Difference between revisions of "रविंद्रनाथ ठाकुर (जीवनी)"

From Karnataka Open Educational Resources
Jump to navigation Jump to search
Line 15: Line 15:
  
 
=सारांश=
 
=सारांश=
 +
इस पाठ को पढने के लिये यहा [http://www.ktbs.kar.nic.in/New/Textbooks/class-x/language/hindi-3/class-x-language-hindi-3-chapter02.pdf क्लिक कीजिये।]
 +
 
=परिकल्पना=
 
=परिकल्पना=
 
रविंद्रनाथ ठाकुर और उनके लिखे गए कर्यो के बारे मे अधिक जानकारी प्राप्त करना।  
 
रविंद्रनाथ ठाकुर और उनके लिखे गए कर्यो के बारे मे अधिक जानकारी प्राप्त करना।  

Revision as of 15:52, 20 May 2016

परिकल्पना नक्षा

पृष्ठभूमि/संधर्भ

रविंद्रनाथ ठाकुर

रवीन्द्रनाथ ठाकुर (७ मई, १८६१ – ७ अगस्त, १९४१) को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। वे विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के एकमात्र नोबल पुरस्कार विजेता हैं। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा थे। वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं। वे एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं - भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बाँग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।

अधिक जानकारी के लिये यहाँ क्लिक कीजिये

मुख्य उद्देष्य

लेखक का परिचय

अतिरिक्त संसाधन

सारांश

इस पाठ को पढने के लिये यहा क्लिक कीजिये।

परिकल्पना

रविंद्रनाथ ठाकुर और उनके लिखे गए कर्यो के बारे मे अधिक जानकारी प्राप्त करना।

शिक्षक के नोट

गतिविधि

  1. विधान्/प्रक्रिया - हर छात्र को रविंद्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखी कोई एक कहानी पुरे क्लास के सामने सुनाने को कहे।
  2. समय - 5 - 10 मिनट
  3. सामग्री / संसाधन
  4. कार्यविधि - हर छात्र को एक कहानी दी जाए जिसे वह घर से पधकर आएगा और क्लास कि सामने प्रस्तुत करेगा।
  5. चर्चा सवाल - चात्रो से उनके अभिप्रय के बारे मे पूछ्ना।

भाषा विविधता

शब्दकॊश

व्याकरण / सजावट / पिंगल

मूल्यांकन

भाषा गतिविधियों / परियोजनाओं

पाठ प्रतिक्रिया