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===Workshop short report===
 
===Workshop short report===
'''1st Day'''
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'''1st Day'''<br>
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हिंदी शिक्षको का मंच  २०१५<br>
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संसाधक कार्यशाला, दि/23/11/2015 से दि/27/11/2015<br>
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स्थान: डयट् चिक्कबल्लापुर जिला, चिक्कबल्लापुर<br>
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दि/२३/११/२०१५ <br>
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पहले दिन का रपट वाचन<br>
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प्रस्तावना:  आज मानव के आधुनिक जीवन शैली में विज्ञान का बहुत महत्वपूर्ण् स्थान है| यह जीवन  कंप्यूटर और् अंतर्जाल् के बिना शून्य ही लगता है| उसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में नवीनता परिणामात्मकता और्  छात्रों के सीखने की प्रक्रिया में क्रांतिकारक परिवर्तन लाने के लिए तकनीक  का उपयोग करना अनिवार्य है |<br>
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'''2nd Day'''  
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कार्यशाला का उद्गघाटन :<br>
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चिक्कबल्लापुर जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्था (डयट्) की ओर से आयोजित हिंदी शिक्षको का मंच् के संसाधक कार्यशाला का उदघाटन डयट् के प्रवक्ता श्री हरीश जी, स्थानीय सर्कारी प्रौढशाला के मुख्य् शिक्षिका श्रीमती उमाश्री जंतकलजी संसाधक श्री राजकुमार और् संसाधिका श्रीमती पद्माजी तथा जिला के विविध् तालुको  के  हिंदी शिक्ष् बंधुओं के उपस्थिती मे अर्थपूर्ण रूप  हुआ |
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पहले दिन का क्रिया कलाप
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प्रस्तुत शैक्षणिक व्यवस्था के अनुसार छात्रों की सीखाने  की प्रक्रिया में तकनीक का उपयोग अनिवार्य तथा अत्यंत आवश्य़क है| इसके अनुरूप हर एक शिक्षक अपने विषय बोधन में तकनीक की सहायता से अपने बोधन को परिपूर्ण कर सकते है| इसके संबंध में कंप्य़टर शिक्षण  के मूल परिकल्पनाओंं को सरल व स्पष्ट शैली में प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों को संसाधक श्री राजकुमारजी ने प्रथम आवधि मे समझाया|
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उपर्युक्त् अंशो के बारे अंतर्जाल को उपयोग करने में संसाधिका श्रीमती पद्माजी ने koer का सविस्तार रूप पर प्रकाश डालने के द्वारा अपनी अवधी को परिपूर्ण् किए|
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भोजन विराम के बाद सभी प्रशिक्षणार्थियों ने खुद अपने कंप्यूटर के द्वारा विविध ickons के बारे में स्पष्ट जानकारी प्राप्त करने के बाद श्री राजकुमारजी के निर्देशानुसार अंतर्जाल को खोलने का काम खुशी से किए तथा विविध website का परिचय प्रायोगिक रूप में पा कर हिंदी STF कार्यशाला को सार्थक बनाए रखने में सफल हुए|
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इसके उपरांत सभी प्रशिक्षणार्थि हिंदी बोधक समुदाय ने अंतर्जाल में अपना E-mail ID create  करने के द्वारा
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प्रथम दिन की कार्यशाला को सुसूत्र रूप से पूर्ण किए |
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धन्यवाद सहित  <br>
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'''2nd Day''' <br>
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हिंदी शिक्षकों का मंच  <br>
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स्थान:डयट , चिक्कबल्लपुर<br>
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दिनांक: 24-11-2015<br>
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दूसरे दिन की  कार्यशाला में  पहले दिन की रपट  वाचन  श्री राघवेंद्र्जी ने किया|
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म्ंच पर उपस्थित डयट के  प्रवक्ताएँ  श्रीमान हरीश जी और राधाक्रुष्ण जी ने पहले दिन
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की कार्याशाला  के क्रियाकलापों का  भरपूर प्रश्ंसा की|  श्रीमान जनार्धनजी ने "Tess
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India”कार्यक्रम के बारे मे  बहुत विस्तार रूप से विवरण दिये|
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इसके उपरांत् राज़कुमारजी ने  पाठ बॊधन के समय मे गणकयंत्र के द्वारा अंतर्जाल
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का उपयॊग करते हुए चित्रॊं का संग्रहण् करना , प्रस्तुतीकरण करना और् हिंदी typing कोOHPकी सहायता से प्रायॊगिक रूप से सिख़वाया|
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इस STFकार्यशाला को यस्वी बनाने मे गणक यंत्रके द्वारा हर एक शिक्ष्क अपने
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छात्रॊं कॊ पढाना अनिवार्य है| तत्संबंध PPT  प्रस्तुतीकरण के बारे मे जानकारी
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विविध टॊलियॊं कॊ क्रमश: एक गद्य और् एक पद्य की बँटवारा किया गया|
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तबी से सबी प्रशिक्ष्णार्थि अपने गद्य और् पद्य की प्रस्तुतीकरण की तैयारी मे व्य्स्थ् थे|
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इतने मे दूसरी दिन की कार्यशाला का समय स्माप्त हुआ |<br>
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'''3rd Day'''
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'''4th Day'''
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'''3rd Day'''<br>
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हिंदी शिक्षकों का मंच-२०१५ संसाधक कार्यशाला दिनांक 25-11-2015<br>
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स्थान ; डयट्  चिक्कबल्लापुर<br>
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तीसरे दिन का रपट वाच<br>
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तीसरे दिन के इस कार्यशाला में S.T.F.  के अंतर्गत गणकयंत्र द्वारा अंतर्जाल् से संबन्धित कुछ अंश यहाँ प्रस्तुत हैं| इस कार्यशाला में भाग लेना ही बडी खुशी की बात है| ममता जी और गंगरत्नम्माजी सेन  दूसरे दिन का रपटवाचन हुआ | राजकुमार जी ने जो टोलिया बनाकर गध्य और् पध्य से संब्ंधित चित्र संग्रहण करना, हिंदी भाषा में  लिखना, रंग लगाना ,लिखे हुए भाग को जहांँ चाहिए वहाँ कट करके पेस्ट करना आदि के बरे में समझाया | ज़ी.मैल क्रिएट करना सिखवाया | चाय पीकर जी.मेल भेजने का कार्य 
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श्री रजकुमार द्वारा स्क्रीन पर सुचारु रूप पद्गाया गया |अपने छात्रों को कक्षा में पढाते समय हमें अनेक तंत्रांश का ज्ञान अनिवार्य है|
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इस कार्यशाला में श्री राजकुमारजी ने g.mail भेजने में compose आदि के उपयोग पर प्रकाश डालते हुए सुजाव दिया है कि शिक्षक को विवेकयुक्त हो कर g.mailका उपयोग करना चाहिए | हमें भी यह मानना पडेगा कि जीवन के हर क्षेत्र में अंतर्जाल का बहुत बडा योगदान है|
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गुणात्मक शिक्षण के लिए VIDEOS,OER -मुक्तशैक्षणिक संपन्मूल, LSRW के विकास के लिए जरुरी है |
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डयट के प्रवक्ता श्रीमती शोभा जी ने TESSINDIA , MOOC से संबधित ६ सप्ताह के कोर्स् के बारे में जानकारी दी और सभी प्रशिक्षणार्थियों को इसमें रजिस्टर भी करवाया|
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इस तरह तीसरे दिन की कार्यशाला अनेक अनजाने अंशों को सिखाने और् सीखने के द्वारा समाप्त हुआ|<br>                                 
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'''4th Day'''<br>
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चौथे दिन का रपट वाचन<br>                           
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दिनांक/26/11/2015<br>
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आदरणीय संसादक व्यक्ति राजकुमार सरजी,जनार्धन सरजी , पद्मावति मेडमजी और यहाँ पर उपस्थित हिन्दी भाषा के सभी
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शिक्षक मित्रगण को मेरा शुभोदय |
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आज मुझे आपके सामने हमारे इस कार्यागार के दिन
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के रपट वाचन प्रस्तुत करने का अवसर मिला है |
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रपट वाचन इस प्रकार है------
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हिन्दी विषय से संबधित हिन्दी भाषा के शिक्षक मंच कार्यक्रम
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प्रशिक्षण का इस दिन बहुत ही क्रियात्मक , आकर्षक  और उपयोगात्मक थी | प्रशिक्षण के समयानुसार हम सब ५;३० बजे
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डाइट चिक्कबल्लापुर मे गणकयंत्र कमरे मे ईक्कट्टा हो गये|
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पहले हम पिछले दिन के योजीता पाठ के लिए उचित चित्रण को गूगल की सहायता से डौनलॊड करके पाठ को चित्रों के साथ आकर्षणिय भोधन करने के लिए तैयार किया उसके बाद
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राज्कुमर सर् जी ने उबुंटु में गूगल डोट् काम के द्वारा हिंदी विषय पर ज्ञान को बढाने के लिए, पाठ के संबधित अधिक जानकरी प्राप्त करने के लिए और छात्रॊं को हिंदी विषय पर आकर्षित करने के लिए किस तरह हिंदी के छॊटे-छॊटे कहानियों को ढूंढना और उस कहानी को किस तरह बचना और पाठ में जोडना इसके बारे में जानकारी दिया इस कार्य को  पूर्ण करने के बाद सर् जी ने इंटरनेट में किस तरह भाषा को अनुवाद करना दुनिया के अधिक सारी भाषाओं को हमारी ईच्छा के अनुसार उसका अर्थ समझने के लिए हमारी मात्र भाषा में किस तरह अनुवाद करना या अन्य भाषा के कहानी या लेखन को किस तरह हम हिंदी भाषा में अनुवाद कर सकतें 
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हैं इसके बारे में जानकारी दिया |
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इसके बाद गरम-गरम चाय आयी इसको पीकर सब इकट्टे हुए
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बाद में सर् जी ने गूगल के एक और उपयोग ड्रैव के बारे में जानकारी दिया उसके द्वारा हमारी अत्यावश्यक या उपयोगित चित्रण को पंद्रह जीबी तक संग्रह कर सकते हैं |
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और दुनिया के किसी कोने में भी जाकर केवल गूगल के सहायता से अवश्य चित्रण को डौनलोड करके उसको छपा भी
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सकते है |<br>
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इसके बाद युटुब के बारे मे  जानकारी दिया बाद में गूगल म्याप के द्वारा किस तरह हमारी इच्छित स्थान का विवरण पा सकते हैं इसके बारे में बताया और सर् जी के मार्गदर्शन में हम 
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सब हमारे शहर गांव का विवरण ढूंढने मे खुशी से मग्न हो गया 
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और आनंद भी हो गया
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इसके बाद २ बजे से ३ बजे तक भोजन का विराम था सब ने पलाव और दही भात को खाये और फीर इकट्टे हो गये |
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बाद में जनार्धन सर् जी और राजकुमार सर् जी दोनो मिलकर अति उपयुक्त और छात्रो को पाठ की ओर आकर्षित करने के लिए गूगल के द्वारा डौनलोड किये गये विडियो को किस तरह 
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हमारी ध्वनि शैली में  परिवर्तन करना इसके बारे में जानकारी दिया और पूण्यकोटि विडियो को जनार्धन सर् जी की ध्वनि में
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परिवर्तन करके दिखया और हमे भी करने के लिए कहा |
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बाद में सरल और आकर्षक रूप में किस तरह स्लैड्स् के द्वारा बोधन कर सकते है? उनकी तैयारी, कक्षा वातावरण में उनका उपयोग के बारे में समझाए|
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इतने कार्यक्रमो की माला में निरत रहते हुए समय ५;३० बजे हो गया कि हम सब अपने अपने क्ंप्यूटरो shut down करके घर की ओर चल पडे|
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इस रपट की तैयार करने का सौभाग्य मुझे मिला था जो मुझे
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ठीक लगा उसे मैने किया  इसकी गलतियों के लिए मै क्षमा माँगती हुए
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धन्य्वाद सहित<br>                       
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'''5th Day'''<br>
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हिंदी एस्.टी.एफ्. कार्यशाला २०१५<br>
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पाँचवे दिन का रपट वाचन <br>
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दिनांक: 27/11/2015<br>
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स्थान: ड्यट्, चिक्कबल्लापर् <br>
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'''5th Day'''.  
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हिंदी एस्.टि.एफ. कार्यशाला के पाँचवा दिन की कार्यशाला के क्रिया-कलाप ऎसे थे:-_उपर्युक्त् दिन सभी प्रशिक्षणार्थि शिक्षक अत्यंत उत्साह से कार्यशाला में हाजिर होते ही पूर्व योजना के अनुसार अपने-अपने ppt presenation की तैयारी में मग्न थे | इतने में संसाधक श्री राजकुमारजी ने ppt presenation में slides का उपयोग, कैसे करना है? अर्थात slide selection, colouring, inserting pictures, background, animation और Hyperlink आदि अंशों पर प्रायोगिक रूप में
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सविस्तार व स्पष्ट् रूप में जानकारी दी कि सभी शिक्षक अपने-अपने कक्षा बोधन में सफल रूप में तकनीक का सदुपयोग करें |
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प्रशिक्षणार्थियों को उनके टोलियों के अनुरुप LIBRE OFFICE PPT IMPRESS से पाठ प्रस्तुतीरण करवाया |
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T-Break के बाद पुन: सभी शिक्षक अपनी प्रस्तुतीकरण की तैयारी में पूर्णत: जिज्ञासा तथा श्र्द्धा से भाग लिए थे|
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इसके बाद भी सभी प्रशिक्षाणार्थि गण अपने अपने कंप्यूटरों पर अंतर्जाल का
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उपयोग अपने ppt presentation में क्रोढीकरण करने में क्रियाशील थे|
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PARTICIPANT FEED BACK FORM को अंतर्जाल के द्वारा भर्ति
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कराया गया| <br>
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इस S.T.F. हिंदी  कार्यशाला  के द्वारा सभी हिंदी शिक्षक अपने हिंदी ज्ञान के अलावा आज के नव-नवीन युग में पग-पग पर अनिवार्य रूप में उपयुक्त् कप्यूटर ज्ञान और आधुनिक शैक्षणिक पद्द्त्ती में दृक-श्रवणोपकरणो का उपयोग
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परिणामात्मक रूप में कक्षा वातवरण में उपयोग करना सीख लिए है  यह अत्यंत संतोषयुक्त् समाचार है|
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इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के आयोजक, ड्यट् चिक्कबल्लापुर जिला के सभी अधिकारी गण विशेषत: प्रशिक्षण की सारी जिम्मेदारी को अपने कंधो पर लेते हुए
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सफल और सुसूत्र व्यस्था के द्वारा प्रशिक्षण को यशस्वी बनाए हुए ड्यट के प्रवक्ता
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श्रीमान हरीश जी तथा सृजनात्मक शैली में प्रशिक्षण को सार्थक बनाने के लिए
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क्रियाशील परिश्रमी संसाधक श्री राजकुमारजी, श्री जनार्धन जी, तथा श्रीमती पद्मावती जी को सभी हिंदी शिक्षक बंधुओं के द्वारा अनंत धन्यवाद समर्पित है|<br>
    
==Batch 2==
 
==Batch 2==

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