प्रभो !

From Karnataka Open Educational Resources
Revision as of 11:09, 3 May 2016 by Anand (talk | contribs) (Created page with "===कवि परिचय=== जयशंकर प्रसाद पहले ब्रजभाषा की कविताएँ लिखा करते थे ज...")
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

कवि परिचय

जयशंकर प्रसाद पहले ब्रजभाषा की कविताएँ लिखा करते थे जिनका संग्रह ‘चित्राधार’ में हुआ है। संवत् 1970 से वे खड़ी बोली की ओर आए और ‘कानन कुसुम’, ‘महाराणा का महत्त्व’, ‘करुणालय’ और ‘प्रेमपथिक’ प्रकाशित हुए। ‘कानन कुसुम’ में तो प्राय: उसी ढंग की कविताएँ हैं जिस ढंग की द्विवेदीकाल में निकला करती थीं। ‘महाराणा का महत्त्व’ और ‘प्रेमपथिक’ (सं. 1970) अतुकांत रचनाएँ हैं जिसका मार्ग पं. श्रीधर पाठक पहले दिखा चुके थे।

कवि के बारे मे अतिरिक्त जानकारी जानने के लिये याहा क्लिक करे।


अतिरिक्त संसाधन

जयशंकर प्रसाद कविता कोश - यहाँ क्लिक कीजिये।