Difference between revisions of "गिल्लू (रेखाचित्र)"

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==व्याकरण / सजावट / पिंगल==
 
==व्याकरण / सजावट / पिंगल==
 
=मूल्यांकन=
 
=मूल्यांकन=
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'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br>
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1. लेखिका ने कौए को क्यों विचित्र पक्षी कहा है ?<br>
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उत्तर : लेखिका ने कौए को इसलिए विचित्र पक्षी कहा है कि यह पक्षी एक साथ समादरित, अनादरित, अति सम्मानित तथा अति अवमानित है।
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2. गिलहरी का बच्चा कहाँ पड़ा था ?<br>
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उत्तर : गिलहरी का बच्चा गमले और दीवार की संधि में पड़ा था।<br>
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3. लेखिका ने गिल्लू के घावों पर क्या लगाया ?<br>
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उत्तर : लेखिका ने गिल्लू के घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाया।<br>
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4. लेखिका को किस कारण से अस्पताल में रहना पड़ा ?<br>
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उत्तर : लेखिका को मोटर दुर्घटना में आहत हो जाने के कारण से अस्पताल में रहना पड़ा।<br>
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5. गिलहरी का प्रिय खाद्य क्या था ?<br>
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उत्तर : गिलहरी का प्रिय खाद्य काजू था।<br>
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'''II. लिखित प्रश्न :'''<br>
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'''अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :''' <br>
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1. वर्मा जी गिलहरी को किस नाम से बुलाती थीं ?<br>
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उत्तर : वर्मा जी गिलहरी को गिल्लू नाम से बुलाती थीं।<br>
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2. गिलहरी का लघु गात किसके भीतर बंद रहता था ?<br>
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उत्तर : गिलहरी का लघु गात लिफाफे के भीतर बंद रहता था।<br>
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3. गिलहरी गर्मी के दिनों में कहाँ लेट जाता था ?<br>
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उत्तर : गिलहरी गर्मी के दिनों में सुराही पर लेट जाता था।<br>
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4. गिलहरियों की जीवनावधि सामान्यतया कितनी होती है ?<br>
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उत्तर : गिलहरियों की जीवनावधि सामान्यतया दो वर्ष होती है।<br>
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5. गिलहरी की समाधि कहाँ बनायी गयी है ?<br>
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उत्तर : गिलहरी की समाधि सोनजुही की लता के नीचे बनायी गयी है।<br>
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'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :''' <br>
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1. लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था ?<br>
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उत्तर : लेखिका  का  ध्यान  आकर्षित  करने  के  लिए  गिल्लू  लेखिका  के  पैर  तक  आकर  सर्र  से 
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परदे  पर  चढ़  जाता  और  फिर  उसी  तेजी  से  उतरता ।  उसका  यह  क्रम  तब  तक 
 +
चलता, जब तक  लेखिका  उसे  पकड़ने  के  लिए  न  उठती । <br>
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2. महादेवी वर्मा को चौंकाने के लिए वह कहाँ-कहाँ छिप जाता था ?<br>
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उत्तर : महादेवी वर्मा को चौंकाने के लिए गिल्लू कभी फूलदान के फूलों में, कभी परदे के चुन्नट में और
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कभी सोनजुही की पत्तियों में छिप जाता था।<br>
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3. लेखिका को गिलहरी किस स्थिति में दिखायी पड़ी ?<br>
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उत्तर : लेखिका को गिलहरी इस स्थिति में दिखायी पड़ी कि गमले और दीवार की संधि में एक छोटा सा
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गिलहरी का बच्चा निश्चेष्ट-सा गमले से चिपका पड़ा था। सम्भवत: वह घोंसले से गिर पड़ा था,
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जिसे दो कैए अपना आहार बनाना चा रहे थे।<br>
 +
4. लेखिका ने गिल्लू के प्राण कैसे बचाये ?<br>
 +
उत्तर : लेखिका  ने  गिलहरी  को  हौले  से  उठाकर  कमरे  में  लाया,  फिर  रुई  से  रक्त  पोंछकर
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घावों  पर  पेंसिलिन  का  मरहम  लगाया। कई घंटे  के  उपचार  के  बाद उसके  मुँह  में  एक  बूँद
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पानी  टपकाया  जा  सका।<br>
 +
5. गिल्लू ने लेखिका की गैरहाजरी में दिन कैसे बिताये ?<br>
 +
उत्तर : गिल्लू  लेखिका  की  गैरहाजरी  में  उदास र हता  था।  अपना  प्रिय  खाद्य  काजू  कम  खाता  था।
 +
लेखिका के  घर  आने  तक  गिल्लू  अकेलापन  महसूस  कर  रहा  था ।<br>
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'''इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br>
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1. लेखिका ने गिलहरी को क्या-क्या सिखाया ?<br>
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उत्तर : लेखिका ने गिल्लू को लिफाफे में बैठना सिखाया। जब लेखिका खाना खाने बैठती तब गिल्लू
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उनकी थाली में बैठ जाना चाहता था। बड़ी कठिनाई से लेखिका ने उसे थाली के पास बैठना
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तथा उसमें से एक-एक चावल उठाकर खाना सिखाया। इस प्रकार लेखिका ने गिलहरी को
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अपने प्रति सही व्यवहार करना सिखाया।<br>
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2. गिल्लू के अंतिम दिनों का वर्णन कीजिए ।<br>
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उत्तर : गिलहरियों के जीवन की अवधि दो वर्ष से अधिक नहीं होती, अत: गिल्लू की जीवन-यात्रा
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का अंत आ ही गया। दिन भर उसने न कुछ खाया, न बाहर गया। पंजे इतने ठंडे हो रहे थे कि मैने
 +
हीटर जलाकर उसे उष्णता देने का प्रयत्न किया। परंतु प्रभात की प्रथम किरण के साथ ही वह चिर
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निद्रा में सो गया। <br>
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3. गिल्लू के कार्य-कलाप के बारे में लिखिए।<br>
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उत्तर : महादेवी वर्मा जी का  ध्यान आकर्षित  करने  के  लिए  गिल्लू  उनके  पैर  तक आकर सर्र  से 
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परदे  पर  चढ़  जाता  और  फिर  उसी  तेजी  से  उतरता रहता था ।  लेखिका को चौंकाने के
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लिए गिल्लू कभी फूलदान के फूलों में, कभी परदे के चुन्नट में और कभी सोनजुही की
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पत्तियों में छिप जाता था। जब बाहर की गिलहरियाँ उसे चिक-चिक करके बुलाती थी, तब
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लेखिका के द्वारा उसे मुक्त करने पर वह चार बजे तक गिलहरियों के साथ खेलकर वापस
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लौटता था। उसका प्रिय खाद्य काजू न मिलने पर दूसरी खाने की चीजों को झूले के नीचे
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फेंक देता था। <br>
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4. गिल्लू के प्रति महादेवी वर्मा जी की ममता का वर्णन कीजिए ।<br>
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उत्तर : महादेवी वर्मा जी ने गिलहरी के बच्चे के घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाकर उसका प्राण
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बचाया। रहने के लिए झूला लगाकर उसे गिल्लू नाम के साथ सम्मानित किया। गिल्लू को
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खाने के लिए काजू तथा बिस्कुट दिया, थाली में से एक-एक चावल उठाकर खाने को
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सिखाया। अन्य गिलहरियों के साथ उछल-कूद करने के लिए अवसर दिया। गिल्लू के अंतिम
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दिनों में उसे बचाने की पूरी कोशीश भी की और उसकी मृत्यु के बाद समाधि भी बनायी
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गयी। इस प्रकार महादेवी वर्मा जी ने गिल्लू के प्रति अपनी ममता को दर्शाया है। <br>
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'''ई. रिक्त स्थान भरिए :'''<br>
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1. यह  काकभुशुण्डि  भी विचित्र पक्षी है।<br>
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2. उसी बीच मुझे मोटर-दुर्घटना  में आहत होकर कुछ दिन अस्पताल में रहना पड़ा।<br>
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3. गिल्लू की जीवन-यात्रा  का अंत आ ही गया।<br>
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4. मेरे पास बहुत  पशु-पक्षी  हैं।<br>
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5. गिल्लू के जीवन का प्रथम  वसंत  आया।<br>
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'''उ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :'''<br>
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1. कई घंटे के उपचार के उपरांत मुँह में एक बूँद पानी टपकाया।<br>
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ಹಲವು ಗಂಟೆಗಳ ಆರೈಕೆಯ ನಂತರ ಬಾಯಿಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಹನಿ ನೀರನ್ನು ಹಾಕಲಾಯಿತು.<br>
 +
2. इतने छोटे जीव को घर में पले कुत्ते-बिल्लियों से बचाना भी एक समस्या ही थी।<br>
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ಇಷ್ಟೊಂದು ಚಿಕ್ಕ ಜೀವಿಯನ್ನು ಮನೆಯಲ್ಲಿಯೇ ಸಾಕಿದ ನಾಯಿ-ಬೆಕ್ಕುಗಳಿಂದ ಕಾಪಾಡುವುದು ಒಂದು ಸಮಸ್ಯ ಆಗುತ್ತು.<br> 
 +
3. दिन भर गिल्लू ने न कुछ खाया, न बाहर गया।<br>
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ದಿನವಿಡೀ ಗಿಲ್ಲು ಏನೂ ತಿನ್ನಲಿಲ್ಲ ಹಾಗೂ ಹೊರಗು ಹೋಗಲಿಲ್ಲ. <br>
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4.  गिल्लू मेरे पास रखी सुराही पर लेट जाता था।<br>
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ಗಿಲ್ಲು ನನ್ನ ಬಳಿ ಇಟ್ಟಿದ್ದ ನೀರಿನ ಹೂಜಿ ಮೇಲೆ ಮಲಗಿ ಬಿಡುತ್ತಿತ್ತು. <br>
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{| class="wikitable"
 
{| class="wikitable"
 
! scope="col" style="width: 120px;" |ऊ. स्त्रीलिंग शब्द लिखिए :
 
! scope="col" style="width: 120px;" |ऊ. स्त्रीलिंग शब्द लिखिए :
 
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|1. 1.लेखक       लेखिका
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! scope="col" style="width: 120px;" | ऋ. अन्यवचन शब्द लिखिए :
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|1. उँगली    उँगलियाँ
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|2. आँख      आँखे
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|3. पूँछ      पूँछें
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|4. खिड़की    खिड़कियाँ
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|5. फूल      फूल
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|6. पंजा      पंजे
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|7. लिफाफा  लिफाफे
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|8. कैआ     कैए
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|9. गमला    गमले
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|10.घोंसला    घोंसले
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! scope="col" style="width: 120px;" |ए. प्रेरणार्थक क्रिया रूप लिखिए :
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|1. चिपकना        चिपकाना          चिपकवाना
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|लिखना          लिखाना            लिखवाना
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|मिलना          मिलाना            मिलवाना
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|2. देखना          दिखाना            दिखवाना
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|छेड़ना          छिड़ाना            छिड़वाना
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|भेजना          भिजाना            भिजवाना
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|3. सोना            सुलाना            सुलवाना
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|रोना            रुलाना              रुलवाना
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|धोना            धुलाना            धुलवाना
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|4. पीना            पिलाना            पिलवाना
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|सीना            सिलाना            सिलवाना
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|}
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! scope="col" style="width: 120px;" |ऐ. विलोमार्थक शब्द लिखिए :
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| निकट    x  दूर||विश्वास    x  अविश्वास
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|1. दिन    x  रात||1. प्रिय      x    अप्रिय
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|2. भीतर  x बाहर||2. संतोष    x  असंतोष
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|3. चढ़ना  x  उतरना||3. स्वस्थता  x अस्वस्थता
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|उत्तीर्ण    x  अनुत्तीर्ण||ईमान    x  बेईमान
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|1. उपयोगी  x  अनुपयोगी||1. होश    x  बेहोश
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|2. उपस्थिति  x  अनुपस्थिति||2. खबर    x  बेखबर
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|3. उचित    x  अनुचित||3. रोज़गार    x  बेरोज़गार
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! scope="col" style="width: 120px;" |ओ. समानार्थक शब्दों को लिखिए :
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| उपचार                        चिकित्सा                            इलाज
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|1. गात                          शरिर                                देह
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|2. आहार                        खाना                                भोजन
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|3. विस्मय                      अचरज                              आश्चर्य
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|4. हिम्मत                      साहस                              धैर्य
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|5. खोज                        तलाश                              ढूँढ
 
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Revision as of 11:40, 20 December 2016

परिकल्पना नक्षा

पृष्ठभूमि/संधर्भ

मुख्य उद्देष्य

इस पाठ से स्नेहभाव तथा प्राणी-दया की सीख मिलती है। पशु-पक्षियों के स्वभाव और उनकी जीवन-शैली के साथ-साथ उनके प्रति महादेवी वर्मा के प्रेम से बच्चे परिचित होते है।

लेखक का परिचय

महादेवी वर्मा (२६ मार्च १९०७ — ११ सितंबर १९८७) हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में से हैं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक मानी जाती हैं। आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है। कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है। महादेवी ने स्वतंत्रता के पहले का भारत भी देखा और उसके बाद का भी। वे उन कवियों में से एक हैं जिन्होंने व्यापक समाज में काम करते हुए भारत के भीतर विद्यमान हाहाकार, रुदन को देखा, परखा और करुण होकर अन्धकार को दूर करने वाली दृष्टि देने की कोशिश की। न केवल उनका काव्य बल्कि उनके सामाजसुधार के कार्य और महिलाओं के प्रति चेतना भावना भी इस दृष्टि से प्रभावित रहे। उन्होंने मन की पीड़ा को इतने स्नेह और शृंगार से सजाया कि दीपशिखा में वह जन-जन की पीड़ा के रूप में स्थापित हुई और उसने केवल पाठकों को ही नहीं समीक्षकों को भी गहराई तक प्रभावित किया।

सौर्स: यहाँ क्लिक कीजिये

अतिरिक्त संसाधन

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सारांश

सारांश सुनने के लिये यहाँ क्लिक कीजिये

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परिकल्पना

जानवरो के प्रति प्रेम व श्रद्धा क भाव व्यक्त करना।

शिक्षक के नोट

गतिविधि

  1. विधान्/प्रक्रिया - छत्रो से पाल्तु जानवरो के प्रति उनकी राय जनना।
  2. समय - 2-3 मिनट
  3. सामग्री / संसाधन
  4. कार्यविधि - हर छत्र से उसके सबसे प्रिय पाल्तु जानवर के विषय मे चर्चा करने का अवसर दे।
  5. चर्चा सवाल - इस सवाल पर छात्रो को विचार-विमर्श करने को कहे कि क्या जानवरो को पाल्तु बनाकर उन्हे बंधी बनाकर रखना चहिये य नही।

भाषा विविधता

शब्दकॊश

शब्दकॊश का प्रयोग करने के लिये यहाँ क्लिक कीजिये

व्याकरण / सजावट / पिंगल

मूल्यांकन

I. मौखिक प्रश्न :
1. लेखिका ने कौए को क्यों विचित्र पक्षी कहा है ?
उत्तर : लेखिका ने कौए को इसलिए विचित्र पक्षी कहा है कि यह पक्षी एक साथ समादरित, अनादरित, अति सम्मानित तथा अति अवमानित है। 2. गिलहरी का बच्चा कहाँ पड़ा था ?
उत्तर : गिलहरी का बच्चा गमले और दीवार की संधि में पड़ा था।
3. लेखिका ने गिल्लू के घावों पर क्या लगाया ?
उत्तर : लेखिका ने गिल्लू के घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाया।
4. लेखिका को किस कारण से अस्पताल में रहना पड़ा ?
उत्तर : लेखिका को मोटर दुर्घटना में आहत हो जाने के कारण से अस्पताल में रहना पड़ा।
5. गिलहरी का प्रिय खाद्य क्या था ?
उत्तर : गिलहरी का प्रिय खाद्य काजू था।

II. लिखित प्रश्न :
अ. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
1. वर्मा जी गिलहरी को किस नाम से बुलाती थीं ?
उत्तर : वर्मा जी गिलहरी को गिल्लू नाम से बुलाती थीं।
2. गिलहरी का लघु गात किसके भीतर बंद रहता था ?
उत्तर : गिलहरी का लघु गात लिफाफे के भीतर बंद रहता था।
3. गिलहरी गर्मी के दिनों में कहाँ लेट जाता था ?
उत्तर : गिलहरी गर्मी के दिनों में सुराही पर लेट जाता था।
4. गिलहरियों की जीवनावधि सामान्यतया कितनी होती है ?
उत्तर : गिलहरियों की जीवनावधि सामान्यतया दो वर्ष होती है।
5. गिलहरी की समाधि कहाँ बनायी गयी है ?
उत्तर : गिलहरी की समाधि सोनजुही की लता के नीचे बनायी गयी है।

आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
1. लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था ?
उत्तर : लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू लेखिका के पैर तक आकर सर्र से परदे पर चढ़ जाता और फिर उसी तेजी से उतरता । उसका यह क्रम तब तक चलता, जब तक लेखिका उसे पकड़ने के लिए न उठती ।
2. महादेवी वर्मा को चौंकाने के लिए वह कहाँ-कहाँ छिप जाता था ?
उत्तर : महादेवी वर्मा को चौंकाने के लिए गिल्लू कभी फूलदान के फूलों में, कभी परदे के चुन्नट में और कभी सोनजुही की पत्तियों में छिप जाता था।
3. लेखिका को गिलहरी किस स्थिति में दिखायी पड़ी ?
उत्तर : लेखिका को गिलहरी इस स्थिति में दिखायी पड़ी कि गमले और दीवार की संधि में एक छोटा सा गिलहरी का बच्चा निश्चेष्ट-सा गमले से चिपका पड़ा था। सम्भवत: वह घोंसले से गिर पड़ा था, जिसे दो कैए अपना आहार बनाना चा रहे थे।
4. लेखिका ने गिल्लू के प्राण कैसे बचाये ?
उत्तर : लेखिका ने गिलहरी को हौले से उठाकर कमरे में लाया, फिर रुई से रक्त पोंछकर घावों पर पेंसिलिन का मरहम लगाया। कई घंटे के उपचार के बाद उसके मुँह में एक बूँद पानी टपकाया जा सका।
5. गिल्लू ने लेखिका की गैरहाजरी में दिन कैसे बिताये ?
उत्तर : गिल्लू लेखिका की गैरहाजरी में उदास र हता था। अपना प्रिय खाद्य काजू कम खाता था। लेखिका के घर आने तक गिल्लू अकेलापन महसूस कर रहा था ।

इ. चार-छ: वाक्यों में उत्तर लिखिए :
1. लेखिका ने गिलहरी को क्या-क्या सिखाया ?
उत्तर : लेखिका ने गिल्लू को लिफाफे में बैठना सिखाया। जब लेखिका खाना खाने बैठती तब गिल्लू उनकी थाली में बैठ जाना चाहता था। बड़ी कठिनाई से लेखिका ने उसे थाली के पास बैठना तथा उसमें से एक-एक चावल उठाकर खाना सिखाया। इस प्रकार लेखिका ने गिलहरी को अपने प्रति सही व्यवहार करना सिखाया।


2. गिल्लू के अंतिम दिनों का वर्णन कीजिए ।
उत्तर : गिलहरियों के जीवन की अवधि दो वर्ष से अधिक नहीं होती, अत: गिल्लू की जीवन-यात्रा का अंत आ ही गया। दिन भर उसने न कुछ खाया, न बाहर गया। पंजे इतने ठंडे हो रहे थे कि मैने हीटर जलाकर उसे उष्णता देने का प्रयत्न किया। परंतु प्रभात की प्रथम किरण के साथ ही वह चिर निद्रा में सो गया।
3. गिल्लू के कार्य-कलाप के बारे में लिखिए।
उत्तर : महादेवी वर्मा जी का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू उनके पैर तक आकर सर्र से परदे पर चढ़ जाता और फिर उसी तेजी से उतरता रहता था । लेखिका को चौंकाने के लिए गिल्लू कभी फूलदान के फूलों में, कभी परदे के चुन्नट में और कभी सोनजुही की पत्तियों में छिप जाता था। जब बाहर की गिलहरियाँ उसे चिक-चिक करके बुलाती थी, तब लेखिका के द्वारा उसे मुक्त करने पर वह चार बजे तक गिलहरियों के साथ खेलकर वापस लौटता था। उसका प्रिय खाद्य काजू न मिलने पर दूसरी खाने की चीजों को झूले के नीचे फेंक देता था।
4. गिल्लू के प्रति महादेवी वर्मा जी की ममता का वर्णन कीजिए ।
उत्तर : महादेवी वर्मा जी ने गिलहरी के बच्चे के घावों पर पेन्सिलिन का मरहम लगाकर उसका प्राण बचाया। रहने के लिए झूला लगाकर उसे गिल्लू नाम के साथ सम्मानित किया। गिल्लू को खाने के लिए काजू तथा बिस्कुट दिया, थाली में से एक-एक चावल उठाकर खाने को सिखाया। अन्य गिलहरियों के साथ उछल-कूद करने के लिए अवसर दिया। गिल्लू के अंतिम दिनों में उसे बचाने की पूरी कोशीश भी की और उसकी मृत्यु के बाद समाधि भी बनायी गयी। इस प्रकार महादेवी वर्मा जी ने गिल्लू के प्रति अपनी ममता को दर्शाया है।

ई. रिक्त स्थान भरिए :
1. यह काकभुशुण्डि भी विचित्र पक्षी है।
2. उसी बीच मुझे मोटर-दुर्घटना में आहत होकर कुछ दिन अस्पताल में रहना पड़ा।
3. गिल्लू की जीवन-यात्रा का अंत आ ही गया।
4. मेरे पास बहुत पशु-पक्षी हैं।
5. गिल्लू के जीवन का प्रथम वसंत आया।

उ. कन्नड में अनुवाद कीजिए :
1. कई घंटे के उपचार के उपरांत मुँह में एक बूँद पानी टपकाया।
ಹಲವು ಗಂಟೆಗಳ ಆರೈಕೆಯ ನಂತರ ಬಾಯಿಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಹನಿ ನೀರನ್ನು ಹಾಕಲಾಯಿತು.
2. इतने छोटे जीव को घर में पले कुत्ते-बिल्लियों से बचाना भी एक समस्या ही थी।
ಇಷ್ಟೊಂದು ಚಿಕ್ಕ ಜೀವಿಯನ್ನು ಮನೆಯಲ್ಲಿಯೇ ಸಾಕಿದ ನಾಯಿ-ಬೆಕ್ಕುಗಳಿಂದ ಕಾಪಾಡುವುದು ಒಂದು ಸಮಸ್ಯ ಆಗುತ್ತು.
3. दिन भर गिल्लू ने न कुछ खाया, न बाहर गया।
ದಿನವಿಡೀ ಗಿಲ್ಲು ಏನೂ ತಿನ್ನಲಿಲ್ಲ ಹಾಗೂ ಹೊರಗು ಹೋಗಲಿಲ್ಲ.
4. गिल्लू मेरे पास रखी सुराही पर लेट जाता था।
ಗಿಲ್ಲು ನನ್ನ ಬಳಿ ಇಟ್ಟಿದ್ದ ನೀರಿನ ಹೂಜಿ ಮೇಲೆ ಮಲಗಿ ಬಿಡುತ್ತಿತ್ತು.

ऊ. स्त्रीलिंग शब्द लिखिए :
1. लेखक - लेखिका
2. श्रीमान - श्रीमती
3. मयूर - मयूरी
4. कुत्ता - कुतिया
ऋ. अन्यवचन शब्द लिखिए :
1. उँगली उँगलियाँ
2. आँख आँखे
3. पूँछ पूँछें
4. खिड़की खिड़कियाँ
5. फूल फूल
6. पंजा पंजे
7. लिफाफा लिफाफे
8. कैआ कैए
9. गमला गमले
10.घोंसला घोंसले
ए. प्रेरणार्थक क्रिया रूप लिखिए :
1. चिपकना चिपकाना चिपकवाना
लिखना लिखाना लिखवाना
मिलना मिलाना मिलवाना
2. देखना दिखाना दिखवाना
छेड़ना छिड़ाना छिड़वाना
भेजना भिजाना भिजवाना
3. सोना सुलाना सुलवाना
रोना रुलाना रुलवाना
धोना धुलाना धुलवाना
4. पीना पिलाना पिलवाना
सीना सिलाना सिलवाना
ऐ. विलोमार्थक शब्द लिखिए :
निकट x दूर विश्वास x अविश्वास
1. दिन x रात 1. प्रिय x अप्रिय
2. भीतर x बाहर 2. संतोष x असंतोष
3. चढ़ना x उतरना 3. स्वस्थता x अस्वस्थता
उत्तीर्ण x अनुत्तीर्ण ईमान x बेईमान
1. उपयोगी x अनुपयोगी 1. होश x बेहोश
2. उपस्थिति x अनुपस्थिति 2. खबर x बेखबर
3. उचित x अनुचित 3. रोज़गार x बेरोज़गार


ओ. समानार्थक शब्दों को लिखिए :
उपचार चिकित्सा इलाज
1. गात शरिर देह
2. आहार खाना भोजन
3. विस्मय अचरज आश्चर्य
4. हिम्मत साहस धैर्य
5. खोज तलाश ढूँढ

भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं

कठिन शब्दो का अर्थ जानकर उन्हे वाक्यो मे उपयोग कीजिये।

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