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| __FORCETOC__ | | __FORCETOC__ |
− | ='''शिक्षा'''= | + | ='''सूर -श्याम'''= |
− | १) संदर्भ <br> | + | १)कवि परिचय <br> |
− | २) उद्देश्य <br> | + | २) साहित्यलहरी <br> |
− | ३) कवि परिचय<br> | + | ३) शब्दार्थ<br> |
− | ४) पाठयोजना<br> | + | ४) प्रश्न <br> |
− | ५) अतिरिक्त संसाधन<br>
| + | |
− | ६) सारांश <br>
| + | ='''कवि परिचय'''= |
| + | '''जन्म''' :- उत्तर प्रदॆश कॆ रुनकता गाँव मॆ हुआथा 1540 |
| + | '''इनकी मृत्यु''' :- 1642) |
| + | सुरदाजी कॊ हिंदी साहित्यकाश कॆ सुर्य मानॆ जातॆ है। |
| + | ईन्हॆ भक्तिकाल की सुगुण भक्तिधारा की '''कृष्णभक्ति |
| + | शाखा''' कॆ प्रवर्तक माना जाता है। |
| + | '''इनकी रजनाएँ''' :- ‘सुरसागर’, ‘ सुरसारावली’ एवं |
| + | ‘साहित्यलहरी’ |