Changes

Jump to navigation Jump to search
19 bytes added ,  04:01, 16 December 2016
Line 32: Line 32:  
=महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ=
 
=महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ=
 
=महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ=
 
=महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ=
 
+
'''I. मौखिक प्रश्न :'''<br>
'''I. मौखिक प्रश्न :'''
   
1. ‘प्रभो ! ’ कविता को किसने लिखा है ?<br>
 
1. ‘प्रभो ! ’ कविता को किसने लिखा है ?<br>
 
उत्तर : ‘प्रभो ! ’ कविता को जयशंकर प्रसाद ने लिखा है ।<br>
 
उत्तर : ‘प्रभो ! ’ कविता को जयशंकर प्रसाद ने लिखा है ।<br>
Line 41: Line 40:  
उत्तर : प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम हैं कामायनी और कानन कुसुम ।<br>
 
उत्तर : प्रसाद जी की किन्हीं दो प्रमुख रचनाओं के नाम हैं कामायनी और कानन कुसुम ।<br>
   −
'''II. लिखित प्रश्न :'''
+
'''II. लिखित प्रश्न :'''<br>
 
1. विमल इन्दु की विशाल किरणें क्या बता रही हैं ?<br>
 
1. विमल इन्दु की विशाल किरणें क्या बता रही हैं ?<br>
 
उत्तर :विमल इन्दु की विशाल किरणें प्रभो ! का प्रकाश बता रही हैं।<br>
 
उत्तर :विमल इन्दु की विशाल किरणें प्रभो ! का प्रकाश बता रही हैं।<br>
Line 51: Line 50:  
उत्तर : जयशंकर प्रसाद जी का जन्म काशी में हुआ।<br>
 
उत्तर : जयशंकर प्रसाद जी का जन्म काशी में हुआ।<br>
   −
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''
+
'''आ. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :'''<br>
 
1. सभी का मनोरथ कैसे पूर्ण होता है ?<br>
 
1. सभी का मनोरथ कैसे पूर्ण होता है ?<br>
 
उत्तर : दया- दयानिधि )भगवान) की प्रार्थना करने से  सभी का मनोरथ पूर्ण होता है।<br>
 
उत्तर : दया- दयानिधि )भगवान) की प्रार्थना करने से  सभी का मनोरथ पूर्ण होता है।<br>
Line 60: Line 59:  
ध्रुवस्वामिनी, कंकाल, इरावती तितली आदि।<br>
 
ध्रुवस्वामिनी, कंकाल, इरावती तितली आदि।<br>
   −
'''इ. दोनों खंड़ों को जोड़कर लिखिए।'''
+
'''इ. दोनों खंड़ों को जोड़कर लिखिए।'''<br>
 
1. अनादि तेरी अनंत माया      जगत् को लीला दिखा रही है !<br>
 
1. अनादि तेरी अनंत माया      जगत् को लीला दिखा रही है !<br>
 
2. तेरी प्रशंसा का राग प्यारे    तरंगमालाएँ गा रही है ।<br>
 
2. तेरी प्रशंसा का राग प्यारे    तरंगमालाएँ गा रही है ।<br>
Line 72: Line 71:  
4. भगवान की दया से  सभी का मनोरथ  पूर्ण होता है ।<br>
 
4. भगवान की दया से  सभी का मनोरथ  पूर्ण होता है ।<br>
 
 
'''उ. भावार्थ लिखिए :'''
+
'''उ. भावार्थ लिखिए :'''<br>
1. जो तेरी होवे दया दयानिधि<br>
+
1.जो तेरी होवे दया दयानिधि<br>
तो पूर्ण होते सबके मनोरथ<br>
+
तो पूर्ण होते सबके मनोरथ<br>
सभी ये कहते पुकार करके<br>
+
सभी ये कहते पुकार करके<br>
यही तो आशा दिला रही है!<br>
+
यही तो आशा दिला रही है!<br>
   −
'''भावार्थ:-'''
+
'''भावार्थ:-'''<br>
 
उपर्युक्त पंक्तियों को कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित ‘प्रभो!’ नामक कविता भाग से लिया गया है। <br>
 
उपर्युक्त पंक्तियों को कवि जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित ‘प्रभो!’ नामक कविता भाग से लिया गया है। <br>
 
भगवान की दया मानव के जीवन पर किस प्रकार पड रही है, इसके बारे में प्रकाश डालते हुए <br>
 
भगवान की दया मानव के जीवन पर किस प्रकार पड रही है, इसके बारे में प्रकाश डालते हुए <br>
45

edits

Navigation menu