz2yZNRiusW7qiY0sB27RyC256elveqobH58gE5+FgND+A2n4JuhY3EDhdOWc4iay8aNLDeLX2omjXTrCalAuZH7e+r9YMB0aPz+x+u15qx8i8vZiRI7tat/ey679FoCXTigLg1kAMTOeRXFsQQg3iaEYoyydpUEa0Vn6FyDyTixx/nlI3p4Yh583ju5O69XPvzJgZpentkutxo51j7EuPdYzqN+fzGZjm9CgU7+fzOIwTOBRn0A3Db4C4kcwktW6lLk0g9pL9Jn3tYEaT9gi57R0exBijTXzp/q+4bXGH+Mczagk3Ce37bqBi6GaewtAbQPuCQvX3ve/tsr846X6ya0+U8bgEd7heReH4rFl+wrf2TZifxyS9tGpobZa7B9o7pERe72u+xLH8MbYwETQGax1x5/Q+kI4YQezszESX64eMqVKwetB8Oy4wNv7/59V4Z3X1KfFQguDgsYY6EEylrBzmszhFYfeYuf+6eroLxK5+JZE7oBNk4tFzkGy5ndqxGORxbckcuJEjs/i5VBkwH9bLUQj8GfyI8mn4xeX/WGj+2n+7f8BUEsHCEL+TPunBwAANxgAAFBLAQIUABQACAAIAMt0YUOMQ7KsKwUAAEEFAAAWAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAABnZW9nZWJyYV90aHVtYm5haWwucG5nUEsBAhQAFAAIAAgAy3RhQ0XM3l0aAAAAGAAAABYAAAAAAAAAAAAAAAAAbwUAAGdlb2dlYnJhX2phdmFzY3JpcHQuanNQSwECFAAUAAgACADLdGFDQv5M+6cHAAA3GAAADAAAAAAAAAAAAAAAAADNBQAAZ2VvZ2VicmEueG1sUEsFBgAAAAADAAMAwgAAAK4NAAAAAA==" enableRightClick="false" showAlgebraInput="false" enableShiftDragZoom="false" showMenuBar="false" showToolBar="false" showToolBarHelp="true" enableLabelDrags="false" showResetIcon="false" /><br />
<br />
*Process:<br />
Show the geogebra file and ask the following questions.<br />
*Developmental Questions:<br />
# What is a circle ?<br />
# Which point is the centre of the circle ?<br />
# What is the radius of this circle ?<br />
# How do you name the radius ?<br />
*Evaluation:<br />
#By what parameter is the size of a circle defined ?<br />
#Bigger the radius, _____________ <br />
*Question Corner:<br />
# How do you name a circle ?<br />
# Can you draw a circle without knowing the radius ?<br />
<br />
===Activity No # 3. Is circle a Polygon ? - A debate.===<br />
{| style="height:10px; float:right; align:center;"<br />
|<div style="width:150px;border:none; border-radius:10px;box-shadow: 5px 5px 5px #888888; background:#f5f5f5; vertical-align:top; text-align:center; padding:5px;"><br />
''[http://karnatakaeducation.org.in/?q=node/305 Click to Comment]''</div><br />
|}<br />
*Estimated Time: 40 minutes<br><br />
*Materials/ Resources needed<br />
Laptop, geogebra file, projector and a pointer.<br><br />
*Prerequisites/Instructions, if any<br />
# Ensure that lesson on polygons is done.<br />
*Multimedia resources:Laptop <br />
*Website interactives/ links/ / Geogebra Applets: This geogebra file has been created by maths STF teachers.<br />
<ggb_applet width="1280" height="600" version="4.0" ggbBase64="UEsDBBQACAAIAPKuZkMAAAAAAAAAAAAAAAAWAAAAZ2VvZ2VicmFfdGh1bWJuYWlsLnBuZ+sM8HPn5ZLiYmBg4PX0cAkC0ieAOIeDDUjqX/2bxsDAvMPTxTGk4tbbG2ezY0IlDjx888v8iEJeyIVrerO2LYufFRSulKKYKd4WeGuhUHTOx8XXLJYKqmw5O/3KXG7Rkou9hhocuzLML0l1ephGSPsk5T428VWcOMOV8+lU6+kzPNOEVJYJGJ9nnj6z4J2tON/z6dbGoYw6q04JNTg4KHy/c6bHVIAjlZfXtacngr3xj/+Va3r5OTu/v3wh0OEQ9vPY/vBilef5N4UKXwT83GhdrlT2Pq5O4aTM7283c5kiDzpISXub/zo5+aWbnp1+pW9fUfLbty9/p6x79HN7Xq9F3R6TCc+efXkfvFyp7E2HRbGabHbWrGrfLVvO3N1+5+fJwh8f7vwpf7/uTTBvo0t4+K+6BIVHp6Z+sXaIjT3yIiNTwTzfLed2mNW0nFtPdiV5snjybDacWv0o577cxfvz4+b3pG5+me3vbzXvzur1+e92tT5X/64zT75xTYXCydf39n4+7jen48aenV/2HD1mZX35bIyMg5rx//31Ox1u3brkO99GMu383a3aSVW7/ginPPz59NkXFsETs0p/lVSJ5H9T2ZN8fE2vw4P4vGWrtBoPOPHy8qo2qrxvb29nZbJLOij06WdNSXk5N4vYq7dve1+9erVi5crOa9eu/S9RKeZsMU1PSlpUUNHU8F4BFL4KAgIcHCwsTEyMjSAuhhBDI2EhBqhm/EIRTFBmpO2r1691mxw0zG7VK766Zi/xfs/PWUcFOI4mqvj3HNS372OeuezHu8V9O25UmuTF/028V/n48WMxb4WpytNPHz3Xy388mn1+98voxZ/7Vv7ZKmHxPe7Nylj5t2/fgpQ8P/Z+v+tj4dlJOSkbVCbcfDzzuPmRJ0+WHBXyeCr5e6V+3c8/zYeOrz7K9PPf3+3Jv8ruJXEu+fTnh2d4z/878uybf4vzpjw5lG5YtO/5/GyjmT2twidumZuaiuqb2+zMkNh8/MnWgxaf3gQbGhsnX+dYUpSy+eaNnQ8XHpr+cSmT5zH52gf7MjIzN2azBEUuO/6/wzt2vY7kyaXl8f326/kjdRpDXriv3fi6cOPjDMVJ4t//m+r3rY6vkTj83L639PWayQ5aNxqf9x+5PPubSN3GXR/fXm+1iKt6ePXHs5xzjzhaTk//fPHOHO0/c36/Dn++6P0b6Y8n/va76l1PK2RhQoo9SGjDQ/xA1kdzlltiIp7L0nuBWZnB09XPZZ1TQhMAUEsHCFK3UAOwAwAA8QMAAFBLAwQUAAgACADyrmZDAAAAAAAAAAAAAAAAFgAAAGdlb2dlYnJhX2phdmFzY3JpcHQuanNLK81LLsnMz1NIT0/yz/PMyyzR0FSoruUCAFBLBwhFzN5dGgAAABgAAABQSwMEFAAIAAgA8q5mQwAAAAAAAAAAAAAAAAwAAABnZW9nZWJyYS54bWzdWuty3LYV/u08BYY/+svi4n5xV/bETpx4xkk8Y7fT6Z8Ol4RWjLjkhuRKK09eoE/Rd+uT9ByA3ItlxVpZjitlIoMkDoCD7zs3kDt9tl5U5Ny3XdnUxwlLaUJ8nTdFWc+Pk1V/cmSTZ0+/mc59M/ezNiMnTbvI+uNEomRZHCczpb03eX7kxcwdSSb50YxTezRjXqgTlXEmVULIuiuf1M3P2cJ3yyz3b/NTv8heN3nWh4VP+375ZDK5uLhIx6XSpp1P5vNZuu6KhICadXecDBdPYLq9QRciiHNK2eQfP72O0x+Vdddnde4TgltYlU+/eTS9KOuiuSAXZdGfwoa5hX2c+nJ+CpsyiidkglJLQGTp87489x2M3bkNm+4XyySIZTX2P4pXpNrsJyFFeV4Wvj1OaAqLMA4gNG3p636QYMNKk3GO6XnpL+JkeBXWkQnpm6aaZTgP+f13wimn5DE2LDYcGq1jF43PqIgNj42MjYoyMg6XUVRGGRllpEjIedmVs8ofJydZ1QFwZX3SAmmb+66/rHzQZ3iw3TN7DHvqyvcgLCigGpGG55Q+xj8NfxI7JvubZDur9u3qwEXHJRmj8uZr8s9ZU2zW1B9Zkqtrtqn/AN2ow432qXaghaXC/+HvyoqCH7BivP+8BRGOP2GL08noKtPBO0h3irIDk71fdOgvwhHl0OwZUeAb2oCVK8IcNIYT8AbCFJEKbpklGltDhIEOSQSxBOWYIME5lIV/pAmTaaJgMnxqwCcJg4UkUYKw4FOSgCeR4Jfgo1yAhFJEwSBcnnGcQmgiNdwJSyToiC5pGAgKGAj3sDwnghGBg5khXBON8zGJrq4tqg5TcqIp0QwnBK8Gj47eDPKWCNyNHuAq6+Wq34MoXxTjZd8sN1yANMSjbayL8WkvFD6aVtnMV5Ae3iKThJxnFXpEWOikqXsyksjjs3mbLU/LvHvr+x5GdeTX7Dx7nfV+/RKku3HtIJs3dfembfoXTbVa1B0heVPRjc5NxXau+UZruBE7HXK3Q+106J1r89F1G+ghq87D+k3bjeJZUbxCiW1oACR/qavL563PzpZNub+N6SRkmqlf5VVZlFn9dzBWXAVxIZvEE8LVmHiUs6MmTVu8vezAhMn6n75t0BskJFtKDWdOaM4EhJ/L2HXkmEmVU1ZwY5gR1IJyeYbeZ1NDrZGMaSut5g7GfLRHgM+Glf35hqFs7bebnbfo2Ts3r7rnTbV9FPb/Ilv2qzbUDKBdi5v6tp5XPthI8GxIyPnZrFm/jcYh4lzvLpdwR6MGs3nAnUBs4ArS5XxoZ7ENMqjaRooGGRok6GhtZbHpZ44HidDOYhukwHyjasNW2bhNRsdlyi5ENJoMfjNGKzR+TO+ruuxfjzd9mZ9tt4oDfl4tZn5jQvtzsruaczr5wMamZ76tfTWYNJC5alZd9NAday98Xi7gNnYMkGRI199Agfi08PPWj4pXoR6LgIVeumusVx6HqV62zeJVff4ObOEDBaaTUctpl7flEm2OzCANnPmtVRVll0EWKXbHoQ/C1nPMFgBPj9CAd67606YNFRcEFWjR9Sq/gEqL9MG86tXCt2W+AToLpRsotRr0NumgOaJMmtmvEO02CTGO2dII3dcYIMmq5WkWCr7BzLJL3+5BE2b7qSmGhQe5rsJKkSzKWFsssjWWojDfrINA2EOxDFzU22I5ajYGEkqxFIchNl5dwpXGi5Ny7TdhHjAq34NNZHub2TpCDzH6DArRLtRG/eCX4eLHsih8vdE2q8F6AgcQpZbROpfeR8PeDFzC5kM82OF9oOUKQSGEbKD+NvlcKkLU2JBBb0gGvfH22Me2N7hDh0wcMSFTCLBcGcuoMJyqwMsR0yKFkOsURGDqBHMmIe/jsSseOxAJDJF7aTU+/cDPbgrn8wcBJ0uZ2IFT7MDp7hzOvFkssrogdahb3zTV5bypk20llVG0UpIxRJdkHENKRHDVj/1LGMWiTD7I/AvvoVKZQQNFChxqMyhPsMCAyuQEGihK5tDY4+QFNO44+Q4ngMm+xxZmeoktTPVD1HjQ8yMGEDUeKY663NbfrzedHbJ2bYcpEaxHsVsHxk9YeOfneLdRJP+EjR+u6IFWvrVVGApnzu1/nBsZjJWnzu48ZzaYqnQq1Rbs11ENh0am9e0Ds/+tjkO6WDaUi2VV5mW/sc0KfexV3UMR4UMWvVobnHm/xKLsl/pdm9Udvu2JMjs1xw1JQXv/v6HliKfccSmt5E5LwTmGiksMFY5KR510UAwbhm9AMICwlFNptBVQdktJxcNhZfa1OclW67Iqs/ZyfwcfkOVYOJoIKYTjPEZ7mmoqNdNwfJEKHEZFFzqSRqZGG2apFlZIYx8MWcV9IIulgDkVwIvUUirGWaSLp1pZqyS+sqScYUGLbCmnU26F0xYIc4Y9GLL8PSAL4pqwjinJIOpp5qgcuTKMOmBKUain8G0BUsU1S60EkqQFdq0QD4ark3vAFU+BKRfiHwfHsmqMgoYzTS1VBggzEjwIyeJGA4dOUgkdzEr3YLia3wuuhDZc40HPas2tHIoLyxiUdvgYagwFxR1SpZlIoeTjzCqGDJt7S9X+SfPFrU6a+M1gHptZbL5osuIOQiAcz61gzKKbDAdJloLrAClSMm4t1uxf+Fz+3T1BywrI2AAMhVrMDmgpm0I8AkunkC7gCMO/OFrf3we0BE+lg1yJEVtINRwxAC6TMmEtFrNcUPXFwXp5L8BScMZSRjhpBJWQ4ra2JYwxEqoObin78qb1wz1By3EDhbYS1GmxjVoc6jUrNHioVtreDVjrZQvJB9/ZjRD4dQ9pFDqOk7/8tmr6v/ZtGV7zx7swwz7GOCTZH3/jNJ43dVHGd4b4pW2Qzsh///0fIq5SMX4sGjJ9SPy3JSN8wex8W55sv/YNn/qTMcmO78X6rO3fIJgkcGShiJbg6xqqNcMhaEaS4HAKB1mquIRQSZ3b4+jTsPM92LvfVll7AOj8bkCXV0FHsLdviOln2P/nQK5TDRkbwgcUXYwNhxntUsG1NZRB5cW4PhBxsYf4En+xM2/qm2Mu7gZzdRXz6z43/XmAw9ldCCYhNGvn+HAiMRTwFvgTJw71rJWHwS334D7168PQlneDtr4O7d0v0F8FcQgfDsosCogzy/lQUxgBkR/OgVDCGoj+lh8GutoDPS/b/JBQru4Gc/MVTBx/EvXHgDMJxa3SzCk4noFJu+F1FlZ3FHILvrtnhlF+IOR6D/JXHYmok4wMH5jIs5szoG93Jv4gU2LzFUyaKZk6Go6+3BonxfB+lzGWKq2UxXdOjgpxbeCe7P4UIPziZvjN6NP/AVBLBwgQIbK8vwkAANAqAABQSwECFAAUAAgACADyrmZDUrdQA7ADAADxAwAAFgAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAAZ2VvZ2VicmFfdGh1bWJuYWlsLnBuZ1BLAQIUABQACAAIAPKuZkNFzN5dGgAAABgAAAAWAAAAAAAAAAAAAAAAAPQDAABnZW9nZWJyYV9qYXZhc2NyaXB0LmpzUEsBAhQAFAAIAAgA8q5mQxAhsry/CQAA0CoAAAwAAAAAAAAAAAAAAAAAUgQAAGdlb2dlYnJhLnhtbFBLBQYAAAAAAwADAMIAAABLDgAAAAA=" enableRightClick="false" showAlgebraInput="false" enableShiftDragZoom="false" showMenuBar="false" showToolBar="false" showToolBarHelp="true" enableLabelDrags="false" showResetIcon="false" /><br />
*Process:<br />
Demonstrate the geogebra file and ask the questions listed below.<br />
*Developmental Questions:<br />
# How many sides does this figure have ?<br />
# Name the figure formed.<br />
# What is hapenning to the length of the sides as the number of sides is increased ?<br />
# What shape is this ?<br />
# So, can circle be considered a polygon ? Justify<br />
*Evaluation:<br />
# Are the students able to comprehend that the number of sides is getting infinite as the shape resembles a circle ?<br />
# Are the students able to appreciate the application of polygon anology to circles.<br />
*Question Corner;<br />
Debate between two groups with these two perspectives.<br><br />
#Circle seems to have derived from polygons . Circle can be considered a polygon.<br />
Vs <br />
#A polygon is defined by a certain number of sides having non zero length. Then how can circle be a polygon ? (hint: all radii in a circle should be equal ???)<br />
<br />
= Hints for difficult problems =<br />
== Problem-1==<br />
#Tanjents AP and AQ are drawn to circle with centre O, from an external point A. Prove that ∠PAQ=2.∠OPQ <br><br />
[[http://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php/Class10_circles_tangents_problems '''Solution''']]<br />
<br />
== Ex 4.4.2==<br />
#Suppose two chords of a circle are equidistant from the centre of the circle, prove that the chords have equal length.<br />
'''DATA''' :- Let AB & CD are the two chords which are equidistant from the centre 'O' of the circle. [ Here OP is the perpendicular distance from the centre O to the chord AB and OQ is the perpendicular distance from the centre O to the chord CD] OP = OQ.<br />
<br />
'''TO PROVE :-''' AB = CD,<br />
<br />
'''CONSTRUCTION :-''' Join OA & OD.<br />
<br />
'''PROOF :-'''<br />
{[Consider In ∆AOP & ∆DOQ <br />
OA = OD<br />
OP = OQ<br />
Angle APO = Angle DQO<br />
∆AOP ≡ ∆DOQ <br />
AP = DQ<br />
Let AB = AP + BP<br />
= AP + AP<br />
= 2AP<br />
AB = 2DQ ---------- 1.<br />
and CD = CQ + DQ<br />
= DQ + DQ<br />
CD = 2DQ --------- 2.<br />
From equtn 1 & equtn 2<br />
AB = CD<br />
<br />
Radii of the circle<br />
Equi distances from circle<br />
<br />
SAS Axiom<br />
Acording to properties of SAS axiom.<br />
<br />
Perpendicular drawn from centre to chord which <br />
bisect the chord, i.e. AP = BP.<br />
<br />
<br />
Perpendicular drawn from centre to chord which <br />
bisect the chord, i.e. CQ = DQ<br />
Acording to AXIOM-1]}<br />
<br />
angle<br />
{|class="wikitable"<br />
|-<br />
|'''Steps'''<br />
|'''Explanation'''<br />
|-<br />
|[[Image:solution.png|300px]]<br />
|Explanation for thestep<br />
|-angle<br />
|Write the step<br />
|Explanation for thestep<br />
|}<br />
|}<br />
<br />
= Project Ideas =<br />
{{#widget:YouTube|id=2xOkEnUu_eY}}<br />
<br />
= Math Fun =</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%95%E0%A4%A8%E0%A5%8A%E0%A4%9F%E0%A4%95_-_%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%AA%E0%A4%A6%E0%A4%BE_(%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AC%E0%A4%82%E0%A4%A7)&diff=25989कनॊटक - संपदा (निबंध)2016-12-20T12:05:18Z<p>Rajkumar: /* व्याकरण / सजावट / पिंगल */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=B_ki0EBesOc}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter08.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. पश्चिमि घाट किसे कहते हैं ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के दक्षिण से उत्तर तक फैलि पर्वतमालाओं को पश्चिमि घाट कहते हैं ।<br><br />
2. कर्नाटक में कौन-कौन से जलप्रपात हैं ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक में जोग, अब्बी, गोकाक, शिवनसमुद्र आदि जलप्रपात हैं ।<br><br />
3. श्रवणबेलगोल की गोमटेश्वर की मूर्ति ऊँचाई कितनी है ?<br><br />
उत्तर :- श्रवणबेलगोल की गोमटेश्वर की मूर्ति ऊँचाई 57 फुट है ।<br><br />
4. ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कान्नड के कवियों के नाम बताइए ।<br><br />
उत्तर :- ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कान्नड के कवियों के नाम इस प्रकार है- कुवेंपु, द.रा. बेंद्रे, शिवराम <br />
कारंत, मास्ति वेंकटेश अय्यंगार, वि.कृ.गोकाक, यू.आर.अनंतमूर्ति, गिरिश कार्नाड तथा<br />
चंद्रशेखर कंबार ।<br><br />
5. किस नगर को सिलिकॉन सिटी कहा है ?<br><br />
उत्तर :- बेंगलूरु नगर को सिलिकॉन सिटी कहा जाता है ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. भद्रावती के दो प्रमुख कारखानों के नाम लिखिए।<br><br />
उत्तर :- भद्रावति में कागज, लोहे तथा इस्पात के कारखाने है ।<br><br />
2. सेंट फिलोमिना चर्च किस नगर में है ?<br><br />
उत्तर :- सेंट फिलोमिना चर्च मैसूर नगर में है ।<br><br />
3. विजयपुर नगर का प्रमुख आकर्षक स्थान कौन-सा है ?<br><br />
उत्तर :- विजयपुर नगर का प्रमुख आकर्षक स्थान गोलगुंबज़ है ।<br><br />
4. ‘सिलिकॉन सिटी’ नाम से प्रख्यात नगर कौन-सा है ?<br><br />
उत्तर :- ‘सिलिकॉन सिटी’ नाम से प्रख्यात नगर बेंगलूरु है ।<br><br />
5. अरबी समुद्र कर्नाटक की किस दिशा में है ?<br><br />
उत्तर :- अरबी समुद्र कर्नाटक की पश्चिम दिशा में है ।<br><br />
6. कर्नाटक की दक्षिण दिशा में कौन-सी पर्वतमालाएँ शोभायमान है ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की दक्षिण दिशा में नीलगिरी की पर्वतमालाएँ शोभायमान है ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br />
1. कर्नाटक की प्रमुख नदियाँ और जलप्रपात कौन-कौन-से हैं ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की प्रमुख नदियाँ है- कावेरी, कृष्णा, तुंगभद्रा आदि ।<br />
कर्नाटक के प्रमुख जलप्रपात है- जोग, अब्बी, गोकाक, शिवनसमुद्र आदि ।<br><br />
2. कर्नाटक के किन सहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के निम्न साहित्यकरों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है-<br />
कुवेंपु, द.रा. बेंद्रे, शिवराम कारंत, मास्ति वेंकटेश अय्यंगार, वि.कृ.गोकाक, <br />
यू.आर.अनंतमूर्ति, गिरिश कार्नाड तथा चंद्रशेखर कंबार ।<br><br />
3. बाँध और जलाशयों के क्या उपयोग है ?<br><br />
उत्तर :- नदियों पर बाँध बनाये जाने से हजारों एकड़ की जमीन को सींचा जा <br />
सकता है । जलाशयों से ऊर्जा(बिजली)- उत्पादन किया जा सकता है ।<br><br />
4. कर्नाटक के प्रमुख राजवंशों के नाम लिखिए ।<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के प्रमुख राजवंशों के नाम है- गंग, कदंब, राष्ट्रकूट, चालुक्य, हो॓यसल,<br />
ओडेयर आदि ।<br><br />
5. बेंगलूरु में कौन-कौन-सी बृहत् संस्थाएँ है ?<br><br />
उत्तर :- बेंगलूरु में भारतीय विज्ञान संस्थान, एच.ए.एल., एच.एम.टी., आई.टी.आई., <br />
बी.एच.ई.एल., बी.ई.एल., जैसी बृहत संस्थाएँ हैं ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. कर्नाटक के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन कीजिए ।<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की प्राकृतिक सौंदर्य नयन मनोहर है । पश्चिम में विशाल अरब्बी समुद्र <br />
लहराता है । इसी प्रांत में दक्षिण से उत्तर के छोर तक फैली लंबी पर्वतमालाओँ को<br />
पश्चिमी घाट कहते हैं । इन्हीं घाटों का कुछ भाग सहयाद्रि कहलाता है । दक्षिण में <br />
नीलगिरी की पर्वतावलियाँ शोभायमान हैं ।<br><br />
2. कर्नाटक की शिल्पकला का परिचय दीजिए ।<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की शिल्पकला अनोखी है । बादामी, ऐहोले, पट्टदकल्लु में जो मंदिर हैं, उनकी<br />
शिल्पकला और वास्तुकला अदभूत हैं । बेलूर, हलेबीडु तथा सोमनाथपुर के मंदिरों की <br />
मूर्तियाँ सजीव लगती है । ये मूर्तियाँ हमें रामायण, महाभारत तथा पुराणों की कहानियाँ<br />
सुनाती है । श्रवणबेलगोल की 57 फुट ऊँची गोमटेश्वर की प्रतिमा दुनिया को त्याग <br />
और शांति का संदेश दे रही है । विजयपुर का गोलगुंबज, मैसूर का राजमहल, प्रचिन <br />
सेंट फिलोमिना चर्च आदि स्थान अत्यंत आकर्षणीय है ।<br><br />
3. कर्नाटक के सहित्यकारों की कन्नड भाषा तथा संस्कृति को क्या देन है ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के अनेक सहित्यकारों ने सारे संसार में कर्नाटक की कीर्ति फैलायी है । <br />
बसवण्णा समाज सुधारक थे । अक्कमहादेवी, अल्लमप्रभु, सर्वज्ञ जैसे संतों ने प्रेम, दया<br />
और धर्म की सीख दी है । पुरंदरदास, कनकदास आदि कवियों ने भक्ति, नीति, सदाचार<br />
के गीत गाये हैं । पंप, रन्न, पोन्न, कुमारव्यास, हरिहर, राघवांक आदि कवियों ने <br />
महान काव्य की रचना की । अब तक कर्नाटक के आठ साहित्यकारों को ज्ञानपीठ <br />
पुरस्कार मिल चुका है । इस प्रकार उपरयुक्त सभी साहित्यकारों ने कन्नड भाषा तथा <br />
संस्कृति को समृध्द बनाया है ।<br><br />
<br />
ई. रिक्त स्थान :<br><br />
1. कर्नाटक को चंदन का आगार कहते हैं । <br><br />
2. गोमटेश्वर की प्रतिमा दुनिया को त्याग और शांति का संदेश दे रही है । <br><br />
3. मैसूर का राजमहल कर्नाटक के वैभव का प्रतीक है । <br><br />
4. कर्नाटक के अनेक साहित्यकारों ने सारे संसार में कर्नाटक की कीर्ति फैलायी है ।<br><br />
<br />
उ. कन्नड में अनुवाद :<br><br />
1. ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಕನ್ನಡ ಭಾಷೆ ಮಾತನಾಡಲಾಗುತ್ತದೆ ಹಾಗೂ ಇದರ ರಾಜಧಾನಿ ಬೆಂಗಳೂರು ಆಗಿದೆ.<br><br />
2. ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಶ್ರೀಗಂಧದ ಮರಗಳು ಹೆಚ್ಚಿನ ಪ್ರಮಾಣದಲ್ಲಿವೆ.<br><br />
3. ಜಗನಮೋಹನ ರಾಜರ ಅರಮನೆಯ ಪ್ರಾಚೀನ ವಸ್ತುಸಂಗ್ರಹಾಲಯ ಅತ್ಯಂತ ಆಕರ್ಷಕವಾಗಿದೆ.<br><br />
4. ವಚನಕಾರ ಬಸವಣ್ಣ ಕ್ರಾಂತಿಕಾರಿ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗಿದ್ದರು.<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऊ. पर्यायवाची शब्द : <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऋ. विलोम शब्द : <br />
|-<br />
|1. समुद्र रत्नाकर सिंधु||1. कुरुप<br />
|-<br />
|2. घर गृह मकान||2. स्वदेश<br />
|-<br />
|3. पानी वारि अंबु ||3. अनादि<br />
|-<br />
|4. नभ गगन आसमान ||4. निर्जीव<br />
|-<br />
| || 5. दुराचार<br />
|-<br />
| || 6. निर्यात<br />
|}<br />
<br />
<br />
'''ए. बहुवचन रुप :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
|1. मूर्तियाँ||2. उपलब्दियाँ<br />
|-<br />
|3. कृतियाँ||4. नीतियाँ<br />
|-<br />
|5. संस्कृतियाँ||6. पद्धतियाँ<br />
|}<br />
<br />
<br />
'''ऐ. विच्छेद के द्वारा संधि का नाम :'''<br><br />
1. दिग्गज = दिक् + अज (व्यंजन संधि)<br><br />
2. पर्वतावली = पर्वत + आवली (दीर्घ संधि)<br><br />
3. संग्रहालया = संग्रह + आलय (दीर्घ संधि)<br><br />
4. जलाशय = जल + आशय (दीर्घ संधि)<br><br />
5. जगनमोहन = जगत् + मोहन (व्यंजन संधि)<br><br />
6. सदाचार = सत् + आचार (व्यंजन संधि)<br><br />
7. अत्यंत = अति + अंत (यण् संधि)<br><br />
<br />
'''ओ. विग्रह के द्वारा समास का नाम :'''<br><br />
1. देश-विदेश = देश और विदेश (द्वंद्व समास)<br><br />
2. जलप्रपात = जल से प्रपात (तत्पुरुष समास)<br><br />
3. राजवंश = राजा का वंश (तत्पुरुष समास)<br><br />
4. राजमहल = राजा का महल (तत्पुरुष समास)<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%95%E0%A4%A8%E0%A5%8A%E0%A4%9F%E0%A4%95_-_%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%AA%E0%A4%A6%E0%A4%BE_(%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AC%E0%A4%82%E0%A4%A7)&diff=25988कनॊटक - संपदा (निबंध)2016-12-20T12:03:52Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=B_ki0EBesOc}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter08.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. पश्चिमि घाट किसे कहते हैं ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के दक्षिण से उत्तर तक फैलि पर्वतमालाओं को पश्चिमि घाट कहते हैं ।<br><br />
2. कर्नाटक में कौन-कौन से जलप्रपात हैं ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक में जोग, अब्बी, गोकाक, शिवनसमुद्र आदि जलप्रपात हैं ।<br><br />
3. श्रवणबेलगोल की गोमटेश्वर की मूर्ति ऊँचाई कितनी है ?<br><br />
उत्तर :- श्रवणबेलगोल की गोमटेश्वर की मूर्ति ऊँचाई 57 फुट है ।<br><br />
4. ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कान्नड के कवियों के नाम बताइए ।<br><br />
उत्तर :- ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कान्नड के कवियों के नाम इस प्रकार है- कुवेंपु, द.रा. बेंद्रे, शिवराम <br />
कारंत, मास्ति वेंकटेश अय्यंगार, वि.कृ.गोकाक, यू.आर.अनंतमूर्ति, गिरिश कार्नाड तथा<br />
चंद्रशेखर कंबार ।<br><br />
5. किस नगर को सिलिकॉन सिटी कहा है ?<br><br />
उत्तर :- बेंगलूरु नगर को सिलिकॉन सिटी कहा जाता है ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. भद्रावती के दो प्रमुख कारखानों के नाम लिखिए।<br><br />
उत्तर :- भद्रावति में कागज, लोहे तथा इस्पात के कारखाने है ।<br><br />
2. सेंट फिलोमिना चर्च किस नगर में है ?<br><br />
उत्तर :- सेंट फिलोमिना चर्च मैसूर नगर में है ।<br><br />
3. विजयपुर नगर का प्रमुख आकर्षक स्थान कौन-सा है ?<br><br />
उत्तर :- विजयपुर नगर का प्रमुख आकर्षक स्थान गोलगुंबज़ है ।<br><br />
4. ‘सिलिकॉन सिटी’ नाम से प्रख्यात नगर कौन-सा है ?<br><br />
उत्तर :- ‘सिलिकॉन सिटी’ नाम से प्रख्यात नगर बेंगलूरु है ।<br><br />
5. अरबी समुद्र कर्नाटक की किस दिशा में है ?<br><br />
उत्तर :- अरबी समुद्र कर्नाटक की पश्चिम दिशा में है ।<br><br />
6. कर्नाटक की दक्षिण दिशा में कौन-सी पर्वतमालाएँ शोभायमान है ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की दक्षिण दिशा में नीलगिरी की पर्वतमालाएँ शोभायमान है ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br />
1. कर्नाटक की प्रमुख नदियाँ और जलप्रपात कौन-कौन-से हैं ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की प्रमुख नदियाँ है- कावेरी, कृष्णा, तुंगभद्रा आदि ।<br />
कर्नाटक के प्रमुख जलप्रपात है- जोग, अब्बी, गोकाक, शिवनसमुद्र आदि ।<br><br />
2. कर्नाटक के किन सहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के निम्न साहित्यकरों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है-<br />
कुवेंपु, द.रा. बेंद्रे, शिवराम कारंत, मास्ति वेंकटेश अय्यंगार, वि.कृ.गोकाक, <br />
यू.आर.अनंतमूर्ति, गिरिश कार्नाड तथा चंद्रशेखर कंबार ।<br><br />
3. बाँध और जलाशयों के क्या उपयोग है ?<br><br />
उत्तर :- नदियों पर बाँध बनाये जाने से हजारों एकड़ की जमीन को सींचा जा <br />
सकता है । जलाशयों से ऊर्जा(बिजली)- उत्पादन किया जा सकता है ।<br><br />
4. कर्नाटक के प्रमुख राजवंशों के नाम लिखिए ।<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के प्रमुख राजवंशों के नाम है- गंग, कदंब, राष्ट्रकूट, चालुक्य, हो॓यसल,<br />
ओडेयर आदि ।<br><br />
5. बेंगलूरु में कौन-कौन-सी बृहत् संस्थाएँ है ?<br><br />
उत्तर :- बेंगलूरु में भारतीय विज्ञान संस्थान, एच.ए.एल., एच.एम.टी., आई.टी.आई., <br />
बी.एच.ई.एल., बी.ई.एल., जैसी बृहत संस्थाएँ हैं ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. कर्नाटक के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन कीजिए ।<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की प्राकृतिक सौंदर्य नयन मनोहर है । पश्चिम में विशाल अरब्बी समुद्र <br />
लहराता है । इसी प्रांत में दक्षिण से उत्तर के छोर तक फैली लंबी पर्वतमालाओँ को<br />
पश्चिमी घाट कहते हैं । इन्हीं घाटों का कुछ भाग सहयाद्रि कहलाता है । दक्षिण में <br />
नीलगिरी की पर्वतावलियाँ शोभायमान हैं ।<br><br />
2. कर्नाटक की शिल्पकला का परिचय दीजिए ।<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की शिल्पकला अनोखी है । बादामी, ऐहोले, पट्टदकल्लु में जो मंदिर हैं, उनकी<br />
शिल्पकला और वास्तुकला अदभूत हैं । बेलूर, हलेबीडु तथा सोमनाथपुर के मंदिरों की <br />
मूर्तियाँ सजीव लगती है । ये मूर्तियाँ हमें रामायण, महाभारत तथा पुराणों की कहानियाँ<br />
सुनाती है । श्रवणबेलगोल की 57 फुट ऊँची गोमटेश्वर की प्रतिमा दुनिया को त्याग <br />
और शांति का संदेश दे रही है । विजयपुर का गोलगुंबज, मैसूर का राजमहल, प्रचिन <br />
सेंट फिलोमिना चर्च आदि स्थान अत्यंत आकर्षणीय है ।<br><br />
3. कर्नाटक के सहित्यकारों की कन्नड भाषा तथा संस्कृति को क्या देन है ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के अनेक सहित्यकारों ने सारे संसार में कर्नाटक की कीर्ति फैलायी है । <br />
बसवण्णा समाज सुधारक थे । अक्कमहादेवी, अल्लमप्रभु, सर्वज्ञ जैसे संतों ने प्रेम, दया<br />
और धर्म की सीख दी है । पुरंदरदास, कनकदास आदि कवियों ने भक्ति, नीति, सदाचार<br />
के गीत गाये हैं । पंप, रन्न, पोन्न, कुमारव्यास, हरिहर, राघवांक आदि कवियों ने <br />
महान काव्य की रचना की । अब तक कर्नाटक के आठ साहित्यकारों को ज्ञानपीठ <br />
पुरस्कार मिल चुका है । इस प्रकार उपरयुक्त सभी साहित्यकारों ने कन्नड भाषा तथा <br />
संस्कृति को समृध्द बनाया है ।<br><br />
<br />
ई. रिक्त स्थान :<br><br />
1. कर्नाटक को चंदन का आगार कहते हैं । <br><br />
2. गोमटेश्वर की प्रतिमा दुनिया को त्याग और शांति का संदेश दे रही है । <br><br />
3. मैसूर का राजमहल कर्नाटक के वैभव का प्रतीक है । <br><br />
4. कर्नाटक के अनेक साहित्यकारों ने सारे संसार में कर्नाटक की कीर्ति फैलायी है ।<br><br />
<br />
उ. कन्नड में अनुवाद :<br><br />
1. ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಕನ್ನಡ ಭಾಷೆ ಮಾತನಾಡಲಾಗುತ್ತದೆ ಹಾಗೂ ಇದರ ರಾಜಧಾನಿ ಬೆಂಗಳೂರು ಆಗಿದೆ.<br><br />
2. ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಶ್ರೀಗಂಧದ ಮರಗಳು ಹೆಚ್ಚಿನ ಪ್ರಮಾಣದಲ್ಲಿವೆ.<br><br />
3. ಜಗನಮೋಹನ ರಾಜರ ಅರಮನೆಯ ಪ್ರಾಚೀನ ವಸ್ತುಸಂಗ್ರಹಾಲಯ ಅತ್ಯಂತ ಆಕರ್ಷಕವಾಗಿದೆ.<br><br />
4. ವಚನಕಾರ ಬಸವಣ್ಣ ಕ್ರಾಂತಿಕಾರಿ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗಿದ್ದರು.<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऊ. पर्यायवाची शब्द : <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऋ. विलोम शब्द : <br />
|-<br />
|1. समुद्र रत्नाकर सिंधु||1. कुरुप<br />
|-<br />
|2. घर गृह मकान||2. स्वदेश<br />
|-<br />
|3. पानी वारि अंबु ||3. अनादि<br />
|-<br />
|4. नभ गगन आसमान ||4. निर्जीव<br />
|-<br />
| || 5. दुराचार<br />
|-<br />
| || 6. निर्यात<br />
|}<br />
<br />
<br />
'''ए. बहुवचन रुप :'''<br><br />
|-<br />
|1. मूर्तियाँ||2. उपलब्दियाँ<br />
|-<br />
|3. कृतियाँ||4. नीतियाँ<br />
|-<br />
|5. संस्कृतियाँ||6. पद्धतियाँ<br />
|}<br />
<br />
<br />
'''ऐ. विच्छेद के द्वारा संधि का नाम :'''<br><br />
1. दिग्गज = दिक् + अज (व्यंजन संधि)<br><br />
2. पर्वतावली = पर्वत + आवली (दीर्घ संधि)<br><br />
3. संग्रहालया = संग्रह + आलय (दीर्घ संधि)<br><br />
4. जलाशय = जल + आशय (दीर्घ संधि)<br><br />
5. जगनमोहन = जगत् + मोहन (व्यंजन संधि)<br><br />
6. सदाचार = सत् + आचार (व्यंजन संधि)<br><br />
7. अत्यंत = अति + अंत (यण् संधि)<br><br />
<br />
'''ओ. विग्रह के द्वारा समास का नाम :'''<br><br />
1. देश-विदेश = देश और विदेश (द्वंद्व समास)<br><br />
2. जलप्रपात = जल से प्रपात (तत्पुरुष समास)<br><br />
3. राजवंश = राजा का वंश (तत्पुरुष समास)<br><br />
4. राजमहल = राजा का महल (तत्पुरुष समास)<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%95%E0%A4%A8%E0%A5%8A%E0%A4%9F%E0%A4%95_-_%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%AA%E0%A4%A6%E0%A4%BE_(%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AC%E0%A4%82%E0%A4%A7)&diff=25987कनॊटक - संपदा (निबंध)2016-12-20T12:02:38Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=B_ki0EBesOc}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter08.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. पश्चिमि घाट किसे कहते हैं ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के दक्षिण से उत्तर तक फैलि पर्वतमालाओं को पश्चिमि घाट कहते हैं ।<br><br />
2. कर्नाटक में कौन-कौन से जलप्रपात हैं ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक में जोग, अब्बी, गोकाक, शिवनसमुद्र आदि जलप्रपात हैं ।<br><br />
3. श्रवणबेलगोल की गोमटेश्वर की मूर्ति ऊँचाई कितनी है ?<br><br />
उत्तर :- श्रवणबेलगोल की गोमटेश्वर की मूर्ति ऊँचाई 57 फुट है ।<br><br />
4. ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कान्नड के कवियों के नाम बताइए ।<br><br />
उत्तर :- ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कान्नड के कवियों के नाम इस प्रकार है- कुवेंपु, द.रा. बेंद्रे, शिवराम <br />
कारंत, मास्ति वेंकटेश अय्यंगार, वि.कृ.गोकाक, यू.आर.अनंतमूर्ति, गिरिश कार्नाड तथा<br />
चंद्रशेखर कंबार ।<br><br />
5. किस नगर को सिलिकॉन सिटी कहा है ?<br><br />
उत्तर :- बेंगलूरु नगर को सिलिकॉन सिटी कहा जाता है ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. भद्रावती के दो प्रमुख कारखानों के नाम लिखिए।<br><br />
उत्तर :- भद्रावति में कागज, लोहे तथा इस्पात के कारखाने है ।<br><br />
2. सेंट फिलोमिना चर्च किस नगर में है ?<br><br />
उत्तर :- सेंट फिलोमिना चर्च मैसूर नगर में है ।<br><br />
3. विजयपुर नगर का प्रमुख आकर्षक स्थान कौन-सा है ?<br><br />
उत्तर :- विजयपुर नगर का प्रमुख आकर्षक स्थान गोलगुंबज़ है ।<br><br />
4. ‘सिलिकॉन सिटी’ नाम से प्रख्यात नगर कौन-सा है ?<br><br />
उत्तर :- ‘सिलिकॉन सिटी’ नाम से प्रख्यात नगर बेंगलूरु है ।<br><br />
5. अरबी समुद्र कर्नाटक की किस दिशा में है ?<br><br />
उत्तर :- अरबी समुद्र कर्नाटक की पश्चिम दिशा में है ।<br><br />
6. कर्नाटक की दक्षिण दिशा में कौन-सी पर्वतमालाएँ शोभायमान है ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की दक्षिण दिशा में नीलगिरी की पर्वतमालाएँ शोभायमान है ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br />
1. कर्नाटक की प्रमुख नदियाँ और जलप्रपात कौन-कौन-से हैं ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की प्रमुख नदियाँ है- कावेरी, कृष्णा, तुंगभद्रा आदि ।<br />
कर्नाटक के प्रमुख जलप्रपात है- जोग, अब्बी, गोकाक, शिवनसमुद्र आदि ।<br><br />
2. कर्नाटक के किन सहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के निम्न साहित्यकरों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है-<br />
कुवेंपु, द.रा. बेंद्रे, शिवराम कारंत, मास्ति वेंकटेश अय्यंगार, वि.कृ.गोकाक, <br />
यू.आर.अनंतमूर्ति, गिरिश कार्नाड तथा चंद्रशेखर कंबार ।<br><br />
3. बाँध और जलाशयों के क्या उपयोग है ?<br><br />
उत्तर :- नदियों पर बाँध बनाये जाने से हजारों एकड़ की जमीन को सींचा जा <br />
सकता है । जलाशयों से ऊर्जा(बिजली)- उत्पादन किया जा सकता है ।<br><br />
4. कर्नाटक के प्रमुख राजवंशों के नाम लिखिए ।<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के प्रमुख राजवंशों के नाम है- गंग, कदंब, राष्ट्रकूट, चालुक्य, हो॓यसल,<br />
ओडेयर आदि ।<br><br />
5. बेंगलूरु में कौन-कौन-सी बृहत् संस्थाएँ है ?<br><br />
उत्तर :- बेंगलूरु में भारतीय विज्ञान संस्थान, एच.ए.एल., एच.एम.टी., आई.टी.आई., <br />
बी.एच.ई.एल., बी.ई.एल., जैसी बृहत संस्थाएँ हैं ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. कर्नाटक के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन कीजिए ।<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की प्राकृतिक सौंदर्य नयन मनोहर है । पश्चिम में विशाल अरब्बी समुद्र <br />
लहराता है । इसी प्रांत में दक्षिण से उत्तर के छोर तक फैली लंबी पर्वतमालाओँ को<br />
पश्चिमी घाट कहते हैं । इन्हीं घाटों का कुछ भाग सहयाद्रि कहलाता है । दक्षिण में <br />
नीलगिरी की पर्वतावलियाँ शोभायमान हैं ।<br><br />
2. कर्नाटक की शिल्पकला का परिचय दीजिए ।<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक की शिल्पकला अनोखी है । बादामी, ऐहोले, पट्टदकल्लु में जो मंदिर हैं, उनकी<br />
शिल्पकला और वास्तुकला अदभूत हैं । बेलूर, हलेबीडु तथा सोमनाथपुर के मंदिरों की <br />
मूर्तियाँ सजीव लगती है । ये मूर्तियाँ हमें रामायण, महाभारत तथा पुराणों की कहानियाँ<br />
सुनाती है । श्रवणबेलगोल की 57 फुट ऊँची गोमटेश्वर की प्रतिमा दुनिया को त्याग <br />
और शांति का संदेश दे रही है । विजयपुर का गोलगुंबज, मैसूर का राजमहल, प्रचिन <br />
सेंट फिलोमिना चर्च आदि स्थान अत्यंत आकर्षणीय है ।<br><br />
3. कर्नाटक के सहित्यकारों की कन्नड भाषा तथा संस्कृति को क्या देन है ?<br><br />
उत्तर :- कर्नाटक के अनेक सहित्यकारों ने सारे संसार में कर्नाटक की कीर्ति फैलायी है । <br />
बसवण्णा समाज सुधारक थे । अक्कमहादेवी, अल्लमप्रभु, सर्वज्ञ जैसे संतों ने प्रेम, दया<br />
और धर्म की सीख दी है । पुरंदरदास, कनकदास आदि कवियों ने भक्ति, नीति, सदाचार<br />
के गीत गाये हैं । पंप, रन्न, पोन्न, कुमारव्यास, हरिहर, राघवांक आदि कवियों ने <br />
महान काव्य की रचना की । अब तक कर्नाटक के आठ साहित्यकारों को ज्ञानपीठ <br />
पुरस्कार मिल चुका है । इस प्रकार उपरयुक्त सभी साहित्यकारों ने कन्नड भाषा तथा <br />
संस्कृति को समृध्द बनाया है ।<br><br />
<br />
ई. रिक्त स्थान :<br><br />
1. कर्नाटक को चंदन का आगार कहते हैं । <br><br />
2. गोमटेश्वर की प्रतिमा दुनिया को त्याग और शांति का संदेश दे रही है । <br><br />
3. मैसूर का राजमहल कर्नाटक के वैभव का प्रतीक है । <br><br />
4. कर्नाटक के अनेक साहित्यकारों ने सारे संसार में कर्नाटक की कीर्ति फैलायी है ।<br><br />
<br />
उ. कन्नड में अनुवाद :<br><br />
1. ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಕನ್ನಡ ಭಾಷೆ ಮಾತನಾಡಲಾಗುತ್ತದೆ ಹಾಗೂ ಇದರ ರಾಜಧಾನಿ ಬೆಂಗಳೂರು ಆಗಿದೆ.<br><br />
2. ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಶ್ರೀಗಂಧದ ಮರಗಳು ಹೆಚ್ಚಿನ ಪ್ರಮಾಣದಲ್ಲಿವೆ.<br><br />
3. ಜಗನಮೋಹನ ರಾಜರ ಅರಮನೆಯ ಪ್ರಾಚೀನ ವಸ್ತುಸಂಗ್ರಹಾಲಯ ಅತ್ಯಂತ ಆಕರ್ಷಕವಾಗಿದೆ.<br><br />
4. ವಚನಕಾರ ಬಸವಣ್ಣ ಕ್ರಾಂತಿಕಾರಿ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗಿದ್ದರು.<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऊ. पर्यायवाची शब्द : <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऋ. विलोम शब्द : <br />
|-<br />
|1. समुद्र रत्नाकर सिंधु||1. कुरुप<br />
|-<br />
|2. घर गृह मकान||2. स्वदेश<br />
|-<br />
|3. पानी वारि अंबु ||3. अनादि<br />
|-<br />
|4. नभ गगन आसमान ||4. निर्जीव<br />
|-<br />
|5. दुराचार<br />
|-<br />
|6. निर्यात<br />
|}<br />
<br />
<br />
'''ए. बहुवचन रुप :'''<br />
|-<br />
|1. मूर्तियाँ||2. उपलब्दियाँ<br />
|-<br />
|3. कृतियाँ||4. नीतियाँ<br />
|-<br />
|5. संस्कृतियाँ||6. पद्धतियाँ<br />
|}<br />
<br />
<br />
'''ऐ. विच्छेद के द्वारा संधि का नाम :'''<br />
1. दिग्गज = दिक् + अज (व्यंजन संधि)<br><br />
2. पर्वतावली = पर्वत + आवली (दीर्घ संधि)<br><br />
3. संग्रहालया = संग्रह + आलय (दीर्घ संधि)<br><br />
4. जलाशय = जल + आशय (दीर्घ संधि)<br><br />
5. जगनमोहन = जगत् + मोहन (व्यंजन संधि)<br><br />
6. सदाचार = सत् + आचार (व्यंजन संधि)<br><br />
7. अत्यंत = अति + अंत (यण् संधि)<br><br />
<br />
'''ओ. विग्रह के द्वारा समास का नाम :'''<br><br />
1. देश-विदेश = देश और विदेश (द्वंद्व समास)<br><br />
2. जलप्रपात = जल से प्रपात (तत्पुरुष समास)<br><br />
3. राजवंश = राजा का वंश (तत्पुरुष समास)<br><br />
4. राजमहल = राजा का महल (तत्पुरुष समास)<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AC%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%A4_%E0%A4%95%E0%A5%80%E0%A4%B8%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A4%BE%E0%A4%88_(%E0%A4%8F%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A5%80)&diff=25986बसंत कीसच्चाई (एकांकी)2016-12-20T11:49:59Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
सत्य मानव-जीवन की अनमोल विभूति है। जो अपने प्रति, अपनी आत्मा के प्रति, अपने कर्तव्यों के प्रति, परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति मन-वचन-क्रम से सच्चा रहता है वह इसी जीवन, इसी देह और इसी संसार में स्वर्गीय आनन्द प्राप्त करता है। उसके लिए सुख-शाँति और साधन संतोष की कमी नहीं रहती।<br />
<br />
सत्य मानव जीवन की सबसे शुभ और कल्याणकारी नीति है। इसका अवलम्बन लेकर चलने वाले जीवन में कभी असफल नहीं होते। यह बात मानी जा सकती है कि सत्य का आश्रय लेकर चलने पर प्रारम्भ में कुछ कठिनाई हो सकती है। किन्तु आगे चलकर उसका आशातीत लाभ होता है। सत्य, पुण्य की खेती है। जिस प्रकार अन्न की कृषि करने में प्रारम्भ में कुछ कठिनाई उठानी पड़ती हैं और उसकी फसल के लिए थोड़ी प्रतीक्षा भी करनी पड़ती है। किन्तु बाद में जब वह कृषि फलीभूत होती है तो घर, धन-धान्य से भर देती है। उसी प्रकार सत्य की कृषि भी प्रारम्भ में थोड़ा त्याग, बलिदान और धैर्य लेती है। किन्तु जब वह फलती है तो लोक से लेकर परलोक तक मानव-जीवन को पुष्पों से भर कर कृतार्थ कर देती है। <br />
<br />
सोर्स: यहाँ [http://literature.awgp.org/akhandjyoti/edition/1968/Jul/9 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
इस एकांकी मे चित्रित ईमानदारी से प्रेरित होकर छात्रो को प्रामाणिकता से जीना सीखना चाहिए।<br />
<br />
=लेखक से परिचय=<br />
विष्णु प्रभाकर (२१ जून १९१२- ११ अप्रैल २००९) हिन्दी के सुप्रसिद्ध लेखक थे जिन्होने अनेकों लघु कथाएँ, उपन्यास, नाटक तथा यात्रा संस्मरण लिखे। उनकी कृतियों में देशप्रेम, राष्ट्रवाद, तथा सामाजिक विकास मुख्य भाव हैं।विष्णु प्रभाकर का जन्म उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के गांव मीरापुर में हुआ था। उनके पिता दुर्गा प्रसाद धार्मिक विचारों वाले व्यक्ति थे और उनकी माता महादेवी पढ़ी-लिखी महिला थीं जिन्होंने अपने समय में पर्दा प्रथा का विरोध किया था। उनकी पत्नी का नाम सुशीला था। विष्णु प्रभाकर की आरंभिक शिक्षा मीरापुर में हुई। बाद में वे अपने मामा के घर हिसार चले गये जो तब पंजाब प्रांत का हिस्सा था। घर की माली हालत ठीक नहीं होने के चलते वे आगे की पढ़ाई ठीक से नहीं कर पाए और गृहस्थी चलाने के लिए उन्हें सरकारी नौकरी करनी पड़ी। चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के तौर पर काम करते समय उन्हें प्रतिमाह १८ रुपये मिलते थे, लेकिन मेधावी और लगनशील विष्णु ने पढाई जारी रखी और हिन्दी में प्रभाकर व हिन्दी भूषण की उपाधि के साथ ही संस्कृत में प्रज्ञा और अंग्रेजी में बी.ए की डिग्री प्राप्त की। विष्णु प्रभाकर पर महात्मा गाँधी के दर्शन और सिद्धांतों का गहरा असर पड़ा। इसके चलते ही उनका रुझान कांग्रेस की तरफ हुआ और स्वतंत्रता संग्राम के महासमर में उन्होंने अपनी लेखनी का भी एक उद्देश्य बना लिया, जो आजादी के लिए सतत संघर्षरत रही। अपने दौर के लेखकों में वे प्रेमचंद, यशपाल, जैनेंद्र और अज्ञेय जैसे महारथियों के सहयात्री रहे, लेकिन रचना के क्षेत्र में उनकी एक अलग पहचान रही।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%A3%E0%A5%81_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A4%B0 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=hheCFdg7U0I}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter07.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
छात्रो को सच्चाई के महत्व से अवगत कराना ताकि वे सच का साथ दे और झूट न बोले। <br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - अनुच्छेद लेखन<br />
#समय - आधा घंटा (30 मिनट)<br />
#सामग्री / संसाधन - विषय- ईमानदारी का महत्व<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल - सब छत्रो को अपने विचार प्रस्तुत करने को कहे और उनपर विचार-विमर्श कीजिये।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
शब्दकॊश का प्रयोग करने के लिये यहाँ [http://www.shabdkosh.com/ क्लिक कीजिये]<br />
<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. बसंत क्या-क्या बेचता था?<br><br />
उत्तर : बसंत छलनी, बटन तथा दियासलाई बेचता था।<br><br />
2. बसंत के भाई का नाम क्या था?<br><br />
उत्तर : बसंत के भाई का नाम प्रताप था।<br><br />
3. पं. राजकिशोर कौन थे?<br><br />
उत्तर : पं. राजकिशोर मजदूरों के एक नेता थे।<br><br />
4. छलनी दाम क्या था?<br><br />
उत्तर : छलनी का दाम दो आना था।<br><br />
5. बसंत और प्रताप कहाँ रहते थे?<br><br />
उत्तर : बसंत और प्रताप भीखू अहीर के घर में रहते थे।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :''' <br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. बसंत की सच्चाई एकांकी में कितने दृश्य हैं?<br><br />
उत्तर : बसंत की सच्चाई एकांकी में तीन दृश्य हैं।<br><br />
2. एकांकी का प्रथम दृश्य कहाँ घटता है?<br><br />
उत्तर : एकांकी का प्रथम दृश्य बड़े नगर के बाज़ार में घटता है।<br><br />
3. बसंत के घर पर डॉक्टर को कौन लेकर आता है?<br><br />
उत्तर : बसंत के घर पर डॉक्टर को अमरसिंह लेकर आता है।<br><br />
4. पं. राजकिशोर के अनुसार बसंत में निहित दुर्लभ गुण क्या है?<br><br />
उत्तर : पं. राजकिशोर के अनुसार बसंत में निहित दुर्लभ गुण ईमानदारी है।<br><br />
5. पं. राजकिशोर कहाँ रहते थे?<br><br />
उत्तर : पं. राजकिशोर किशनगंज में रहते थे।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :''' <br><br />
1. छलनी से क्या-क्या कर सकते हैं?<br><br />
उत्तर : छलनी से दूध छान सकते हैं। इसके अलावा चाय भी छान सकते हैं।<br><br />
2. बसंत राजकिशोर से क्या विनती करता है?<br><br />
उत्तर : बसंत राजकिशोर से बटन और दियासलाई लेने की विनती करता है। जब राजकिशोर के <br />
द्वारा मना करने पर वह फीर से उन्हे छलनी लेने के लिए भी विनती करता है।<br><br />
3. बसंत राजकिशोर से दो पैसे लेने से क्यों इनकार करता है?<br><br />
उत्तर : बसंत एक स्वाभिमानी लड़का था । वह मुफ्त में पैसे लेने को भीख समझता था। <br />
इसलिए बसंत राजकिशोर से दो पैसे लेने से इनकार करता है ।<br><br />
4. बसंत राजकिशोर के पास क्यों नहीं लौटा?<br><br />
उत्तर : बसंत नोट भुनाने के लिए बाज़ार की ओर गया। जब नोट भुनाकर वापस लौट रहा था तब<br />
वह मोटर के नीचे आ गया। इससे उसके दोनो पैर कुचले गये। इसलिए वह राजकिशोर के <br />
पास नहीं लौटा।<br><br />
5. प्राताप राजकिशोर के घर क्यों आया?<br><br />
उत्तर : बसंत राजकिशोर द्वारा दिये गए नोट को भुनाकर वापस आते समय मोटर के नीचे <br />
आ गया । इससे उसके दोनो पैर कुचले गये । इसलिए वह नहीं लौटा । छुट्टे पैसे वापस<br />
देने के लिए प्रताप राजकिशोर के घर आया ।<br><br />
6. बसंत ने राजकिशोर को छलनी खरीदने के लिए किस तरह प्रेरित किया?<br><br />
उत्तर : साहब छलनी लीजिए। दूध छानिए, चाय छानिए... सिर्फ दो आना कीमत है। जब राजकिशोर<br />
के द्वारा मना करने पर बसंत (रुआँ-सा) होकर कहता है कि ‘‘साहब, सबेरे से अब तक कुछ<br />
नहीं बिका। आपसे आशा थी। साहब ! एक तो ले लीजिए। इस प्रकार बसंत ने राजकिशोर को <br />
छलनी खरीदने के लिए प्रेरित किया।<br><br />
7. बसंत के पैर देखकर डॉक्टर ने क्या कहा?<br><br />
उत्तर : बसंत के पैर देखकर डॉक्टर ने कहा की शायद पैर की हड्डी टूट गई है। इसलिए उसे <br />
अस्पताल ले जाकर पैर का स्क्रीन करके देखना होगा।<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
<br />
1. बसंत ईमानदार लड़का है। कैसे?<br><br />
उत्तर : बसंत मुफ्त के पैसे को भीख समझता था। इसलिए वह राजकिशोर से मुफ्त में पैसे लेने<br />
से इनकार करता है। छलनी खरीदने के बाद राजकिशोर ने एक रुपये का नोट बसंत को<br />
दिया। बसंत उस नोट को भुनाने के लिए बाज़ार की ओर गया। लेकिन वापस आते समय <br />
मोटर दुर्घटना से उसके दोनो पैर कुचले गये। इस लिए वह राजकिशोर के पास न लौट सका।<br />
जब उसे होश आया तो उसने तुरंत अपने भाई प्रताप को पैसे लौटाने के लिए राजकिशोर के <br />
यहाँ भेजा। इस घटना से हमे लगता है कि बसंत ईमानदार भी है और स्वाभिमानी भी।<br><br />
2. बसंत और प्रताप अहीर के घर क्यों रहते थे?<br><br />
उत्तर : बसंत और प्रताप के माँ-बाप को किसी ने दंगों में मार डाला था। अत: उनके परिवार वे दो <br />
भाई ही बचे थे। भीखू अहीर के घर में इनका पालन-पोषण हो रहा था। इसलिए वे दोनों <br />
अहीर के घर में रहते थे।<br><br />
3. राजकिशोर के मानवीय व्यहार का परिचय दीजिए।<br><br />
उत्तर : पं. राजकिशोर ने बसंत की याचना सुनकर उसे मुफ्त में दो पैसे देने के लिए तैय्यार<br />
होते हैं। जब उस बालक के द्वारा मना करने पर उसकी छलनी खरीद लेते हैं। मोटर दुर्घटना <br />
की खबर सुनते ही डॉक्टर को बुलाकर बसंत के घर जाते हैं और उसका उपचार करवाते हैं। <br />
इसतरह गरीब बालक के प्रति हमदर्दी दिखाते हुए आदर के साथ मानवीय व्यवहार दर्शाते हैं। <br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा? किससे कहा?'''<br><br />
1. “नहीं साहब, नहीं। मैं पैसे नहीं लूँगा।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को बसंत ने पं. राजकिशोर से कहा।<br><br />
2. “आप क्या कर रहे हैं? मैं गरीब हूँ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को बसंत ने पं. राजकिशोर से कहा।<br><br />
3. “आज दोपहर को उसने आपको एक छलनी बेची थी।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को बसंत के छोटे भाई प्रताप ने पं. राजकिशोर से कहा। <br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. मैं अभी बाज़ार से भुना लाता हूँ।<br><br />
2. मैं आपके साढ़े चौदह आने लाया हूँ।<br><br />
3. हम दोनों भीखू अहीर के घर में रहते हैं।<br><br />
4. मैं एम्बुलेंस के लिए फोन कर आता हूँ।<br><br />
5. इसमें एक दुर्लभ गुण है, यह ईमानदार है।<br><br />
<br />
'''ऊ. निम्नलिखित वाक्यों को निर्देशानुसार लिखिए :'''<br />
1. एक छलनी में तुम्हें क्या बचेगा ? (वर्तमानकाल में)<br><br />
एक छलनी में तुम्हे क्या बचता है।<br><br />
2. मैं अभी बाज़ार से भुना लाता हूँ। (भूतकाल में)<br><br />
मैने अभी बाज़ार से भुना लाया।<br><br />
3. एक दूसरे व्यक्ति से पूछता है। (भविष्यतकाल में)<br><br />
एक दूसरे व्यक्ति से पूछेगा।<br><br />
<br />
'''ऋ. विलोमार्थक शब्द लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
|1. पीछे x आगे||3. लेना x देना<br />
|-<br />
|2. खरीदना x बेछना||4. आना x जाना <br />
|-<br />
|5. शांति x अशांति||6. गरीब x अमीर<br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
विष्णु प्रभाकर के अन्य एकांकियो की सूची बनाइए और किसी एक एकांकी का सार संक्षिप्त करें|<br />
<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AC%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%A4_%E0%A4%95%E0%A5%80%E0%A4%B8%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A4%BE%E0%A4%88_(%E0%A4%8F%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A5%80)&diff=25985बसंत कीसच्चाई (एकांकी)2016-12-20T11:43:27Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
सत्य मानव-जीवन की अनमोल विभूति है। जो अपने प्रति, अपनी आत्मा के प्रति, अपने कर्तव्यों के प्रति, परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति मन-वचन-क्रम से सच्चा रहता है वह इसी जीवन, इसी देह और इसी संसार में स्वर्गीय आनन्द प्राप्त करता है। उसके लिए सुख-शाँति और साधन संतोष की कमी नहीं रहती।<br />
<br />
सत्य मानव जीवन की सबसे शुभ और कल्याणकारी नीति है। इसका अवलम्बन लेकर चलने वाले जीवन में कभी असफल नहीं होते। यह बात मानी जा सकती है कि सत्य का आश्रय लेकर चलने पर प्रारम्भ में कुछ कठिनाई हो सकती है। किन्तु आगे चलकर उसका आशातीत लाभ होता है। सत्य, पुण्य की खेती है। जिस प्रकार अन्न की कृषि करने में प्रारम्भ में कुछ कठिनाई उठानी पड़ती हैं और उसकी फसल के लिए थोड़ी प्रतीक्षा भी करनी पड़ती है। किन्तु बाद में जब वह कृषि फलीभूत होती है तो घर, धन-धान्य से भर देती है। उसी प्रकार सत्य की कृषि भी प्रारम्भ में थोड़ा त्याग, बलिदान और धैर्य लेती है। किन्तु जब वह फलती है तो लोक से लेकर परलोक तक मानव-जीवन को पुष्पों से भर कर कृतार्थ कर देती है। <br />
<br />
सोर्स: यहाँ [http://literature.awgp.org/akhandjyoti/edition/1968/Jul/9 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
इस एकांकी मे चित्रित ईमानदारी से प्रेरित होकर छात्रो को प्रामाणिकता से जीना सीखना चाहिए।<br />
<br />
=लेखक से परिचय=<br />
विष्णु प्रभाकर (२१ जून १९१२- ११ अप्रैल २००९) हिन्दी के सुप्रसिद्ध लेखक थे जिन्होने अनेकों लघु कथाएँ, उपन्यास, नाटक तथा यात्रा संस्मरण लिखे। उनकी कृतियों में देशप्रेम, राष्ट्रवाद, तथा सामाजिक विकास मुख्य भाव हैं।विष्णु प्रभाकर का जन्म उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के गांव मीरापुर में हुआ था। उनके पिता दुर्गा प्रसाद धार्मिक विचारों वाले व्यक्ति थे और उनकी माता महादेवी पढ़ी-लिखी महिला थीं जिन्होंने अपने समय में पर्दा प्रथा का विरोध किया था। उनकी पत्नी का नाम सुशीला था। विष्णु प्रभाकर की आरंभिक शिक्षा मीरापुर में हुई। बाद में वे अपने मामा के घर हिसार चले गये जो तब पंजाब प्रांत का हिस्सा था। घर की माली हालत ठीक नहीं होने के चलते वे आगे की पढ़ाई ठीक से नहीं कर पाए और गृहस्थी चलाने के लिए उन्हें सरकारी नौकरी करनी पड़ी। चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के तौर पर काम करते समय उन्हें प्रतिमाह १८ रुपये मिलते थे, लेकिन मेधावी और लगनशील विष्णु ने पढाई जारी रखी और हिन्दी में प्रभाकर व हिन्दी भूषण की उपाधि के साथ ही संस्कृत में प्रज्ञा और अंग्रेजी में बी.ए की डिग्री प्राप्त की। विष्णु प्रभाकर पर महात्मा गाँधी के दर्शन और सिद्धांतों का गहरा असर पड़ा। इसके चलते ही उनका रुझान कांग्रेस की तरफ हुआ और स्वतंत्रता संग्राम के महासमर में उन्होंने अपनी लेखनी का भी एक उद्देश्य बना लिया, जो आजादी के लिए सतत संघर्षरत रही। अपने दौर के लेखकों में वे प्रेमचंद, यशपाल, जैनेंद्र और अज्ञेय जैसे महारथियों के सहयात्री रहे, लेकिन रचना के क्षेत्र में उनकी एक अलग पहचान रही।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%A3%E0%A5%81_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A4%B0 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=hheCFdg7U0I}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter07.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
छात्रो को सच्चाई के महत्व से अवगत कराना ताकि वे सच का साथ दे और झूट न बोले। <br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - अनुच्छेद लेखन<br />
#समय - आधा घंटा (30 मिनट)<br />
#सामग्री / संसाधन - विषय- ईमानदारी का महत्व<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल - सब छत्रो को अपने विचार प्रस्तुत करने को कहे और उनपर विचार-विमर्श कीजिये।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
शब्दकॊश का प्रयोग करने के लिये यहाँ [http://www.shabdkosh.com/ क्लिक कीजिये]<br />
<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति||श्रद्या और भक्ति||द्वंद्व समास।<br />
|-<br />
|2. होश-हवास||होश + हवास||अव्ययीभाव समास। <br />
|-<br />
|3. चौमासा||चार मासों का समूह||द्विगु समास।<br />
|-<br />
|4. प्रतिदिन||दिन-दिन||अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
विष्णु प्रभाकर के अन्य एकांकियो की सूची बनाइए और किसी एक एकांकी का सार संक्षिप्त करें|<br />
<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%97%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A5%82_(%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%96%E0%A4%BE%E0%A4%9A%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0)&diff=25984गिल्लू (रेखाचित्र)2016-12-20T11:41:20Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
<br />
इस पाठ से स्नेहभाव तथा प्राणी-दया की सीख मिलती है। पशु-पक्षियों के स्वभाव और उनकी जीवन-शैली के साथ-साथ उनके प्रति महादेवी वर्मा के प्रेम से बच्चे परिचित होते है।<br />
<br />
=लेखक का परिचय=<br />
महादेवी वर्मा (२६ मार्च १९०७ — ११ सितंबर १९८७) हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में से हैं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक मानी जाती हैं। आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है। कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है। महादेवी ने स्वतंत्रता के पहले का भारत भी देखा और उसके बाद का भी। वे उन कवियों में से एक हैं जिन्होंने व्यापक समाज में काम करते हुए भारत के भीतर विद्यमान हाहाकार, रुदन को देखा, परखा और करुण होकर अन्धकार को दूर करने वाली दृष्टि देने की कोशिश की। न केवल उनका काव्य बल्कि उनके सामाजसुधार के कार्य और महिलाओं के प्रति चेतना भावना भी इस दृष्टि से प्रभावित रहे। उन्होंने मन की पीड़ा को इतने स्नेह और शृंगार से सजाया कि दीपशिखा में वह जन-जन की पीड़ा के रूप में स्थापित हुई और उसने केवल पाठकों को ही नहीं समीक्षकों को भी गहराई तक प्रभावित किया।<br><br />
<br />
सौर्स: यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B5%E0%A5%80_%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
<br />
{{#widget:YouTube|id=oO5GDYCdlhw}}<br />
<br />
गिलहरियो कि तस्वीरे देखने के लिये यहाँ [https://www.google.co.in/search?hl=en&site=imghp&tbm=isch&source=hp&biw=1366&bih=659&q=squirrel&oq=sq&gs_l=img.3.0.0l10.4024.4246.0.6388.2.2.0.0.0.0.345.345.3-1.1.0....0...1ac.1.64.img..1.1.343.jbDn9dTmVaM#imgrc=iC5EY7_kv47NJM%3A क्लिक कीजिये]<br />
<br />
कविता कोश: यहाँ [http://kavitakosh.org/kk/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B5%E0%A5%80_%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=सारांश=<br />
सारांश सुनने के लिये यहाँ [https://www.youtube.com/watch?v=oO5GDYCdlhw क्लिक कीजिये]<br />
<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter06.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
जानवरो के प्रति प्रेम व श्रद्धा क भाव व्यक्त करना।<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - छत्रो से पाल्तु जानवरो के प्रति उनकी राय जनना। <br />
#समय - 2-3 मिनट<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि - हर छत्र से उसके सबसे प्रिय पाल्तु जानवर के विषय मे चर्चा करने का अवसर दे।<br />
#चर्चा सवाल - इस सवाल पर छात्रो को विचार-विमर्श करने को कहे कि क्या जानवरो को पाल्तु बनाकर उन्हे बंधी बनाकर रखना चहिये य नही।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
शब्दकॊश का प्रयोग करने के लिये यहाँ [http://www.shabdkosh.com/ क्लिक कीजिये]<br />
<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. लेखिका ने कौए को क्यों विचित्र पक्षी कहा है ?<br><br />
उत्तर : लेखिका ने कौए को इसलिए विचित्र पक्षी कहा है कि यह पक्षी एक साथ समादरित, अनादरित, अति सम्मानित तथा अति अवमानित है।<br />
2. गिलहरी का बच्चा कहाँ पड़ा था ?<br><br />
उत्तर : गिलहरी का बच्चा गमले और दीवार की संधि में पड़ा था।<br><br />
3. लेखिका ने गिल्लू के घावों पर क्या लगाया ?<br><br />
उत्तर : लेखिका ने गिल्लू के घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाया।<br><br />
4. लेखिका को किस कारण से अस्पताल में रहना पड़ा ?<br><br />
उत्तर : लेखिका को मोटर दुर्घटना में आहत हो जाने के कारण से अस्पताल में रहना पड़ा।<br><br />
5. गिलहरी का प्रिय खाद्य क्या था ?<br><br />
उत्तर : गिलहरी का प्रिय खाद्य काजू था।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
'''अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :''' <br><br />
1. वर्मा जी गिलहरी को किस नाम से बुलाती थीं ?<br><br />
उत्तर : वर्मा जी गिलहरी को गिल्लू नाम से बुलाती थीं।<br><br />
2. गिलहरी का लघु गात किसके भीतर बंद रहता था ?<br><br />
उत्तर : गिलहरी का लघु गात लिफाफे के भीतर बंद रहता था।<br><br />
3. गिलहरी गर्मी के दिनों में कहाँ लेट जाता था ?<br><br />
उत्तर : गिलहरी गर्मी के दिनों में सुराही पर लेट जाता था।<br><br />
4. गिलहरियों की जीवनावधि सामान्यतया कितनी होती है ?<br><br />
उत्तर : गिलहरियों की जीवनावधि सामान्यतया दो वर्ष होती है।<br><br />
5. गिलहरी की समाधि कहाँ बनायी गयी है ?<br><br />
उत्तर : गिलहरी की समाधि सोनजुही की लता के नीचे बनायी गयी है।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :''' <br><br />
1. लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू लेखिका के पैर तक आकर सर्र से <br />
परदे पर चढ़ जाता और फिर उसी तेजी से उतरता । उसका यह क्रम तब तक <br />
चलता, जब तक लेखिका उसे पकड़ने के लिए न उठती । <br><br />
2. महादेवी वर्मा को चौंकाने के लिए वह कहाँ-कहाँ छिप जाता था ?<br><br />
उत्तर : महादेवी वर्मा को चौंकाने के लिए गिल्लू कभी फूलदान के फूलों में, कभी परदे के चुन्नट में और<br />
कभी सोनजुही की पत्तियों में छिप जाता था।<br><br />
3. लेखिका को गिलहरी किस स्थिति में दिखायी पड़ी ?<br><br />
उत्तर : लेखिका को गिलहरी इस स्थिति में दिखायी पड़ी कि गमले और दीवार की संधि में एक छोटा सा<br />
गिलहरी का बच्चा निश्चेष्ट-सा गमले से चिपका पड़ा था। सम्भवत: वह घोंसले से गिर पड़ा था,<br />
जिसे दो कैए अपना आहार बनाना चा रहे थे।<br><br />
4. लेखिका ने गिल्लू के प्राण कैसे बचाये ?<br><br />
उत्तर : लेखिका ने गिलहरी को हौले से उठाकर कमरे में लाया, फिर रुई से रक्त पोंछकर <br />
घावों पर पेंसिलिन का मरहम लगाया। कई घंटे के उपचार के बाद उसके मुँह में एक बूँद <br />
पानी टपकाया जा सका।<br><br />
5. गिल्लू ने लेखिका की गैरहाजरी में दिन कैसे बिताये ?<br><br />
उत्तर : गिल्लू लेखिका की गैरहाजरी में उदास र हता था। अपना प्रिय खाद्य काजू कम खाता था। <br />
लेखिका के घर आने तक गिल्लू अकेलापन महसूस कर रहा था ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. लेखिका ने गिलहरी को क्या-क्या सिखाया ?<br><br />
उत्तर : लेखिका ने गिल्लू को लिफाफे में बैठना सिखाया। जब लेखिका खाना खाने बैठती तब गिल्लू <br />
उनकी थाली में बैठ जाना चाहता था। बड़ी कठिनाई से लेखिका ने उसे थाली के पास बैठना<br />
तथा उसमें से एक-एक चावल उठाकर खाना सिखाया। इस प्रकार लेखिका ने गिलहरी को <br />
अपने प्रति सही व्यवहार करना सिखाया।<br><br />
<br />
<br />
2. गिल्लू के अंतिम दिनों का वर्णन कीजिए ।<br><br />
उत्तर : गिलहरियों के जीवन की अवधि दो वर्ष से अधिक नहीं होती, अत: गिल्लू की जीवन-यात्रा <br />
का अंत आ ही गया। दिन भर उसने न कुछ खाया, न बाहर गया। पंजे इतने ठंडे हो रहे थे कि मैने<br />
हीटर जलाकर उसे उष्णता देने का प्रयत्न किया। परंतु प्रभात की प्रथम किरण के साथ ही वह चिर <br />
निद्रा में सो गया। <br><br />
3. गिल्लू के कार्य-कलाप के बारे में लिखिए।<br><br />
उत्तर : महादेवी वर्मा जी का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू उनके पैर तक आकर सर्र से <br />
परदे पर चढ़ जाता और फिर उसी तेजी से उतरता रहता था । लेखिका को चौंकाने के <br />
लिए गिल्लू कभी फूलदान के फूलों में, कभी परदे के चुन्नट में और कभी सोनजुही की <br />
पत्तियों में छिप जाता था। जब बाहर की गिलहरियाँ उसे चिक-चिक करके बुलाती थी, तब<br />
लेखिका के द्वारा उसे मुक्त करने पर वह चार बजे तक गिलहरियों के साथ खेलकर वापस<br />
लौटता था। उसका प्रिय खाद्य काजू न मिलने पर दूसरी खाने की चीजों को झूले के नीचे <br />
फेंक देता था। <br><br />
4. गिल्लू के प्रति महादेवी वर्मा जी की ममता का वर्णन कीजिए ।<br><br />
उत्तर : महादेवी वर्मा जी ने गिलहरी के बच्चे के घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाकर उसका प्राण<br />
बचाया। रहने के लिए झूला लगाकर उसे गिल्लू नाम के साथ सम्मानित किया। गिल्लू को<br />
खाने के लिए काजू तथा बिस्कुट दिया, थाली में से एक-एक चावल उठाकर खाने को <br />
सिखाया। अन्य गिलहरियों के साथ उछल-कूद करने के लिए अवसर दिया। गिल्लू के अंतिम<br />
दिनों में उसे बचाने की पूरी कोशीश भी की और उसकी मृत्यु के बाद समाधि भी बनायी<br />
गयी। इस प्रकार महादेवी वर्मा जी ने गिल्लू के प्रति अपनी ममता को दर्शाया है। <br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. यह काकभुशुण्डि भी विचित्र पक्षी है।<br><br />
2. उसी बीच मुझे मोटर-दुर्घटना में आहत होकर कुछ दिन अस्पताल में रहना पड़ा।<br><br />
3. गिल्लू की जीवन-यात्रा का अंत आ ही गया।<br><br />
4. मेरे पास बहुत पशु-पक्षी हैं।<br><br />
5. गिल्लू के जीवन का प्रथम वसंत आया।<br><br />
<br />
'''उ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. कई घंटे के उपचार के उपरांत मुँह में एक बूँद पानी टपकाया।<br><br />
ಹಲವು ಗಂಟೆಗಳ ಆರೈಕೆಯ ನಂತರ ಬಾಯಿಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಹನಿ ನೀರನ್ನು ಹಾಕಲಾಯಿತು.<br><br />
2. इतने छोटे जीव को घर में पले कुत्ते-बिल्लियों से बचाना भी एक समस्या ही थी।<br><br />
ಇಷ್ಟೊಂದು ಚಿಕ್ಕ ಜೀವಿಯನ್ನು ಮನೆಯಲ್ಲಿಯೇ ಸಾಕಿದ ನಾಯಿ-ಬೆಕ್ಕುಗಳಿಂದ ಕಾಪಾಡುವುದು ಒಂದು ಸಮಸ್ಯ ಆಗುತ್ತು.<br> <br />
3. दिन भर गिल्लू ने न कुछ खाया, न बाहर गया।<br><br />
ದಿನವಿಡೀ ಗಿಲ್ಲು ಏನೂ ತಿನ್ನಲಿಲ್ಲ ಹಾಗೂ ಹೊರಗು ಹೋಗಲಿಲ್ಲ. <br><br />
4. गिल्लू मेरे पास रखी सुराही पर लेट जाता था।<br><br />
ಗಿಲ್ಲು ನನ್ನ ಬಳಿ ಇಟ್ಟಿದ್ದ ನೀರಿನ ಹೂಜಿ ಮೇಲೆ ಮಲಗಿ ಬಿಡುತ್ತಿತ್ತು. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 180px;" |ऊ. स्त्रीलिंग शब्द लिखिए :<br />
|-<br />
|1. लेखक - लेखिका<br />
|-<br />
|2. श्रीमान - श्रीमती <br />
|-<br />
|3. मयूर - मयूरी<br />
|-<br />
|4. कुत्ता - कुतिया<br />
|}<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 180px;" | ऋ. अन्यवचन शब्द लिखिए :<br />
|-<br />
|1. उँगली उँगलियाँ<br />
|-<br />
|2. आँख आँखे<br />
|-<br />
|3. पूँछ पूँछें<br />
|-<br />
|4. खिड़की खिड़कियाँ<br />
|-<br />
|5. फूल फूल<br />
|-<br />
|6. पंजा पंजे<br />
|-<br />
|7. लिफाफा लिफाफे<br />
|-<br />
|8. कैआ कैए<br />
|-<br />
|9. गमला गमले<br />
|-<br />
|10.घोंसला घोंसले<br />
|}<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 180px;" |ए. प्रेरणार्थक क्रिया रूप लिखिए :<br />
|-<br />
|1. चिपकना चिपकाना चिपकवाना<br />
|-<br />
|लिखना लिखाना लिखवाना<br />
|-<br />
|मिलना मिलाना मिलवाना<br />
|-<br />
|2. देखना दिखाना दिखवाना<br />
|-<br />
|छेड़ना छिड़ाना छिड़वाना<br />
|-<br />
|भेजना भिजाना भिजवाना<br />
|-<br />
|3. सोना सुलाना सुलवाना<br />
|-<br />
|रोना रुलाना रुलवाना<br />
|-<br />
|धोना धुलाना धुलवाना<br />
|-<br />
|4. पीना पिलाना पिलवाना<br />
|-<br />
|सीना सिलाना सिलवाना<br />
|}<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 180px;" |ऐ. विलोमार्थक शब्द लिखिए :<br />
|-<br />
| निकट x दूर||विश्वास x अविश्वास<br />
|-<br />
|1. दिन x रात||1. प्रिय x अप्रिय<br />
|-<br />
|2. भीतर x बाहर||2. संतोष x असंतोष<br />
|-<br />
|3. चढ़ना x उतरना||3. स्वस्थता x अस्वस्थता<br />
|-<br />
|उत्तीर्ण x अनुत्तीर्ण||ईमान x बेईमान<br />
|-<br />
|1. उपयोगी x अनुपयोगी||1. होश x बेहोश<br />
|-<br />
|2. उपस्थिति x अनुपस्थिति||2. खबर x बेखबर<br />
|-<br />
|3. उचित x अनुचित||3. रोज़गार x बेरोज़गार<br />
|} <br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 180px;" |ओ. समानार्थक शब्दों को लिखिए : <br />
|-<br />
| उपचार चिकित्सा इलाज<br />
|-<br />
|1. गात शरिर देह<br />
|-<br />
|2. आहार खाना भोजन<br />
|-<br />
|3. विस्मय अचरज आश्चर्य<br />
|-<br />
|4. हिम्मत साहस धैर्य<br />
|-<br />
|5. खोज तलाश ढूँढ<br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
कठिन शब्दो का अर्थ जानकर उन्हे वाक्यो मे उपयोग कीजिये।<br />
<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%97%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A5%82_(%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%96%E0%A4%BE%E0%A4%9A%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0)&diff=25983गिल्लू (रेखाचित्र)2016-12-20T11:40:13Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
<br />
इस पाठ से स्नेहभाव तथा प्राणी-दया की सीख मिलती है। पशु-पक्षियों के स्वभाव और उनकी जीवन-शैली के साथ-साथ उनके प्रति महादेवी वर्मा के प्रेम से बच्चे परिचित होते है।<br />
<br />
=लेखक का परिचय=<br />
महादेवी वर्मा (२६ मार्च १९०७ — ११ सितंबर १९८७) हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में से हैं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक मानी जाती हैं। आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है। कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है। महादेवी ने स्वतंत्रता के पहले का भारत भी देखा और उसके बाद का भी। वे उन कवियों में से एक हैं जिन्होंने व्यापक समाज में काम करते हुए भारत के भीतर विद्यमान हाहाकार, रुदन को देखा, परखा और करुण होकर अन्धकार को दूर करने वाली दृष्टि देने की कोशिश की। न केवल उनका काव्य बल्कि उनके सामाजसुधार के कार्य और महिलाओं के प्रति चेतना भावना भी इस दृष्टि से प्रभावित रहे। उन्होंने मन की पीड़ा को इतने स्नेह और शृंगार से सजाया कि दीपशिखा में वह जन-जन की पीड़ा के रूप में स्थापित हुई और उसने केवल पाठकों को ही नहीं समीक्षकों को भी गहराई तक प्रभावित किया।<br><br />
<br />
सौर्स: यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B5%E0%A5%80_%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
<br />
{{#widget:YouTube|id=oO5GDYCdlhw}}<br />
<br />
गिलहरियो कि तस्वीरे देखने के लिये यहाँ [https://www.google.co.in/search?hl=en&site=imghp&tbm=isch&source=hp&biw=1366&bih=659&q=squirrel&oq=sq&gs_l=img.3.0.0l10.4024.4246.0.6388.2.2.0.0.0.0.345.345.3-1.1.0....0...1ac.1.64.img..1.1.343.jbDn9dTmVaM#imgrc=iC5EY7_kv47NJM%3A क्लिक कीजिये]<br />
<br />
कविता कोश: यहाँ [http://kavitakosh.org/kk/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B5%E0%A5%80_%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=सारांश=<br />
सारांश सुनने के लिये यहाँ [https://www.youtube.com/watch?v=oO5GDYCdlhw क्लिक कीजिये]<br />
<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter06.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
जानवरो के प्रति प्रेम व श्रद्धा क भाव व्यक्त करना।<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - छत्रो से पाल्तु जानवरो के प्रति उनकी राय जनना। <br />
#समय - 2-3 मिनट<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि - हर छत्र से उसके सबसे प्रिय पाल्तु जानवर के विषय मे चर्चा करने का अवसर दे।<br />
#चर्चा सवाल - इस सवाल पर छात्रो को विचार-विमर्श करने को कहे कि क्या जानवरो को पाल्तु बनाकर उन्हे बंधी बनाकर रखना चहिये य नही।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
शब्दकॊश का प्रयोग करने के लिये यहाँ [http://www.shabdkosh.com/ क्लिक कीजिये]<br />
<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. लेखिका ने कौए को क्यों विचित्र पक्षी कहा है ?<br><br />
उत्तर : लेखिका ने कौए को इसलिए विचित्र पक्षी कहा है कि यह पक्षी एक साथ समादरित, अनादरित, अति सम्मानित तथा अति अवमानित है।<br />
2. गिलहरी का बच्चा कहाँ पड़ा था ?<br><br />
उत्तर : गिलहरी का बच्चा गमले और दीवार की संधि में पड़ा था।<br><br />
3. लेखिका ने गिल्लू के घावों पर क्या लगाया ?<br><br />
उत्तर : लेखिका ने गिल्लू के घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाया।<br><br />
4. लेखिका को किस कारण से अस्पताल में रहना पड़ा ?<br><br />
उत्तर : लेखिका को मोटर दुर्घटना में आहत हो जाने के कारण से अस्पताल में रहना पड़ा।<br><br />
5. गिलहरी का प्रिय खाद्य क्या था ?<br><br />
उत्तर : गिलहरी का प्रिय खाद्य काजू था।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
'''अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :''' <br><br />
1. वर्मा जी गिलहरी को किस नाम से बुलाती थीं ?<br><br />
उत्तर : वर्मा जी गिलहरी को गिल्लू नाम से बुलाती थीं।<br><br />
2. गिलहरी का लघु गात किसके भीतर बंद रहता था ?<br><br />
उत्तर : गिलहरी का लघु गात लिफाफे के भीतर बंद रहता था।<br><br />
3. गिलहरी गर्मी के दिनों में कहाँ लेट जाता था ?<br><br />
उत्तर : गिलहरी गर्मी के दिनों में सुराही पर लेट जाता था।<br><br />
4. गिलहरियों की जीवनावधि सामान्यतया कितनी होती है ?<br><br />
उत्तर : गिलहरियों की जीवनावधि सामान्यतया दो वर्ष होती है।<br><br />
5. गिलहरी की समाधि कहाँ बनायी गयी है ?<br><br />
उत्तर : गिलहरी की समाधि सोनजुही की लता के नीचे बनायी गयी है।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :''' <br><br />
1. लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू लेखिका के पैर तक आकर सर्र से <br />
परदे पर चढ़ जाता और फिर उसी तेजी से उतरता । उसका यह क्रम तब तक <br />
चलता, जब तक लेखिका उसे पकड़ने के लिए न उठती । <br><br />
2. महादेवी वर्मा को चौंकाने के लिए वह कहाँ-कहाँ छिप जाता था ?<br><br />
उत्तर : महादेवी वर्मा को चौंकाने के लिए गिल्लू कभी फूलदान के फूलों में, कभी परदे के चुन्नट में और<br />
कभी सोनजुही की पत्तियों में छिप जाता था।<br><br />
3. लेखिका को गिलहरी किस स्थिति में दिखायी पड़ी ?<br><br />
उत्तर : लेखिका को गिलहरी इस स्थिति में दिखायी पड़ी कि गमले और दीवार की संधि में एक छोटा सा<br />
गिलहरी का बच्चा निश्चेष्ट-सा गमले से चिपका पड़ा था। सम्भवत: वह घोंसले से गिर पड़ा था,<br />
जिसे दो कैए अपना आहार बनाना चा रहे थे।<br><br />
4. लेखिका ने गिल्लू के प्राण कैसे बचाये ?<br><br />
उत्तर : लेखिका ने गिलहरी को हौले से उठाकर कमरे में लाया, फिर रुई से रक्त पोंछकर <br />
घावों पर पेंसिलिन का मरहम लगाया। कई घंटे के उपचार के बाद उसके मुँह में एक बूँद <br />
पानी टपकाया जा सका।<br><br />
5. गिल्लू ने लेखिका की गैरहाजरी में दिन कैसे बिताये ?<br><br />
उत्तर : गिल्लू लेखिका की गैरहाजरी में उदास र हता था। अपना प्रिय खाद्य काजू कम खाता था। <br />
लेखिका के घर आने तक गिल्लू अकेलापन महसूस कर रहा था ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. लेखिका ने गिलहरी को क्या-क्या सिखाया ?<br><br />
उत्तर : लेखिका ने गिल्लू को लिफाफे में बैठना सिखाया। जब लेखिका खाना खाने बैठती तब गिल्लू <br />
उनकी थाली में बैठ जाना चाहता था। बड़ी कठिनाई से लेखिका ने उसे थाली के पास बैठना<br />
तथा उसमें से एक-एक चावल उठाकर खाना सिखाया। इस प्रकार लेखिका ने गिलहरी को <br />
अपने प्रति सही व्यवहार करना सिखाया।<br><br />
<br />
<br />
2. गिल्लू के अंतिम दिनों का वर्णन कीजिए ।<br><br />
उत्तर : गिलहरियों के जीवन की अवधि दो वर्ष से अधिक नहीं होती, अत: गिल्लू की जीवन-यात्रा <br />
का अंत आ ही गया। दिन भर उसने न कुछ खाया, न बाहर गया। पंजे इतने ठंडे हो रहे थे कि मैने<br />
हीटर जलाकर उसे उष्णता देने का प्रयत्न किया। परंतु प्रभात की प्रथम किरण के साथ ही वह चिर <br />
निद्रा में सो गया। <br><br />
3. गिल्लू के कार्य-कलाप के बारे में लिखिए।<br><br />
उत्तर : महादेवी वर्मा जी का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू उनके पैर तक आकर सर्र से <br />
परदे पर चढ़ जाता और फिर उसी तेजी से उतरता रहता था । लेखिका को चौंकाने के <br />
लिए गिल्लू कभी फूलदान के फूलों में, कभी परदे के चुन्नट में और कभी सोनजुही की <br />
पत्तियों में छिप जाता था। जब बाहर की गिलहरियाँ उसे चिक-चिक करके बुलाती थी, तब<br />
लेखिका के द्वारा उसे मुक्त करने पर वह चार बजे तक गिलहरियों के साथ खेलकर वापस<br />
लौटता था। उसका प्रिय खाद्य काजू न मिलने पर दूसरी खाने की चीजों को झूले के नीचे <br />
फेंक देता था। <br><br />
4. गिल्लू के प्रति महादेवी वर्मा जी की ममता का वर्णन कीजिए ।<br><br />
उत्तर : महादेवी वर्मा जी ने गिलहरी के बच्चे के घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाकर उसका प्राण<br />
बचाया। रहने के लिए झूला लगाकर उसे गिल्लू नाम के साथ सम्मानित किया। गिल्लू को<br />
खाने के लिए काजू तथा बिस्कुट दिया, थाली में से एक-एक चावल उठाकर खाने को <br />
सिखाया। अन्य गिलहरियों के साथ उछल-कूद करने के लिए अवसर दिया। गिल्लू के अंतिम<br />
दिनों में उसे बचाने की पूरी कोशीश भी की और उसकी मृत्यु के बाद समाधि भी बनायी<br />
गयी। इस प्रकार महादेवी वर्मा जी ने गिल्लू के प्रति अपनी ममता को दर्शाया है। <br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. यह काकभुशुण्डि भी विचित्र पक्षी है।<br><br />
2. उसी बीच मुझे मोटर-दुर्घटना में आहत होकर कुछ दिन अस्पताल में रहना पड़ा।<br><br />
3. गिल्लू की जीवन-यात्रा का अंत आ ही गया।<br><br />
4. मेरे पास बहुत पशु-पक्षी हैं।<br><br />
5. गिल्लू के जीवन का प्रथम वसंत आया।<br><br />
<br />
'''उ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. कई घंटे के उपचार के उपरांत मुँह में एक बूँद पानी टपकाया।<br><br />
ಹಲವು ಗಂಟೆಗಳ ಆರೈಕೆಯ ನಂತರ ಬಾಯಿಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಹನಿ ನೀರನ್ನು ಹಾಕಲಾಯಿತು.<br><br />
2. इतने छोटे जीव को घर में पले कुत्ते-बिल्लियों से बचाना भी एक समस्या ही थी।<br><br />
ಇಷ್ಟೊಂದು ಚಿಕ್ಕ ಜೀವಿಯನ್ನು ಮನೆಯಲ್ಲಿಯೇ ಸಾಕಿದ ನಾಯಿ-ಬೆಕ್ಕುಗಳಿಂದ ಕಾಪಾಡುವುದು ಒಂದು ಸಮಸ್ಯ ಆಗುತ್ತು.<br> <br />
3. दिन भर गिल्लू ने न कुछ खाया, न बाहर गया।<br><br />
ದಿನವಿಡೀ ಗಿಲ್ಲು ಏನೂ ತಿನ್ನಲಿಲ್ಲ ಹಾಗೂ ಹೊರಗು ಹೋಗಲಿಲ್ಲ. <br><br />
4. गिल्लू मेरे पास रखी सुराही पर लेट जाता था।<br><br />
ಗಿಲ್ಲು ನನ್ನ ಬಳಿ ಇಟ್ಟಿದ್ದ ನೀರಿನ ಹೂಜಿ ಮೇಲೆ ಮಲಗಿ ಬಿಡುತ್ತಿತ್ತು. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऊ. स्त्रीलिंग शब्द लिखिए :<br />
|-<br />
|1. लेखक - लेखिका<br />
|-<br />
|2. श्रीमान - श्रीमती <br />
|-<br />
|3. मयूर - मयूरी<br />
|-<br />
|4. कुत्ता - कुतिया<br />
|}<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऋ. अन्यवचन शब्द लिखिए :<br />
|-<br />
|1. उँगली उँगलियाँ<br />
|-<br />
|2. आँख आँखे<br />
|-<br />
|3. पूँछ पूँछें<br />
|-<br />
|4. खिड़की खिड़कियाँ<br />
|-<br />
|5. फूल फूल<br />
|-<br />
|6. पंजा पंजे<br />
|-<br />
|7. लिफाफा लिफाफे<br />
|-<br />
|8. कैआ कैए<br />
|-<br />
|9. गमला गमले<br />
|-<br />
|10.घोंसला घोंसले<br />
|}<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ए. प्रेरणार्थक क्रिया रूप लिखिए :<br />
|-<br />
|1. चिपकना चिपकाना चिपकवाना<br />
|-<br />
|लिखना लिखाना लिखवाना<br />
|-<br />
|मिलना मिलाना मिलवाना<br />
|-<br />
|2. देखना दिखाना दिखवाना<br />
|-<br />
|छेड़ना छिड़ाना छिड़वाना<br />
|-<br />
|भेजना भिजाना भिजवाना<br />
|-<br />
|3. सोना सुलाना सुलवाना<br />
|-<br />
|रोना रुलाना रुलवाना<br />
|-<br />
|धोना धुलाना धुलवाना<br />
|-<br />
|4. पीना पिलाना पिलवाना<br />
|-<br />
|सीना सिलाना सिलवाना<br />
|}<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऐ. विलोमार्थक शब्द लिखिए :<br />
|-<br />
| निकट x दूर||विश्वास x अविश्वास<br />
|-<br />
|1. दिन x रात||1. प्रिय x अप्रिय<br />
|-<br />
|2. भीतर x बाहर||2. संतोष x असंतोष<br />
|-<br />
|3. चढ़ना x उतरना||3. स्वस्थता x अस्वस्थता<br />
|-<br />
|उत्तीर्ण x अनुत्तीर्ण||ईमान x बेईमान<br />
|-<br />
|1. उपयोगी x अनुपयोगी||1. होश x बेहोश<br />
|-<br />
|2. उपस्थिति x अनुपस्थिति||2. खबर x बेखबर<br />
|-<br />
|3. उचित x अनुचित||3. रोज़गार x बेरोज़गार<br />
|} <br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ओ. समानार्थक शब्दों को लिखिए : <br />
|-<br />
| उपचार चिकित्सा इलाज<br />
|-<br />
|1. गात शरिर देह<br />
|-<br />
|2. आहार खाना भोजन<br />
|-<br />
|3. विस्मय अचरज आश्चर्य<br />
|-<br />
|4. हिम्मत साहस धैर्य<br />
|-<br />
|5. खोज तलाश ढूँढ<br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
कठिन शब्दो का अर्थ जानकर उन्हे वाक्यो मे उपयोग कीजिये।<br />
<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%97%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A5%82_(%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%96%E0%A4%BE%E0%A4%9A%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0)&diff=25982गिल्लू (रेखाचित्र)2016-12-20T11:06:44Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
<br />
इस पाठ से स्नेहभाव तथा प्राणी-दया की सीख मिलती है। पशु-पक्षियों के स्वभाव और उनकी जीवन-शैली के साथ-साथ उनके प्रति महादेवी वर्मा के प्रेम से बच्चे परिचित होते है।<br />
<br />
=लेखक का परिचय=<br />
महादेवी वर्मा (२६ मार्च १९०७ — ११ सितंबर १९८७) हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में से हैं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक मानी जाती हैं। आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है। कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है। महादेवी ने स्वतंत्रता के पहले का भारत भी देखा और उसके बाद का भी। वे उन कवियों में से एक हैं जिन्होंने व्यापक समाज में काम करते हुए भारत के भीतर विद्यमान हाहाकार, रुदन को देखा, परखा और करुण होकर अन्धकार को दूर करने वाली दृष्टि देने की कोशिश की। न केवल उनका काव्य बल्कि उनके सामाजसुधार के कार्य और महिलाओं के प्रति चेतना भावना भी इस दृष्टि से प्रभावित रहे। उन्होंने मन की पीड़ा को इतने स्नेह और शृंगार से सजाया कि दीपशिखा में वह जन-जन की पीड़ा के रूप में स्थापित हुई और उसने केवल पाठकों को ही नहीं समीक्षकों को भी गहराई तक प्रभावित किया।<br><br />
<br />
सौर्स: यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B5%E0%A5%80_%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
<br />
{{#widget:YouTube|id=oO5GDYCdlhw}}<br />
<br />
गिलहरियो कि तस्वीरे देखने के लिये यहाँ [https://www.google.co.in/search?hl=en&site=imghp&tbm=isch&source=hp&biw=1366&bih=659&q=squirrel&oq=sq&gs_l=img.3.0.0l10.4024.4246.0.6388.2.2.0.0.0.0.345.345.3-1.1.0....0...1ac.1.64.img..1.1.343.jbDn9dTmVaM#imgrc=iC5EY7_kv47NJM%3A क्लिक कीजिये]<br />
<br />
कविता कोश: यहाँ [http://kavitakosh.org/kk/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B5%E0%A5%80_%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=सारांश=<br />
सारांश सुनने के लिये यहाँ [https://www.youtube.com/watch?v=oO5GDYCdlhw क्लिक कीजिये]<br />
<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter06.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
जानवरो के प्रति प्रेम व श्रद्धा क भाव व्यक्त करना।<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - छत्रो से पाल्तु जानवरो के प्रति उनकी राय जनना। <br />
#समय - 2-3 मिनट<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि - हर छत्र से उसके सबसे प्रिय पाल्तु जानवर के विषय मे चर्चा करने का अवसर दे।<br />
#चर्चा सवाल - इस सवाल पर छात्रो को विचार-विमर्श करने को कहे कि क्या जानवरो को पाल्तु बनाकर उन्हे बंधी बनाकर रखना चहिये य नही।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
शब्दकॊश का प्रयोग करने के लिये यहाँ [http://www.shabdkosh.com/ क्लिक कीजिये]<br />
<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ऊ. स्त्रीलिंग शब्द लिखिए :<br />
|-<br />
|1. 1.लेखक लेखिका<br />
|-<br />
|2. श्रीमान श्रीमती <br />
|-<br />
|3. मयूर मयूरी<br />
|-<br />
|4. कुत्ता कुतिया<br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
कठिन शब्दो का अर्थ जानकर उन्हे वाक्यो मे उपयोग कीजिये।<br />
<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A4%E0%A5%83%E0%A4%AD%E0%A5%82%E0%A4%AE%E0%A4%BF&diff=25981मातृभूमि2016-12-20T11:01:37Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
भगवतीचरण वर्मा कविता कोश - यहाँ [http://kavitakosh.org/kk/%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%9A%E0%A4%B0%E0%A4%A3_%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस कविता को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter05.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. कवि किसे प्रणाम कर रहे हैं ?<br><br />
उत्तर : कवि मातृभूमि को प्रणाम कर रहे हैं।<br><br />
2. भारत माँ के हाथों में क्या है ?<br><br />
उत्तर : भारत माँ के हाथों में न्याय पताका तथा ज्ञान-दीप हैं।<br><br />
3. आज माँ के साथ कौन है ?<br><br />
उत्तर : आज माँ के साथ कोटि-कोटि भारतवासी हैं।<br><br />
4. सभी ओर क्या गूँज उठा है ?<br><br />
उत्तर : सभी ओर जय-हिंद के नाद का गूँज उठा है।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :''' <br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. भारत के खेत कैसे हैं ?<br><br />
उत्तर : भारत के खेत हरे-भरे तथा सुहाने हैं।<br><br />
2. भारत भूमि के अंदर क्या-क्या भरा हुआ है ?<br><br />
उत्तर : भारत भूमि के अंदर खनिजों का व्यापक धन भरा हुआ है।<br><br />
3. सुख-संपत्ति, धन-धाम को माँ कैसे बाँट रही है ?<br><br />
उत्तर : सुख-संपत्ति, धन-धाम को माँ मुक्त हस्त से बाँट रही है।<br><br />
4. जग के रूप को बदलने के लिए कवि किससे निवेदन करते हैं ?<br><br />
उत्तर : जग के रूप को बदलने के लिए कवि भारत माता निवेदन करते हैं।<br><br />
5. ‘जय-हिंद’ का नाद कहाँ-कहाँ पर गूँजना चाहिए ?<br><br />
उत्तर : ‘जय-हिंद’ का नाद भारत के सकल नगर और ग्राम में गूँजना चाहिए।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. भारत माँ के प्रकृति-सौंदर्य का वर्णन कीजिए ।<br><br />
उत्तर : भारत माँ के यहाँ हरे-भरे खेत, फल-फूलों से युत वन-उपवन तथा खनिजों का व्यापक धन है। इस प्रकार प्राकृतिक सौंदर्य ने सबको मोह लिया है ।<br />
2. मातृभूमि का स्वरूप कैसे सुशोभित है ?<br><br />
उत्तर : मातृभूमि अमरों की जननी है। उसके ह्रदय में गांधी, बुद्ध और राम समायित हैं। माँ के एक हाथ में न्याय पताका तथा दूसरे हाथ में ज्ञान दीप है। इस प्रकार मातृभूमि का स्वरूप सुशोभित है ।<br><br />
<br />
'''इ. दोनों खंड को जोड़कर लिखिए :'''<br><br />
1. तेरे उर में शायित गांधी, बुध्द और राम <br><br />
2. फल-फूलों से युत वन-उपवन<br><br />
3. एक हाथ में न्याय-पताका<br><br />
4. कोटि-कोटि हम आज साथ में<br><br />
5. मातृ-भू शत-शत बार प्रणाम<br><br />
<br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए :'''<br><br />
1. कवि मातृभूमि को शत-शत बार प्रणाम कर रहे हैं।<br><br />
2. भारत माँ के उर में गांधी, बुध्द और राम शायित हैं। <br><br />
3. वन, उपवन फल-फूलों से युक्त है।<br><br />
4. मुक्त हस्त से मातृभूमि सुख-संपत्ति बाँट रही है।<br><br />
5. सभी ओर जय-हिंद का नाद गूँज उठे।<br><br />
<br />
<br />
'''उ. भावार्थ लिखिए :'''<br><br />
एक हाथ में न्याय-पताका,<br><br />
ज्ञान-दीप दूसरे हाथ में,<br><br />
जग का रुप बदल दे, हे माँ,<br><br />
कोटि-कोटि हम आज साथ में ।<br><br />
गूँज उठे जय-हिंद नाद से – <br><br />
सकल नगर और ग्राम,<br><br />
मातृ-भू, शत-शतब बार प्रणाम ।<br><br />
<br />
'''भावार्थ :'''<br><br />
उपर्युक्त पंक्तियों को कवि भगवतीचरण वर्मा द्वारा रचित ‘मातृभूमि’ नामक कविता भाग से <br />
लिया गया है।कवि भारत माता की न्यायनिष्टा, ज्ञानशक्ति तथा महानता के बारे में बताते हुए <br />
इस प्रकार लिखते हैं कि – हे भारत माता ! तेरे एक हाथ में न्याय की पताका तो दुसरे हाथ में <br />
ज्ञान का दीपक है।अब तू संसार का रूप बदल दे माँ! आज हम करोड़ों भारतवासी तुम्हारे साथ <br />
हैं। हे मा ! पूरे देश के गाँव-गाँव तथा नगर-नगर में ‘जय-हिंद’ का नाद गूँज उठे यही हमारी <br />
आशा है। भारत माता तुम्हे सौ-सौ बार प्रणाम।<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%87%E0%A4%82%E0%A4%9F%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F_%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%A4%E0%A4%BF_(%E0%A4%B8%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A6)&diff=25979इंटरनेट क्रांति (सवाद)2016-12-20T10:56:00Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter04.pdf क्लिक कीजिये]।<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br />
1. इंटरनेट का अर्थ क्या है ?<br><br />
उत्तर : इंटरनेट अनगिनत कंप्यूटरों के कई अंतर्जालों का, एक दूसरे से संबंध स्थापित करने का जाल है।<br><br />
2. संचार और सूचना क्षेत्र में इंटरनेट का क्या महत्व है ?<br><br />
उत्तर : इंटरनेट के बिना संचार और सूचना दोनों ही क्षेत्र ठप पड़ जाते हैं।<br><br />
3. इंटरनेट बैंकिंग द्वारा क्या भेजा जा सकता है ?<br><br />
उत्तर : इंटरनेट बैंकिंग द्वारा दुनिया के किसी भी जगह पर चाहे जितनी रकम भेजी जा सकती है।<br><br />
4. प्रगतिशील राष्ट्र किसके द्वारा बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं ?<br><br />
उत्तर : प्रगतिशील राष्ट्र ई-गवर्नेन्स द्वारा बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं।<br><br />
5. समाज के किन क्षेत्रों में इंटरनेट का योगदान है?<br><br />
उत्तर : समाज के चिकित्सा, कृषि, अंतरिक्ष ज्ञान, विज्ञान, शिक्षा आदि क्षेत्रों में इंटरनेट का योगदान है।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. इंटरनेट-क्रांति का असर किस पर पड़ा है ?<br><br />
उत्तर : इंटरनेट-क्रांति का असर बड़े-बूढ़े से लेकर छोटे बच्चों तक सब पर पड़ा है।<br><br />
2. रोहन के पिताजी ने उसको क्या सुझाव दिया ?<br><br />
उत्तर : रोहन के पिताजी ने उसको अपने कंप्यूटर शिक्षक से पूछताछ करने का सुझाव दिया।<br><br />
3. आई.टी.ई.एस का विस्तृत रूप क्या है ?<br><br />
उत्तर : आई.टी.ई.एस का विस्तृत रूप है- इनफारमेशन टैक्नोलजी एनेबल्ड सर्विसेस।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. इंटरनेट का मतलब क्या है ?<br><br />
उत्तर : इंटरनेट अनगिनत कंप्यूटरों के कई अंतर्जालों का, एक दूसरे से संबंध स्थापित करने का जाल है। जिसकी वजह से पूरे विश्व का विस्तार एक गाँव का-सा छोटा हो गया है। <br><br />
2. व्यापार और बैंकिंग में इंटरनेट से क्या मदद मिलती है ?<br><br />
उत्तर : इंटरनेट द्वारा घर बैठे-बैठे खरिदारी कर सकतेह हैं। कोई भी बिल भर सकते हैं। इससे दुकान जाने और लाइन में घंटों खड़े रहने का समय बच सकता है। इंटरनेट –बैंकिंग द्वारा दुनिया <br />
की किसी भी जगह पर चाहे जितनी भी रकम भेजी जा सकती है।<br><br />
3. ई-गवर्नेन्स क्या है ?<br><br />
उत्तर : ई-गवर्नेन्स द्वारा सरकार के सभी कामकाज का विवरण, अभिलेख, सरकारी आदेश आदि को यथावत् लोगों को सूचित किया जाता है। इससे प्रशासन पारदर्शी बन सकता है।<br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br />
1. संचार व सूचना के क्षेत्र में इंटरनेट का क्या महत्व है ?<br><br />
उत्तर : इंटरनेट द्वारा पल भर में, बिना ज्यादा खर्च किए कोई भी विचार हो, स्थिर चित्र हो, विडियो चित्र हो तथा एक पुस्तकालय की किताबों के विषय को कम समय में कहीं भी भेज सकते <br />
हो। इस प्रकार संचार व सूचना के दोनों क्षेत्र में इंटरनेट का महत्व बढ़ गया है।<br><br />
2. ‘वर्चुअल मीटिंग रूम’ के बारे में लिखिए ।<br><br />
उत्तर : ‘वर्चुअल मीटिंग रूम’ (काल्पनिक सभागार) में एक जगह बैठकर दुनिया के कई देशों के प्रतिनिधियों के साथ ८-१० दूरदर्शन के परदे पर चर्चा कर सकते हैं। विभिन्न देशों में<br />
रहनेवाले लोगों के साथ विचार-विनिमय कर सकते हैं।<br><br />
3. ‘सोशल नेटवर्किंग’ एक क्रांतिकारी खोज है। कैसे ?<br><br />
उत्तर : ‘सोशल नेटवर्किंग’ ने दुनिया भर के लोगों को एक जगह पर ला खड़ा कर दिया है। इसके कई साइट्स हैं, जैसे – फेसबुक, आरकुट, ट्विटर, लिंकडइन आदि। इन साइटों के कारण <br />
देश-विदेश के लोगों की रहन-सहन, वेश-भूषा, खान-पान, संस्कृति, कला आदि का प्रभाव हमारे समाज पर पढ़ रहा है। इस प्रकार ‘सोशल नेटवर्किंग’ एक क्रांतिकारी खोज है। <br><br />
4. इंटरनेट से कौन सी हानियाँ हो सकती हैं ?<br><br />
उत्तर : इंटरनेट की वजह से पैरसी, बैंकिंग फ्राँड, हैकिंग आदि बढ़ रही है। मुक्त वेब साइट, चैटिंग आदि से युवा पीढ़ी ही नहीं बच्चे भी इंटरनेट की कबंध बाँहों के पाश में फँसे हुए हैं। इससे<br />
वक्त का दुरुपयो और बच्चे अनुपयुक्त और अनावश्यक जानकारी हासिल कर रहे हैं। इस प्रकार की हानियाँ हो सकती हैं।<br><br />
<br />
'''ई. जोड़कर लिखिए :'''<br />
1. इंटरनेट ने पूरे विश्व को एक छोटे गाँव का रूप दे दिया है।<br><br />
2. इंटरनेट द्वारा कोई भी बिल भर सकते हैं।<br><br />
3. इंटरनेट समाज के लिए बहुत बड़ा वरदान साबित हुआ।<br><br />
4. इंटरनेट की वजह से पैरसी, हैकिंग आदि बढ़ रही हैं।<br><br />
5. इंटरनेट से सबको सचेत रहना चाहिए।<br><br />
<br />
'''उ. कोष्ठक में दिए गए शब्दों में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. इंटरनेट एक तरह से विश्वव्यापी कंप्यूटरों का अंतर्जाल है।<br><br />
2. आई. टी और आई. टी. ई. एस से अनगिनत लोगों को रोज़गार मिला है।<br><br />
3. सोशल नेटवर्किंग के कई साइट्स हैं। <br><br />
4. ई-गवर्नेंस से प्रशासन पारदर्शी बन सकता है।<br><br />
5. इंटरनेट सचमुच एक वरदान है।<br><br />
6. देश के रक्षादलों की कार्यवाही में इंटरनेट का बहुत बड़ा योगदान है।<br><br />
7. इंटरनेट एक ओर वरदान है तो वह अभिशाप भी है। <br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. इंटरनेट आधुनिक जीवनशैली का महत्वपूर्ण अंग बन गया है। <br><br />
ಅಂತರ್ಜಾಲ ಆಧುನಿಕ ಜೀವನಶೈಲಿಯ ಮಹತ್ವಪೂರ್ಣ ಅಂಗವಾಗಿಬಿಟ್ಟಿದೆ.<br><br />
2. इंटरनेट द्वारा घर बैठे-बैठे खरीदारी कर सकते हैं।<br><br />
ಅಂತರ್ಜಾಲದ ಮುಲಕ ಮನೆಯಲ್ಲಿಯೇ ಕುಳಿತುಕೊಂಡು ಖರೀದಿ ಮಾಡಬಹುದು.<br><br />
3. इंटरनेट की सहायता से बेरोज़गारी को मिटा सकते हैं।<br><br />
ಅಂತರ್ಜಾಲದ ಸಹಾಯದಿಂದ ನಿರುದ್ಯೋಗ ನಿರ್ಮೂಲನೆ ಮಾಡಬಹುದು.<br><br />
<br />
'''ऋ. सही विलोम शब्दों को चुनकर लिखिए :'''<br><br />
1. बढ़ना x घटना<br> <br />
2. स्थिर x अस्थिर<br><br />
3. मुमकिन x नामुमकिन<br> <br />
4. वरदान x अभिशाप<br><br />
5. दुरुपयोग x सदुपयोग<br> <br />
6. अनुपयुक्त x उपयुक्त<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ए. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |<br />
|-<br />
|1. पैसा – पैसे||1. खबर – खबरें||1. युग - युग||1. जिंदगी – जिंदगियाँ <br />
|-<br />
|2. परदा – परदे||2. किताब – किताबें ||2. दोस्त – दोस्त||2. जानकारी – जानकारियाँ<br />
|-<br />
|3. कमरा – कमरे||3. जगह – जगहें ||3. कंप्यूटर – कंप्यूटर||3. चिट्ठी – चिट्ठियाँ<br />
|-<br />
|4. दायरा – दायरे||4. कोशिश- कोशिशें||4. रिश्तेदार – रिश्तेदार||4. जीवनशैली – जीवनशैलियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ऐ. इन वाक्यों में प्रयुक्त विराम चिह्नों के नाम लिखिए :'''<br><br />
1. आज का युग इंटरनेट युग है । (पूर्ण्विराम)<br><br />
2. इंटरनेट का मतलब क्या है ? (प्रश्नवाचक)<br><br />
3. बड़ा अच्छा सवाल है ! (विस्मयादिबोधक)<br><br />
4. ‘वर्चुअल मीटिंग रूम’ में चर्चा कर सकते हैं । (उद्धरण चिह्न)<br><br />
5. लोगों के साथ विचार-विनिमय कर सकते हैं । (योजक चिह्न)<br><br />
6. हाँ हाँ, दुष्परिणाम हैं । (अल्प विराम)<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25978भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T10:41:32Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
|-<br />
|1. सुनना||सुनाना ||सुनवाना<br />
|-<br />
|2. समझना ||समझाना||समझवाना<br />
|-<br />
|3. देना ||दिलाना||दिलवाना<br />
|-<br />
|4. पकड़ना||पकड़ाना ||पकड़वाना<br />
|-<br />
|5. बैठना ||बिठाना ||बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
|-<br />
|र||रोज़||सुनवाना<br />
|-<br />
|ब||बालक||बगीचा<br />
|-<br />
|भ||भोपाल||भारत<br />
|-<br />
|ह||हँसना||ह्जार<br />
|-<br />
|श||शंकर||शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |शब्द <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |विग्रह-वाक्य <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति||श्रद्या और भक्ति||द्वंद्व समास।<br />
|-<br />
|2. होश-हवास||होश + हवास||अव्ययीभाव समास। <br />
|-<br />
|3. चौमासा||चार मासों का समूह||द्विगु समास।<br />
|-<br />
|4. प्रतिदिन||दिन-दिन||अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25977भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T10:40:37Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
|-<br />
|1. सुनना||सुनाना ||सुनवाना<br />
|-<br />
|2. समझना ||समझाना||समझवाना<br />
|-<br />
|3. देना ||दिलाना||दिलवाना<br />
|-<br />
|4. पकड़ना||पकड़ाना ||पकड़वाना<br />
|-<br />
|5. बैठना ||बिठाना ||बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
|-<br />
|र||रोज़||सुनवाना<br />
|-<br />
|ब||बालक||बगीचा<br />
|-<br />
|भ||भोपाल||भारत<br />
|-<br />
|ह||हँसना||ह्जार<br />
|-<br />
|श||शंकर||शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" |शब्द <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |विग्रह-वाक्य <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |समास का नाम <br />
|-<br />
|र||रोज़||सुनवाना<br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति||श्रद्या और भक्ति||द्वंद्व समास।<br />
|-<br />
|2. होश-हवास||होश + हवास||अव्ययीभाव समास। <br />
|-<br />
|3. चौमासा||चार मासों का समूह||द्विगु समास।<br />
|-<br />
|4. प्रतिदिन||दिन-दिन||अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25976भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T10:18:17Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
|-<br />
|1. सुनना||सुनाना ||सुनवाना<br />
|-<br />
|2. समझना ||समझाना||समझवाना<br />
|-<br />
|3. देना ||दिलाना||दिलवाना<br />
|-<br />
|4. पकड़ना||पकड़ाना ||पकड़वाना<br />
|-<br />
|5. बैठना ||बिठाना ||बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
|-<br />
|र||रोज़||सुनवाना<br />
|-<br />
|ब||बालक||बगीचा<br />
|-<br />
|भ||भोपाल||भारत<br />
|-<br />
|ह||हँसना||ह्जार<br />
|-<br />
|श||शंकर||शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
'''च. विग्रह करके समास का नाम लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
!शब्द <br />
!विग्रह-वाक्य <br />
!समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति<br />
|2. होश-हवास<br />
|3. चौमासा<br />
|4. प्रतिदिन<br />
|-<br />
|श्रद्या और भक्ति<br />
|होश + हवास<br />
|चार मासों का समूह<br />
| दिन-दिन<br />
|-<br />
|द्वंद्व समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|द्विगु समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25975भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T10:16:48Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
|-<br />
|1. सुनना||सुनाना ||सुनवाना<br />
|-<br />
|2. समझना ||समझाना||समझवाना<br />
|-<br />
|3. देना ||दिलाना||दिलवाना<br />
|-<br />
|4. पकड़ना||पकड़ाना ||पकड़वाना<br />
|-<br />
|5. बैठना ||बिठाना ||बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
|-<br />
|र||रोज़||सुनवाना||रुपया<br />
|-<br />
|ब||बालक||बगीचा<br />
|-<br />
|भ||भोपाल||भारत<br />
|-<br />
|ह||हँसना||ह्जार<br />
|-<br />
|श||शंकर||शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
'''च. विग्रह करके समास का नाम लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
!शब्द <br />
!विग्रह-वाक्य <br />
!समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति<br />
|2. होश-हवास<br />
|3. चौमासा<br />
|4. प्रतिदिन<br />
|-<br />
|श्रद्या और भक्ति<br />
|होश + हवास<br />
|चार मासों का समूह<br />
| दिन-दिन<br />
|-<br />
|द्वंद्व समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|द्विगु समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25974भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T10:09:41Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
! scope="col" style="width: 120px;" |क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | <br />
|-<br />
|1. सुनना||सुनाना ||सुनवाना<br />
|-<br />
|2. समझना ||समझाना||समझवाना<br />
|-<br />
|3. देना ||दिलाना||दिलवाना<br />
|-<br />
|4. पकड़ना||पकड़ाना ||पकड़वाना<br />
|-<br />
|5. बैठना ||बिठाना ||बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
|-<br />
| र<br />
| ब<br />
| भ<br />
| ह<br />
| श<br />
|-<br />
| रोज़<br />
| बालक<br />
| भोपाल<br />
| हँसना<br />
| शंकर<br />
|-<br />
| रुपया<br />
| बगीचा<br />
| भारत<br />
| ह्जार<br />
| शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
'''च. विग्रह करके समास का नाम लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
!शब्द <br />
!विग्रह-वाक्य <br />
!समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति<br />
|2. होश-हवास<br />
|3. चौमासा<br />
|4. प्रतिदिन<br />
|-<br />
|श्रद्या और भक्ति<br />
|होश + हवास<br />
|चार मासों का समूह<br />
| दिन-दिन<br />
|-<br />
|द्वंद्व समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|द्विगु समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25973भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T10:08:07Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 90px;" | <br />
! scope="col" style="width: 90px;" |क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 90px;" | <br />
|-<br />
| 1. सुनना|| 1. सुनाना || सुनवाना<br />
|-<br />
|2. समझना || समझाना||समझवाना<br />
|-<br />
|3. देना ||3. दिलाना|| दिलवाना<br />
|-<br />
|4. पकड़ना||पकड़ाना ||पकड़वाना<br />
|-<br />
| 5. बैठना || बिठाना || 5. बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
|-<br />
| र<br />
| ब<br />
| भ<br />
| ह<br />
| श<br />
|-<br />
| रोज़<br />
| बालक<br />
| भोपाल<br />
| हँसना<br />
| शंकर<br />
|-<br />
| रुपया<br />
| बगीचा<br />
| भारत<br />
| ह्जार<br />
| शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
'''च. विग्रह करके समास का नाम लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
!शब्द <br />
!विग्रह-वाक्य <br />
!समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति<br />
|2. होश-हवास<br />
|3. चौमासा<br />
|4. प्रतिदिन<br />
|-<br />
|श्रद्या और भक्ति<br />
|होश + हवास<br />
|चार मासों का समूह<br />
| दिन-दिन<br />
|-<br />
|द्वंद्व समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|द्विगु समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25972भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T10:06:52Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 60px;" | क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 60px;" | <br />
! scope="col" style="width: 60px;" | <br />
|-<br />
| 1. सुनना|| 1. सुनाना || सुनवाना<br />
|-<br />
|2. समझना || समझाना||समझवाना<br />
|-<br />
|3. देना ||3. दिलाना|| दिलवाना<br />
|-<br />
|4. पकड़ना||पकड़ाना ||पकड़वाना<br />
|-<br />
| 5. बैठना || बिठाना || 5. बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
|-<br />
| र<br />
| ब<br />
| भ<br />
| ह<br />
| श<br />
|-<br />
| रोज़<br />
| बालक<br />
| भोपाल<br />
| हँसना<br />
| शंकर<br />
|-<br />
| रुपया<br />
| बगीचा<br />
| भारत<br />
| ह्जार<br />
| शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
'''च. विग्रह करके समास का नाम लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
!शब्द <br />
!विग्रह-वाक्य <br />
!समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति<br />
|2. होश-हवास<br />
|3. चौमासा<br />
|4. प्रतिदिन<br />
|-<br />
|श्रद्या और भक्ति<br />
|होश + हवास<br />
|चार मासों का समूह<br />
| दिन-दिन<br />
|-<br />
|द्वंद्व समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|द्विगु समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25971भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T10:01:27Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 120px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. सुनना<br />
| 2. समझना<br />
| 3. देना<br />
| 4. पकड़ना<br />
| 5. बैठना<br />
|-<br />
| सुनाना<br />
| समझाना<br />
| दिलाना<br />
| पकड़ाना<br />
| बिठाना<br />
|-<br />
| सुनवाना<br />
| समझवाना<br />
| दिलवाना<br />
| पकड़वाना<br />
| बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
|-<br />
| र<br />
| ब<br />
| भ<br />
| ह<br />
| श<br />
|-<br />
| रोज़<br />
| बालक<br />
| भोपाल<br />
| हँसना<br />
| शंकर<br />
|-<br />
| रुपया<br />
| बगीचा<br />
| भारत<br />
| ह्जार<br />
| शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
'''च. विग्रह करके समास का नाम लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
!शब्द <br />
!विग्रह-वाक्य <br />
!समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति<br />
|2. होश-हवास<br />
|3. चौमासा<br />
|4. प्रतिदिन<br />
|-<br />
|श्रद्या और भक्ति<br />
|होश + हवास<br />
|चार मासों का समूह<br />
| दिन-दिन<br />
|-<br />
|द्वंद्व समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|द्विगु समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25970भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T10:00:36Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 90px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 90px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 90px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. सुनना<br />
| 2. समझना<br />
| 3. देना<br />
| 4. पकड़ना<br />
| 5. बैठना<br />
|-<br />
| सुनाना<br />
| समझाना<br />
| दिलाना<br />
| पकड़ाना<br />
| बिठाना<br />
|-<br />
| सुनवाना<br />
| समझवाना<br />
| दिलवाना<br />
| पकड़वाना<br />
| बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
|-<br />
| र<br />
| ब<br />
| भ<br />
| ह<br />
| श<br />
|-<br />
| रोज़<br />
| बालक<br />
| भोपाल<br />
| हँसना<br />
| शंकर<br />
|-<br />
| रुपया<br />
| बगीचा<br />
| भारत<br />
| ह्जार<br />
| शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
'''च. विग्रह करके समास का नाम लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
!शब्द <br />
!विग्रह-वाक्य <br />
!समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति<br />
|2. होश-हवास<br />
|3. चौमासा<br />
|4. प्रतिदिन<br />
|-<br />
|श्रद्या और भक्ति<br />
|होश + हवास<br />
|चार मासों का समूह<br />
| दिन-दिन<br />
|-<br />
|द्वंद्व समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|द्विगु समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25969भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T09:59:32Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 50px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 225px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 225px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. सुनना<br />
| 2. समझना<br />
| 3. देना<br />
| 4. पकड़ना<br />
| 5. बैठना<br />
|-<br />
| सुनाना<br />
| समझाना<br />
| दिलाना<br />
| पकड़ाना<br />
| बिठाना<br />
|-<br />
| सुनवाना<br />
| समझवाना<br />
| दिलवाना<br />
| पकड़वाना<br />
| बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
|-<br />
| र<br />
| ब<br />
| भ<br />
| ह<br />
| श<br />
|-<br />
| रोज़<br />
| बालक<br />
| भोपाल<br />
| हँसना<br />
| शंकर<br />
|-<br />
| रुपया<br />
| बगीचा<br />
| भारत<br />
| ह्जार<br />
| शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
'''च. विग्रह करके समास का नाम लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
!शब्द <br />
!विग्रह-वाक्य <br />
!समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति<br />
|2. होश-हवास<br />
|3. चौमासा<br />
|4. प्रतिदिन<br />
|-<br />
|श्रद्या और भक्ति<br />
|होश + हवास<br />
|चार मासों का समूह<br />
| दिन-दिन<br />
|-<br />
|द्वंद्व समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|द्विगु समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25968भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T09:57:44Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
! scope="col" style="width: 50px;" | ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 225px;" | ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! scope="col" style="width: 225px;" | ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
| 1. निकट x दूर || 1. नौकर - नौकरानी || 1. आँखें - आँख<br />
|-<br />
|2. पाप x पुण्य ||2. मालिक - मालकिन ||2. रुपया - रुपये<br />
|-<br />
|3. निराशा x आशा ||3. भिखारी - भिखारिन||3. पैसे - पैसा<br />
|-<br />
|4. स्वीकार x अस्वीकार ||4. बच्चा - बच्ची ||4. हाथ - हाथ<br />
|-<br />
| 5. होश x बेहोश || 5. बूढ़ा - बुढ़िया || 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. सुनना<br />
| 2. समझना<br />
| 3. देना<br />
| 4. पकड़ना<br />
| 5. बैठना<br />
|-<br />
| सुनाना<br />
| समझाना<br />
| दिलाना<br />
| पकड़ाना<br />
| बिठाना<br />
|-<br />
| सुनवाना<br />
| समझवाना<br />
| दिलवाना<br />
| पकड़वाना<br />
| बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
|-<br />
| र<br />
| ब<br />
| भ<br />
| ह<br />
| श<br />
|-<br />
| रोज़<br />
| बालक<br />
| भोपाल<br />
| हँसना<br />
| शंकर<br />
|-<br />
| रुपया<br />
| बगीचा<br />
| भारत<br />
| ह्जार<br />
| शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
'''च. विग्रह करके समास का नाम लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
!शब्द <br />
!विग्रह-वाक्य <br />
!समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति<br />
|2. होश-हवास<br />
|3. चौमासा<br />
|4. प्रतिदिन<br />
|-<br />
|श्रद्या और भक्ति<br />
|होश + हवास<br />
|चार मासों का समूह<br />
| दिन-दिन<br />
|-<br />
|द्वंद्व समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|द्विगु समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82_%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8_(%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25967भक्तों के भगवान (कहानी)2016-12-20T09:45:46Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter03.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. मंदिर किसने बनवाया था ?<br><br />
उत्तर : मंदिर साहूकार ने बनवाया था ।<br><br />
2. नौकर ने करोड़पति से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने करोड़पति से कहा – “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं । बहुत बड़ा घाटा हुआ है।”<br><br />
3. करोड़पति ने अंत में भगवान को किसमें देखा ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने अंत में भगवान को भिखारी में देखा ।<br><br />
4. करोड़पति को किसने बचाया ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति को भिखारी ने बचाया ।<br><br />
5. करोड़पति रोज़ क्या करता था ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
6. करोड़पति ने भिखारी को कितने रुपये दिये ?<br><br />
उत्तर : करोड़पति ने भिखारी को एक सौ रुपये दिये ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :<br><br />
1. साहूकार कहाँ रहता था ?<br><br />
उत्तर : साहूकार किसी एक शहर में रहता था ।<br><br />
2. लोग साहूकार को किस नाम से पुकारते थे ?<br><br />
उत्तर : लोग साहूकार को भक्त करोड़पति के नाम से पुकारते थे ।<br><br />
3. भिखारी के सामने पैसे किसने रखा ?<br><br />
उत्तर : भिखारी के सामने पैसे एक व्यक्ति ने रखा ।<br><br />
4. भिखारी को रास्ते में कौन मिला ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक छोटा लड़का मिला ।<br><br />
5. भगवान ने किस रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ?<br><br />
उत्तर : भगवान ने भिखारी के रूप में आकर साहूकार की रक्षा की ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. करोड़पति के होशहवास क्यों उड़ गए ?<br><br />
उत्तर : नौकर ने कहा- “मालिक ! बाज़ार में एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ है, मालिक।” यह समाचार सुनकर करोड़पति के होशहवास उड़ गए ।<br><br />
2. भिखारी को बालक पर क्यों दया आयी ?<br><br />
उत्तर : भिखारी को रास्ते में एक लड़का मिला जो रो रहा था । रोने का कारण पूछने पर लड़के <br />
ने कहा वह दो दिन से भूखा है और उसकी माँ बीमार है । उसका बाप अँधा है और वह <br />
भी बीमार है। अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह<br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। यह देखकर भिखारी को बालक पर दया आयी ।<br> <br />
3. लोग क्या कहकर चीख रहे थे ?<br><br />
उत्तर : लोग इस प्रकार चीख रहे थे कि- “अरे, अरे, बूढ़ा मोटर के नीचे कुचला जाएगा, मर गया, मर गया ।”<br><br />
4. बूढ़े को किसने बचाया ? कैसे ?<br><br />
उत्तर : बूढ़े को भिखारी ने बचाया। भिखारी बेतहाश भागते हुए गया और बूढ़े का हाथ पकड़कर उसे अपनी ओर खींचते हुए बचाया । <br><br />
<br />
'''इ. चार- छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से क्या कहा ?<br><br />
उत्तर : नौकर की बातें सुनकर साहूकार ने भगवान से कहा – “भगवान ! क्या मैं इसी दिन के <br><br />
लिए तुम्हारी पूजा करता रहा ? तुम्हारी पूजा करनेवाले क्या बर्बाद होते हैं ? नहीं, <br />
आज से तुम्हारी पूजा बन्द । मुझे लगता है आप न सुन सकते हैं, न बोल सकते हैं, <br />
न देख भी सकते हैं । आप तो बस, पत्थर हैं, पत्थर ।”<br><br />
2. भिखारी ने भगवान से क्या प्रार्थना की ?<br />
उत्तर : भिखारी ने भगवान से इस तरह प्रार्थना की – “भगवान ! पिछले चार दिनों से भूखा हूँ । <br />
मेरे बचे भूख से तड़प रहे हैं । आज यदि रोटी न मिली तो वे सब मर जाएँगे । <br />
मैंने तो आज तक तुमसे कुछ नहीं माँगा । मुझे जो मिला उसीसे संतुष्ट था । लेकीन आज <br />
मैं तुमसे माँग रहा हूँ। मुझ पर दया करो देव, मुझ पर दया करो ।”<br><br />
3. बच्चे ने रोते हुए भिखारी से क्या कहा ?<br />
उत्तर : बच्चे ने रोते हुए भिखारी से कहा की वह दो दिन से भूखा है। उसकी माँ बीमार है । <br />
उसका बाप अँधा है और वह भी बीमार है । आप मुझे कुछ देंगे तो मैं उनके लिए दवाई <br />
खरीद लूँगा । अगर आज उन्हे दवाई न मिली तो वे मर जाएँगे । ऐसे कहते-कहते वह <br />
सुबक-सुबक कर रो रहा था। <br><br />
4. भिखारी और करोड़पति में से आप किसे श्रेष्ठ मानते हैं ? क्यों ?<br><br />
उत्तर : भिखारी और करोड़पति में से ह्म भिखारी को श्रेष्ठ मानते हैं। क्योंकि भिखारी गरीब होने के बावजूद वह करुणामयी था। भिखारी और उसके घरवाले चार दिनों से भूखे रहने के <br />
बावजूद दान में मिले पचास पैसे को छोटे बालक का कष्ट देखकर उसे दे देता है। <br />
ऐसी हालत में भी भगवान से उसे कोई शिकायत नहीं थी और उसे भगवान पर विश्वास था।<br />
अपने प्राणों की चिंता न करते हुए वह करॊड़पति को मोटर दुर्घटना से बचाया। लेकिन <br />
करोड़पति केवल अपने लाभ के लिए भगवान पर विश्वास करता है और वह करोड़पति <br />
होने के बावजूद भी उसे भिखारी पर तरस नहीं आता। वास्तव में भिखारी परोपकारी है।<br />
5. भिखारी को भगवान की लीला क्यों अजीब लगी ?<br><br />
उत्तर : जिस सेठ ने भीख माँगने पर भी कुछ नहीं दिया ; वही अब सौ रुपये दे रहा है। ये पैसे <br />
वह मुझ पर दया या दान की इच्छा से नहीं । उसने दिया है सिर्फ अपने प्राणों के लिये। <br />
यह देखकर भिखारी को भगवान का ढंग अजीब लगा । “ जिसने भगवान को भी पत्थर <br />
कहा था, वह अब इनसान में भी भगवान को देख रहा है।” भिखारी को भगवान की यह <br />
लीला अजीब लगी ।<br><br />
<br />
'''ई. किसने कहा ? किससे कहा ?'''<br><br />
1. ‘एकदम कीमतें गिर गयीं। बहुत बड़ा घाटा हुआ ।’<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को नौकर ने साहूकार से कहा ।<br><br />
2.. ‘अबे, चल हट, भिखारी कहीं का ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को साहूकार ने भिखारी से कहा ।<br><br />
3. “भगवान ! तुमने मेरी प्रार्थना सुन ली ।”<br><br />
प्रस्तुत वाक्य को भिखारी ने भगवान से कहा ।<br><br />
<br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. साहूकार रोज़ भगवान शिवजी की पूजा करता था ।<br><br />
2. बच्चा सुबक-सुबक कर रोने लगा ।<br><br />
3. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था ।<br><br />
4. भिखारी अपनी कुटिया की ओर चल पड़ा ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. साहूकार की एक आलीशान कोठी थी।<br><br />
ಸಾಹುಕಾರನು ಒಂದು ಭವ್ಯ ಬಂಗಲೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದನು.<br><br />
2. करोड़पति के कार्यक्रम में कभी कोई अंतर नहीं आता था।<br><br />
ಕೋಟ್ಯಾಧೀಶನ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಎಂದೂ ಯಾವ ವ್ಯತ್ಯಾಸವು ಆಗುತ್ತಿರಲಿಲ್ಲ.<br><br />
3. भगवान से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।<br><br />
ದೇವರಿಂದ ಅವನಿಗೆ ಯಾವ ಪ್ರತಿಕ್ರಿಯೆಯೂ ಸಿಗಲಿಲ್ಲ.<br><br />
4. रास्ते में भिखारी को एक छोटा लड़का मिला।<br><br />
ದಾರಿಯಲ್ಲಿ ಭಿಕ್ಷುಕನಿಗೆ ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಭೇಟಿಯಾದ. <br><br />
5. भिखारी के रुप में आकर तुम ही ने मेरी रक्षा की।<br><br />
ಭಿಕ್ಷುಕನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಬಂದು ನೀನೇ ನನ್ನನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಿದೆ. <br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! ऋ. विलोम शब्द लिखिए :<br />
! ए. अन्य लिंग रूप लिखिए :<br />
! ऐ. अन्य वचन रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. निकट x दूर<br />
| 2. पाप x पुण्य<br />
| 3. निराशा x आशा<br />
| 4. स्वीकार x अस्वीकार<br />
| 5. होश x बेहोश <br />
|-<br />
| 1. नौकर - नौकरानी<br />
| 2. मालिक - मालकिन<br />
| 3. भिखारी - भिखारिन<br />
| 4. बच्चा - बच्ची<br />
| 5. बूढ़ा - बुढ़िया<br />
|-<br />
| 1. आँखें - आँख<br />
| 2. रुपया - रुपये<br />
| 3. पैसे - पैसा<br />
| 4. हाथ - हाथ<br />
| 5. रोटी - रोटियाँ<br />
|}<br />
<br />
<br />
'''ओ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. करोड़पति = सब लोग साहूकार को भक्त करोड़पति कहते थे ।<br><br />
2. संतुष्ट रहना = भगवान ने हमें जितना दिया है, उतने से ही हमें संतुष्ट रहना चाहिए।<br><br />
3. ज़बरदस्ती = हमें कोई भी कार्य दूसरों से ज़बरदस्ती से नहीं करवाना चाहिए ।<br><br />
4. सुबक- सुबककर = वह गरीब बच्चा सुबक-सुबककर रोने लगा ।<br><br />
5. बाल-बाल बचना = भिखारी के मदद के कारण वह बूढ़ा मोटर दुर्घटना से बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
'''औ. अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए :'''<br><br />
1. करोड़पति भगवान के सामने खड़ा था।<br><br />
2. वह भगवान शिवजी का मंदिर था।<br><br />
3. उसकी आँखे भर आयी थीं।<br><br />
4. बूड़ा बाल-बाल बच गया।<br><br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! क. प्रेरणार्थक रूप लिखिए :<br />
|-<br />
| 1. सुनना<br />
| 2. समझना<br />
| 3. देना<br />
| 4. पकड़ना<br />
| 5. बैठना<br />
|-<br />
| सुनाना<br />
| समझाना<br />
| दिलाना<br />
| पकड़ाना<br />
| बिठाना<br />
|-<br />
| सुनवाना<br />
| समझवाना<br />
| दिलवाना<br />
| पकड़वाना<br />
| बिठवाना<br />
|}<br />
<br />
<br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
! ख. दो-दो शब्द बनाइए :<br />
|-<br />
| र<br />
| ब<br />
| भ<br />
| ह<br />
| श<br />
|-<br />
| रोज़<br />
| बालक<br />
| भोपाल<br />
| हँसना<br />
| शंकर<br />
|-<br />
| रुपया<br />
| बगीचा<br />
| भारत<br />
| ह्जार<br />
| शनी<br />
|}<br />
<br />
'''ग. फूल की पंखुडियों में कुछ शब्द दिये गये हैं। करोड़पति और भिखारी से संबंधित शब्द चुनकर लिखिए :'''<br><br />
घ. मुहावरों का अर्थ लिखिए :<br><br />
1. श्री गनेश करना = प्रारंभ करना।<br><br />
2. नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।<br><br />
3. आँखे लाल होना = क्रोधित होना।<br><br />
4. घोड़े बेचकर सोना = निश्चिंत होना।<br><br />
5. चूँ तक न करना = कुछ भी न बोलना।<br><br />
<br />
'''च. विग्रह करके समास का नाम लिखिए :'''<br><br />
{| class="wikitable"<br />
|-<br />
!शब्द <br />
!विग्रह-वाक्य <br />
!समास का नाम <br />
|-<br />
|1. श्रद्या-भक्ति<br />
|2. होश-हवास<br />
|3. चौमासा<br />
|4. प्रतिदिन<br />
|-<br />
|श्रद्या और भक्ति<br />
|होश + हवास<br />
|चार मासों का समूह<br />
| दिन-दिन<br />
|-<br />
|द्वंद्व समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|द्विगु समास।<br />
|अव्ययीभाव समास। <br />
|}<br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0_(%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25963रविंद्रनाथ ठाकुर (जीवनी)2016-12-19T11:36:30Z<p>Rajkumar: /* व्याकरण / सजावट / पिंगल */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
<mm>[[ravindranath tagore1.mm|Flash]]</mm><br />
<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
'''रविंद्रनाथ ठाकुर'''<br />
<br />
रवीन्द्रनाथ ठाकुर (७ मई, १८६१ – ७ अगस्त, १९४१) को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। वे विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के एकमात्र नोबल पुरस्कार विजेता हैं। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा थे। वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं। वे एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं - भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बाँग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक का परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=SPqQ7-XuLeA}}<br />
<br />
{{#widget:YouTube|id=p8H9qv4Fs_E}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहा [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter02.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
रविंद्रनाथ ठाकुर और उनके लिखे गए कर्यो के बारे मे अधिक जानकारी प्राप्त करना। <br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - हर छात्र को रविंद्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखी कोई एक कहानी पुरे क्लास के सामने सुनाने को कहे।<br />
#समय - 5 - 10 मिनट<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि - हर छात्र को एक कहानी दी जाए जिसे वह घर से पधकर आएगा और क्लास कि सामने प्रस्तुत करेगा।<br />
#चर्चा सवाल - चात्रो से उनके अभिप्रय के बारे मे पूछ्ना।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
==मूल्यांकन==<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर किसके प्रतिनिधि माने जाते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि माने जाते थे ।<br><br />
2. महर्षि देवेंद्रनाथ कौन थे ?<br><br />
उत्तर : महर्षि देवेंद्रनाथ रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता थे ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में कहाँ प्रविष्ट हुए थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में प्रविष्ट हुए थे ।<br><br />
4. रवींद्रनाथ ठाकुर की शिक्षा के बारे में बताइए ।<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर की आरंभिक शिक्षा कान्वेंट स्कूल एवं उनके घर पर ही पूर्ण हुई ।<br><br />
तत्पश्चात् वे अपने जीवन के सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में <br />
प्रविष्ट हुए ।<br><br />
5. रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार कब और किस कृति के लिए मिला ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार 1919 में गीतांजलि कृति के लिए मिला ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता कौन थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता महर्षि देवेंद्रनाथ थे ।<br><br />
2. रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में कब प्रविष्ट हुए ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में सत्रह वर्ष की उम्र में प्रविष्ट हुए ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी को किस विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को कोलकत्ता विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ।<br><br />
4. रवींद्र जी को कौन ‘गुरुदेव’ कहते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को महात्मा गाँधीजी ‘गुरुदेव’ कहते थे ।<br><br />
5. रवींद्र जी का जन्म कब हुआ ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी का जन्म 7 मई 1861 में हुआ ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए ।'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ की उपाधि क्यों त्याग दी ?<br><br />
उत्तर : 1919में जलियाँवाला बाग के अमानुषिक हत्याकाण्ड से दुखित होकर रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ <br />
की उपाधि त्याग दी ।<br><br />
2. शांतिनिकेतन का आशय क्या था ?<br><br />
उत्तर : शांतिनिकेतन का आशय यह था कि युवक-युवतियों की औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ <br />
प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण करना ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ हैं – गीतांजलि, नैवेद्य, काबुलीवाला, सुभा, क्षुधित <br />
पाषाण, चित्रांगदा, डाकघर, राजा, घर और बाहर, गोरा, आँख की किरकिरी आदि । <br> <br />
4. रवींद्र जी ने किन-किन विषयों पर लेख लिखे हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी ने राजनीति, शिक्षा, धर्म, कला आदि विषयों पर लेख लिखे हैं ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी को कौन-कौन सी उपाधियाँ मिली हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को 1913 में गीतांजलि कृति के लिए ‘नोबेल पुरस्कार’ मिला । वह भारत तथा बंगाल के लिए गौरव का दिन था । उसी वर्ष उन्हें ‘सर’ की उपाधि दी गई । सन् 1914 में कोलकत्ता विश्वविधयाल ने उन्हें डी.लिट. की मानद उपाधि दी।<br> <br />
2. शिक्षा क्षेत्र को रवींद्रनाथ जी की देन क्या है ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी चाहते थे कि लोगों की प्रतिभा उनकी आजीविका का साधन भी बने इसलिए उन्होंने शांतिनिकेतन महाविध्यालय की स्थापना की जिसका आशय था कि औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । यह विध्यालय आज कला, संगीत, नृत्य और चित्रकला के अध्ययन-अध्यापन के लिए ‘विश्वभारती’ के नाम से प्रसिध्द है ।<br><br />
'''ई. जोड़कर लिखिए :'''<br><br />
1. नोबेल पुरस्कार गीतांजलि<br><br />
2. सन् 1908 साहित्य सम्मेलन के सभापति<br><br />
3. शांतिनिकेतन आदर्श विश्वविध्यालय<br><br />
4. सन् 1919 जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड<br><br />
5. सन् 1914 डी. लिट. की उपाधि<br><br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. रवींद्र जी साहित्यकार तथा कवि थे ।<br><br />
2. रवींद्र जी श्रेष्ठ चित्रकार भी थे ।<br><br />
3. सारे भारत में लोग उन्हें गुरुदेव कहने लगे ।<br><br />
4. 1913 में ‘गीतांजलि’ के लिए नोबेल मिला ।<br><br />
5. रवींद्र जी ने ‘गीतांजलि’ का अंग्रेजी में अनुवाद किया ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. उनका परिवार सांस्कृतिक नेतृत्व के लिए समस्त बंगाल में प्रसिध्द था।<br><br />
ಅವರ ಕುಟುಂಬ ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ನೇತೃತ್ವಕ್ಕಾಗಿ ಸಂಪೂರ್ಣ ಬಂಗಾಳದಲ್ಲಿ ಪ್ರಸಿದ್ದವಿತ್ತು.<br><br />
2. छोटी आयु में उन्होंने अपने पिता की संपदा का भार संभाला।<br><br />
ಚಿಕ್ಕ ವಯಸ್ಸಿನಲ್ಲಿಯೇ ಅವರು ತನ್ನ ತಂದೆಯ ಆಸ್ತಿಯ ಜವಾಬ್ದಾರಿಯನ್ನು ವಹಿಸಿಕೊಂಡರು.<br><br />
3. महात्माजी उनसे अत्यंत प्रभावित थे।<br><br />
ಮಹಾತ್ಮರು ಅವರಿಂದ ತುಂಬಾ ಪ್ರಭಾವಿತರಾಗಿದ್ದರು.<br><br />
4. हम यह कह सकते हैं कि रवींद्र जी का अंग्रेजी साहित्य में उच्च स्थान है।<br><br />
ಆಂಗ್ಲ ಸಾಹಿತ್ಯದಲ್ಲಿ ರವೀಂದ್ರರವರಿಗೆ ಉನ್ನತ ಸ್ಥಾನವಿದೆ ಎಂದು ನಾವು ಹೇಳಬಹುದು.<br><br />
5. ‘गीतांजलि’ का एक-एक गीत भावों से परिपूर्ण है।<br><br />
'ಗೀತಾಂಜಲಿಯ’ ಒಂದೊಂದು ಹಾಡುಗಳು ಭಾವಗಳಿಂದ ಪರಿಪೂರ್ಣವಾಗಿವೆ.<br><br />
<br />
'''ऋ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. विश्वविख्यात - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं ।<br><br />
2. आंदोलन - बीसवीं शताब्दी के आरंभ में रवींद्रनाथ ठाकुर बंगाल के राष्ट्रीय आंदोलन के नेता थे ।<br><br />
3. प्रतिनिधि - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं । <br><br />
4. सम्मान - सन् 1913 में गीतांजलि कृति के लिए रवींद्रनाथ ठाकुर को नोबेल पुरस्कार सम्मानित किया गया ।<br><br />
5. कौशल - शान्तिनिकेतन महाविध्यालय का आशय था कि युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । <br><br />
'''पर्यायवाची शब्द लिखिए :'''<br><br />
'''विलोमार्थक शब्द लिखिए :'''<br><br />
'''अन्यलिंग रूप लिखिए :'''<br><br />
# आयु – उम्र<br><br />
# बड़ा X छोटा <br><br />
# कवि – कवयित्री<br><br />
# विपुल – बहुत <br><br />
# प्रसिध्द X अप्रसिध्द <br><br />
# लेखक – लेखिका <br><br />
# स्फूर्ति – उत्साह <br><br />
# औपचारिक X अनौपचारिक <br><br />
# युवक – युवती<br><br />
# संपदा – संपत्ति<br><br />
# आरंभ X अंत <br><br />
# बालक - बालिका<br><br />
# गौरव - आदर<br><br />
# पूर्व X पश्चिम<br><br />
# मोर - मोरनी <br><br />
<br />
'''अन्य वचन रूप लिखिए :'''<br> <br />
'''प्रथम प्रेरणार्थक रूप लिखिए :'''<br><br />
1. परिवार - परिवार <br><br />
2. पढ़ना – पढ़ाना<br><br />
3. घर - घर <br><br />
4. लिखना – लिखाना<br><br />
5. योजना - योजनाएँ <br><br />
6. करना - कराना<br><br />
7. कविता – कविताएँ <br><br />
8. उठना - उठाना<br><br />
9. कहानी - कहानियाँ <br><br />
10. चलना - चलाना<br><br />
11. कला – कलाएँ <br><br />
12. लोग - लोग <br><br />
13. उपाधि - उपाधियाँ <br><br />
14. पत्र – पत्र <br><br />
15. उड़ान - उड़ानें <br><br />
<br />
<br />
'''वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखिए :'''<br><br />
1.कविता लिखनेवाला = कवि<br><br />
2.निबंध लिखनेवाला = निबंधकार<br><br />
3.लेख लिखनेवाला = लेखक<br><br />
4.कहानी लिखनेवाला = कहानीकार<br><br />
5.उपन्यास लिखनेवाला = उपन्यासकार<br><br />
6.शिकार करनेवाला = शिकारी<br><br />
7.कपड़े धोनेवाला = धोबी<br><br />
8.सब्जी बेचनेवाली = कुंजडिन<br><br />
9.कपड़े बुननेवाला = जुलाहा<br><br />
10.बहुत बोलनेवाला = वाचाल<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0_(%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25962रविंद्रनाथ ठाकुर (जीवनी)2016-12-19T11:32:15Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
<mm>[[ravindranath tagore1.mm|Flash]]</mm><br />
<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
'''रविंद्रनाथ ठाकुर'''<br />
<br />
रवीन्द्रनाथ ठाकुर (७ मई, १८६१ – ७ अगस्त, १९४१) को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। वे विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के एकमात्र नोबल पुरस्कार विजेता हैं। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा थे। वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं। वे एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं - भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बाँग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक का परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=SPqQ7-XuLeA}}<br />
<br />
{{#widget:YouTube|id=p8H9qv4Fs_E}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहा [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter02.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
रविंद्रनाथ ठाकुर और उनके लिखे गए कर्यो के बारे मे अधिक जानकारी प्राप्त करना। <br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - हर छात्र को रविंद्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखी कोई एक कहानी पुरे क्लास के सामने सुनाने को कहे।<br />
#समय - 5 - 10 मिनट<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि - हर छात्र को एक कहानी दी जाए जिसे वह घर से पधकर आएगा और क्लास कि सामने प्रस्तुत करेगा।<br />
#चर्चा सवाल - चात्रो से उनके अभिप्रय के बारे मे पूछ्ना।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर किसके प्रतिनिधि माने जाते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि माने जाते थे ।<br><br />
2. महर्षि देवेंद्रनाथ कौन थे ?<br><br />
उत्तर : महर्षि देवेंद्रनाथ रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता थे ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में कहाँ प्रविष्ट हुए थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में प्रविष्ट हुए थे ।<br><br />
4. रवींद्रनाथ ठाकुर की शिक्षा के बारे में बताइए ।<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर की आरंभिक शिक्षा कान्वेंट स्कूल एवं उनके घर पर ही पूर्ण हुई ।<br><br />
तत्पश्चात् वे अपने जीवन के सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में <br />
प्रविष्ट हुए ।<br><br />
5. रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार कब और किस कृति के लिए मिला ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार 1919 में गीतांजलि कृति के लिए मिला ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता कौन थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता महर्षि देवेंद्रनाथ थे ।<br><br />
2. रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में कब प्रविष्ट हुए ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में सत्रह वर्ष की उम्र में प्रविष्ट हुए ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी को किस विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को कोलकत्ता विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ।<br><br />
4. रवींद्र जी को कौन ‘गुरुदेव’ कहते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को महात्मा गाँधीजी ‘गुरुदेव’ कहते थे ।<br><br />
5. रवींद्र जी का जन्म कब हुआ ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी का जन्म 7 मई 1861 में हुआ ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए ।'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ की उपाधि क्यों त्याग दी ?<br><br />
उत्तर : 1919में जलियाँवाला बाग के अमानुषिक हत्याकाण्ड से दुखित होकर रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ <br />
की उपाधि त्याग दी ।<br><br />
2. शांतिनिकेतन का आशय क्या था ?<br><br />
उत्तर : शांतिनिकेतन का आशय यह था कि युवक-युवतियों की औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ <br />
प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण करना ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ हैं – गीतांजलि, नैवेद्य, काबुलीवाला, सुभा, क्षुधित <br />
पाषाण, चित्रांगदा, डाकघर, राजा, घर और बाहर, गोरा, आँख की किरकिरी आदि । <br> <br />
4. रवींद्र जी ने किन-किन विषयों पर लेख लिखे हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी ने राजनीति, शिक्षा, धर्म, कला आदि विषयों पर लेख लिखे हैं ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी को कौन-कौन सी उपाधियाँ मिली हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को 1913 में गीतांजलि कृति के लिए ‘नोबेल पुरस्कार’ मिला । वह भारत तथा बंगाल के लिए गौरव का दिन था । उसी वर्ष उन्हें ‘सर’ की उपाधि दी गई । सन् 1914 में कोलकत्ता विश्वविधयाल ने उन्हें डी.लिट. की मानद उपाधि दी।<br> <br />
2. शिक्षा क्षेत्र को रवींद्रनाथ जी की देन क्या है ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी चाहते थे कि लोगों की प्रतिभा उनकी आजीविका का साधन भी बने इसलिए उन्होंने शांतिनिकेतन महाविध्यालय की स्थापना की जिसका आशय था कि औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । यह विध्यालय आज कला, संगीत, नृत्य और चित्रकला के अध्ययन-अध्यापन के लिए ‘विश्वभारती’ के नाम से प्रसिध्द है ।<br><br />
'''ई. जोड़कर लिखिए :'''<br><br />
1. नोबेल पुरस्कार गीतांजलि<br><br />
2. सन् 1908 साहित्य सम्मेलन के सभापति<br><br />
3. शांतिनिकेतन आदर्श विश्वविध्यालय<br><br />
4. सन् 1919 जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड<br><br />
5. सन् 1914 डी. लिट. की उपाधि<br><br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. रवींद्र जी साहित्यकार तथा कवि थे ।<br><br />
2. रवींद्र जी श्रेष्ठ चित्रकार भी थे ।<br><br />
3. सारे भारत में लोग उन्हें गुरुदेव कहने लगे ।<br><br />
4. 1913 में ‘गीतांजलि’ के लिए नोबेल मिला ।<br><br />
5. रवींद्र जी ने ‘गीतांजलि’ का अंग्रेजी में अनुवाद किया ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. उनका परिवार सांस्कृतिक नेतृत्व के लिए समस्त बंगाल में प्रसिध्द था।<br><br />
ಅವರ ಕುಟುಂಬ ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ನೇತೃತ್ವಕ್ಕಾಗಿ ಸಂಪೂರ್ಣ ಬಂಗಾಳದಲ್ಲಿ ಪ್ರಸಿದ್ದವಿತ್ತು.<br><br />
2. छोटी आयु में उन्होंने अपने पिता की संपदा का भार संभाला।<br><br />
ಚಿಕ್ಕ ವಯಸ್ಸಿನಲ್ಲಿಯೇ ಅವರು ತನ್ನ ತಂದೆಯ ಆಸ್ತಿಯ ಜವಾಬ್ದಾರಿಯನ್ನು ವಹಿಸಿಕೊಂಡರು.<br><br />
3. महात्माजी उनसे अत्यंत प्रभावित थे।<br><br />
ಮಹಾತ್ಮರು ಅವರಿಂದ ತುಂಬಾ ಪ್ರಭಾವಿತರಾಗಿದ್ದರು.<br><br />
4. हम यह कह सकते हैं कि रवींद्र जी का अंग्रेजी साहित्य में उच्च स्थान है।<br><br />
ಆಂಗ್ಲ ಸಾಹಿತ್ಯದಲ್ಲಿ ರವೀಂದ್ರರವರಿಗೆ ಉನ್ನತ ಸ್ಥಾನವಿದೆ ಎಂದು ನಾವು ಹೇಳಬಹುದು.<br><br />
5. ‘गीतांजलि’ का एक-एक गीत भावों से परिपूर्ण है।<br><br />
'ಗೀತಾಂಜಲಿಯ’ ಒಂದೊಂದು ಹಾಡುಗಳು ಭಾವಗಳಿಂದ ಪರಿಪೂರ್ಣವಾಗಿವೆ.<br><br />
<br />
'''ऋ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. विश्वविख्यात - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं ।<br><br />
2. आंदोलन - बीसवीं शताब्दी के आरंभ में रवींद्रनाथ ठाकुर बंगाल के राष्ट्रीय आंदोलन के नेता थे ।<br><br />
3. प्रतिनिधि - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं । <br><br />
4. सम्मान - सन् 1913 में गीतांजलि कृति के लिए रवींद्रनाथ ठाकुर को नोबेल पुरस्कार सम्मानित किया गया ।<br><br />
5. कौशल - शान्तिनिकेतन महाविध्यालय का आशय था कि युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । <br><br />
'''पर्यायवाची शब्द लिखिए :'''<br><br />
'''विलोमार्थक शब्द लिखिए :'''<br><br />
'''अन्यलिंग रूप लिखिए :'''<br><br />
# आयु – उम्र<br><br />
# बड़ा X छोटा <br><br />
# कवि – कवयित्री<br><br />
# विपुल – बहुत <br><br />
# प्रसिध्द X अप्रसिध्द <br><br />
# लेखक – लेखिका <br><br />
# स्फूर्ति – उत्साह <br><br />
# औपचारिक X अनौपचारिक <br><br />
# युवक – युवती<br><br />
# संपदा – संपत्ति<br><br />
# आरंभ X अंत <br><br />
# बालक - बालिका<br><br />
# गौरव - आदर<br><br />
# पूर्व X पश्चिम<br><br />
# मोर - मोरनी <br><br />
<br />
'''अन्य वचन रूप लिखिए :'''<br> <br />
'''प्रथम प्रेरणार्थक रूप लिखिए :'''<br><br />
1. परिवार - परिवार <br><br />
2. पढ़ना – पढ़ाना<br><br />
3. घर - घर <br><br />
4. लिखना – लिखाना<br><br />
5. योजना - योजनाएँ <br><br />
6. करना - कराना<br><br />
7. कविता – कविताएँ <br><br />
8. उठना - उठाना<br><br />
9. कहानी - कहानियाँ <br><br />
10. चलना - चलाना<br><br />
11. कला – कलाएँ <br><br />
12. लोग - लोग <br><br />
13. उपाधि - उपाधियाँ <br><br />
14. पत्र – पत्र <br><br />
15. उड़ान - उड़ानें <br><br />
<br />
<br />
'''वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखिए :'''<br><br />
1.कविता लिखनेवाला = कवि<br><br />
2.निबंध लिखनेवाला = निबंधकार<br><br />
3.लेख लिखनेवाला = लेखक<br><br />
4.कहानी लिखनेवाला = कहानीकार<br><br />
5.उपन्यास लिखनेवाला = उपन्यासकार<br><br />
6.शिकार करनेवाला = शिकारी<br><br />
7.कपड़े धोनेवाला = धोबी<br><br />
8.सब्जी बेचनेवाली = कुंजडिन<br><br />
9.कपड़े बुननेवाला = जुलाहा<br><br />
10.बहुत बोलनेवाला = वाचाल<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%B0%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0_(%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A5%80)&diff=25960रविंद्रनाथ ठाकुर (जीवनी)2016-12-19T11:30:13Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
<mm>[[ravindranath tagore1.mm|Flash]]</mm><br />
<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
'''रविंद्रनाथ ठाकुर'''<br />
<br />
रवीन्द्रनाथ ठाकुर (७ मई, १८६१ – ७ अगस्त, १९४१) को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। वे विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के एकमात्र नोबल पुरस्कार विजेता हैं। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा थे। वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं। वे एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं - भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बाँग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।<br />
<br />
अधिक जानकारी के लिये यहाँ [https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B0%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A5_%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0 क्लिक कीजिये]<br />
<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=लेखक का परिचय=<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
{{#widget:YouTube|id=SPqQ7-XuLeA}}<br />
<br />
{{#widget:YouTube|id=p8H9qv4Fs_E}}<br />
<br />
=सारांश=<br />
इस पाठ को पढने के लिये यहा [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter02.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
रविंद्रनाथ ठाकुर और उनके लिखे गए कर्यो के बारे मे अधिक जानकारी प्राप्त करना। <br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया - हर छात्र को रविंद्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखी कोई एक कहानी पुरे क्लास के सामने सुनाने को कहे।<br />
#समय - 5 - 10 मिनट<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि - हर छात्र को एक कहानी दी जाए जिसे वह घर से पधकर आएगा और क्लास कि सामने प्रस्तुत करेगा।<br />
#चर्चा सवाल - चात्रो से उनके अभिप्रय के बारे मे पूछ्ना।<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर किसके प्रतिनिधि माने जाते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि माने जाते थे ।<br><br />
2. महर्षि देवेंद्रनाथ कौन थे ?<br><br />
उत्तर : महर्षि देवेंद्रनाथ रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता थे ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में कहाँ प्रविष्ट हुए थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में प्रविष्ट हुए थे ।<br><br />
4. रवींद्रनाथ ठाकुर की शिक्षा के बारे में बताइए ।<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर की आरंभिक शिक्षा कान्वेंट स्कूल एवं उनके घर पर ही पूर्ण हुई ।<br><br />
तत्पश्चात् वे अपने जीवन के सत्रह वर्ष की उम्र में यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में <br />
प्रविष्ट हुए ।<br><br />
5. रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार कब और किस कृति के लिए मिला ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को नोबेल पुरस्कार 1919 में गीतांजलि कृति के लिए मिला ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता कौन थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता महर्षि देवेंद्रनाथ थे ।<br><br />
2. रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में कब प्रविष्ट हुए ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ ठाकुर यूनिवर्सिटी आफ लन्दन में सत्रह वर्ष की उम्र में प्रविष्ट हुए ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी को किस विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को कोलकत्ता विश्वविध्यालय ने डी.लिट. की उपाधि दी ।<br><br />
4. रवींद्र जी को कौन ‘गुरुदेव’ कहते थे ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी को महात्मा गाँधीजी ‘गुरुदेव’ कहते थे ।<br><br />
5. रवींद्र जी का जन्म कब हुआ ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी का जन्म 7 मई 1861 में हुआ ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए ।'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ की उपाधि क्यों त्याग दी ?<br><br />
उत्तर : 1919में जलियाँवाला बाग के अमानुषिक हत्याकाण्ड से दुखित होकर रवींद्रनाथ जी ने ‘सर’ <br />
की उपाधि त्याग दी ।<br><br />
2. शांतिनिकेतन का आशय क्या था ?<br><br />
उत्तर : शांतिनिकेतन का आशय यह था कि युवक-युवतियों की औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ <br />
प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण करना ।<br><br />
3. रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी की प्रमुख रचनाएँ हैं – गीतांजलि, नैवेद्य, काबुलीवाला, सुभा, क्षुधित <br />
पाषाण, चित्रांगदा, डाकघर, राजा, घर और बाहर, गोरा, आँख की किरकिरी आदि । <br> <br />
4. रवींद्र जी ने किन-किन विषयों पर लेख लिखे हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्र जी ने राजनीति, शिक्षा, धर्म, कला आदि विषयों पर लेख लिखे हैं ।<br><br />
<br />
'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. रवींद्रनाथ जी को कौन-कौन सी उपाधियाँ मिली हैं ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी को 1913 में गीतांजलि कृति के लिए ‘नोबेल पुरस्कार’ मिला । <br />
वह भारत तथा बंगाल के लिए गौरव का दिन था । उसी वर्ष उन्हें ‘सर’ की उपाधि<br />
दी गई । सन् 1914 में कोलकत्ता विश्वविधयाल ने उन्हें डी.लिट. की मानद <br />
उपाधि दी।<br> <br />
2. शिक्षा क्षेत्र को रवींद्रनाथ जी की देन क्या है ?<br><br />
उत्तर : रवींद्रनाथ जी चाहते थे कि लोगों की प्रतिभा उनकी आजीविका का साधन भी बने <br />
इसलिए उन्होंने शांतिनिकेतन महाविध्यालय की स्थापना की जिसका आशय था कि <br />
औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा कौशल की अभिव्यक्ति <br />
के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । यह विध्यालय आज कला, संगीत, नृत्य और <br />
चित्रकला के अध्ययन-अध्यापन के लिए ‘विश्वभारती’ के नाम से प्रसिध्द है ।<br><br />
'''ई. जोड़कर लिखिए :'''<br><br />
1. नोबेल पुरस्कार गीतांजलि<br><br />
2. सन् 1908 साहित्य सम्मेलन के सभापति<br><br />
3. शांतिनिकेतन आदर्श विश्वविध्यालय<br><br />
4. सन् 1919 जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड<br><br />
5. सन् 1914 डी. लिट. की उपाधि<br><br />
'''उ. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. रवींद्र जी साहित्यकार तथा कवि थे ।<br><br />
2. रवींद्र जी श्रेष्ठ चित्रकार भी थे ।<br><br />
3. सारे भारत में लोग उन्हें गुरुदेव कहने लगे ।<br><br />
4. 1913 में ‘गीतांजलि’ के लिए नोबेल मिला ।<br><br />
5. रवींद्र जी ने ‘गीतांजलि’ का अंग्रेजी में अनुवाद किया ।<br><br />
<br />
'''ऊ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :'''<br><br />
1. उनका परिवार सांस्कृतिक नेतृत्व के लिए समस्त बंगाल में प्रसिध्द था।<br><br />
ಅವರ ಕುಟುಂಬ ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ನೇತೃತ್ವಕ್ಕಾಗಿ ಸಂಪೂರ್ಣ ಬಂಗಾಳದಲ್ಲಿ ಪ್ರಸಿದ್ದವಿತ್ತು.<br><br />
2. छोटी आयु में उन्होंने अपने पिता की संपदा का भार संभाला।<br><br />
ಚಿಕ್ಕ ವಯಸ್ಸಿನಲ್ಲಿಯೇ ಅವರು ತನ್ನ ತಂದೆಯ ಆಸ್ತಿಯ ಜವಾಬ್ದಾರಿಯನ್ನು ವಹಿಸಿಕೊಂಡರು.<br><br />
3. महात्माजी उनसे अत्यंत प्रभावित थे।<br><br />
ಮಹಾತ್ಮರು ಅವರಿಂದ ತುಂಬಾ ಪ್ರಭಾವಿತರಾಗಿದ್ದರು.<br><br />
4. हम यह कह सकते हैं कि रवींद्र जी का अंग्रेजी साहित्य में उच्च स्थान है।<br><br />
ಆಂಗ್ಲ ಸಾಹಿತ್ಯದಲ್ಲಿ ರವೀಂದ್ರರವರಿಗೆ ಉನ್ನತ ಸ್ಥಾನವಿದೆ ಎಂದು ನಾವು ಹೇಳಬಹುದು.<br><br />
5. ‘गीतांजलि’ का एक-एक गीत भावों से परिपूर्ण है।<br><br />
'ಗೀತಾಂಜಲಿಯ’ ಒಂದೊಂದು ಹಾಡುಗಳು ಭಾವಗಳಿಂದ ಪರಿಪೂರ್ಣವಾಗಿವೆ.<br><br />
<br />
'''ऋ. वाक्य में प्रयोग कीजिए :'''<br><br />
1. विश्वविख्यात - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं ।<br><br />
2. आंदोलन - बीसवीं शताब्दी के आरंभ में रवींद्रनाथ ठाकुर बंगाल के राष्ट्रीय आंदोलन <br />
के नेता थे ।<br><br />
3. प्रतिनिधि - श्रेध्देय रवींद्रनाथ ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में विश्वविख्यात हैं । <br><br />
4. सम्मान - सन् 1913 में गीतांजलि कृति के लिए रवींद्रनाथ ठाकुर को नोबेल पुरस्कार<br />
सम्मानित किया गया ।<br><br />
5. कौशल - शान्तिनिकेतन महाविध्यालय का आशय था कि युवक-युवतियों की प्रतिभा तथा<br />
कौशल की अभिव्यक्ति के लिए आवश्यक मंच का निर्माण हो । <br><br />
'''पर्यायवाची शब्द लिखिए :'''<br><br />
'''विलोमार्थक शब्द लिखिए :'''<br><br />
'''अन्यलिंग रूप लिखिए :'''<br><br />
# आयु – उम्र<br><br />
# बड़ा X छोटा <br><br />
# कवि – कवयित्री<br><br />
# विपुल – बहुत <br><br />
# प्रसिध्द X अप्रसिध्द <br><br />
# लेखक – लेखिका <br><br />
# स्फूर्ति – उत्साह <br><br />
# औपचारिक X अनौपचारिक <br><br />
# युवक – युवती<br><br />
# संपदा – संपत्ति<br><br />
# आरंभ X अंत <br><br />
# बालक - बालिका<br><br />
# गौरव - आदर<br><br />
# पूर्व X पश्चिम<br><br />
# मोर - मोरनी <br><br />
<br />
'''अन्य वचन रूप लिखिए :'''<br> <br />
'''प्रथम प्रेरणार्थक रूप लिखिए :'''<br><br />
1. परिवार - परिवार <br><br />
2. पढ़ना – पढ़ाना<br><br />
3. घर - घर <br><br />
4. लिखना – लिखाना<br><br />
5. योजना - योजनाएँ <br><br />
6. करना - कराना<br><br />
7. कविता – कविताएँ <br><br />
8. उठना - उठाना<br><br />
9. कहानी - कहानियाँ <br><br />
10. चलना - चलाना<br><br />
11. कला – कलाएँ <br><br />
12. लोग - लोग <br><br />
13. उपाधि - उपाधियाँ <br><br />
14. पत्र – पत्र <br><br />
15. उड़ान - उड़ानें <br><br />
<br />
<br />
'''वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखिए :'''<br><br />
1.कविता लिखनेवाला = कवि<br><br />
2.निबंध लिखनेवाला = निबंधकार<br><br />
3.लेख लिखनेवाला = लेखक<br><br />
4.कहानी लिखनेवाला = कहानीकार<br><br />
5.उपन्यास लिखनेवाला = उपन्यासकार<br><br />
6.शिकार करनेवाला = शिकारी<br><br />
7.कपड़े धोनेवाला = धोबी<br><br />
8.सब्जी बेचनेवाली = कुंजडिन<br><br />
9.कपड़े बुननेवाला = जुलाहा<br><br />
10.बहुत बोलनेवाला = वाचाल<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AD%E0%A5%8B_!&diff=25959प्रभो !2016-12-19T11:13:05Z<p>Rajkumar: /* मूल्यांकन */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
जयशंकर प्रसाद पहले ब्रजभाषा की कविताएँ लिखा करते थे जिनका संग्रह ‘चित्राधार’ में हुआ है। संवत् 1970 से वे खड़ी बोली की ओर आए और ‘कानन कुसुम’, ‘महाराणा का महत्त्व’, ‘करुणालय’ और ‘प्रेमपथिक’ प्रकाशित हुए। ‘कानन कुसुम’ में तो प्राय: उसी ढंग की कविताएँ हैं जिस ढंग की द्विवेदीकाल में निकला करती थीं। ‘महाराणा का महत्त्व’ और ‘प्रेमपथिक’ (सं. 1970) अतुकांत रचनाएँ हैं जिसका मार्ग पं. श्रीधर पाठक पहले दिखा चुके थे।<br />
प्रसाद जी की पहली विशिष्ट रचना ‘आँसू’ (संवत् 1988) है। आँसू वास्तव में तो हैं शृंगारी विप्रलंभ के, जिनमें अतीत संयोगसुख की खिन्न स्मृतियाँ रह-रहकर झलक मारती हैं; पर जहाँ प्रेमी की मादकता की बेसुधी में प्रियतम नीचे से ऊपर आते और संज्ञा की दशा में चले जाते हैं, जहाँ हृदय की तरंगें ‘उस अनंत कोने’ को नहलाने चलती है, वहाँ वे आँसू उस ‘अज्ञात प्रियतम’ के लिए बहते जान पड़ते हैं। ‘आँसू’ के बाद दूसरी रचना ‘लहर’ है, जो कई प्रकार की कविताओं का संग्रह है। ‘लहर’ से कवि का अभिप्राय उस आनंद की लहर से है जो मनुष्य के मानस से उठा करती है और उसके जीवन को सरस करती रहती है।<br />
<br />
कवि के बारे मे अतिरिक्त जानकारी जानने के लिये याहा [http://kavyanchal.com/parichay/?p=140 क्लिक करे।]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
जयशंकर प्रसाद कविता कोश - यहाँ [http://kavitakosh.org/kk/%E0%A4%9C%E0%A4%AF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A6 क्लिक कीजिये।]<br />
=सारांश=<br />
कविता सुन्ने के लिये यहाँ [https://www.youtube.com/watch?v=sMz0669hNjA क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
इस कविता को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter01.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. ‘प्रभो ! ’ कविता को किसने लिखा है ?<br><br />
उत्तर : ‘प्रभो ! ’ कविता को जयशंकर प्रसाद ने लिखा है ।<br><br />
2. भगवान की प्रशंसा का राग कौन गा रही है ?<br><br />
उत्तर : भगवान की प्रशंसा का राग तरंगमालाएँ गा रही है ।<br><br />
3.प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम बताइए ।<br><br />
उत्तर : प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम हैं कामायनी और कानन कुसुम ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
1. विमल इन्दु की विशाल किरणें क्या बता रही हैं ?<br><br />
उत्तर :विमल इन्दु की विशाल किरणें प्रभो ! का प्रकाश बता रही हैं।<br><br />
2. प्रभु की अनंत माया जगत् को क्या दिखा रही है ?<br><br />
उत्तर : प्रभु की अनंत माया जगत् को लीला दिखा रही है ।<br><br />
3. भगवान की दया से क्या होता है ?<br><br />
उत्तर : भगवान की दया से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है ।<br><br />
4. जयशंकर प्रसाद जी का जन्म कहाँ हुआ ?<br><br />
उत्तर : जयशंकर प्रसाद जी का जन्म काशी में हुआ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. सभी का मनोरथ कैसे पूर्ण होता है ?<br><br />
उत्तर : दया- दयानिधि )भगवान) की प्रार्थना करने से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है।<br><br />
2. प्रभु की दया को कौन दर्शा रहा है ?<br><br />
उत्तर : प्रभु की दया को चाँद, चाँदनी, सूरज तथा सागर की तरंगमालाएँ दर्शा रही हैं।<br><br />
3. प्रसाद जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br><br />
उत्तर : कानन कुसुम, झरना, आँसू, लहर कामायनी, आकाशदीप, आँधी, चन्द्रगुप्त,<br><br />
ध्रुवस्वामिनी, कंकाल, इरावती तितली आदि।<br><br />
<br />
'''इ. दोनों खंड़ों को जोड़कर लिखिए।'''<br><br />
1. अनादि तेरी अनंत माया जगत् को लीला दिखा रही है !<br><br />
2. तेरी प्रशंसा का राग प्यारे तरंगमालाएँ गा रही है ।<br><br />
3. जो तेरी होवे दया दयानिधि तो पूर्ण होते सबके मनोरथ ।<br><br />
4. सभी ये कहते पुकार करके यही तो आशा दिला रही है ! <br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. जयशंकर प्रसाद जी का पहला काव्य–संग्रह है कानन कुसुम ।<br><br />
2. विमल इन्दु की विशाल किरणें भगवान का गुणगान कर रही हैं।<br><br />
3. भगवान की दया सागर के समान अगाध है ।<br><br />
4. भगवान की दया से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है ।<br><br />
<br />
'''उ. भावार्थ लिखिए :'''<br><br />
1.जो तेरी होवे दया दयानिधि<br><br />
तो पूर्ण होते सबके मनोरथ<br><br />
सभी ये कहते पुकार करके<br><br />
यही तो आशा दिला रही है!<br><br />
<br />
'''भावार्थ:-'''<br><br />
उपर्युक्त पंक्तियों को कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित ‘प्रभो!’ नामक कविता भाग से लिया गया है। <br><br />
भगवान की दया मानव के जीवन पर किस प्रकार पड रही है, इसके बारे में प्रकाश डालते हुए <br><br />
कावि लिखते हैं कि - हे दयानिधि ! यदि आपकी दया हम पर रही तो हमारी पूरी मनोकामनाएँ <br><br />
पूर्ण हो आती हैं। इसलिए प्रभो! सभी ये कहते हुए, आपके प्रति आशा रखते हुए <br><br />
प्रार्थना कर रहे हैं।<br><br />
<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AD%E0%A5%8B_!&diff=25958प्रभो !2016-12-19T11:11:46Z<p>Rajkumar: /* महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
जयशंकर प्रसाद पहले ब्रजभाषा की कविताएँ लिखा करते थे जिनका संग्रह ‘चित्राधार’ में हुआ है। संवत् 1970 से वे खड़ी बोली की ओर आए और ‘कानन कुसुम’, ‘महाराणा का महत्त्व’, ‘करुणालय’ और ‘प्रेमपथिक’ प्रकाशित हुए। ‘कानन कुसुम’ में तो प्राय: उसी ढंग की कविताएँ हैं जिस ढंग की द्विवेदीकाल में निकला करती थीं। ‘महाराणा का महत्त्व’ और ‘प्रेमपथिक’ (सं. 1970) अतुकांत रचनाएँ हैं जिसका मार्ग पं. श्रीधर पाठक पहले दिखा चुके थे।<br />
प्रसाद जी की पहली विशिष्ट रचना ‘आँसू’ (संवत् 1988) है। आँसू वास्तव में तो हैं शृंगारी विप्रलंभ के, जिनमें अतीत संयोगसुख की खिन्न स्मृतियाँ रह-रहकर झलक मारती हैं; पर जहाँ प्रेमी की मादकता की बेसुधी में प्रियतम नीचे से ऊपर आते और संज्ञा की दशा में चले जाते हैं, जहाँ हृदय की तरंगें ‘उस अनंत कोने’ को नहलाने चलती है, वहाँ वे आँसू उस ‘अज्ञात प्रियतम’ के लिए बहते जान पड़ते हैं। ‘आँसू’ के बाद दूसरी रचना ‘लहर’ है, जो कई प्रकार की कविताओं का संग्रह है। ‘लहर’ से कवि का अभिप्राय उस आनंद की लहर से है जो मनुष्य के मानस से उठा करती है और उसके जीवन को सरस करती रहती है।<br />
<br />
कवि के बारे मे अतिरिक्त जानकारी जानने के लिये याहा [http://kavyanchal.com/parichay/?p=140 क्लिक करे।]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
जयशंकर प्रसाद कविता कोश - यहाँ [http://kavitakosh.org/kk/%E0%A4%9C%E0%A4%AF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A6 क्लिक कीजिये।]<br />
=सारांश=<br />
कविता सुन्ने के लिये यहाँ [https://www.youtube.com/watch?v=sMz0669hNjA क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
इस कविता को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter01.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=</div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AD%E0%A5%8B_!&diff=25918प्रभो !2016-12-16T04:02:54Z<p>Rajkumar: </p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
जयशंकर प्रसाद पहले ब्रजभाषा की कविताएँ लिखा करते थे जिनका संग्रह ‘चित्राधार’ में हुआ है। संवत् 1970 से वे खड़ी बोली की ओर आए और ‘कानन कुसुम’, ‘महाराणा का महत्त्व’, ‘करुणालय’ और ‘प्रेमपथिक’ प्रकाशित हुए। ‘कानन कुसुम’ में तो प्राय: उसी ढंग की कविताएँ हैं जिस ढंग की द्विवेदीकाल में निकला करती थीं। ‘महाराणा का महत्त्व’ और ‘प्रेमपथिक’ (सं. 1970) अतुकांत रचनाएँ हैं जिसका मार्ग पं. श्रीधर पाठक पहले दिखा चुके थे।<br />
प्रसाद जी की पहली विशिष्ट रचना ‘आँसू’ (संवत् 1988) है। आँसू वास्तव में तो हैं शृंगारी विप्रलंभ के, जिनमें अतीत संयोगसुख की खिन्न स्मृतियाँ रह-रहकर झलक मारती हैं; पर जहाँ प्रेमी की मादकता की बेसुधी में प्रियतम नीचे से ऊपर आते और संज्ञा की दशा में चले जाते हैं, जहाँ हृदय की तरंगें ‘उस अनंत कोने’ को नहलाने चलती है, वहाँ वे आँसू उस ‘अज्ञात प्रियतम’ के लिए बहते जान पड़ते हैं। ‘आँसू’ के बाद दूसरी रचना ‘लहर’ है, जो कई प्रकार की कविताओं का संग्रह है। ‘लहर’ से कवि का अभिप्राय उस आनंद की लहर से है जो मनुष्य के मानस से उठा करती है और उसके जीवन को सरस करती रहती है।<br />
<br />
कवि के बारे मे अतिरिक्त जानकारी जानने के लिये याहा [http://kavyanchal.com/parichay/?p=140 क्लिक करे।]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
जयशंकर प्रसाद कविता कोश - यहाँ [http://kavitakosh.org/kk/%E0%A4%9C%E0%A4%AF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A6 क्लिक कीजिये।]<br />
=सारांश=<br />
कविता सुन्ने के लिये यहाँ [https://www.youtube.com/watch?v=sMz0669hNjA क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
इस कविता को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter01.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=<br />
=महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. ‘प्रभो ! ’ कविता को किसने लिखा है ?<br><br />
उत्तर : ‘प्रभो ! ’ कविता को जयशंकर प्रसाद ने लिखा है ।<br><br />
2. भगवान की प्रशंसा का राग कौन गा रही है ?<br><br />
उत्तर : भगवान की प्रशंसा का राग तरंगमालाएँ गा रही है ।<br><br />
3.प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम बताइए ।<br><br />
उत्तर : प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम हैं कामायनी और कानन कुसुम ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
1. विमल इन्दु की विशाल किरणें क्या बता रही हैं ?<br><br />
उत्तर :विमल इन्दु की विशाल किरणें प्रभो ! का प्रकाश बता रही हैं।<br><br />
2. प्रभु की अनंत माया जगत् को क्या दिखा रही है ?<br><br />
उत्तर : प्रभु की अनंत माया जगत् को लीला दिखा रही है ।<br><br />
3. भगवान की दया से क्या होता है ?<br><br />
उत्तर : भगवान की दया से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है ।<br><br />
4. जयशंकर प्रसाद जी का जन्म कहाँ हुआ ?<br><br />
उत्तर : जयशंकर प्रसाद जी का जन्म काशी में हुआ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. सभी का मनोरथ कैसे पूर्ण होता है ?<br><br />
उत्तर : दया- दयानिधि )भगवान) की प्रार्थना करने से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है।<br><br />
2. प्रभु की दया को कौन दर्शा रहा है ?<br><br />
उत्तर : प्रभु की दया को चाँद, चाँदनी, सूरज तथा सागर की तरंगमालाएँ दर्शा रही हैं।<br><br />
3. प्रसाद जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br><br />
उत्तर : कानन कुसुम, झरना, आँसू, लहर कामायनी, आकाशदीप, आँधी, चन्द्रगुप्त,<br><br />
ध्रुवस्वामिनी, कंकाल, इरावती तितली आदि।<br><br />
<br />
'''इ. दोनों खंड़ों को जोड़कर लिखिए।'''<br><br />
1. अनादि तेरी अनंत माया जगत् को लीला दिखा रही है !<br><br />
2. तेरी प्रशंसा का राग प्यारे तरंगमालाएँ गा रही है ।<br><br />
3. जो तेरी होवे दया दयानिधि तो पूर्ण होते सबके मनोरथ ।<br><br />
4. सभी ये कहते पुकार करके यही तो आशा दिला रही है ! <br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. जयशंकर प्रसाद जी का पहला काव्य–संग्रह है कानन कुसुम ।<br><br />
2. विमल इन्दु की विशाल किरणें भगवान का गुणगान कर रही हैं।<br><br />
3. भगवान की दया सागर के समान अगाध है ।<br><br />
4. भगवान की दया से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है ।<br><br />
<br />
'''उ. भावार्थ लिखिए :'''<br><br />
1.जो तेरी होवे दया दयानिधि<br><br />
तो पूर्ण होते सबके मनोरथ<br><br />
सभी ये कहते पुकार करके<br><br />
यही तो आशा दिला रही है!<br><br />
<br />
'''भावार्थ:-'''<br><br />
उपर्युक्त पंक्तियों को कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित ‘प्रभो!’ नामक कविता भाग से लिया गया है। <br><br />
भगवान की दया मानव के जीवन पर किस प्रकार पड रही है, इसके बारे में प्रकाश डालते हुए <br><br />
कावि लिखते हैं कि - हे दयानिधि ! यदि आपकी दया हम पर रही तो हमारी पूरी मनोकामनाएँ <br><br />
पूर्ण हो आती हैं। इसलिए प्रभो! सभी ये कहते हुए, आपके प्रति आशा रखते हुए <br><br />
प्रार्थना कर रहे हैं।<br></div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AD%E0%A5%8B_!&diff=25917प्रभो !2016-12-16T04:01:54Z<p>Rajkumar: /* महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
जयशंकर प्रसाद पहले ब्रजभाषा की कविताएँ लिखा करते थे जिनका संग्रह ‘चित्राधार’ में हुआ है। संवत् 1970 से वे खड़ी बोली की ओर आए और ‘कानन कुसुम’, ‘महाराणा का महत्त्व’, ‘करुणालय’ और ‘प्रेमपथिक’ प्रकाशित हुए। ‘कानन कुसुम’ में तो प्राय: उसी ढंग की कविताएँ हैं जिस ढंग की द्विवेदीकाल में निकला करती थीं। ‘महाराणा का महत्त्व’ और ‘प्रेमपथिक’ (सं. 1970) अतुकांत रचनाएँ हैं जिसका मार्ग पं. श्रीधर पाठक पहले दिखा चुके थे।<br />
प्रसाद जी की पहली विशिष्ट रचना ‘आँसू’ (संवत् 1988) है। आँसू वास्तव में तो हैं शृंगारी विप्रलंभ के, जिनमें अतीत संयोगसुख की खिन्न स्मृतियाँ रह-रहकर झलक मारती हैं; पर जहाँ प्रेमी की मादकता की बेसुधी में प्रियतम नीचे से ऊपर आते और संज्ञा की दशा में चले जाते हैं, जहाँ हृदय की तरंगें ‘उस अनंत कोने’ को नहलाने चलती है, वहाँ वे आँसू उस ‘अज्ञात प्रियतम’ के लिए बहते जान पड़ते हैं। ‘आँसू’ के बाद दूसरी रचना ‘लहर’ है, जो कई प्रकार की कविताओं का संग्रह है। ‘लहर’ से कवि का अभिप्राय उस आनंद की लहर से है जो मनुष्य के मानस से उठा करती है और उसके जीवन को सरस करती रहती है।<br />
<br />
कवि के बारे मे अतिरिक्त जानकारी जानने के लिये याहा [http://kavyanchal.com/parichay/?p=140 क्लिक करे।]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
जयशंकर प्रसाद कविता कोश - यहाँ [http://kavitakosh.org/kk/%E0%A4%9C%E0%A4%AF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A6 क्लिक कीजिये।]<br />
=सारांश=<br />
कविता सुन्ने के लिये यहाँ [https://www.youtube.com/watch?v=sMz0669hNjA क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
इस कविता को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter01.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=<br />
=महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ=<br />
=महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ=<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br><br />
1. ‘प्रभो ! ’ कविता को किसने लिखा है ?<br><br />
उत्तर : ‘प्रभो ! ’ कविता को जयशंकर प्रसाद ने लिखा है ।<br><br />
2. भगवान की प्रशंसा का राग कौन गा रही है ?<br><br />
उत्तर : भगवान की प्रशंसा का राग तरंगमालाएँ गा रही है ।<br><br />
3.प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम बताइए ।<br><br />
उत्तर : प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम हैं कामायनी और कानन कुसुम ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br><br />
1. विमल इन्दु की विशाल किरणें क्या बता रही हैं ?<br><br />
उत्तर :विमल इन्दु की विशाल किरणें प्रभो ! का प्रकाश बता रही हैं।<br><br />
2. प्रभु की अनंत माया जगत् को क्या दिखा रही है ?<br><br />
उत्तर : प्रभु की अनंत माया जगत् को लीला दिखा रही है ।<br><br />
3. भगवान की दया से क्या होता है ?<br><br />
उत्तर : भगवान की दया से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है ।<br><br />
4. जयशंकर प्रसाद जी का जन्म कहाँ हुआ ?<br><br />
उत्तर : जयशंकर प्रसाद जी का जन्म काशी में हुआ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br><br />
1. सभी का मनोरथ कैसे पूर्ण होता है ?<br><br />
उत्तर : दया- दयानिधि )भगवान) की प्रार्थना करने से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है।<br><br />
2. प्रभु की दया को कौन दर्शा रहा है ?<br><br />
उत्तर : प्रभु की दया को चाँद, चाँदनी, सूरज तथा सागर की तरंगमालाएँ दर्शा रही हैं।<br><br />
3. प्रसाद जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br><br />
उत्तर : कानन कुसुम, झरना, आँसू, लहर कामायनी, आकाशदीप, आँधी, चन्द्रगुप्त,<br><br />
ध्रुवस्वामिनी, कंकाल, इरावती तितली आदि।<br><br />
<br />
'''इ. दोनों खंड़ों को जोड़कर लिखिए।'''<br><br />
1. अनादि तेरी अनंत माया जगत् को लीला दिखा रही है !<br><br />
2. तेरी प्रशंसा का राग प्यारे तरंगमालाएँ गा रही है ।<br><br />
3. जो तेरी होवे दया दयानिधि तो पूर्ण होते सबके मनोरथ ।<br><br />
4. सभी ये कहते पुकार करके यही तो आशा दिला रही है ! <br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. जयशंकर प्रसाद जी का पहला काव्य–संग्रह है कानन कुसुम ।<br><br />
2. विमल इन्दु की विशाल किरणें भगवान का गुणगान कर रही हैं।<br><br />
3. भगवान की दया सागर के समान अगाध है ।<br><br />
4. भगवान की दया से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है ।<br><br />
<br />
'''उ. भावार्थ लिखिए :'''<br><br />
1.जो तेरी होवे दया दयानिधि<br><br />
तो पूर्ण होते सबके मनोरथ<br><br />
सभी ये कहते पुकार करके<br><br />
यही तो आशा दिला रही है!<br><br />
<br />
'''भावार्थ:-'''<br><br />
उपर्युक्त पंक्तियों को कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित ‘प्रभो!’ नामक कविता भाग से लिया गया है। <br><br />
भगवान की दया मानव के जीवन पर किस प्रकार पड रही है, इसके बारे में प्रकाश डालते हुए <br><br />
कावि लिखते हैं कि - हे दयानिधि ! यदि आपकी दया हम पर रही तो हमारी पूरी मनोकामनाएँ <br><br />
पूर्ण हो आती हैं। इसलिए प्रभो! सभी ये कहते हुए, आपके प्रति आशा रखते हुए <br><br />
प्रार्थना कर रहे हैं।<br></div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AD%E0%A5%8B_!&diff=25916प्रभो !2016-12-16T03:57:58Z<p>Rajkumar: /* महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ */</p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
जयशंकर प्रसाद पहले ब्रजभाषा की कविताएँ लिखा करते थे जिनका संग्रह ‘चित्राधार’ में हुआ है। संवत् 1970 से वे खड़ी बोली की ओर आए और ‘कानन कुसुम’, ‘महाराणा का महत्त्व’, ‘करुणालय’ और ‘प्रेमपथिक’ प्रकाशित हुए। ‘कानन कुसुम’ में तो प्राय: उसी ढंग की कविताएँ हैं जिस ढंग की द्विवेदीकाल में निकला करती थीं। ‘महाराणा का महत्त्व’ और ‘प्रेमपथिक’ (सं. 1970) अतुकांत रचनाएँ हैं जिसका मार्ग पं. श्रीधर पाठक पहले दिखा चुके थे।<br />
प्रसाद जी की पहली विशिष्ट रचना ‘आँसू’ (संवत् 1988) है। आँसू वास्तव में तो हैं शृंगारी विप्रलंभ के, जिनमें अतीत संयोगसुख की खिन्न स्मृतियाँ रह-रहकर झलक मारती हैं; पर जहाँ प्रेमी की मादकता की बेसुधी में प्रियतम नीचे से ऊपर आते और संज्ञा की दशा में चले जाते हैं, जहाँ हृदय की तरंगें ‘उस अनंत कोने’ को नहलाने चलती है, वहाँ वे आँसू उस ‘अज्ञात प्रियतम’ के लिए बहते जान पड़ते हैं। ‘आँसू’ के बाद दूसरी रचना ‘लहर’ है, जो कई प्रकार की कविताओं का संग्रह है। ‘लहर’ से कवि का अभिप्राय उस आनंद की लहर से है जो मनुष्य के मानस से उठा करती है और उसके जीवन को सरस करती रहती है।<br />
<br />
कवि के बारे मे अतिरिक्त जानकारी जानने के लिये याहा [http://kavyanchal.com/parichay/?p=140 क्लिक करे।]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
जयशंकर प्रसाद कविता कोश - यहाँ [http://kavitakosh.org/kk/%E0%A4%9C%E0%A4%AF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A6 क्लिक कीजिये।]<br />
=सारांश=<br />
कविता सुन्ने के लिये यहाँ [https://www.youtube.com/watch?v=sMz0669hNjA क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
इस कविता को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter01.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=<br />
=महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ=<br />
=महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ=<br />
<br />
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br />
1. ‘प्रभो ! ’ कविता को किसने लिखा है ?<br><br />
उत्तर : ‘प्रभो ! ’ कविता को जयशंकर प्रसाद ने लिखा है ।<br><br />
2. भगवान की प्रशंसा का राग कौन गा रही है ?<br><br />
उत्तर : भगवान की प्रशंसा का राग तरंगमालाएँ गा रही है ।<br><br />
3.प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम बताइए ।<br><br />
उत्तर : प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम हैं कामायनी और कानन कुसुम ।<br><br />
<br />
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br />
1. विमल इन्दु की विशाल किरणें क्या बता रही हैं ?<br><br />
उत्तर :विमल इन्दु की विशाल किरणें प्रभो ! का प्रकाश बता रही हैं।<br><br />
2. प्रभु की अनंत माया जगत् को क्या दिखा रही है ?<br><br />
उत्तर : प्रभु की अनंत माया जगत् को लीला दिखा रही है ।<br><br />
3. भगवान की दया से क्या होता है ?<br><br />
उत्तर : भगवान की दया से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है ।<br><br />
4. जयशंकर प्रसाद जी का जन्म कहाँ हुआ ?<br><br />
उत्तर : जयशंकर प्रसाद जी का जन्म काशी में हुआ।<br><br />
<br />
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br />
1. सभी का मनोरथ कैसे पूर्ण होता है ?<br><br />
उत्तर : दया- दयानिधि )भगवान) की प्रार्थना करने से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है।<br><br />
2. प्रभु की दया को कौन दर्शा रहा है ?<br><br />
उत्तर : प्रभु की दया को चाँद, चाँदनी, सूरज तथा सागर की तरंगमालाएँ दर्शा रही हैं।<br><br />
3. प्रसाद जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br><br />
उत्तर : कानन कुसुम, झरना, आँसू, लहर कामायनी, आकाशदीप, आँधी, चन्द्रगुप्त,<br><br />
ध्रुवस्वामिनी, कंकाल, इरावती तितली आदि।<br><br />
<br />
'''इ. दोनों खंड़ों को जोड़कर लिखिए।'''<br />
1. अनादि तेरी अनंत माया जगत् को लीला दिखा रही है !<br><br />
2. तेरी प्रशंसा का राग प्यारे तरंगमालाएँ गा रही है ।<br><br />
3. जो तेरी होवे दया दयानिधि तो पूर्ण होते सबके मनोरथ ।<br><br />
4. सभी ये कहते पुकार करके यही तो आशा दिला रही है ! <br><br />
<br />
'''ई. रिक्त स्थान भरिए :'''<br><br />
1. जयशंकर प्रसाद जी का पहला काव्य–संग्रह है कानन कुसुम ।<br><br />
2. विमल इन्दु की विशाल किरणें भगवान का गुणगान कर रही हैं।<br><br />
3. भगवान की दया सागर के समान अगाध है ।<br><br />
4. भगवान की दया से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है ।<br><br />
<br />
'''उ. भावार्थ लिखिए :'''<br />
1. जो तेरी होवे दया दयानिधि<br><br />
तो पूर्ण होते सबके मनोरथ<br><br />
सभी ये कहते पुकार करके<br><br />
यही तो आशा दिला रही है!<br><br />
<br />
'''भावार्थ:-'''<br />
उपर्युक्त पंक्तियों को कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित ‘प्रभो!’ नामक कविता भाग से लिया गया है। <br><br />
भगवान की दया मानव के जीवन पर किस प्रकार पड रही है, इसके बारे में प्रकाश डालते हुए <br><br />
कावि लिखते हैं कि - हे दयानिधि ! यदि आपकी दया हम पर रही तो हमारी पूरी मनोकामनाएँ <br><br />
पूर्ण हो आती हैं। इसलिए प्रभो! सभी ये कहते हुए, आपके प्रति आशा रखते हुए <br><br />
प्रार्थना कर रहे हैं।<br></div>Rajkumarhttps://karnatakaeducation.org.in/KOER/en/index.php?title=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AD%E0%A5%8B_!&diff=25915प्रभो !2016-12-16T03:53:11Z<p>Rajkumar: </p>
<hr />
<div>=परिकल्पना नक्षा=<br />
=पृष्ठभूमि/संधर्भ=<br />
=मुख्य उद्देष्य=<br />
=कवि परिचय=<br />
जयशंकर प्रसाद पहले ब्रजभाषा की कविताएँ लिखा करते थे जिनका संग्रह ‘चित्राधार’ में हुआ है। संवत् 1970 से वे खड़ी बोली की ओर आए और ‘कानन कुसुम’, ‘महाराणा का महत्त्व’, ‘करुणालय’ और ‘प्रेमपथिक’ प्रकाशित हुए। ‘कानन कुसुम’ में तो प्राय: उसी ढंग की कविताएँ हैं जिस ढंग की द्विवेदीकाल में निकला करती थीं। ‘महाराणा का महत्त्व’ और ‘प्रेमपथिक’ (सं. 1970) अतुकांत रचनाएँ हैं जिसका मार्ग पं. श्रीधर पाठक पहले दिखा चुके थे।<br />
प्रसाद जी की पहली विशिष्ट रचना ‘आँसू’ (संवत् 1988) है। आँसू वास्तव में तो हैं शृंगारी विप्रलंभ के, जिनमें अतीत संयोगसुख की खिन्न स्मृतियाँ रह-रहकर झलक मारती हैं; पर जहाँ प्रेमी की मादकता की बेसुधी में प्रियतम नीचे से ऊपर आते और संज्ञा की दशा में चले जाते हैं, जहाँ हृदय की तरंगें ‘उस अनंत कोने’ को नहलाने चलती है, वहाँ वे आँसू उस ‘अज्ञात प्रियतम’ के लिए बहते जान पड़ते हैं। ‘आँसू’ के बाद दूसरी रचना ‘लहर’ है, जो कई प्रकार की कविताओं का संग्रह है। ‘लहर’ से कवि का अभिप्राय उस आनंद की लहर से है जो मनुष्य के मानस से उठा करती है और उसके जीवन को सरस करती रहती है।<br />
<br />
कवि के बारे मे अतिरिक्त जानकारी जानने के लिये याहा [http://kavyanchal.com/parichay/?p=140 क्लिक करे।]<br />
<br />
=अतिरिक्त संसाधन=<br />
जयशंकर प्रसाद कविता कोश - यहाँ [http://kavitakosh.org/kk/%E0%A4%9C%E0%A4%AF%E0%A4%B6%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A6 क्लिक कीजिये।]<br />
=सारांश=<br />
कविता सुन्ने के लिये यहाँ [https://www.youtube.com/watch?v=sMz0669hNjA क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
इस कविता को पढने के लिये यहाँ [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter01.pdf क्लिक कीजिये।]<br />
<br />
=परिकल्पना=<br />
==शिक्षक के नोट==<br />
==गतिविधि==<br />
#विधान्/प्रक्रिया<br />
#समय<br />
#सामग्री / संसाधन<br />
#कार्यविधि<br />
#चर्चा सवाल<br />
<br />
=भाषा विविधता=<br />
==शब्दकॊश==<br />
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==<br />
=मूल्यांकन=<br />
=भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं=<br />
=पाठ प्रतिक्रिया=<br />
=महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ=<br />
I. मौखिक प्रश्न :<br />
1. ‘प्रभो ! ’ कविता को किसने लिखा है ?<br />
उत्तर : ‘प्रभो ! ’ कविता को जयशंकर प्रसाद ने लिखा है ।<br />
2. भगवान की प्रशंसा का राग कौन गा रही है ?<br />
उत्तर : भगवान की प्रशंसा का राग तरंगमालाएँ गा रही है ।<br />
3.प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम बताइए ।<br />
उत्तर : प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम हैं कामायनी और कानन कुसुम ।<br />
<br />
II. लिखित प्रश्न :<br />
1. विमल इन्दु की विशाल किरणें क्या बता रही हैं ?<br />
उत्तर :विमल इन्दु की विशाल किरणें प्रभो ! का प्रकाश बता रही हैं।<br />
2. प्रभु की अनंत माया जगत् को क्या दिखा रही है ?<br />
उत्तर : प्रभु की अनंत माया जगत् को लीला दिखा रही है ।<br />
3. भगवान की दया से क्या होता है ?<br />
उत्तर : भगवान की दया से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है ।<br />
4. जयशंकर प्रसाद जी का जन्म कहाँ हुआ ?<br />
उत्तर : जयशंकर प्रसाद जी का जन्म काशी में हुआ।<br />
<br />
आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :<br />
1. सभी का मनोरथ कैसे पूर्ण होता है ?<br />
उत्तर : दया- दयानिधि )भगवान) की प्रार्थना करने से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है।<br />
2. प्रभु की दया को कौन दर्शा रहा है ?<br />
उत्तर : प्रभु की दया को चाँद, चाँदनी, सूरज तथा सागर की तरंगमालाएँ दर्शा रही हैं।<br />
3. प्रसाद जी की प्रमुख रचनाएँ कौन-कौन सी हैं ?<br />
उत्तर : कानन कुसुम, झरना, आँसू, लहर कामायनी, आकाशदीप, आँधी, चन्द्रगुप्त,<br />
ध्रुवस्वामिनी, कंकाल, इरावती तितली आदि।<br />
<br />
<br />
इ. दोनों खंड़ों को जोड़कर लिखिए। <br />
1. अनादि तेरी अनंत माया जगत् को लीला दिखा रही है !<br />
2. तेरी प्रशंसा का राग प्यारे तरंगमालाएँ गा रही है ।<br />
3. जो तेरी होवे दया दयानिधि तो पूर्ण होते सबके मनोरथ ।<br />
4. सभी ये कहते पुकार करके यही तो आशा दिला रही है ! <br />
<br />
ई. रिक्त स्थान भरिए :<br />
1. जयशंकर प्रसाद जी का पहला काव्य–संग्रह है कानन कुसुम ।<br />
2. विमल इन्दु की विशाल किरणें भगवान का गुणगान कर रही हैं।<br />
3. भगवान की दया सागर के समान अगाध है ।<br />
4. भगवान की दया से सभी का मनोरथ पूर्ण होता है ।<br />
<br />
उ. भावार्थ लिखिए :<br />
1. जो तेरी होवे दया दयानिधि<br />
तो पूर्ण होते सबके मनोरथ<br />
सभी ये कहते पुकार करके<br />
यही तो आशा दिला रही है!<br />
<br />
भावार्थ:- <br />
उपर्युक्त पंक्तियों को कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित ‘प्रभो!’ नामक कविता भाग से लिया गया है। <br />
भगवान की दया मानव के जीवन पर किस प्रकार पड रही है, इसके बारे में प्रकाश डालते हुए <br />
कावि लिखते हैं कि - हे दयानिधि ! यदि आपकी दया हम पर रही तो हमारी पूरी मनोकामनाएँ <br />
पूर्ण हो आती हैं। इसलिए प्रभो! सभी ये कहते हुए, आपके प्रति आशा रखते हुए <br />
प्रार्थना कर रहे हैं।</div>Rajkumar